एकेएस यूनिवर्सिटी के सभागार में भारतरत्न स्व. इंजी.विश्वेश्वरैया के 158 वें जन्म दिन के अवसर पर सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा इंजीनियर्स-डे सेलिब्रेट किया गया।
स्ंाबोधनों में मिली जानकारी एवं सीख
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. बानिक ने कहा कि प्रकृति में उपलब्ध संसाधनों को मैथेड से जोड देना ही इंजीनियरिंग है। प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन नें कहा कि छात्र इस नवनिर्माण के घटक है। प्रतिकुलपति प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि इंजीनियरिंग और विकास एक दूसरे के पूरक हैं। इंजी आर. के. श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को ईमानदारी एवं अपने कार्य के प्रति सकारात्मक सोच से कार्य करने के साथ डॉ. विश्वेश्वरैया के जीवन से प्रेरणा लेने की सीख दी।
कलाकारों ने दिखाया हुनर,मंच से गूॅजे कविता,गीत और रंगमंच की विधाऐं
कार्यक्रम का संचालन करते हुए छात्र रज्जन एवं वैशाली ने सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुतियों के लिए स्वर्णलता,नीलम, रितुराज, शाक्षी, रवि, हरिशंकर, अरविंद ,सन्दीप, शशांक, शुभम, सीमा, दीपिका,शाक्षी को आवाज दी तो मंच पर आकर सभी ने अपनी -अपनी प्रस्तुतियों को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोडी और देखने वाले भी उनके इस अंदाज के कायल हो गए मुस्कुराने की वजह तुम हो गीत पर सभी ने कोरस देकर इंजीनियर्स डे को तो खास बनाया ही वक्त भी खुशनुमा हो गया। मौके पर सभी प्रस्तुतियाॅ अपने जुदा अंदाज में खास रहीं । कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है कविता की गूॅज को सभागार ने एक बार फिर तालियों की दाद से नवाजा।
इजी.विश्वेश्वर की जानकारी से भरा पीपीटी प्रजेन्टेशन और खास बनाया इन विद्यजनों नें
इंजीनियर्स डे के अवसर पर विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,प्रतिकुलपति डाॅ. आर. एस. त्रिपाठी ,डायरेक्टर अमित सोनी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी. के प्रधान, एडमिनिस्ट्रेटर इंजी आर. के. श्रीवास्तव एवं फैकल्टी भगवानदास मिश्रा, सतीश तिवारी, शिवानी गर्ग, सरोजनी सिंह, श्रöा पाण्डेय, श्रुती श्रीवास्तव ,विजय सोनी,राधेश्याम सोनी,के सााथ समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना