सतना। एकेएस विष्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आफ कम्प्यूटर टेक्नोलाॅजी विभाग के फैकल्टी विजय विष्वकर्मा ने यूजीसी नेट एवं जेआरएफ की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की है। वे बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर विभाग में कार्यरत हैं। उन्होने गेट परीक्षा भी क्वालीफाय की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता गुरु और वि.वि. परिवार को दिया है। वि.वि. परिवार ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। डिपार्टमेंट आफ कम्प्यूटर टेक्नोलाॅजी ाध्यक्ष डाॅ.अखिलेष बाउ और डीन डाॅ.जी.के.प्रधान और समस्त फैकल्टीज ने उन्हें बधाई दी
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सतना। एकेएस वि.वि. सतना के इंजी.डीन डाॅ.जी.के. प्रधान ने जानकारी देते हुए बताया कि एकेएस वि.वि. के फैकल्टी प्रो.पी.सी.तिवारी और बी.एस.राम साउथ ईस्टर्न कोलफील्डस लिमिटेड अंडरग्राउंड माइनिंग,षहडोल में रिसर्च कर रहे हैं। साउथ ईस्टर्न कोलफील्डस लिमिटेड ,अंडरग्राउंड माइनिंग सेन्ट्रल गवर्नमेंट का कमर्षियल इंटरप्राइज है और नमन सोनी एकेएस वि.वि. सतना के बी.टेक माइनिंग के छात्र हैं जो अपने प्राध्यापकों के साथ कार्य पर है।उल्लेखनीय है कि कपिलधार,अंडरग्राउंड माइनिंग षहडोल जिले में संचालित कोल प्रोजेक्ट है। इसकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु यह रिसर्च वर्क रखा गया है। वि.वि. का यह प्रयास है कि सभी संकाय के टेªनिग में दक्षता प्राप्त करें ओर कॅरियर की उॅचाइयाॅ छुऐं माइनिंग के और विद्यार्थी भी अन्य स्थानों पर कार्यरत हैं और माइनिंग की कार्यप्रकृति सीख रहे हैं।
सतना। माननीय राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदीबेन पटेल के आदेशानुसार एकेएस विश्वविद्यालय सतना के प्रांगण में आज दिनांक 16 जुलाई को पूर्वाह्न 11.30 बजे एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति श्री बी.पी. सोनी जी की विशेष गरिमामयी उपस्थिति में पीपल के पौधे रोपे गये। उल्लेखनीय है कि म.प्र. के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के आह्वान पर एकऐस वि.वि. के कृषि परिसर में अनेक पीपल के पौधे रोपे गये। इस अवसर पर एकेएस वि.वि. के सीमेन्ट टेक्नोलाॅजी के डायरेक्टर प्रो. जी.सी. मिश्रा, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, डायरेक्टर अजय सोनी, अमित सोनी, डाॅ. एस.एस. तोमर, डाॅ. आर.एस. पाठक, डाॅ. जी.पी. रिछारिया, पर्यावरण विभागाध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र तिवारी, असलम सईद, नीरज वर्मा, नीलाद्री शेखर राय, नीता सिंह गहरवार, सुंमन पटेल के साथ अन्य वरिष्ठ जन उपस्थित रहे। इस मौके पर कुलाधिपति श्री बी.पी. सोनी ने कहा कि पीपल का वृक्ष पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से तो महत्वपूर्ण है ही इसका आध्यात्मिक महत्व भी है और इसकी पूजा की जाती है। उत्साहपूर्वक वृक्षारोपण में भाग लेते हुए वि.वि. कृषि परिसर में पीपल के वृक्षों का रोपण करते हुए सभी ने पीपल के वृक्षों की देख रेख की भी जिम्मेदारी ली। इस मौके पर म.प्र. के महामहिम राज्यपाल के आह्वान पर बात की गई और स्थानीय लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रेरित करने की जवाबदारी भी तय की गई जिसके तहत लोगों को जागरुक भी किया जायेगा। राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम के समन्वयक डाॅ. महेन्द्र तिवारी ने बताया कि राजभवन के आदेशानुसार पीपल के पौधे के साथ साथ 25 से अधिक अन्य प्रकार के पौधे की प्रजातियों को भी वि.वि. में रोपित किया जायेगा। पौधों को संरक्षित करने की जिम्मेदारी सम्बन्धित रोपण करने वाले की होगी। लगभग 500 पौधे रोपे जाने का लक्ष्य है।
सतना। एकेएस वि.वि. में बी.टेक. फूड टेक्नाॅलाॅजी, डिप्लोमा फूड टेक्नाॅलाॅजी, एम.टेक. फूड टेक्नाॅलाॅजी संचालित हैं छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए एकऐस वि.वि. सतना एवं एग्रो फूड इंटरप्राइजेस जबलपूर के बीच फूड करार हुआ है इसमें फूड एनालिसिस सर्विस, वाटर एण्ड वेस्ट वाटर एनालिसिस, न्यूट्रिसनल वैल्यू एनालिसिस, सेल्फ लाइफ एनालिसिस, माइक्रोबायोलाजिकल एनालिसिस, पेस्टीसाठड रेजीडयू एनालिसिस, एकेडमिक रिसर्च, इंडस्ट्रियल रिसर्च, प्रोडक्ट डेव्हलपमेंट, डिजर्टेषन, इंटर्नषिप, ट्रेनिंग एण्ड वर्कषाॅप, साइंटिफिक राइटिंग पर द्विपक्षीय करार किया गया है। इससे एकेएस वि.वि. के फूड संकाय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च मानक वाले संस्थान एग्रो फूड इंटरप्राइजेस जबलपूर में अध्ययन/रिसर्च करने का मौका मिलेगा। जिसमें फूडटेक के क्षेत्र में परस्पर लाभ होगा। एकेएस वि.वि. की तरफ से युनिवर्सिटी के फैकल्टी बीरेन्द्र पाण्डेय और एग्रो फूड इंटरप्राइजेस जबलपूर की तरफ से डॅा.मनीष कुमार अग्रवाल और ष्वेता जोषी ने मेमोरेंडम आॅफ अंडरस्टैंडिंग पर साइन किया। इस एमओयू से एकेएस वि.वि. के बी.टेक. फूड टेक्नाॅलाॅजी,डिप्लोमा फूड टेक्नाॅलाॅजी, एम.टेक. फूड टेक्नाॅलाॅजी तथा संबंधित विभाग के छात्र-छात्राऐं लाभन्वित होगें। अब एग्रो फूड इंटरप्राइजेस जबलपूर और एकेएस के बीच गेस्ट लेक्चर्स, कोलैबरेटिव रिसर्च और अन्य उन्मुख विषय सम्मत एकेडमिक विनिमय हो सकेगा जिससे एकेएस के फूड टेक्नाॅलाॅजी के छात्र एक माह से लेकर छः माह की इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग यहा से प्राप्त करके इंडस्ट्री के अनुसार तैयार होगें और उन्हे कॅरियर में उन्नति के अवसर मिलेंगें। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. का छात्र उदित व्यास प्रणव मुखर्जी फाउंडेषन,दिल्ली में कार्य कर रहा है ओर वि.वि. के अब तक अध्ययन कर चुके छात्र सार्वजनिेक और निजी क्षेत्रों में अच्छे पैकेज पर कार्य कर रहे हैं।
सतना। एकऐस वि.वि. सतना ने एक्सीलेंट बायो रिसर्च सल्यूषंस,जबलपूर के साथ द्विपक्षीय करार किया है। इससे एकेएस वि.वि. के फूड संकाय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च मानक वाले संस्थान में अध्ययन/रिसर्च करने का मौका मिलेगा।जिसमें फूड एनालिसिस सर्विस, वाटर एण्ड वेस्ट वाटर एनालिसिस, न्यूट्रिसनल वैल्यू एनालिसिस, सेल्फ लाइफ एनालिसिस, माइक्रोबायोलाजिकल एनालिसिस, पेस्टीसाठड रेजीडयू एनालिसिस, एकेडमिक रिसर्च, इंडस्ट्रियल रिसर्च, प्रोडक्ट डेव्हलपमेंट, डिजर्टेषन, इंटर्नषिप, ट्रेनिंग एण्ड वर्कषाॅप, साइंटिफिक राइटिंग के क्षेत्र में परस्पर लाभ होगा। एकेएस वि.वि. की तरफ से युनिवर्सिटी के फैकल्टी बीरेन्द्र पाण्डेय और एक्सीलेंट बायो रिसर्च सल्यूषंस की तरफ से डाॅ.मोनिका कुमार अग्रवाल ने विभिन्न आयामों पर चर्चा की एवं मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग पर साइन किया। इस एमओयू से एकेएस वि.वि. के बी.टेक. फूड टेक्नाॅलाॅजी तथा संबंधित विभाग के छात्र-छात्राऐं लाभन्वित होगें। अब एक्सीलेंट बायो रिसर्च सल्यूषंस और एकेएस के बीच गेस्ट लेक्चर्स, कोलैबरेटिव रिसर्च और अन्य उन्मुख विषय सम्मत विनिमय हो सकेगा जिससे एकेएस के फूड टेक्नाॅलाॅजी के छात्र एक माह से लेकर छः माह की ट्रेनिंग यहा से प्राप्त करके इंडस्ट्री के अनुसार तैयार होगें और उन्हे कॅरियर में उन्नति के अवसर मिलेंगें।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष कौषक मुखर्जी ने बताया कि एकेएस वि.वि. क्वालिटी सर्किल फोरम आफ इंडिया में षामिल किया गया है। यह संस्था विष्व के तेरह देषों में है। इसके संविधान ओर बायलाॅज के आधार पर वि.वि. को 2034 तक के लिए क्वालिटी सर्किल फोरम आफ इंडिया कां सदस्य बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि क्यूसीएफआई का मुख्यालय जापान में है यह 1982 से स्थापित है। सिकंदराबाद, आंध्रप्रदेष स्थित क्वालिटी सर्किल फोरम आफ इंडिया के अध्यक्ष और सेक्रेटरी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में बताया गया है कि इंटरनेषनल स्तर के सेमिनाॅर,कान्फ्रेन्स और कन्वेंन्संस के लिए वि.वि. के प्रतिनिधियों और विद्यार्थियों को अपार अवसर मिलेंगें और कई संभावनाओं के द्वार खुलेंगें। रिसर्च में भी संस्था का अहम योगदान है। क्वलिटी मैनेजमेंट की दिषा में संस्थान की वैष्विक छवि है जिसका लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा।
सतना। एकेएस वि.वि. की पहचान अब न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो चुकी है इसी का परिणाम है कि वि.वि. के एम. टेक. माइनिंग में अंगोला के एक युवा छात्र हैली सिमासियो ने प्रवेष लिया है। बैगलोर से बी.टेक. करने के बाद उन्होंने एकेएस वि.वि. के एम.टेक. माइनिंग में एडमिषन लिया है। भविष्य में अन्य देषों के भी कुछ छात्र यहाॅ पर एडमिषन ले सकते हैं। ज्ञातव्य है कि एकेएस वि.वि. में विदेषी छात्र के प्रवेष लेने के बाद वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन प्रो. जी.के.प्रधान, विभागाध्यक्ष बी.के.मिश्रा, प्रो.अनिल मित्तल ने खुषी जाहिर करते हुए वि.वि. के एकेडमिक्स में छात्रों के प्रवेष के बढ रहे दायरे पर प्रसन्नता व्यक्त की है। एकेएस वि.वि. में डिप्लोमा माइनिंग,डिप्लोमा माइनिंग एण्ड सर्वेइंग, बी.टेक.माइनिंग और एम.टेक. माइनिंग कोर्सेस संचालित हैं,सभी कोर्सेस इंडस्ट्री ओरिएन्टेड हैं यहाॅ उल्लेखनीय है कि माइनिंग संकाय के पासआउट लगभग समस्त छात्रों को किसी न किसी सार्वजनिक प्रतिष्ठान या निजी प्रतिष्ठानो में जाॅब मिल चुकी है अच्छी व उत्कृष्ट षिक्षा प्रदान करने के कारण वि.वि. को विगत वर्षो में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। माइनिंग विभाग में गैस टेस्टिंग लैब और अन्य मूलभूत सुविधाऐं उपलब्ध है और विद्यार्थियों की वोकषनल ट्रेनिंग पूर्णतः जाॅब ओरिएन्टेड है।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के ट्रेनिग और प्लेसमेंट आॅफीसर बालेन्द्र विष्वकर्मा ने बताया कि एकेएस वि.वि. सतना में मयूर यूनिकोटर्स लिमिटेड का कैम्पस आयोजित किया जाएगा जिसमें बीटेक.इंजी. के विद्यार्थी सहभागिता दर्ज कराते हुए अपने चयन का प्रयास करेगें। ग्रेजुएट ट्रेनी.इंजीनियर पद के लिए वि.वि. के बीटेक इंजी.संकाय के छात्र तीन चरणों की प्रक्रिया से गुजरकर चयनित होगें। कंपनी आॅफीसर्स ने बताया कि यह कैम्पस ग्वालियर क्षेत्र के लिए होगा।कंपनी का विजन है एन एवाल्व्ड एण्ड स्ट्रांग विजन एण्ड इंस्पायरिंग वैल्यूज के साथ कंपनी आटोमोटिव,फुटवियर,फर्निसिंग,लेदर गुड्स एण्ड गारमेंन्टस के क्षेत्र में प्रतिष्ठित नाम है। भविष्य में कंपनी अन्य संकायों के लिए भी कैम्पस का आयोजन करेगी।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के वर्कषाप कोआर्डिनेटर वीरेन तिवारी रहे और टेक्निकल सपोर्ट लैब सीनियर फैकल्टी हेमन्त रजक का रहा। आईआईअी बाम्बे के रिमोर्ट सेंटर कोआर्डिनेटर डाॅ. अखिलेष ए. वाऊ रहे। 28 प्रतिभागियों की उपस्थिति में वर्कषाप क्वेयरी सेषन के साथ संपन्न हुई। स्टूडेंट्स को इसमें षामिल करने का उद्देष्य उनकी टेक्निकल स्किल्स को इम्प्रूव्ह करना रहा। वर्कषाप के दौरान इण्डस्ट्री के वर्किंग प्रोफेषनल्स, अध्यापक और षहर के अन्य संस्थाओं के प्रतिभागी भी उपस्थित रहे। वर्कषाप के दौरान नम्पी मोड्यूल्स, आई पायथन,मैट प्लाट लिप, पायथन लैंग्वेज के उपयोग और रियल वल्र्ड टास्क में इसका उपयोग कैसे करें, बताया गया। बेसिक आपरेषन और डेटा टाइप डिक्षनरी यूजेज, कोड ब्लाक और इंडेंटेषन कंडीषन्स एण्ड इटरेक्षन बिल्ट आॅन फंक्षन मैनेज एण्ड डेव्हलप आॅन माॅड्यूल्स, मैनेज एक्सेप्षन हैंडलिंग, फाइल हैण्डलिंग एण्ड आॅपरेषन के साथ नेटवर्क प्रोग्राम और साकेट इम्प्लीमेंटेषन समझाया गया। प्रतिभागियों ने इसे काफी उपयोगी बताया।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के बायोटेक विभाग में फेयरवेल पार्टी आयोजित की गई। इस दौरान एकेएस वि.वि. के प्रति कुंलपति प्रो. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. हर्षवर्धन, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, विभाग के डीन डाॅ. जी.पी. रिछारिया ने जूनियर्स और सीनियर्स को अपने अनुभवों के खजाने से अनमोल शब्दों का तोहफा देते हुए उन्हें शुभकामनायें दीं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की फेहरिस्त में फिल्मी, गैर फिल्मी, लोक गीत और वेस्टर्न संगीत से जूनियर्स ने सीनियर्स का फेयरवेल देते हुए उनकी उच्च शिक्षा के लिये हौसला आफजाई की। मि. फेयरवेल सुधीर को और मिस फेयरवेल अनामिका को दिया गया। कार्यक्रम में बायोटेक विभागाध्यक्ष कमलेश चैरे, श्रेयास परसाई, अर्पित श्रीवास्तव, दीपक मिश्रा, अरविंद गुप्ता, रेनी निगम, अश्विनी वाऊ, संध्या पाण्डेय और समित कुमार समेत बायोटेक लैब स्टाफ उपस्थित रहा।