ए.के.एस. विश्वविद्यालय के बी.एस.सी. एग्रीकल्चर अंतिम वर्ष के छात्रों का पाठ्यक्रम ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (रावे) के अंतर्गत 6 माह का प्रशिक्षण 24 जुलाई 2016 से प्रारंभ होगा। रावे के तहत विद्यार्थी 6 माह तक सतना जिले के विभिन्न गावों में किसानो के साथ रहकर वास्तविक खेती एवं उससे संबंधित कार्यो का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
प्रशिक्षण के पहले चरण में शामिल होंगे 225 विद्यार्थी व 24 गाॅव
यह कार्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा बी.एस.सी. एग्रीकल्चर के छात्रो के लिए आवश्यक है। प्रशिक्षण के पहले चरण में बी.एस.सी. एग्रीकल्चर के 255 विद्यार्थी जिले के 24 गावों में 10-10 के 24 समूहों में ग्राम देवरा, बचवई, सितपुरा, कोलार, जाखी, इटमा, छोटी बेलहटी, अमदरी, कुलगढ़ी, जिगनहट, अटरा, भर्री, लोहरौरा, तिघरा, बंधवा टोला, लंगरगवां, गुढुवा, गोबरा खुर्द, सहिजना उबारी, सहिजना कोटर, भरहुत, सोहागी एवं लोहरा में किसानो के साथ रहकर कृषि संबंधी कार्यो का अनुभव लेगें।
इन विषयों पर होगा जोर, छात्र करेंगें किसानों को जागरुक
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थी ग्राम स्वच्छता अभियान, महिला सशक्तिकरण, पशु चिकित्सा शिविर, कृषक संगोष्ठीयां, फसल उत्पादन, गाजर-घास उन्मूलन, वृक्षारोपण, जल संरक्षण, बेटी बचाओ जैसे कार्यक्रम आयोजित कर कृषकों को जागरूक भी करेंगे।
इन टीचर्स के मार्गदर्शन में होगा प्रशिक्षण
इस दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन एग्रीकल्चर डीन डाॅ. आर.एस. पाठक, विभागाध्यक्ष डाॅ. नीरज वर्मा, रावे इन्चार्ज डाॅ. डूमर सिंह, प्रियंका मिश्रा, अंजीर पाण्डेय, वीरेन्द्र चतुर्वेदी, अफसारिका आजमी एवं अन्य विषय विशेषज्ञो द्वारा किया जायेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान छात्रों को गांव में भेजने से पहले आवश्यक दिशा-निर्देश कार्यक्रम के समन्वय डाॅ. डूमर सिंह एवं अन्य संबंधित विषय विशेषज्ञो को द्वारा दिया गया है।
रावे के तहत 2014-2015 में आयोजित हुए विशेष कार्यक्रम
पिछले सत्र के दौरान एकेएस वि.वि. के रावे कार्यक्रम को काफी सराहना प्रशासनिक एवं ग्रामीण स्तर पर मिली थी।जिसमें जनप्रतिनिधियों,सांसदों,विधायकों एवं कलेक्टर,सतना ने भी अपना कीमती समय प्रदान किया था।
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सतना। एकेएस विश्वविद्यालय में ‘‘वन एवं हरियाली महोत्सव‘‘ के अवसर पर पौधरोपण करके हरियाली महोत्सव का शुभारंभ किया गया। मौके को गरिमा प्रदान की रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्रा ने पहली नवांकुर रोपी और एकेएस वि.वि. में हर वर्ष की भाॅति इस वर्ष भी फलदार एवं छायादार पौधें के रोपण का सिलसिला विश्वविद्यालय परिसर में चलता रहेगा।गौरतलब है कि वि.वि.हरीतिमा से लबरेज है और यहाॅ तकरीबन हर किस्म के पौधै रोपे गए हैं। प्रो. मिश्रा ने कहा कि जो वृक्ष हम आज देख रहे है वो हमारे पूर्वजों के प्रकृति एवं पर्यावरण के प्रति प्रेम एवं नैतिक जिम्मेदारियों का प्रतिफल है। लेकिन आज के इस भौतिकवादी युग में हम केवल प्रकृति के संसाधनों का अतिदोहन करते जा रहे है जिससे प्रकृति का सन्तुलन बिगड़ रहा है। हम सबको अपने पर्यावरण एवं समाज के प्रति नैतिक जिम्मेदारियों का पालन करते हुए अपने जीवन में कम से कम पाँच पौधों का रोपण कर उन्हें संवर्धित करने का प्रण लेना चाहिए।पौधरोपण के दौरान वि.वि. के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डायरेक्टर अवनीष सोनी, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. जी.के. प्रधान, डाॅ. आर.एस. पाठक, डाॅ. शेखर मिश्रा, डी.सी. शर्मा, डायरेक्टर अमित सोनी डाॅ. सूर्य प्रकाश गुप्ता के साथ समस्त विभागों के फैकल्टीज के साथ छात्र-ंछात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
बी.-टेक सिविल, सिक्स्थ सेमेस्टर के 11 विद्यार्थियों ने एडवांस लैन सर्वे की टेªनिंग प्राप्त की। ट्रेनिंग का उद्येष्य विद्यार्थियों को विषय के साथ ही प्रैक्टिकल नाॅलेज मे विशेषज्ञता प्रदान करना है।
सिविल इंजीनियरिंग के कार्यो की प्राप्त की जानकारी
टेªनिंग के दोरान विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार की डीजीपीएस, टोटल स्टेशन, सर्वे करना,एरिया मेजरमंेट, एंगल मेजरमंेट, सरफेस एलीवेशन, टोपोग्राफी सर्वे एवं साॅफ्टवेयर द्वारा कम्प्यूटराइज्ड् मैपिंग के बारे में प्रैक्टिकल्स किए। विद्यार्थियों ने बताया कि टेªनिंग से उन्हे विषयगत जानकारियाॅ पहले सेमेस्टर से अंतिम सेमेस्टर तक वि.वि. द्वारा योग्य प्रोफेसनल्स के मार्गदर्शन में प्रदान कराई जाती हैं।
इन्होने किया मार्गदर्शन
स्पेश्लाइज्ड टेªनिंग के दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन फैकल्टी राधेश्याम सोनी एवं सतीश तिवारी ने किया। टेªनिंग गैलेक्सी इंस्टीट्यूट आफ टेक्नाॅलाजी, हैदराबाद में संम्पन्न हुई।
ए.के.एस. विश्वविद्यालय के डिप्लोमा माइंनिंग फाइनल ईयर के पांच विद्यार्थियों को पी.डी.पी.टी. ट्रेनिंग (पोस्ट डिप्लोमा पै्रेक्टिकल टेªनिंग) के लिए चयनित किया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए फैकल्टी ए.के. मित्तल ने बताया कि विश्वविद्यालय में छात्रो के उत्तरोत्तर विकास के लिए नियमित ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए जाते है। जिसके तहत छात्र मनीष कुमार जायसवाल, राम निवास साहा, संदीप मिश्रा, जयदीप कुशवाहा, प्रकाश तिवारी को एक साल की अप्रेंटिस ट्रेनिंग के तहत हिन्डाल्को रायगढ़ स्थित अण्डरग्राउण्ड कोल माइंस में ट्रेनिंग के लिए चयनित किया गया है।
विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव ए.के.एस. विश्वविद्यालय के डिप्लोमा मैकेनिकल, फोर्थ सेमेस्टर, बी.-टेक मैकेनिकल फोर्थ एवं सिक्स्थ सेमेस्टर के 150 विद्यार्थी विभिन्न संस्थानों में टेªनिंग प्राप्त कर रहे हैं। देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में मैकेनिकल के विद्यार्थी ट्रेनिंग प्राप्त कर अपने आप को इंडस्ट्री ओरिएन्ेटेड एवं जाॅब के लिए रेडी बना रहे हैं। ट्रेनिंग का उद्येष्य विद्यार्थियों को विषय के साथ प्रैक्टिकल नाॅलेज से विशेषज्ञता प्रदान करना है।
इन संस्थानों मे प्राप्त कर रहे हैं टेªनिंग
बी.एच.ई.एल.रांची ,एडवांस टेªनिंग इंस्टीट्यूट, कानपुर,एन.टी.पी.सी, सिंगरौली, सतना सीमेंट, भिलाई स्टील प्लांट दुर्ग, जेपी सीमेंट , रीवा शामिल है।
ये सीखेंगें विद्यार्थी
टेªनिंग के दौरान विद्यार्थी विभिन्न प्रकार की कास्टिंग, वेल्डिंग, फगिंग प्रेासेस, एडवांस मैन्यूफैक्चरिंग प्रेासेस, ईडीएम इन सीमेंट प्लाण्ट, मैन्यूफैक्चरिंग आफ सीमेंट, क्रासिंग एवं बाल मिल के बारे में प्रायोगिक अध्ययन कर रहे हैं।
ये है विद्यार्थियों की राय
विद्यार्थियों ने बताया कि टेªनिंग से उन्हे विषयगत जानकारियाॅ पहले सेमेस्टर से अंतिम सेमेस्टर तक वि.वि. द्वारा योग्य प्रोफेसनल्स के मार्गदर्शन में प्रदान कराई जाती हैं और अब एकेएस वि.वि. द्वारा प्रदान करवाई जा रही टेªनिंग से उन्हें अब इंडस्ट्रीज की कार्यप्रणाली के बारे में और विधिवत कार्य की जानकारी भी मिल रही है।
ए.के.एस. विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलाॅजी विभाग के छात्र-छात्राओं ने सत्र 2015-16 में म.प्र. ही नहीं वरन् संपूर्ण भारत वर्ष में एकेएस विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। विभाग मे अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं का चयन उत्कृष्ट व्यवसायिक एवं शैक्षणिक संस्थानों में हुआ है।
आकांक्षा करेंगीं ‘‘नेशनल सेंटर फाॅर सेल साइंसेज’’ पुणे में शोध
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय की एम.एस-सी. की छात्रा आकांक्षा पाण्डेय को विश्व की प्रतिष्ठित शोध प्रयोगशाला ‘‘नेशनल सेंटर फाॅर सेल साइंसेज’’ पुणे में शोध कार्य हेतु प्रोजेक्ट फेलोशिप आॅफर हुई है।
जेएनयू, दिल्ली के कम्बाइंड बायो टेक्नोलाॅजी इन्ट्रेंस एक्जाम में ये हुए चयनित
बायोटेक विभाग के बी.टेक बायोटेक एव ंबी.एस.सी. बायोटेक के छात्र-छात्राओं विजय शेखर नियोगी, अंकिता भट्टाचार्य, नीति कुशवाहा, रेणुका सोनी का चयन हायर एजुकेशन के लिए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली द्वारा आयोजित कम्बाइंड बायो टेक्नोलाॅजी इन्ट्रेंस एक्जाम में हुआ है। अब ऐ छात्र-छात्राऐं राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगे। वर्तमान मे एकेएस वि.वि. मे केन्द्रीय मंत्रियों के हाथों उद्घाटित बायोटेक के उन्नत रिसर्च लैब ‘‘सेंटर आॅफ एक्सीलेंस इन बायो टेक्नोलाॅजी रिसर्च एण्ड टेªनिंग’’ में सभी विद्यार्थियों का स्किल डेव्लेपमेंट किया जा रहा है।
फार्मास्यूटिकल, बायो टेक्नोलाॅजी एवं फूड टेक्नोलाॅजी कंपनियों में मिलेगा कार्यअवसर
कई विद्यार्थियों का विभिन्न फार्मास्यूटिकल, बायो टेक्नोलाॅजी, फूड टेक्नोलाॅजी कंपनियों में चयन हो रहा है।
सतना।एकेएस विश्वविद्यालय में छात्रों के विषयवार विकास एवं इंडस्ट्रियल जानकारी के लिए प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्थानों मे टेªनिंग प्रोग्राम आयोजित किये जाते है जिनसे विद्यार्थी विषय में पारंगत होते है और औद्योगिक संस्थानों की कार्यप्रणाली के साथ बेहतर तालमेल बना पाते है एकेएस के विद्यार्थियों का कैम्पस चयन भी शत-प्रतिशत होता है और यह संभव होता है दक्ष प्रोफेशनल बनने से।
यहाॅ ले रहे हैं विद्यार्थी टेªनिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संकाय की विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला ने बताया कि डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल द्वितीय वर्ष के छात्र अमरकंटक चचाई थार्मल पावर प्लांट, बी.टेक. इलेक्ट्रिकल प्रथम वर्ष के छात्र संजय गाँधी थर्मल पावर प्लांट बिरसिंहपुर पाली, डिप्लोमा एवं बी.टेक. इलेक्ट्रिकल की छात्रायें एमपीईबी पतेरी तथा सितपुरा एवं एमपीपीटीसीएल (मध्यप्रदेश पावर ट्रान्समीशन कंपनी लिमिटेड) में जाकर 15 दिवसीय टेªनिंग प्राप्त कर रहे है।
ये सीखेंगें विद्यार्थी
टेªनिंग के दौरान इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संकाय के विद्यार्थी विद्युत उत्पादन प्रक्रिया, ट्रान्समीशन, विद्युत डिस्ट्रीब्यूशन की प्रक्रिया का प्रैक्टिकल नाॅलेज प्राप्त कर रहे है।
इन्होनें किया छात्रो का मार्गदर्शन
टेªनिंग प्रोग्राम के दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन फैकल्टी अच्युत पाण्डेय, के.के. त्रिपाठी ने किया।
सतना। विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय में ‘‘टेक महिन्द्रा नोयडा‘‘ ने मेगा ओपेन कैम्पस का आयोजन किया। ‘‘टेक महिन्द्रा नोयडा‘‘ के कैम्पस मे पूरे प्रदेश से 450 प्रतिभागियों ने उपस्थित दर्ज करायी। प्रतिष्ठित कम्पनी ‘‘टेक महिन्द्रा ‘‘ ने 12 छात्रों का चयन ‘‘ सिस्टम सर्पोट इंजीनियर‘‘ के तौर पर किया। एकेएस वि. वि. के हर्षिता त्रिवेदी, रागिनी सिंह, आनंद सिंह, कृष्ण कुमार तिवारी ने चयनित होने मे सफलता प्राप्त की। कैम्पस मे जबलपुर , भोपाल, कटनी, पन्ना ,सागर से आॅल ग्रैज्युएट एवं पोस्ट ग्रैज्युएट विद्यार्थियों ने पार्टिसिपेट किया। छात्रों के चयन पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति माननीय श्री बी.पी. सोनी, कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी एवं ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट डायरेक्टर एम.के. पाण्डेय के साथ सभी डीन एवं डायरेक्टर्स ने बधाई दी है। कंपनी ने 1.8 पर एनम के पैकेज पर छात्रों का सेलेक्सन किया।
एकेएस विश्वविद्यालय सतना के शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डांॅ. आर. एस. मिश्रा ने बताया कि एनसीटीई एवं माध्यमिक शिक्षा मंडल, भोपाल द्वारा मान्यता प्राप्त डी.एल.एड पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ है। पात्र अभ्यर्थीयों को डी.एल.एड सीटों का आवंटन पात्रतानुसार मेरिट के आधार पर एकेएस विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा किया जाएगा। डी.एल.एड में प्रवेश हेतु न्यूनतम योग्यता हाॅयर सेकेण्डरी में 50 प्रतिशत अंक प्राप्त होना अनिवार्य है। एससी एवं एसटी अभ्यर्थियों के लिए म.प्र. शासन के मापदण्डों के अनुसार अंको में 5 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी। आवेदन के प्रारूप आॅफलाइन उपलब्ध है। प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय से डी.एल. एड कोर्स से सबंधित समस्त जानकारी वि.वि. से प्राप्त कर सकतें है।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में ‘‘राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस‘‘ मनाया गया। गौरतलब है कि नौवें स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत करके किया गया। ‘‘राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस‘‘ मनाने के महत्व एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए एबीवीपी के मुकेश त्रिपाठी ने कहा कि एबीवीपी विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है जिसका उद्देश्य छात्रों मे देश भक्ति का जज्बा पैदा करना है। कार्यक्रम के अगले चरण में मुख्य अतिथि नरेशचन्द्र गौतम, कुलपति ग्रामोदय वि.वि. चित्रकूट ने अपने अनुभव शेयर करते हुए समस्त विश्व के युवाओं एवं उनकी राष्ट्र भक्ति के साथ उपस्थितजनों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि युवा सतर्क बने और अपने आसपास के लिए जवाबदेह भी, कुशलता और कौशल को एक साथ मिलाकर राष्ट्र निर्माण में लगाएं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सतना के विधायक शंकरलाल तिवारी ने अपने उद्बोधन में छात्रों में जोश और जज्बे का संचरण करते हुए कहा कि छात्र शक्ति असीमित है और इसे सही दिशा मिले तो यह क्रांति भारत के विकास के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की देशहित में किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा भी की। कार्यक्रम में अपने उद्बोधन के दौरान इंजी. उत्तम बेनर्जी ने कहा कि संघर्ष हमें शक्ति देता है मनोबल देता है और युवाओं सा जज्बा भी इसी से मिलता है। अंत में अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि विद्वजनों को सुनने से, उनके अनुभवों से, उनके सुनाए दृष्टांतों से युवा अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक के साथ वि.वि. के फैकल्टीज एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम गीत के साथ किया गया। इसके पूर्व समवेत स्वर में भारत माता की भावमयी स्तुति की गई।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना