एकेएस वि. वि. में फूड टेक्नोलॉजी में प्रवेश के सुनहरे अवसर अगले दस साल में 90 लाख नौकरियां मिलेंगी फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी में
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एकेएस विश्वविद्यालय में बीटेक फूड टेक एवं डिप्लोमा फूड टेक कोर्सेस संचालित है। और ये फूड टेक्नाॅलाजी में जाॅब के लिए बेहतर कोर्स है। वर्तमान में विश्वविद्यालय के 30 विद्यार्थी विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानो में फूड टेिस्ंटंग की ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे है । इस बारे में जानकारी देते हुए फूड टेक्नाॅलाजी विभाग केे डायरेक्टर डाॅ. सी. के. टेकचंदानी ने बताया कि 13 विद्यार्थी आईआईसीपीटी तंजौर, 8 विद्यार्थी श्रीजी एनालिटिकल एंड रिसर्च लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड इन्दौर , 8 विद्यार्थी जेएनकेवीवी जबलपुर में 13 जून से 12 जुलाई तक प्राप्त कर रहे है। इस दौरान विद्यार्थी फूड क्वालिटी टेस्टिंग, कन्टेन्ट्स, मिनिरल्स, विटामिन्स, माइक्रोबियल लोड, फूड सेफ्टी की प्रैक्टिकल जानकारी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ले रहे है।
गौरतलब है कि सरकार के प्रायोरिटी सेक्टर में शामिल फूड प्रोसेसिंग सबसे तेजी से बढ़ने वाली इंडस्ट्री में शामिल है। कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के अनुसार देश की फूड इंडस्ट्री में 32 फीसदी हिस्सेदारी अकेले फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की है और यह तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 15 वर्षों में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को 6.70 अरब डॉलर विदेशी निवेश मिला है जबकि अगले दस वर्षों में 33 अरब डॉलर के निवेश की संभावना है। तेज विकास के चलते आने वाले 10 वर्षों में इस इंडस्ट्री में 90 लाख रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनियों के अलावा इस इंडस्ट्री में छात्रों के लिए आंत्रप्रेन्योरशिप की संभावनाएं भी मौजूद हैं। इन बातो से वाकिफ विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के छात्रों के लिए नियमित रूप से ”लर्न व्हाइल ड”ू की तर्ज पर ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते है।
10$2 के बाद ले सकते हैं प्रवेश
फूड टेक्नोलॉजी में प्रवेश के लिए छात्र को न्यूनतम 12वीं ( फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स अथवा बाॅयोलाॅजी सहित) पास होना चाहिए तभी बीटेक में एडमीशन मिल पाएगा, मास्टर एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक निर्धारित है। यदि किसी ने होम साइंस , न्यूट्रीशियन, डइटीशियन एवं होटल मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन किया है तो फूड टेक्नोलॉजी में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकता है। डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 10 वीं के बाद प्रवेश ले सकतें है। फूड इंडस्ट्री में यूजी कोर्स कर एंट्री लेने वाले छात्रों का शुरुआती सालाना पैकेज डेढ़ से दो लाख रुपए सालाना होता है। दो-तीन साल का अनुभव होने पर सैलरी 4 से 5 लाख रुपए सालाना तक होती है। मास्टर डिग्री प्राप्त कर चुके छात्रों को शुरुआत में 3 से 4 लाख रुपए सालाना का पैकेज मिल सकता है। वहीं, मैनेजमेंट डिग्री वाले छात्रों को ढ़ाई से तीन लाख रुपए सालाना पैकेज वाली नौकरियां मिल सकती हैं।
सरकारी से ज्यादा अवसर प्राइवेट क्षेत्र में
सरकारी क्षेत्र में डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन हर साल बड़ी तादाद में फूड टेक्नोलॉजिस्ट्स की नियुक्ति करता है। इसके अलावा फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन में भी छात्रों हेतु अवसर मौजूद हैं। हालांकि, नौकरी के ज्यादातर अवसर प्राइवेट सेक्टर में हैं। निजी क्षेत्र में मिल्क प्रोडक्ट्स, फ्रूट्स एंड वेजिटेबल, फिशरीज, प्लांटेशन, कंफेक्शनरी, बेवरेजेस, हेल्थ फूड्स जैसे सेक्टर में ट्रेंड प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के अलावा रिसर्च लैबोरेटरी, सॉफ्ट ड्रिंक फैक्टरी, डिस्टिलरी, हॉस्पिटैलिटी, पैकेजिंग और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज के प्रोडक्शन, क्वालिटी अश्योरेंस, आर एंड डी सेक्टर में फूड टेक्नोलॉजी की डिग्री ले चुके छात्रों के लिए अवसर हो सकते हैं। मास्टर डिग्री वाले छात्र टीचिंग का विकल्प भी चुन सकते हैं।
इस क्षेत्र में कार्यरत् कंपनिया एवं भविष्य
एसोचैम के एक सर्वे के अनुसार देश में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के तेज विस्तार का बड़ा कारण पैकेज्ड फूड पर बढ़ रहा खर्च है। सर्वे के मुताबिक 2010 से 2015 के बीच पांच वर्षों में देश में पैकेज्ड फूड पर होने वाले खर्च में 22.5 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और 2017 तक यह आंकड़ा 32 फीसदी हो जाने का अनुमान है। फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी क्षेत्र में कार्यरत् कंपनियों में जैन खाद्य प्रा. लि. जलगांव, एग्रोसा प्रा. लि. अंबाला, कैडबरी, नेस्ले इंडिया, आईटीसी, रिलायंस, ब्रिटानिया पार्ले, हल्दीराम नागपुर, दिनसा, टेट्रापैक में कार्य के अवसर प्राप्त कर सकते है।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना