सतना। एकेएस युनिवर्सिटी, सतना द्वारा आयोजित इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट बेहद सफल रही जिसमें माइनिंग और सीमेंन्ट क्षेत्र के दिग्गजों के साथ डब्ल्यूसीएल, पाथाखेडा में कार्य कर रहे एकेएस वि.वि. के एल्युमिनी छात्र खुशी और अपने पूर्व वि.वि. के कार्यक्रम में उत्साह और उल्लास के साथ शामिल हुए। एकेएस वि.वि. के पासआउट माइनिंग इंजीनियरिंग छात्रों की टेक्निकल मीट 9 जून को डब्ल्यूसीएल,पाथाखेडा,बैतूल में आयोजित हुई। एकेएस युनिवर्सिटी सतना के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, भारत सरकार से नेशनल जियोसाइंस एवार्ड से सम्मानित हैं उन्होंने इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट में मुख्य अतिथि के रुप मे कहा कि एकेएस वि.वि. में सभी संकायों मे एकेडमिक के साथ विद्यार्थियों के प्लेसमेंट का विशेष ध्यान रखा जाता है। एकेएस वि.वि. के छात्र इंडस्ट्री ओरिएन्टेड और विकासपरक शिक्षा पाते हैं। डाॅ. जी.के. प्रधान ने बताया कि इससे पूर्व भी इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट के अनुभव बेहद अहम रहे है। एकेएस युनिवर्सिटी के माइनिंग विभाग के सीनियर फैकल्टी श्री जे.एन. सिंह भी मीट में शामिल हुए और इंडस्ट्री में कार्यरत पूर्व विद्यार्थियों से बातचीत की उन्होंने कहा कि आयोजन से हमें एकेडमिक सिलेबस के साथ ट्रेनिंग में भी सुधार की सलाह मिलती है जिसे आगे और प्रोन्नत किया जाता है क्योंकि वि.वि. के कोर्सेस पूर्णतः रोजगारोन्मुखी हैं और विद्यार्थी इंडस्ट्री से ट्रेनिंग प्राप्त करके विधिवत प्रेाफेशनल बनते हैं। गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. से पासआउट कई माइनिंग स्टूडेंटस डब्ल्यूसीएल में जूनियर ओवरमैन के पद पर और इसी क्षेत्र में संचालित रिलायंस कोल माइन में भी अपनी प्रतिभा के आधार पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। एकेएस वि.वि. के माइनिंग विभाग में सीनियर फैकल्टी आईआईटी और एनआईटी के छात्र रहे हैं और अब अध्यापन में विद्यार्थियों का ज्ञानवध्रन कर रहे हैं। एकेएस वि.वि. में माइनिंग संकाय में हर सेमेस्टर के बाद 500 विद्यार्थियों को भारतवषर््ा की प्रमुख खानों में वोकेशनल ट्रेनिंग के लिये भेजा जाता है। इससे पूर्व माइनिंग विभाग के विद्यार्थी चाइना में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में एवं मलेशिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में सहभागिता दर्ज करा चुके हैं। इसी कडी में बताना जरुरी है कि जुलाई में तीन विद्यार्थी थाईलैण्ड की विश्व प्रसिद्ध लिग्नाइट खान में श्री एस.दासगुप्ताजी के साथ जा रहे हैं। इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट में एरिया सेफ्टी आॅफीसर,संजय सक्सेना और ट्रेनिंग आॅफीसर सत्यवर राॅय ने अपने बहुमूल्य विचारों और सुझावो से वि.वि. और छात्रों को रुबरु कराया।
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सतना। इंटरनेशनल कान्फे्रन्स नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोसायटी आफ फार्मस्युटिकल एज्युकेशन एण्ड रिसर्च के आयोजकत्व और डिपार्टमेंट आफ फार्मेसी, स्कूल आफ साइंस, काठमांडू यूनिवर्सिटी, नेपाल के कोलैबोरेशन और सीवी रमन आडिटारियम, धूलिखेल, काठमांडू में आयोजित हुआ। एकेएस विश्वविद्यालय सतना मे संचालित बी.फार्मेसी और डी.फार्मेसी के प्राचार्य डाॅ. सूर्य प्रकाश गुप्ता भी इस इंटरनेशनल कान्फ्रेन्स मे बतौर डेलीगेट और आमंत्रित अतिथि शामिल हुए। इंटरनेशनल कान्फ्रेन्स में डाॅ. गुप्ता ने एक टेक्निकल सेशन में बतौर चेयरपर्सन भी कार्य किया। नेपाल में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम का विषय ‘‘इम्प्रूविंग हेल्थकेयर थ्रू इनोवेशंस रहा। जिसमें नेपाल के उपप्रधानमंत्री उपेन्द्र यादव, मुख्य आतिथि रहे। फार्मेसी प्राचार्य को प्रिसिपल आॅफ द ईयर एवार्ड- 2019 से सम्मानित किया गया। उन्हे प्रशस्ति पत्र व मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया। डाॅ.गुप्ता ने बताया कि वि.वि. का फार्मेसी विभाग रिसर्च और नए वैज्ञानिक कार्यो के लिए निरंतर प्रयासरत है। इंटरनेशनल कान्फे्रन्स में बाॅग्लादेश, रिपब्लिक आफ कोरिया, फिनलैण्ड, नेपाॅल और भारत के प्रतिनिधि शामिल हुए।डाॅ.गुप्ता की इस उपलब्धि पर एकेएस वि.वि. सतना के कुलाधिपति बी.पी.सोनी, प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी, सभी संकाय के डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज के साथ फार्मेसी विभाग के दक्ष, कुशल और योग्य शिक्षकों ने उन्हं शुभकामनाऐं प्रदान की है।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना मे बालश्रम के विरुद्व विश्व दिवस के मौके पर एक बृहद संगोष्ठी का आयोजन किया गया विमर्श में भाग लेते हुए एस.एस.पटेरिया, श्रम अधिकारी सतना ने कहा कि बाल श्रम नियमों का कडाई से पालन करने के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे बाल श्रम पर प्रभावी कार्यवाही की जा सके। उन्होने बाल श्रम पर प्रभावी नियमों की जानकारी भी प्रदान की। मि. हेमंत कुमार डेनियल, श्रम निरीक्षक ने विभाग की भूमिका पर जानकारी दी। श्रम निरीक्षक वेदमणि दाहिया ने समाज की सापेक्ष भूमिका पर प्रकाश डाला। एकऐस वि.वि. सतना के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, ने इस मौके पर मंच से कहा कि बालश्रमिकों के पालन-पोषण,उथ्थान और पुनर्वास हेतु उनकी परिस्थितियों को समझकर समुचित कदम उठाया जाना जरुरी है। कार्यक्रम में प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी सभी संकाय के डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रभावी भूमिका डाॅ.दीपक मिश्रा ने निबाही।
सतना। विंध्य क्षेत्र के अग्रणी शैक्षणिक संस्थान एकेएस विश्वविद्यालय सतना के दो छात्रों विश्वामित्र पटेल और सचिन शुक्ला का चयन अग्रणी कोर कंपनी, आई.बी.ग्रुप में हुआ है।अग्रणी कृषि कोर कंपनी, आई.बी.ग्रुप दुग्ध क्षेत्र की नामीगिरामी कंपनी है। जिसमें एकेएस वि.वि. के छात्रों का चयन टेलीफोनिक इंटरव्यू के माध्यम से हुआ है। टेलीफानिक इंटरव्यू के माध्यम से उनकी पर्सनैलिटी और ज्ञान की परख की गई। इनका मिल्क प्रोक्यूरमेंट पद पर चयन एक लाख अस्सी हजार पर एनम हुआ। स्टूडेन्टस को गोंदिया, महाराष्ट्र लेाकेशन के लिए चयनित किया गया है। दोनो छात्र एग्रीकल्चर संकाय में अध्ययनरत है। एकऐस वि.वि. सतना के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी, टेªनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग के डायरेक्टर एम. के.पाण्डेय, बालेन्द्र विश्वकर्मा, मनोज सिंह एवं सभी संकाय के डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के अग्रणी शैक्षणिक संस्थान एकेएस विश्वविद्यालय सतना के 10 छात्रों का चयन अग्रणी कृषि कंपनी, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड में किया गया है। डीसीएम श्रीराम, फर्टिलाइजर और केमिकल के क्षेत्र की अग्रणी कंपनी में एकेएस वि.वि. के छात्र बहावे गुप्ता,शिवम चैधरी,राहुल सिंह,ओम सिंह,राजेश पाटीदार,शक्ति पटेल,संतोष पटेल,पंकज सिंह,रितेष उमरे,तरुण का चयन कम्पनी द्वारा फील्ड आफीसर पद पर किया गया। इनका चयन टेलीफानिक इंटरव्यू के माध्यम से एक लाख अस्सी हजार पर एनम पर हुआ। इन्हे भोपाल, नरसिंहपुर, बरेली, सेमरिया, जवा इत्यादि लेाकेशन के लिए चयनित किया गया है। एकऐस वि.वि. सतना के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी, टेªनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग के डायरेक्टर एम. के.पाण्डेय, बालेन्द्र विश्वकर्मा, मनोज सिंह एवं सभी संकाय के डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें चयन के बाद अपना सर्वश्रेष्ठ देने की सलाह दी है। विद्यार्थियों ने अपनी सफलता का श्रेय एकेएस वि.वि. के गुरुजनों की शिक्षा, अपने पालकों के विश्वास और ईष्ट मित्रों को दिया है।
सतना। एकेएस युनिवर्सिटी, सतना द्वारा आयोजित इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट बेहद सफल रही है जिसमें माइनिंग और सीमेंन्ट क्षेत्र के दिग्गजों के साथ रिलायंस कोल माइन में कार्य कर रहे एकेएस वि.वि. के एल्युमिनी छात्र उल्लास के साथ शामिल हुए। एकेएस वि.वि. के पासआउट माइनिंग इंजीनियरिंग छात्रों की टेक्निकल मीट 8 जून को सायल,घोघरी कोल माइंस इन,छिंदवाडा, एरिया में आयोजित हुई। एकेएस युनिवर्सिटी सतना के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, भारत सरकार से नेशनल जियोसाइंस अवार्ड पारितोषिक से सम्मानित हैं उन्होंने इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट में मुख्य अतिथि की आसंदी से कहा कि एकेएस वि.वि. में सभी संकायों मे एकेडमिक का सबसे प्रबल पक्ष प्रैक्टिकल है जिसमें विद्यार्थियों केा उन्नत पै्रक्टिकल्स परफार्म करवाए जाते है जिससे छात्र इंडस्ट्री ओरिएन्टेड बनते हैं। डाॅ. जी.के. प्रधान ने बताया कि इससे पूर्व भी इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट के अनुभव बेहद सुखद रहे है। एकेएस युनिवर्सिटी के माइनिंग विभाग के सीनियर फैकल्टी श्री जे.एन. सिंह भी मीट में शामिल हुए और इंडस्ट्री में कार्यरत पूर्व विद्यार्थियों से बातचीत की उन्होंने कहा कि आयोजन से हमें एकेडमिक में और सुधार की सलाह मिलती है जिसे आगे और उन्नत किया जाता है क्योंकि वि.वि. के कोर्सेस पूर्णतः रोजगारोन्मुखी और इंडस्ट्री ओरिएन्टेड हैं। गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. से पासआउट कई माइनिंग स्टूडेंटस डब्ल्यूसीएल में जूनियर ओवरमैन के पद पर और इसी क्षेत्र में संचालित रिलायंस कोल माइन में अपनी प्रतिभा के आधार पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। एकेएस वि.वि. के माइनिंग विभाग में 25 सीनियर फैकल्टी कार्यरत हैं। हर सेमेस्टर के बाद 500 विद्यार्थियों को भारतवषर््ा की प्रमुख खानों में वोकेशनल ट्रेनिंग के लिये भेजा जाता है। इससे पूर्व माइनिंग विभाग के विद्यार्थी चाइना में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में एवं मलेशिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में सहभागिता दर्ज करा चुके हैं। इसी कडी में बताना जरुरी है कि जुलाई में तीन विद्यार्थी थाईलैण्ड की विश्व प्रसिद्ध लिग्नाइट खान में श्री एस. दासगुप्ताजी के साथ जा रहे हैं। इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट में मि.वी.एस.चैधरी,असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेन्ट,रिलायंस सीमेंन्ट एण्ड माइंस ने अपना सुझाव दिया मृत्युजय कुमार, सीनियर मैनेजर,रिलायंस, आर.के.चैधरी, सर्वेयर भी शामिल हुए और वि.वि. के एकेडमिक्स और छात्र मेधा की तारीफ करते हुए कहा कि स्टूडेन्ट बेहद प्रोफेशनल और कार्य के प्रति संजीदा भी हैं।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के कल्चरल डायरेक्टोरेट द्वारा 30 दिवसीय निःशुल्क म्यूजिक कार्यशाला में कुशलता से संगीत और इंस्ट्रूमेंटस की सीख प्रतिभागियों को दी जा रही है।यहाॅ प्रशिक्षणार्थियों को विविध कलाओं का ज्ञान दिया जा रहा है और प्रस्तुति अभ्यास के तहत कार्य भी कराया जा रहा है। संगीत शिक्षक प्रमोद शर्मा द्वारा ताल,लय,रिद्म और गीत-संगीत की तरन्नुम के बीच, सिंगिंग में बेसिक अलंकार, राग यमन और राग भैरवी, राग देश पर आधारित गीत-आओगे जब तुम वो साजना, अगना फूल खिलेंगें, के साथ, दरशन दो घनश्याम-नाथ, मोरी अखियाॅ प्यासी रे, सिन्थेसाइजर पर राष्ट्रगीत, राष्ट्रगान, कीबोर्ड प्लेइंग सिस्टम और फिल्मी गीतों की धुनें सिखाई जा रही हैं। गिटार पर गिटार बजाने की पद्वति, गिटार के बेसिक पार्ट, बेसिक नोटेसंस और हैप्पी बर्थडे सांग प्रमुखता से सिखाए जा रहे हैं। कार्यशाला में प्रवेश ले चुके छात्र फाइनआर्ट की सिंगिंग लाइनअप कार्यशाला में संगीत की विधा मे कुशलता प्राप्त कर रहे है। इस ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का उद्येश्य विद्यार्थियों और प्रतिभागियों का बहुमुखी विकास है इसमें वि.वि. के साथ ही शहर के विभिन्न हिस्सों के प्रतिभागी भी हिस्सा ले रहे है।।
सतना। हर कलाकार के लिए एक प्लेटफार्म हो और विश्वास जगाने के लिए गुरु हो तो सब संभव है ऐसा ही अनुभव हुआ विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के कल्चरल डायरेक्टोरेट द्वारा 30 दिवसीय निःशुल्क नृत्य कार्यशाला में जहाॅ अकुशल नृत्यकार भी कुशलता से सीख रहे है नाचना और खुशी मनाना। यहाॅ प्रशिक्षणार्थियों को विविध कलाओं का ज्ञान दिया जा रहा है और प्रस्तुति अभ्यास के तहत कार्य भी कराया जा रहा है। उमेश बर्मन द्वारा द्वारा डान्स लाइनअप, फाइनआर्ट की कार्यशाला में फार्मल डांस तकनीक, बैलेन्स एण्ड फ्लेक्सिबिलिटी,कंटेम्पोररी,हिप-हाॅप,स्ट्रीट स्टाइल,सेमी क्लासिक डांस,लीप्स एण्ड जंप्स, फाॅक डांस,फ्री स्टाइल एण्ड इंप्रोवाइज्ड डान्स,डान्स परफार्मेंस प्रमुख रुप से सिखाया जा रहा है। कार्यशाला में प्रवेश ले चुके छात्र फाइनआर्ट की डान्स लाइनअप कार्यशाला में नृत्य विधा मे पूर्णतः पारंगत हो रहे है। इस ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का उद्येश्य विद्यार्थियों और प्रतिभागियों का बहुमुखी विकास है अब कार्यशाला अगले पडाव पर पहुॅच रही है जिसमें 10 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना में रंगकर्मी सविता दाहिया द्वारा ड्रामा विधा केे तहत रंगमंच से लेकर नेपथ्य तक की सभी बारीकियाॅ उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को प्रदान की जा रही हैं। एकेएस वि.वि. के कल्चरल डायरेक्टोरेट विभाग द्वारा निःशुल्क कार्यशाला 30 मई से प्रारंभ की गई है। इसमें विद्यार्थियों को विविध रंगमंचीय कलाओं का ज्ञान दिया जा रहा है और प्रस्तुति अभ्यास भी कराया जा रहा है। प्रकाश संयोजन,डज्ञॅयलाॅसविता दाहिया, बरिष्ठ रंगकर्मी द्वारा एक्टिंग कार्यशाला में एक्टिंग एण्ड इंप्रोवाइजेशन, व्याइस ओर स्पीच टेक्नीक्स, थिएटर गेम्स एण्ड एक्सप्रेशंस, फिजिकल मूवमेंटस, थाॅट प्रोसेस एण्ड इमैजिनेशन, बिल्डिंग ए कैरेक्टर, टाइप्स आफ एक्टिंग, मास्क्स एण्ड हेड गियर्स,कास्टयूम डिजायनिंग एण्ड कैरेक्टर मेकअप,ड्रामा परफार्मेंस प्रमुख रुप से सिखाया जाएगा। कार्यशाला में प्रवेश ले चुके छात्र एकिटंग की कार्यशाला में अभिनय विधा मे दक्षता प्राप्त कर रहे है। कार्यशाला की समयावधि में ही समस्त कलाओं पर जानकारी दी जाएगी। इस ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का उद्येश्य विद्यार्थियों और प्रतिभागियों का बहुमुखी विकास अब कार्यशाला अगले पडाव पर पहुॅच रही है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के कल्चरल डायरेक्टोरेट द्वारा 30 दिवसीय निःशुल्क कार्यशाला में विद्यार्थियों को विविध कलाओं का ज्ञान दिया जा रहा है और प्रस्तुति अभ्यास भी कराया जा रहा है। खुशबू पाल द्वारा लाइनअप, फाइनआर्ट की कार्यशाला में टेक्नीक विथ कलर, कलर थेरेपी, आर्ट मैटेरियल एण्ड देयर यूजेज, स्केचिंग,ड्राइंग, पेंटिंग, डिजायनिंग डिफरेंटली, बेस्ट आउट आफ वेस्ट, काॅन्सेप्चुअल आर्ट और आर्ट एक्जीबिशन प्रमुख रुप से सिखाया जा रहा है। कार्यशाला में प्रवेश ले चुके छात्र फाइनआर्ट की कार्यशाला में विधा मे पारंगत हो रहे है। कार्यशाला की समयावधि प्रातः 10 बजे से अपराह्न 12 बजे तक रहती है। इस ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का उद्येश्य विद्यार्थियों और प्रतिभागियों का बहुमुखी विकास अब कार्यशाला अगले पडाव पर पहुॅच रही है।