‘‘ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम‘‘ पर प्राप्त करेंगें बृहद जानकारी
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय में रिमोट सेंसिंग विषय पर चल रहे आनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम से छात्र इसरो के विभिन्न क्षेत्रों की काय्रप्रणाली से विशेषज्ञ वैज्ञानिकों के द्वारा दी जा रही जानकारी से लाभन्वित होंगें। रिमोट सेंसिंग विषय की बारीकियों एवं उनके उपयोगों से अवगत हो रहे हैं।
पृथ्वी की भौगोलिक संरचना एवं प्राकृतिक स्थिति की ली जानकारी
इस बारे में जानकारी देते हुए प्रोग्राम कोआर्डिनेटर मनीष कुशवाहा ने बताया कि विद्यार्थी रिमोट सेंसिंग क्या है, ये कैसे काम करती है एवं इसरो द्वारा लांच किये हुए सेटेलाइट्स तथा उनसे मिलने वाले छायाचित्रों की जानकारी के माध्यम से उनको पढ़कर कैसे पृथ्वी की भौगोलिक संरचना एवं प्राकृतिक स्थिति का जायजा लिया जा सकता है इस बारे में वृहद जानकारी विशेषज्ञ प्रदान कर रहे हैं।
‘‘ग्लोबल पोजीशिनिंग सिस्टम‘‘ पर मिलेगी उपयोगी जानकारी
उन्होंने बताया कि आगे आने वाले दिनों में छात्र ‘‘ग्लोबल पोजीशिनिंग सिस्टम‘‘ के उपयोग एवं इसकी विषय क्ष्ेात्र में उपयोगिता के बारे में विस्तृत अध्ययन करेंगे। विषय विशेषज्ञ डाॅ. शशि कुमार ने छात्रों को इंट्रोडक्शन आॅफ रिमोट सेंसिंग, प्लेटफाम्र्स, विजुएल इमेज तथा इलेक्ट्रो मैगनेटिव स्पेक्ट्रम की उपयोगिता से अवगत कराया।