एकेएस वि.वि. के सभागार में शनिवार को जब स्मार्ट सिटी पर कार्यशाला प्रारंभ हुई तो हर चेहरा खुशी से चमक रहा था एवं शानदार शहर की कल्पना आॅखों में शामिल थी। एकेएस वि.वि. के सिविल इंजी.डिपार्टमेंट की इस भविष्यमुखी पहल की कार्यशाला में चर्चा हुई गौरतलब है कि एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में शनिवार को ‘‘स्मार्ट सिटी’’ की अवधारणा समस्या एवं समाधान विषय पर रेस 2016’’(रीसेंट एडवांस इन सिविल इंजीनियरिंग ) पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि कलेक्टर सतना नरेश पाॅल एवं कमिश्नर नगर निगम निगम घीरेन्द्र सिंह परिहार की गरिमामय उपस्थिति में किया गया।
इन्होंने किया संबोधित
सतना,कलेक्टर नरेश पाॅल नें कार्यशाला शुभारंभ मौके को संबोधित करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए वाटर सप्लाई, सफाई व्यवस्था, रोजगार और शिक्षा अहम है। बाणसागर का पानी सतना आने से पानी की समस्या का समाधान तकरीबन हो गया है। स्मार्ट सिटी के लिए सबसे ज्यादा आवश्यकता नागरिकों में सिविक सेंस डेवलप करना होगा। नगर निगम के कमिश्नर ने अपने उद्बोघन में कहा कि स्मार्ट सिटी का उद्देश्य है कि शहर के नागरिकों को अधिक विकासवादी सुविधाएं मिल सकें और सभी नागरिक खुशहाल जीवन जी सकें। उन्होंने मंच से एकेएस वि.वि. के स्मार्ट सिटी के लिए 5500 सुझावों की की तारीफ की उन्होने कहा कि स्मार्ट सिटी केन्द्रीय सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है, इसमें अरबन ट्रांसपोर्ट, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम महत्वपूर्ण है। इस मौके पर स्मार्ट सिटी के ब्राण्ड अम्बेस्डर वरुण शर्मा ने भी एकेएस वि.वि. के सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति पूर्ण जबाबदेही से कार्य करने की तारीफ की।एकेएसवि.वि. के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नागरिक स्मार्ट होने चाहिए। कार्यक्रम आयोजन की प्रासंगिकता प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन एवं विषय प्रवर्तन के साथ अतिथियों का स्वागत डाॅ. पी.के. मजूमदार ने किया। कार्यक्रम का संचालन शिवानी गर्ग ने किया।
इन्होने दिए व्याख्यान-नागपुर एवं अहमदाबाद की तर्ज पर हो स्मार्ट सिटी
राष्ट्रीय कार्यशाला को डाॅ. के.व्ही. जार्ज (नीरी, नागपुर), डाॅ रमैया कुमार भटट् (जी.एम अहमदाबाद स्मार्ट सिटी म्यूनिसिपल कार्पोरेशन), डाॅ भावेश पटेल (डायरेक्टर जनरल अदानी इंस्टीटट्यूट आॅफ एज्यूकेशन एंड रिसर्च अहमदाबाद) ने स्मार्ट सिटी के अधोसंरचना एवं प्रबंधन पर वीडियो कान्फ्रेसिंग प्रस्तुतीकरण के द्वारा विद्यार्थियों एवं उपस्थित जनों को संबोधित् किया।
विषयों पर हुई चर्चा-बृहद मैनेजमेंट पर डाला गया प्रकाश
राष्ट्रीय कार्यशाला के प्रथम दिन कान्सेप्ट डेव्हलपमेंट एंड टू स्मार्ट सिटी, सतना, एयर पाल्यूशन कन्ट्रोल इन स्मार्ट सिटी, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट प्रपोजल आॅफ अहमदाबाद, स्मार्ट सिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट विषयों पर विस्तार से चर्चा की गईं ।
इन्हांेने अपनी उपस्थिति से दी कार्यक्रम को गरिमा
कर्यशाला में सतना स्मार्ट सिटी की अवधारणा से जुड़े इंजीनियर्स, नगर निगम, आर्किटेक्ट, प्लानर ,बिल्डर्स तथा इस विषय पर रुचि रखने वाले गणमान्य नागरिकों के साथ कार्यक्रम के उद्धाटन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी. के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ हर्षवर्धन, डाॅ. आर. एस. त्रिपाठी, इंजी आर. के. श्रीवास्तव, प्रो. आर. एन. त्रिपाठी, डाॅ. जी. सी. मिश्रा, डाॅ भूमानंद सरस्वती के साथ फैकल्टीज एवं छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
कल के वक्ता और विषय
कार्यशाला के दूसरे दिन डाॅ. ए. के. केसरी (प्रो. आई.आई.टी. दिल्ली) वेस्ट मैनेंजमेंट इन स्मार्ट सिटी , इंजीनियर एन.के. भण्डारी (बडोदरा म्यूनिसपल कार्पोरेशन) रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट इन स्मार्ट सिटी बडोदरा विषय पर सारगर्भित उद्बोधन देंगें।
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एकेएस विश्वविद्यालय बी.टेक सीमेंट टेक्नोलाॅजी के तीन छात्रों का प्रतिष्ठित संघी सीमेंट,गुजरात में बतौर टेªनी प्रोडक्सन इंजी. पद पर चयन हुआ है। गौरतलब है कि बी.टेक सीमेंट टेक्नोलाॅजी कराने वाला एकेएस वि.वि. एक मात्र विश्वविद्यालय है जहाॅ छात्रों को सीमेंन्ट टेक्नाॅलाजी के विषय मे आधारभूत एकेडमिक एवं प्रैक्टिकल अध्ययन कराया जाता है। छात्रों की वर्किग संघी सीमेंट ,अहमदाबाद में ट्रेनी प्रोडक्सन इंजीनियर के पद पर रहेगी।
इस बैच के है विद्यार्थी
वि.वि. के सीमेंन्ट टेक्नाॅलाॅजी के डायरेक्टर जी.सी.मिश्रा ने बताया कि 2012 प्रथम बैच के छात्रों ने चयन की यह उपलब्धि हासिल की है। एकेएस विश्वविद्यालय भारत वर्ष का ऐसा पहला विश्वविद्यालय है जहां बी.टेक इन सीमेंट टेक्नोलाॅजी कोर्स उपलब्ध है। इस कोर्स के दौरान छात्रों को इण्डस्ट्री के एकाॅर्डिंग तैयार किया जाता है। यही कारण है कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी चयन के इतने बडे मौके कैंपस के माध्यम से प्राप्त कर लेते है।
प्रवीण,सचिन एवं धर्मेन्द्र ने पाई चयन में सफलता-यह है इनका सैलरी पैकेज
एकेएस विश्वविद्यालय में ‘‘स्मार्ट सिटी’’ की अवधारणा समस्या एवं समाधान पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला 10 एवं 11 सितम्बर 2016 को आयोजित की गयी है। उल्लेखनीय है कि इस प्रकार की स्मार्ट सिटी पर आधारित कार्यशाला संभवतः पहली बार किसी विश्वविद्यलाय द्वारा आयोजित करने की पहल की जा रही है। इस कार्यशाला में देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्लानर अपने व्याख्यानों से न केवल विश्वविद्यालय के छात्रों को लाभांन्वित करेंगे बल्कि इस आयोजन का उद्देश्य स्मार्ट सिटी की अवधारणा को आम आदमी भी समझ सके इसका प्रयत्न किया गया है।
विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. पी.के. मजूमदार ने अवगत कराया है कि 10 सितम्बर 2016 को डाॅ. भावेश पटेल, अदानी ग्रुप अहमदाबाद स्मार्ट सिटी की अधोसंरचना एवं प्रबंधन, अहमदाबाद स्मार्ट सिटी के जी.एम. के व्याख्यान का प्रस्तुतीकरण वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा होगा इसी तरह दिनांक 11 को डाॅ. ए.के. केशरी (प्रो. आई.आई.टी. दिल्ली) वेस्ट मैनेंजमेंट इन स्मार्ट सिटी पर, डाॅ. यू.सी. चैबे (आई.आई.टी. रूढ़की) वाॅटर सप्लाई एण्ड ड्रैनेस इन स्मार्ट सिटी, डाॅ. के.व्ही. जार्ज (नीरी नागपुर) एयर पल्यूशन कन्ट्रोल इन स्मार्ट सिटी, इंजीनियर एम.के. भण्डारी (बडोदरा म्यूनिसपल कार्पोरेशन) रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट इन स्मार्ट सिटी बडोदरा विषय पर सारगर्भित उद्बोधन देंगें।
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सतना स्मार्ट सिटी की अवधारणा से जुड़े हुए इंजीनियर्स, नगर निगम, अर्किटेक्ट, प्लानर एवं बिल्डर्स तथा इस विषय पर रूचि रखने वाले गणमान्य नागरिको को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया है।
एकेएस विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग में प्रथम एजुकेशन फाउण्डेशन संस्था असर द्वारा शैक्षणिक सर्वेक्षण 2016 हेतु मास्टर ट्रेनर रिक्रूटमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एकेएस विश्वविद्यालय के छात्र राजीव गांधी कम्प्यूटर काॅलेज के प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राऐं शामिल हुऐ। मास्टर ट्रेनर रिक्रूटमेंट प्रोग्राम के लिए असर संस्था भोपाल से आये स्टेट कोर्डिनेटर महेन्द्र सिंह, सह स्टेट कोर्डिनेटर पाल एवं ब्लाक कोर्डिनेटर संजू मिश्रा ने संपूर्ण प्रक्रिया से विद्यार्थियों को अवगत कराया। कार्यक्रम में महेन्द्र सिंह ने पी.पी.टी. प्रेजेन्टेशन के द्वारा मास्टर ट्रेनर की भूमिका पर प्रकाश डाला। द्वितीय चरण में संस्था द्वारा विद्यार्थियों के लिए लिखित सामान्य क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गयी तत्पश्चात सभी छात्र-छात्राओं का व्यक्तिगत साक्षात्कार कर प्रक्रिया संपन्न कराई गयी। गौरतलब है कि किसी भी प्रतिष्ठित संस्थान द्वारा समाज कार्य के छात्र-छात्राओं के लिए संभवतः जिले में यह अपने आप का प्रथम अनुभव रहा है जिसमें मास्टर ट्रेनर की भर्ती हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विभागाध्यक्ष राजीव सोनी एवं फैकल्टीज का सहयोग सराहनीय रहा।
एकेएस विश्वविद्यालय सतना के एग्रीकल्चर सांतवें सेमेस्टर के छात्र अपने रावे कार्यक्रम के तहत ग्राम अमदरी में छात्र सुरेन्द्र, रमाकांत, अमित, धर्मेन्द्र, बृजेन्द्र, ओमप्रकाश एवं दुर्गेश ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की विस्तृत जानकारी कृषकों को दी। ग्राम लगरगंवा में छात्र नितिन, राहुल, दयाशंकर, अरूण, निखिल, आरिफ, अंकित एवं आकाश ने महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन कर दहेज प्रथा एवं महिलाओं के अधिकारों से ग्रामीणो को रू-ब-रू कराया। ग्राम पंचायत भर्री में छात्र रौनक, प्रभाकर, प्रणव, प्रभात, सूरज, राजेन्द्र एवं सोनू ने नारी शक्ति का प्रशिक्षण दिया।
एकेएस वि.वि. के 60 विद्यार्थियों का समूह विजेता बनने का जज्बा लेकर जब इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च (आई.आई.एस.ई.आर.)भोपाल पहुॅचा तब उन्हे यह पता नहीं था कि इतनी खुशियों एवं सफलता से उनका साक्षात्कार होने जा रहा है। पर दृढ़ निश्चय,मेहनत एवं लगन असंभव को भ्ज्ञी संभव बना देती है और यही हुआ तीन दिवसीय फेस्ट में -तीन दिवसीय ‘‘सांइन्टिफिक फेस्ट ंिसंग्युलैरिटी-16’’ में दमदार उपस्थिति के बीच एकेएस के युवा वैज्ञानिक कुछ में विजेता रहे कुछ स्पर्धाओं में कुछ अंकों से चूककर उपविजेता रहे पर ख्ेाले चैम्पियंस की तरह और लिख ली सफलता अपने नाम। हर प्रतिस्पर्धा मे एकेएस के छात्रों ने प्रतिस्पर्धियों को टक्कर दी।
पेट्रीडिस पिकासो में अव्वल-ग्यारह इवेन्ट्स में भाग लिया
फेस्ट में सांइस एवं टेक्नोलाॅजी से संबंधित 11 इवेन्ट्स आयोजित किए गये। पेट्रीडिस पिकासो में 124 प्रतिभागियों में से विवेक मिश्रा को प्रथम विजेता पारितोषिक प्रदान किया गया। फेस्ट में डोमिनो इफेक्ट की 27 टीमो ने हिस्सा लिया जिससे एकेएसयू के डीजल इंजन टीम (फिरदौस नवाज सिद्दीकी मैथ्सग्रुप) का चयन तृतीय विजेता के रूप में किया गया।
इन्होने भी किया उत्कृष्ट प्रदर्शन-जजेज ने की प्रयासों की सराहना
कम्प्यूटर गेम पी.ई.एस.16 ने महिमा सिंह एवं सत्येन्द्र शर्मा, ब्लर गेम में विशाल गुप्ता एवं पवन गौतम को सेमीफाइनल के लिये सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। अन्य इवेन्ट में ट्रीजर हंट में न्यूक्लीयस एवं प्रोटान टीम को एवं पिक्सल पोर में गैलिलियो (स्नेहा, हिमानी) एवं सल्फर (फिरदौस, अनूप) टीमो के साथ रेनेसेन्स क्लेरी आॅन में भी छज्ञत्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
एकेएसयू ने डायनेमों ने भी प्राप्त किया फस्र्ट प्लेस-छात्रों ने की वर्कशाॅप अटेन्ड
आई.आई.एस.ई.आर.,भोपाल द्वारा आयोजित रोबो सोकर एवं टेलीस्कोप मेकिंग वर्कशाप में विद्यार्थियो को हैण्ड्स आॅन प्रेक्टिकल परफार्म कराये गये। इसमें रोबो सोकर वर्कशाप में शामिल हुयी 36 टीमों में एकेएस की डायनेमो (आलोक ताम्रकार) टीम ने प्राप्त टारगेट को एचीव कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
छात्रों की सफलता से वि.वि. में हर्ष का माहौल
विद्यार्थियो की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.पी.के.बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, डायरेक्टर अवनीश सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ.जी.के. प्रधान, ए.के. मित्तल, डाॅ. आर.एस. पाठक, विभागाध्यक्ष डाॅ. नीलेश राय फैकल्टी लवली सिंह एवं साकेत शर्मा की उपस्थिति वि.वि. के सभागार में कार्यक्रम आयोजित करके विजेता छात्र-छात्राओं द्वारा किए गए प्रयासो की सराहना करने के साथ ही उन्हे भविष्य की राह भी दिखाई गई। बधाई एवं शुभकामनाओं का दौर वि.वि. से लेकर विजेता छात्रों के पैरेन्टृस तक जारी है।
छात्रों ने कहा -वी वन बिकाॅज अवर टीचर्स हैव सोन द वे
वेल विशेज कार्यक्रम में छात्रों ने कहा कि एकेएस वि.वि. की शैक्षणिक प्रणाली एवं एकेएस वि.वि. के आईआईटी एवं एनआईटीज से एज्यूकेटेड विद्यजनों के मार्गदशन की बदौलत हम ऐसा कर सके।वि.वि. में आयोजित कार्यक्रम का संचालन लवली सिंह गहरवार ने किया।
एकेएस वि.वि. के सभागार में गरिमामय कार्यक्रम आयोजित करके शिक्षक दिवस मनाया गया। गौरतलब है कि देश के दूसरे राष्ट्रपति एवं प्रथम उपराष्ट्रपति ,भारतरत्न प्राप्त डाॅ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिन शिक्षक दिवस के रुप मे मनाया जाता है। शिक्षक दिवस के मौके पर वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बानिक,चेयरमैन अनंत कुमार सोनी एवं प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने सभी संकाय के शिक्षकों को श्रीफल देकर सम्मानित किया। खचाखच भरे सभागार में तालियों की गडगडाहट के बीच कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने सभी संकाय के शिक्षको को बारी-बारी मंच पर बुलाया और सम्मान पाकर अभिभूत हुए शिक्षकों ने शिक्षण की गरिमा को अछुण्य बनाए रखने एवं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्राणप्रण से कार्य करने का प्रण भी दुहराया और सम्मान के पलों को अभूतपूर्प सम्मान निरुपित करते हुए वि.वि. का आभार माना। एकेएस वि.वि. के सम्माननीय जनों से पुरस्कार प्राप्त करते हुए मौके पर वि.वि. के सभी संकाय के डीन,डायरेक्टर्स एवं फैकल्टी मेम्बर्स उपस्थित रहे। इससे पूर्व वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के.बनिक ने शिक्षक दिवस की प्रासंगिकता पर व्याख्यान देते हुए कहा कि सार्वजनिक जीवन में आने से पूर्व डाॅ.राधकृष्णन जी ने चालीस वर्ष तक शिक्षक के रुप में अपनी सेवाऐं प्रदान कीं।प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने कहा कि डाॅ.राधाकृष्णन की गिनती ख्याति प्राप्त दार्शनिक के रुप में भी थी और उनका दर्शन मौलिकता एवं तार्किकता का प्रतीक है।
विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग संकाय के 2012-2016 बैच के छात्रों का कार बनाने का सपना साकार हो गया है और सौर ऊर्जा आधारित हाई ब्रिड प्रणाली की कार के निर्माण मे शैलेन्द्र सिंह परिहार एवं के.सी.. कोरी का अहम योगदान रहा।
लांचिंग सेरेमनी में आई तो बजी तालियाॅ
जैसे ही एकेएस वि.वि. के पोर्च एरिया मे लाल रंग की चमचमाती शानदार कार छात्र ड्राइव करते हुए पहुॅचे तो वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के बानिक,चेयरमेन अनंत कुमार सोनी,प्रतिकुलपति हर्षवर्धन के साथ वि.वि. के इंजी. संकाय के फैकल्टीज एवं छात्र-छात्राओं ने तालियों की जोरदार गडगडाहट से कार का स्वागत किया और छात्रों के अभिनव प्रयास की तहेदिल से सराहना की।इस दौरान सभी उपस्थित जनों ने कार की टेस्ट ड्राइव का लुत्फ भी लिया।इसमें पाॅच सवारियों की व्यवस्था है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग संकाय के 2012-2016 बैच के छात्रों का कमाल
हाई ब्रिड प्रणाली की कार निर्माण की अतिमहत्वाकांक्षी परियोजना में बी.टेक.मैकेनिकल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने जानकारी देते हुए बताया कि निर्मित कार स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करते हुए न केवल प्राकृतिक ऊर्जा संसाधनों के दोहन द्वारा उन पर पड़ रहे दबाव को कम करने में सहायक होगी वरन यातायात द्वारा हो रहे पर्यावरण प्रदूषण को न्यूनतम स्तर तक लाने में उपयोगी रहेगी। इसकी भार वाहन क्षमता 400 कि. ग्रा. तक हो सकती है, जो कि वर्तमान में बाजार में उपलब्ध अन्य वाहनो की तुलना में काफी बेहतर मानी जा सकती है।
इतने अंतराल मे पूर्ण हुआ कार बनाने का सपना
कार की डिजायनिंग का कार्य 3 मई मंगलवार को प्रारंभ किया गया एवं यह आॅन रोड 5 सितम्बर को हुई जो कई टेस्ट ड्राइव के बाद लाॅच की गई।
ये छात्र रहे कार निर्माण प्रक्रिया में शामिल
कार की डिजायनिंग मे अमित कुमार सोनी,शिवम त्रिपाठी,अभिषेक,आॅफरीन,राहुल,सचिन्द्र,नितेश एवं मोनिका ने अहम योगदान दिया।
ये है कार की विशेषताऐं
इसमें उपयोग होने वाली सोलर बैटरी की चार्जिंग कास्ट विद्युत ऊर्जा से चार्ज होने वाली बैटरी की तुलना में 80 प्रतिशत कम होगी। इस कार की अनुमानित लागत 1,10,000 रहने की संभावना है। कार का कम मूल्य,सोलर चार्जिग एवं पाल्यूशन फ्री होना कार की प्रमुख विशेषताऐं हैं।
पूर्व की कारों से ये है इसमें जुदा
इससे पूर्व जब भी अन्य संस्थानों में कार बनाने का प्रयास किया गया तो उनमें कुछ न कुछ विविधताऐं थीं पर इस कार के निर्माण से पूर्व बेहतर रिसर्च एकेएस वि.वि. के छात्रों ने किया और नए फीचर्स जोडनें का कार्य किया।इसके फीचर्स को काफी पसंद किया जा रहा है।
एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में सर्वपल्ली डाॅ. राधाकृष्णनन के जन्म दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शिक्षको का सम्मान विश्वविद्यालय प्रबंधन एवं बायोटेक एवं फार्मेसी विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया। इस गरिमामयी कार्यक्रम का शुभारंभ माँ वीणा पाणी सरस्वती की प्रतिमा में दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण द्वारा हुयी। तत्पश्चात् उपस्थित जनो एवं शिक्षको का सम्मान माल्यार्पण द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी,डाॅ. एस. एस. तोमर, इंजी आर. के. श्रीवास्तव, डाॅ. कमलेश चैरे, डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता, एवं अन्य फैकल्टी के साथ छात्र-छात्राएंे उपस्थित रहे।
एकेएस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपने नियमित भ्रमण कार्यक्रम के तहत पतेरी स्थित समरिटन हाॅस्पिटल की विजिट की, विद्यार्थियों को रोनी वर्गीस ने समरिटन हाॅस्पिटल की चिकित्सा व्यवस्था, संस्था में संचालित समरिटन सोशल सोसाइटी, चाइल्ड लाइन सुविधा एवं इसके समाजकार्य से संबंधित कैम्पों की विस्तृत जानकारी से अवगत कराया । समरिटन सोशल सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य समाज की सेवा करना तथा गरीबों का मुफ्त इलाज करना है। हास्पिटल में मरीजों की चिकित्सा के लिए आघुनिकतम मशीनें भी उपलब्ध हैं। चाइल्ड लाइन सुविधा के तहत संस्था का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो बच्चे गुमशुदा हैं उन बच्चों को उनके परिचितों तक पहुंचाने में संस्था पूरी तरह से मददगार होती है। संस्था में कृषि कार्यों पर जोर देते हुए वृक्षारोपण, तालाबों के निर्माण एवं वर्षा के जल संग्रहण पर भी काफी जोर दिया जाता है। विजिट के दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन विभागाध्यक्ष एवं फैकल्टी मेम्बर्स द्वारा किया गया।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना