सतना। विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय में बैकिंग सेक्टर की प्रतिष्ठित कम्पनी ‘‘आईसीआईसीआई बैंक‘‘ के लिए मेगा ओपेन कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया गया। कैम्पस मे 100 प्रतिभागियों ने उपस्थित दर्ज करायी। इनमे 10 छात्रों का चयन सेल्स मैनेजर पद के लिए पर 1.8 पर एनम के पैकेज पर किया गया। कैम्पस ड्राइव में एकेएस विश्वविद्यालय, विन्ध्य क्षेत्र के महाविद्यालयों के अलावा से आॅल ग्रैज्युएट विद्यार्थियों ने पार्टिसिपेट किया। चयनित छात्रों में एकेएस वि. वि. के श्वेता द्विवेदी, निखत अंजुम,, पूजा राॅय, अर्जिता सिंह, निधि गर्ग शामिल है।
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विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग संकाय के अंतिम सेमेस्टर छात्रों द्वारा सौर ऊर्जा आधारित हाई ब्रिड प्रणाली की कार के निर्माण की एक अतिमहत्वाकांक्षी परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन फैकल्टी शैलेन्द्र सिंह परिहार एवं के.के. कोरी कर रहे है।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस पöति से निर्मित कार स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करते हुए न केवल प्राकृतिक ऊर्जा संसाधनों के दोहन द्वारा उन पर पड़ रहे दबाव को कम करने में सहायक होगी वरन यातायात द्वारा हो रहे पर्यावरण प्रदूषण को न्यूनतम स्तर तक लाने में उपयोगी रहेगी। इसमें उपयोग होने वाली सोलर बैटरी की चार्जिंग कास्ट विद्युत ऊर्जा से चार्ज होने वाली बैटरी की तुलना में 80 प्रतिशत कम होगी। इस कार की अनुमानित लागत 1,10,000 रहने की संभावना है। इसकी भार वाहन क्षमता 400 कि. ग्रा. तक हो सकती है, जो कि वर्तमान में बाजार में उपलब्ध अन्य वाहनो की तुलना में काफी बेहतर मानी जा सकती है।
विंन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय के डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संकाय के 14 स्टूडेंन्ट्स ने 12 जून से 24 जून तक एडवांस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, कानपुर में ट्रेनिंग प्राप्त की।इस बारे में जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला ने बताया कि छात्रों को बेहतर टेªनिंग के माध्यम से इंडस्ट्रीज मे जाॅब के योग्य बनाना इस तरह की टेªनिंग का उद्येश्य है एकेएस वि.वि. के सभी संकाय के विद्यार्थी इसी तरह की टेªनिंग से विषयवार पारंगत होते हैं। टेªनिंग के दौरान विद्यार्थियों ने एसी मोटर ट्रांसफार्मर के मेन्टीनेन्स एवं वर्किंग के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। छात्रों का मार्गदर्शन फैकल्टी दिवाकर दुबे ने किया। छात्रों ने बताया कि विषय के आधार पर यह ट्रेनिंग काफी ज्ञानप्रद रही इससे विषय के बारे में प्रैक्टिकल नाॅलेज भी बेहतर हुआ।
एकेएस विश्वविद्यालय में बीटेक फूड टेक एवं डिप्लोमा फूड टेक कोर्सेस संचालित है। और ये फूड टेक्नाॅलाजी में जाॅब के लिए बेहतर कोर्स है। वर्तमान में विश्वविद्यालय के 30 विद्यार्थी विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानो में फूड टेिस्ंटंग की ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे है । इस बारे में जानकारी देते हुए फूड टेक्नाॅलाजी विभाग केे डायरेक्टर डाॅ. सी. के. टेकचंदानी ने बताया कि 13 विद्यार्थी आईआईसीपीटी तंजौर, 8 विद्यार्थी श्रीजी एनालिटिकल एंड रिसर्च लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड इन्दौर , 8 विद्यार्थी जेएनकेवीवी जबलपुर में 13 जून से 12 जुलाई तक प्राप्त कर रहे है। इस दौरान विद्यार्थी फूड क्वालिटी टेस्टिंग, कन्टेन्ट्स, मिनिरल्स, विटामिन्स, माइक्रोबियल लोड, फूड सेफ्टी की प्रैक्टिकल जानकारी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ले रहे है।
गौरतलब है कि सरकार के प्रायोरिटी सेक्टर में शामिल फूड प्रोसेसिंग सबसे तेजी से बढ़ने वाली इंडस्ट्री में शामिल है। कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के अनुसार देश की फूड इंडस्ट्री में 32 फीसदी हिस्सेदारी अकेले फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की है और यह तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 15 वर्षों में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को 6.70 अरब डॉलर विदेशी निवेश मिला है जबकि अगले दस वर्षों में 33 अरब डॉलर के निवेश की संभावना है। तेज विकास के चलते आने वाले 10 वर्षों में इस इंडस्ट्री में 90 लाख रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनियों के अलावा इस इंडस्ट्री में छात्रों के लिए आंत्रप्रेन्योरशिप की संभावनाएं भी मौजूद हैं। इन बातो से वाकिफ विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के छात्रों के लिए नियमित रूप से ”लर्न व्हाइल ड”ू की तर्ज पर ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते है।
10$2 के बाद ले सकते हैं प्रवेश
फूड टेक्नोलॉजी में प्रवेश के लिए छात्र को न्यूनतम 12वीं ( फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स अथवा बाॅयोलाॅजी सहित) पास होना चाहिए तभी बीटेक में एडमीशन मिल पाएगा, मास्टर एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक निर्धारित है। यदि किसी ने होम साइंस , न्यूट्रीशियन, डइटीशियन एवं होटल मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन किया है तो फूड टेक्नोलॉजी में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकता है। डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 10 वीं के बाद प्रवेश ले सकतें है। फूड इंडस्ट्री में यूजी कोर्स कर एंट्री लेने वाले छात्रों का शुरुआती सालाना पैकेज डेढ़ से दो लाख रुपए सालाना होता है। दो-तीन साल का अनुभव होने पर सैलरी 4 से 5 लाख रुपए सालाना तक होती है। मास्टर डिग्री प्राप्त कर चुके छात्रों को शुरुआत में 3 से 4 लाख रुपए सालाना का पैकेज मिल सकता है। वहीं, मैनेजमेंट डिग्री वाले छात्रों को ढ़ाई से तीन लाख रुपए सालाना पैकेज वाली नौकरियां मिल सकती हैं।
सरकारी से ज्यादा अवसर प्राइवेट क्षेत्र में
सरकारी क्षेत्र में डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन हर साल बड़ी तादाद में फूड टेक्नोलॉजिस्ट्स की नियुक्ति करता है। इसके अलावा फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन में भी छात्रों हेतु अवसर मौजूद हैं। हालांकि, नौकरी के ज्यादातर अवसर प्राइवेट सेक्टर में हैं। निजी क्षेत्र में मिल्क प्रोडक्ट्स, फ्रूट्स एंड वेजिटेबल, फिशरीज, प्लांटेशन, कंफेक्शनरी, बेवरेजेस, हेल्थ फूड्स जैसे सेक्टर में ट्रेंड प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के अलावा रिसर्च लैबोरेटरी, सॉफ्ट ड्रिंक फैक्टरी, डिस्टिलरी, हॉस्पिटैलिटी, पैकेजिंग और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज के प्रोडक्शन, क्वालिटी अश्योरेंस, आर एंड डी सेक्टर में फूड टेक्नोलॉजी की डिग्री ले चुके छात्रों के लिए अवसर हो सकते हैं। मास्टर डिग्री वाले छात्र टीचिंग का विकल्प भी चुन सकते हैं।
इस क्षेत्र में कार्यरत् कंपनिया एवं भविष्य
एसोचैम के एक सर्वे के अनुसार देश में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के तेज विस्तार का बड़ा कारण पैकेज्ड फूड पर बढ़ रहा खर्च है। सर्वे के मुताबिक 2010 से 2015 के बीच पांच वर्षों में देश में पैकेज्ड फूड पर होने वाले खर्च में 22.5 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और 2017 तक यह आंकड़ा 32 फीसदी हो जाने का अनुमान है। फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी क्षेत्र में कार्यरत् कंपनियों में जैन खाद्य प्रा. लि. जलगांव, एग्रोसा प्रा. लि. अंबाला, कैडबरी, नेस्ले इंडिया, आईटीसी, रिलायंस, ब्रिटानिया पार्ले, हल्दीराम नागपुर, दिनसा, टेट्रापैक में कार्य के अवसर प्राप्त कर सकते है।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के खचाखच भरे सभागार में संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। संवाद कार्यक्रम मे भारतवर्ष के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रही भारत सरकार की प्रगति पर चर्चा हेतु सभागार में उत्साह था। केन्द्र सरकार की दो वर्षों की उपलब्धियों पर छात्रों से संवाद के लिये गरिमामय कार्यक्रम मे विचार प्रक्रिया रोचक रही। कार्यक्रम के दौरान केन्द्र सरकार की विभिन्न जनहितकारी योजनाओं ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृöि योजना, स्किल इंडिया, स्टैन्ड अप इंडिया, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, सशक्त नारी ,समृö किसान उन्नत भारत, डिजिटल इंडिया, सुशासन के नए आयाम, कौशल ऋण योजना पर प्रजेंटेशन हुआ।
केन्द्रीय मंत्रियों के करकमलों से हुआ विश्वविद्यालय में एडवांस बायोटेक प्रयोगशाला का उद्घाटन
एकेएस विश्वविद्यालय में सेंटर आॅफ एक्सिलेंस इन बायोटेक्नालाॅजी रिसर्च एवं ट्रेनिंग की एडवांस एवं नवीन टेक्नालाॅजी से सुसज्जित प्रयोगशाला का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया जाना एक महत्वपूर्ण कडी रहा। बायोटेक प्रयोगशाला के माध्यम से बायोटेक विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को बायोटेक के क्षेत्र में रिसर्च करने की सुविधा मिलेगी। बायोटेक लैब के उद्घाटन के बाद मंत्रीद्वय ने एकेएस वि.वि. की शैक्षणिक प्रगति एवं वि.वि. की वैश्विक सोच ‘‘थिंक ग्लोबल,एक्ट लोकल‘‘ एवं वि.वि. मे पढाए जा रहे गीता,कुरान जैसे विषयों के बारे जाना और भरपूर सराहना भी की।
मंत्रीद्वय ने उद्बोधन के बाद किया छात्रों से संवाद
मंच से छात्रों का आह्वान करते हुए राज्यवर्धन सिंह राठौर ,राज्य मंत्री ,सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि ‘‘असफलताओं से घबराना नहीं चाहिये निरंतर प्रयास करने से आपको अपने लक्ष्य पाने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्ग में भी इसी प्रकार कतिपय नेताओं ने राजनैतिक कारणों से बाधाएं उत्पन्न की लेकिन प्रधानमंत्री अविचलित रहे एवं देश सेवा के सर्वोपरि भाव से भारत देश की ज्वलंत समस्याओं को हल करने में जुटे है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की बढती ख्याति एवं एनएसजी में भारत के शामिल नहीं हो पाने के कारणेंा का भी उन्होंने जिक्र किया। छात्रों ने मनोयोग से उन्हे सुना और अंत में तालियों की करतल ध्वनि से श्री राठौर का स्वागत किया। श्री जुएल ओराम मान. केन्द्रीय मंत्री ,आदिवासी कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्रों को समय प्रबंधन करना चाहिए।, श्री ओराम ने कहा कि इन्फार्मेशन इज पावर और इसका इस्तेमाल वैश्विक विकास एवं व्यक्तित्व विकास के लिए करना चाहिए। उनके वक्तव्य से छात्र पे्ररित हुए। अविनाश राय खन्ना पूर्व राज्यसभा सांसद,भाजपा ने कहा कि छात्रों को अपने शिक्षकों से निरंतर सम्पर्क एवं मार्गदर्शन लेते रहना चाहिए तो उन्हें मंजिल अवश्य मिलती है क्योंकि शिक्षक का पद हमेशा उॅचा होता है। वि.वि. के कुलाधिपति माननीय बी.पी. सोनी जी ने अध्यक्षीय उद्बोधन दिया।
ये रहे उपस्थित
वि.वि. का प्रगति प्रतिवेदन चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने पेश किया। एकेएस वि.वि. के भव्य एवं सुसज्जित सभागार में ममता पाण्डेय, महापौर,सतना, सुधा सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष,,सुरेन्द्र सिंह गहरवार, पूर्व विधायक, गगनेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, सुरेन्द्र सिंह बघेल, जिलाध्यक्ष भाजपा, उमेश प्रताप ,जिला पंचायत सदस्य के साथ वि.वि. के फैकल्टीज एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।। कार्यक्रम का संचालन ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम मे अतिथियों को विन्ध्य की पहचान सुपारी के गणेश जी स्मृति चिन्ह के रुप मे भेंट किए गए।स्वागत उद्बोधन डाॅ. हर्षवर्धन ने दिया।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस विश्वविद्यालय के कुलपति एवं माइनिंग क्षेत्र के ख्यात् शिक्षाविद् प्रो. पारितोष के. बानिक को एशिया और अफ्रीका की यूनिवर्सिटीज के कई वाइस चांसलर्स के बीच ‘‘100 सर्वाधिक प्रेरणास्पद वाइस चांसलर्स’’ के रूप में चयनित किया गया है। गौरतलब है कि प्रो. पारितोष के. बनिक ने शिक्षा जगत में लम्बा अन्तराल गुजारा है।
इन देशों की की है यात्रा व शिक्षा दिक्षा
कई विदेशी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में उन्होंने सेवायें दी है और उनका कार्य हमेशा उन्नत रहा है। उन्होंने यू.एस.ए., यू.के., अस्टेªलिया, स्वीडन, जर्मनी, रशिया, इटली, स्विट्जरलैन्ड आदि देशों की यात्रा की अब तक इन्होंने माइनिंग इजीनियरिंग के क्षेत्र में कई पी.एचडी. भी गाइड की है। कई विदेशी संस्थाओं में शिक्षण भी किया है।
पूर्व में भी हो चुके है पुरुस्कृत
इन्हें पूर्व में ‘‘कॅरियर एवार्ड’’ बाॅय यू.जी.सी. इन - 1993 एवं टाइम एचीवमेन्ट एवार्ड फ्राम इंडियन माइनिंग एंड इजीनियरिंग जर्नल - 2011 भी प्रदान किया गया है।
इस विषय पर था कार्यक्रम
प्रख्यात् शिक्षाविद् प्रो. बानिक को मुम्बई के ताज लैन्ड एंड में आयोजित अफ्रीका एवं एशिया के प्रतिष्ठित वाइस चांसलर्स के बीच 100 सर्वाधिक प्रेरणा देने वाले वाइस चांसलर्स में से एक चुना गया। प्रो. इंदिरा पारिख ने प्रो. बानिक को एवार्ड प्रदान किया। कार्यक्रम 23 एवं 24 जून को ‘‘विकासशील शिक्षा की संस्कृति और शिक्षा शास्त्र’’ विषय पर आयोजित था। वल्र्ड एज्यूकेशन कांग्रेस का उद्देश्य द आब्जेक्टिव आॅफ डीप सिस्टमैटिक चेन्ज इन एज्यूकेशन था। वल्र्ड एज्यूकेशन कांग्रेस का विजन बताते हुए प्रो. बानिक ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक प्रक्रिया एवं तकनीकी के साथ समस्या निराकरण कैसे हो? इसके साथ आपसी सहयोग और सहमति बनी रहे।
पूर्व में यहाँ पर किया है कार्य
उल्लेखनीय है कि प्रो. बानिक ने अपनी डाॅक्टरेट की डिग्री रशिया से माइनिंग विषय में पूर्ण की है। इसके पूर्व उन्होंने पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी गुजरात में वाइस चांसलर के पद को सुशोभित किया। एन.आई.टी. सिल्चर में बतौर डाॅयरेक्टर कार्य किया , आई.एस.एम. धनबाद मे बतौर प्रोफेसर एवं आई.आई.टी. खड़गपुर में बतौर एसोसियेट प्रोफेसर्स कार्य किया।
इन्होंने दी बधाईयाँ
वर्तमान में एकेएस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बानिक को एशिया और अफ्रीका के ‘‘प्रेरणास्पद 100 व्यक्तित्वों’’ में शामिल किये जाने पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.पी. सोनी, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. जी.के. प्रधान, डाॅ. आर.एस. निगम, डाॅ. जी.सी. मिश्रा ने बधाई दी है।
विष्वविद्यालय में हर्ष का माहौल
विश्वविद्यालय कुलपति को 100 प्रेरणास्पद वाइस चांसलर्स में शामिल होने पर प्रबन्धन एवं छात्र-छात्राओं में हर्ष का माहौल व्याप्त है। क्योंकि उनके योग्य एवं कुशल मार्गदर्शन में विशिष्ठ शैक्षणिक संस्थानों में शामिल होता जा रहा है। प्रबन्धन एवं छात्र-छात्राओं ने भी प्रो. बानिक को शुभकामनायें प्रेषित की है।
एकेएस विश्वविद्यालय में 26 जून, 2016 दिन रविवार को मान्नीय केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार एवं मान्नीय केन्द्रीय मंत्री, श्री जुएल ओरॅाव, आदिवासी कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार छात्रों से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार की प्रगति के दो वर्ष की उपलब्धियों पर वि.वि. में संवाद करेंगे। इस दौरान वे विश्वविद्यालय के बाॅयोटेक प्रयोगशाला का लोकार्पण भी करेगे। इस अवसर पर एकेएस विश्वविद्यालय के डीन ,डायरेक्टर्स , विभागाध्यक्ष ,फैकल्टीज एवं छात्र-छात्राएं अपनी सहभागिता दर्ज कराएगें।
एकेएस वि.वि. ने कायम किया कैम्पस में रिकार्ड , शत-प्रतिशत कैम्पस चयन का प्रयास सफल
विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय में गाजियाबाद आॅफिस के लिए एसआर टर्बो एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने कैम्पस का आयोजन किया । कैम्पस मे एसआर टर्बो एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, गाजियाबाद के एच.आर. ने वि.वि. के सभी प्रतिभाशाली प्रतिभागियों में से 5 छात्रों का चयन किया।
इस संकाय के छात्र हुए शामिल
कैम्पस ड्राइव में वि. वि. डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं बीटेक इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल के 2014- 2015 एवं 2016 बैच के 100 विद्यार्थियों ने उपस्थित दर्ज करायी।
ट्रेनी इंजीनियर के पद पर हुआ चयन
एकेएस वि.वि. के बीटेक स्टूडेन्ट्स का चयन ग्रैज्यूएट ट्रेनी इंजीनियर एवं डिप्लोमा स्टूडेन्ट्स का ट्रेनी इंजीनियर पद् के लिए चयन किया गया।
ये छात्र हुए चयनित
कैम्पस के दौरान चयनित हुए विद्यार्थियों में विनय शुक्ला (बीटेक इलेक्ट्रिकल),सुनील शुक्ला(बीटेक.मैकेनिकल),सुनील विश्वकर्मा(बीटेक मैकेनिकल),अनिल कुशवाहा (डिप्लोमा मैकेनिकल), मुकेश सिंह (डिप्लोमा मैकेनिकल) शामिल है, सभी चयनित छात्रों का कार्यक्षेत्र गाजियाबाद रहेगा। सेलरी पैकेज एक लाख अस्सी हजार पर एनम है। इसकी जानकारी एसआर टर्बो एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, गाजियाबाद के एच.आर.मैनेजर ने दी है।
छात्रों को मिली शुभकामना
छात्रों के चयन पर वि.वि. के कुलाधिपति माननीय श्री वी.पी.सोनी, कुलपति पारितोष के बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी के साथ वि.वि. के पदाधिकारियों ने हर्ष व्यक्त किया एवं छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी।
एकेएस वि.वि. के कुलपति पारितोष के वानिक एवं वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी (शासकीय एवं अशासकीय) विश्वविद्यालयों के बीच हुई समन्वय समिति की बैठक मे भाग लेने हेतु भेापाल में थे। समन्वय समिति की बैठक मे माननीय कुलाध्यक्ष एवं सदस्यों को वि.वि. के कुलपति पारितोष के बानिक ने एकेएस वि.वि. मे चल रहे वैश्विक महत्व के विभिन्न शोध कार्यों, इंडस्ट्री ओरिएन्टेड पाठ्यक्रम जिससे छात्र लाभान्वित होते है , वि.वि. द्वारा समय पर परीक्षा,समय पर परिणाम, विवि के विभिन्न संकायों के लिए इंडस्ट्रियल विजिट एवं स्किल डेव्हल्पमेंट कार्यक्रमों, छात्रों की टेªनिंग हेतु किए गए एमओयू एवं स्प्रिच्युअल स्टडीज जो विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम मे अनिवार्य विषय के रुप मे शामिल है इसके साथ कृषि संकाय के छात्रों द्वारा रावे कार्यक्रम के उल्लेखनीय परिणामों एवं किसानों के बीच जाकर छात्रों द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र किया। जिसे कुलाध्यक्ष महोदय ने गौर से सुना और सराहा। एकेएस वि.वि. के कुलपति पारितोष के बनिक एवं वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने म.प्र. के राज्यपाल एवं निजी वि.वि. के कुलाधिपति/कुलाध्यक्ष माननीय श्री रामनरेश यादव जी से सौजन्य मुलाकात के दौरान महामहिम राज्यपाल से शैक्षणिक विषयों पर चर्चा भी की।
विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय में सीएमएस,आई.टी.इंफो सर्विसेस,गुड़गांव ने कैम्पस का आयोजन किया। गुरुवार को कैम्पस मे सीएमएस,आई.टी.इंफो सर्विसेस,गुड़गांव ने वि.वि. के योग्य एवं प्रतिभाशाली 14 कैन्डिडेट्स का चयन किया ।कंपनी भविष्य में पुनः एकेएस विवि. में कैम्पस का आयोजन करेगी क्योंकि एकेएस वि.वि. के छात्र इंडस्ट्री ओरिएन्टेड सिलेबस से विषय मे दक्ष होते हैं और वर्तमान दौर की जरुरतों को बेहतर समझते हैं।
इन संकायों के छात्र हुए शामिल
कैम्पस के दौरान बीबीए, बीकाॅम, बीसीए, बीएससी,आईटी संकाय के 80 छात्र-छात्राऐं शामिल हुए।इन सभी की प्रतिभा को एच.आर.मैनेजर ने सराहा।
इस पद के लिए हुआ चयन
कैम्पस में 14 विद्यार्थियों का चयन साॅफ्टवेयर डेवलपर, हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग इंजीनियर पद के लिए किया गया। चयनित कैन्डिडेट्स को 1.8 पर एनम के पैकेज आॅफर किया गया।एकेएस वि.वि. के चयनित छात्रों को कंपनी में भविष्य में प्रमोशन के बेहतर अवसर भी मिलेंगें।
इन छात्रों का हुआ चयन
चयनित छात्रों में परीक्षित कुमार वैश्य, पंकज दुबे, रश्मी सोनी, आनंद सिंह, शुभंागी पाठक, आशीष द्विवेदी, विपिन तिवारी, मयंक सोनी, रवि ,वंशगोपाल गुप्ता,प्रियंका गौतम, प्रियंका तिवारी, संशय घनशानी, अभिषेक शुक्ला, सुबोध सिंह कुशवाहा शामिल रहे।
सुरक्षित भविष्य के छात्रों के सपने हुए पूर्ण
अब तक वि.वि. के विभिन्न संकायों मे छात्रों के कैम्पस चयन का रिकार्ड शानदार रहा है देश की नामी गिरामी कंपनियों ने एकेएस में कैम्पस का आयोजन किया एवं छात्रों का चयन भी हुआ।
छात्रों को चयन पर मिली शुभकामना
छात्रों के चयन पर वि.वि. के कुलाधिपति माननीय श्री वी.पी.सोनी, कुलपति पारितोष के बनिक,चेयरमैन अनंत कुमार सोनी के साथ वि.वि. के पदाधिकारियों ने हर्ष व्यक्त किया एवं छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी।