सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय में ख्याति के अनुरूप भारत वर्ष की सभी प्रतिष्ठित कम्पनियां प्लेसमेंट के लिए नियमित रूप कैम्पस का आयोजन करके छात्रों का चयन कर रही है। इसी कड़ी में सोमवार को देश की सुप्रसिद्व कंपनी लार्सन एंड टर्बो के एचआर मैनेजर ने एकेएस विश्वविद्यालय के बी.टेक मैकेनिकल के विद्यार्थियों के लिए कैम्पस का आयोजन किया जिसमें विश्वविद्यालय के 25 छात्रों ने सहभागिता दर्ज कराई। इनमे पाॅच छात्रों का चयन कंपनी द्वारा किया गया। इनका चयन विषय पर चर्चा, लिखित परीक्षा, टेक्निकल परीक्षा, एचआर राउण्ड वन-टू-वन डिस्कसन के बाद किया गया। विद्यार्थियों का सेलरी पैकेज चार लाख पर एनम तय किया गया है। चयनित छात्रों मे पाॅच छात्रों हेमन्त शुक्ला,सुनील शुक्ला,सचिन्द्र शुक्ला,अनंत ताम्रकार,अमित कुमार सोनी का चयन एप्लीकेशन इंजीनियर के रूप में सतना और सिंगरौली रीजन के लिए हुआ है। विद्यार्थियों में एल.एन.टी. कैम्पस में चयन के बाद हर्ष का माहौल है। एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, चेयरमैन अंनत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति, डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर. एस. त्रिपाठी, प्रो आर. एन. त्रिपाठी एवं सभी संकाय के डीन, डायरेक्टर्स, फैकल्टीज के साथ विश्वविद्यालय प्रबंधन ने चयनित विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। कंपनी के एच.आर.मैनेजर ने एकेएस वि.वि. के छात्रों को प्रतिभाशाली एवं एकेडमिक्स को एक्सीलेंट बताया।
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सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के कृषि एवं तकनीकी विभाग के आर.सी. त्रिपाठी,डिप्टी डायरेक्टर, वानिकी विज्ञान, वाइल्ड लाइफ एस्टीमेशन पर एक दिवसीय मास्टर्स ट्रेनर्स प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने मुकुन्दपुर वन क्षेत्र में सतना एवं रीवा वन मण्डल के एसडीओ, परिक्षेत्र अधिकारी, उप वन परिक्षेत्र अधिकारी समेत 48 मास्टर्स ट्रेनर्स को मांसाहारी एवं शाकाहारी वन्य प्राणियों के व्यवहार, उपस्थिति के प्रत्यक्ष एवं अप्रात्यक्ष प्रमाण, उनके सर्वेक्षण की विधि, ट्रांजिट लाइन पर सर्वेक्षण, वनस्पति आच्छादन, वाइल्ड लाइफ मंे मानव व्यवधान का असर आदि के बारे में एकेएस वि.वि. के प्रशिक्षक ने जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान डाटा संग्रहण एवं सकलन के बारे में भी मास्टर्स ट्रेनर्स को समझाया गया। प्रशिक्षण में उपस्ािित मुख्य वन संरक्षक, रीवा एवं डीएफओ ,सतना द्वारा वन्य प्राणी आंकलन का उद्देश्य एवं टाइम प्लान की जानकारी दी गई। भविष्य में यहां अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम रखे जाने का भी विषय प्रकाश में रखा गया। प्रशिक्षण के बाद फील्ड में प्रायोगिक जानकारी भी उपस्थित मास्टर्स ट्रेनर्स को दी गई। अंत में भक्षक एवं भक्ष्य के अंतर संबंध, उनकी व्यवहार पद्धति, साइन एवं सिम्पटम पर भी विस्तार से चर्चा इुई। उपस्थित सभी जनों ने वि.वि. प्रबंधन एवं डिप्टी डायरेक्टर वानिकी विज्ञान आर.सी. त्रिपाठी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट आॅफ एग्रीकल्चर सांइस एंड टेक्नोलाॅजी विभाग मे कार्यरत् फैकल्टी विवेक कुमार सिंह को दो दिवसीय नेशनल कान्फ्रेन्स प्रोमोटिंग एंड रीइनविगोरेटिंग एग्रीहार्टी टेक्नोलाॅजीकल इनोवेशन्स,प्रगति-2017, धनबाद, झारखण्ड में यंग प्रोफेशनल एवार्ड से नवाजा गया । उनकी इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ एग्रीकल्चर विभाग ने विवेक को भविष्य की शुभकामनाऐं दी है।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना की महिला खो-खो टीम जीत के जज्बे के साथ हर वर्ष की भंाति इस वर्ष भी एसोशियेशन आॅफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के तत्वावधान में आयोजित यूनिवर्सिटी नेशनल गेम-2017-18 में भाग लेने के लिए रवाना हो गई है। मुकाबला बी.बी.एस पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में 22 नवम्बर से 26 नवम्बर तक आयोजित है। जिसमें विभिन्न वि.वि. की खो-खो टीमों से एकेएस वि.वि. की टीम प्रतिस्पर्धा में अपना दम-खम दिखायेंगी। गौरतलब है कि पिछले वर्ष एकेएस विश्वविद्यालय के महिला खो-खो टीम ने क्वार्टर फाइनल तक खेलकर उत्कृष्ट खेल का मुजाहिरा किया था। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय स्पोर्टस आॅफीसर सुनील पाण्डेय ने बताया कि वि.वि. की टीम प्रतिस्पर्धा में पूरी तैयारियों के बाद उतर रहीं है और अन्य टीमो को कडी टक्कर देने का खिलाडियों में मनोबल है। वि.वि. की टीम को वि.वि. प्रबंधन ने जीत के लिए शुभकामना दी है।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में बुधवार को ‘‘ड्यूरेबल काॅन्क्रीट मेकिंग प्रैक्टिसेस‘‘ अल्ट्राटेक सीमेंट में नियुक्त 15 इंजीनियरों को एकेएस वि.वि. के सीमंेट टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अल्ट्राटेक के युवा इंजीनियरों को सीमेंट के उत्पादन, मार्केटिंग एवं आम उपभोक्ताओं को जरुरी जानकारियाॅ देने के दृष्टिकोण से अत्यंत अहम है। उन्होंने आगे कहा कि अल्ट्राटेक के नियुक्त प्रशिक्षार्णियों को सीमेंट उत्पादन की बारीकियां बताने में विश्वविद्यालय का सीमेंट टेक्नोलाॅजी विभाग अहम भूमिका निभा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर सीमेंट टेक्नोलाॅजी विभाग के डायरेक्टर डाॅ. जी. सी. मिश्रा ने कंन्क्रीट मेकिंग मैटेरियल्स एण्ड देयर इंम्पैक्ट आॅन ड्यूरेबिलिटी,कंन्क्रट ग्रेड्स,प्रापर्टीज एण्ड वर्क एबिलिटी विषय पर विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि दो दिन के सघन प्रशिक्षण के दौरान सीमेंट के उत्पादन, कंक्रीट की महत्ता, मार्केटिंग के नये उपाय एवं विभिन्न अनुभवों के आधार पर यह एक सारगार्भित प्रशिक्षण होगा। डाॅ.भटटाचार्य ने सीमेंन्ट मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस,टाइप्स आॅफ सीमेंन्ट एण्ड देयर अप्लीकेबिलिटी,फिजिकल एण्ड केमिकल प्रापर्टीज आॅफ सीमेंन्ट,हाइड्रेशन आॅफ सीमेन्ट पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ हर्षवर्धन ने भी विश्वविद्यालय की ओर से सभी प्रशिक्षुओं का स्वागत एवं मार्गदर्शन किया। प्रतिकुलपति डाॅ. आर. एस. त्रिपाठी, इंजीनियरिंग विभाग के प्रशासक इंजी. आर. के. श्रीवास्तव ने भी कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को सम्बोधित किया। इस अवसर पर अल्ट्राटेक सीमेंट के इंजीनियर एवं कार्यक्रम प्रभारी विनय कुमार चैरसिया, इंजी.राहुल ओमर, इंजी.सी. के. झा, इंजी बी. के. सिंह एवं रवि पाण्डेय के साथ अल्ट्राटेक के 16 इंजीनियरों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। इसके पूर्व इसी तरह का प्रशिक्षण प्रिज्म सीमेंट के इंजीनियर्स एवं वर्कर्स को उनके ज्ञानवर्धन में अतिसहायक सिद्ध हुआ था।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के एग्रीकल्चर विभाग द्वारा एग्रीफेस्ट 2017 का भव्य समारोहपूर्वक आयोजन छात्रों के विशाल समूह के साथ किया गया ।आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को एग्रीकल्चर की विभिन्न नई तकनीकों एवं बदल रही परिस्थितियों मे उन्नत तकनीकों का ज्ञान कराना रहा। जिसका शुभारंभ वि.वि. के कुलाधिपति बी.पी. सोनी रिबन काटकर किया। एग्रीफेस्ट 2017 के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन वि.वि. के डी ब्लाक में किया गया।
इस संकाय के छात्र रहे उपस्थित
एग्रीफेस्ट 2017 कार्यक्रम में बी.टेक एग्रीकल्चर, फूड टेक्नाॅलाॅजी, बी.एससी. एग्रीकल्चर, एम.एससी. एग्रीकल्चर के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। तकरीबन 700 विद्यार्थियांे ने कार्यक्रम के दौरान उन्नत खेती एवं पारम्परिक खेती के अंतर को समझा एवं विषय विशेषज्ञों से जानकारी भी प्राप्त की।
ये कार्यक्रम रहे खास
एग्रीफेस्ट 2017 कार्यक्रम के दौरान डी ब्लाक के लाॅन में पोस्टर प्रजेंटेशन, माॅडल प्रजेंटेशन, रंगोली और क्लास डेकोरेशन विशेष रहे। इन सभी की थीम स्वच्छ सतना ग्रीन सतना रही जिसमें छात्रों ने एग्रीकल्चर के विभिन्न आयामों को बहुरंगी छटा से बिखेरा और जजेस का ध्यान सभी विधाओं की तरफ गया। उन्होंने मुक्त कंठ से सभी प्रतिभागियों की तारीफ की। एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति बी.पी. सोनी,प्रतिकुलपति डाॅ हर्षवर्धन,ओएसडी प्रो. आर.एन.त्रिपाठी, डायरेक्टर अमित सोनी के साथ परीक्षा नियंत्रक शेखर मिश्रा, विवेक श्रीवास्तव एवं फैकल्टीज ने पोस्टर, माॅडल, रंगोली और क्लास डेकोरेशन में प्रतिभागियों के हुनर को परखा। कार्यक्रम के अंत में सभी विधाओं के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरित किये गये। इसके पूर्व कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन करके किया गया।
हुआ फ्रेशर्स पार्टी का रंगारंग आयोजन
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में कारवाॅ सेन्ट्रल हाॅल ए ब्लाक के सभागार में घडी की सुइयों के तीन बजाने से सायंकालीन बेला तक जा पहुॅचा जहोॅ सजे मंच पर भव्य, शानदार, गर्मजोश, एवं धूमधड़ाके भरी फ्रेशर्स पार्टी का आयोजन हुआ। सभागार में पधार रहे अतिथियों का स्वागत माथे पर टीका लगाने के बाद फूलों की वर्षा करके की गई जिससे अभिभूत सभी अतिथियो ने शुभाषीष दिए।मंच की अनुमति के बाद रंगारंग कार्यक्रमों की लम्बी फेहरिस्त से कई नगमे, कई लम्हे, कई सपने और कई अरमानों की बानगी पेश की गई। कोई कॅरियर को लेकर प्रस्तुति लेकर आया तो कोई जीवन की विषमता को लेकर। खुशगवार लम्हों के बीच पीपीटी प्रजेंटेशन में एग्रीकल्चर संकाय के छात्र-छात्राओं की यादों का सिलसिला शुरू हुआ जो शुरुआत से लेकर अब तक की बानगी बयां कर रहा था। छात्र छात्राओं ने अन्य प्रस्तुतियों से भी समां बांधा, विभिन्न प्रस्तुतियों के बीच तालियों की गड़गड़ाहट से प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन होता रहा और गीत, संगीत, नाटक, कैटवाक, पोयट्री से फ्रेशर्स पार्टी में चार चांद लगे।
इन फैकल्टीज का रहा विशेष योगदान
एग्रीफेस्ट 2017 कार्यक्रम के सम्पूर्ण रूप में डाॅ. आर.एस. पाठक, डीन एग्रीकल्चर, डाॅ. एस.एस. तोमर, डायरेक्टर, डाॅ. नीरज वर्मा, विभागाध्यक्ष, डाॅ. नंदराम, डाॅ. त्रिभुवन सिंह, संतोष श्रीवास्तव, डाॅ. डूमर सिंह, इंजी. अजीत सराठे, इंजी. राजेश मिश्रा, संजीव सिंह, शीलेन्द्र उपाध्याय एवं शिम्पी जैन, कोआर्डिनेटर, डाॅ. रमा शर्मा, अभिषेक सिंह, रवीश द्विवेदी का विशेष योगदान रहा।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला एवं सत्र न्यायाधीश सतना म.प्र. द्वारा विधिक साक्षरता शिविर सप्ताह का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की थीम एक्सेस टू जस्टिस टू आल रही।
अतिथियों ने बताए विधिक साक्षरता के मायने-लिया कहानियों का सहारा
विधिक साक्षरता शिविर समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वि.वि. के कुलाधिपति बी.पी. सोनी नेे कहा कि कानून के लिहाज से दण्ड निर्धारित है तो लोगों में अपराध की मानसिकता में कमी आती है। कुछ देशों में कड़े कानून हैं जबकि भारत का कानून लचीला है। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष डी.एन. शुक्ला ने सभागार को संबोधित करते हुए कहा कि कानून कुछ नहीं है सिर्फ सामान्य अनुशासन जो हमे हमारी सोसायटी और समाज सिखाता है वही कानून है उन्होंने कहा कि हर स्त्री को माता के समान मानें, दूसरे के धन को मिट्टी मानें और सभी भाइयों बहनों को अपना मानें तो किसी कानून की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। सुधीर सिंह ठाकुर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रजिस्ट्रार, सचिव ने विस्तारित करते हुए बताया कि न्याय सभी के लिये है। उन्होंने एक कहानी संदर्भित करते हुए कहा कि एक व्यक्ति तालाब में मछलियों को आटे की गोलियां खिला रहा था किसी ने पूछा क्या तुम सबका पेट भर पाओगे तो उसने उत्तर दिया कम से कम कुछ मछलियों का पेट तो भर ही जायेगा। कहने का आशय यह था कि तुम बदलो जग बदलेगा। रावेन्द्र सिंह बघेल, जिला विधिक सहायता अधिकारी ने कार्यक्रम का उद्देश्य निरूपित किया।
इन्होने किया समाज के वर्तमान रुख का प्रतिनिधित्व
सामाजिक कार्यकर्ता विद्या पाण्डेय ने आम लोक व्यवहार की बात करते हुए अपनी बात छात्रों और छात्राओं से पारिवारिक दायरे मे की उन्होंने समाज के स्त्री और पुरुष के आम स्वभाव से बात प्रारंभ की और इसे कैसे तब्दील करना है पर उन्होंने सभी ने शपथ रूप में स्वीकार करवाया। मरियम सिद्दीकी, एडवोकेट ने कहा कि भारतीय सभ्यता सर्वश्रेष्ठ है उसका ही अनुसरण करें, वेस्टर्न कल्चर का अंधानुकरण न करें उन्होेने सारगर्भित उद्बोधन से समाज का खका दिखाया। वर्षा मिश्रा,एडवोकेट ने कहा कि कानून आपको सद्मार्ग नहीं दिखा सकता यह सजा दे सकता है, सही राह पर चलना आपकी नैतिकता पर निर्भर करता है। नैतिक बनिये, अच्छे बनिये, नम्र बनिये।उन्होने दुष्यंत कुमार की कविता की पंक्तियों हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए..... से अपनी बात रखी। वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने बताया कि च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत एक स्वैच्छिक विषय के रूप में विधि की जानकारी देने का प्रावधान भी एकेएस वि.वि. द्वारा प्रस्तावित है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए दीं कई जानकारी
वि.वि. के ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अपने चिरपरिचित अंदाज मे अतिथियों का परिचय दिया एवं वि.वि. की प्रगति के सोपानों को भी मंच के समक्ष सार रुप से प्रस्तुत किया उन्होंने अपनी नैसर्गिक वाणी के ओज से सभी का ध्यान आकृष्ट कराया और अपनी अनुभव जन्य बाते सभागार में शेयर कीं। विधिक साक्षरता शिविर समापन के मौके पर वि.वि. के डायरेक्टर अवनीश सोनी,अमित सोनी के साथ विभिन्न संकाय के डीन, डायरेक्टर्स, फैकल्टीज और छात्र छात्रायें बड़ी तादाद में उपस्थित रहे।
सतना।विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय,सतना के माइनिंग इंजीनियरिंग डिप्लोमा फिफ्थ सेमेस्टर और डिग्री सेवेन्थ सेमेस्टर के 51 विद्यार्थियों ने इंटरनेशनल माइनिंग एग्जिवीशन में सहभागिता दर्ज कराई। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने फैकल्टीज डाॅ.डी.एस. माथुर, मि. जे.एन. सिंह एवं गुड्डू पाल के मार्गदर्शन में माइनिंग एवं मिनरल इक्यूपमेंट्स की जानकारी ली। अंतर्रराष्ट्रीय एग्जिवीशन राजर हाट इको पार्क, साल्ट लेक एरिया, नये कलकत्ता में आयोजित हुई जहां देश विदेश के माइनिंग के विविध स्टाल्स आकर्षण का केन्द्र रहे। 9 से 12 नवम्बर तक चली विजिट के दौरान छात्रों ने माइनिंग के क्षेत्र में नवीन तकनीकों का अवलोकन किया जो यहां एग्जिवीशन के आकर्षण का केन्द्र थे। गौरतलब है कि इसी दौरान इंजीनियर डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने एक पेपर भी प्रजेंट किया। विजिट के बाद वि.वि. के विद्यार्थियों ने कलकत्ता के राजर हाट इको पार्क, साल्ट लेक एरिया के आसपास विक्टोरिया पैलेस के ऐतिहासिक महत्व और इसकी पुरातात्विक जानकारी ली, कोल इंडिया के भ्रमण के दौरान छात्रों ने कोल माइनिंग को करीब से जाना एवं समझा, कोलकाता के प्रसिद्ध खेल मैदान ईडन गार्डन के अवलोकन के दौरान विद्यार्थियों ने कहा कि टी.वी. से देखने ओर यहाॅ आकर इसको देखना अद्भुत रहा। इसे विद्यार्थियों ने अपना यादगार पल बताया तत्पश्चात आध्यात्मिक केन्द्र वेल्लूर मठ पहुंचे जहां चिंतन, मनन, आध्यात्मिक शांति, ईश्वर, मानव का जीवन किस लिये है और मानव किस निमित्त के लिये संसार में आया है इसकी जानकारी संतों द्वारा दी गई।गौरतलब है कि हुगली नदी के तट पर स्थित रामकृष्ण मिशन एवं रामकृष्ण मठ का मुख्यालय यहीं पर है इसी तरह इसकी वास्तु मे हिन्दू,ईसाई एवं इस्लामी वास्तु का नमूना है जो सर्वध्र्म की एकता का प्रतीक है।इसकी स्थापना 1897 मे स्वामी विवेकानंद जी ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस को श्रद्वान्जलि स्वरुप की थी यह जानकारी पाकर छात्रों ने इसे अपने असीम आनन्द का क्षण बताया उन्होंने कहा कि माइनिंग की विस्तार से जानकारी पाने के साथ साथ जीवन की गहन अनुभूति से परिचित होना सबसे अच्छे पलों में शामिल हुआ। फैकल्टीज एवं विद्यार्थियों ने एग्जिवीशन पार्टिशिपेशन एवं आध्यात्मिक ज्ञान के लिये वि.वि. के कुलपति पारितोष के. बानिक एवं चेयरमैन अनंत कुमार सोनी का तहेदिल से आभार व्यक्त किया।
सतना। एकेएस वि.वि. ,सतना में राष्ट्रीय सेवा योजना के पुरुष एवं महिला इकाई के द्वारा 14 नवम्बर 2017 को विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ औपचारिक रूप से वि.वि. के कुलपति, प्रतिकुलपति, ओएसडी, ब्लड बैंक अधिकारी, एनएसएस कोआर्डिनेटर, आफीसर एवं एचडीएफसी बैंक के मैनेजर द्वारा फीता काटकर किया गया। छात्र छात्राओं को रक्तदान क्यों करना चाहिए एवं उसके महत्व को बताते हुए वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक ने कहा कि एक यूनिट रक्तदान से तीन जीवन को बचाया जा सकता है। रक्तदान एक स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष एवं वजन 45 किलोग्राम से अधिक हो एवं वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो वर्ष में कम से कम दो बार रक्तदान कर सकता है। वि.वि. के छात्र छात्राओं में रक्तदान के प्रति उत्साह दिखाते हुए शिविर में कुल 80 यूनिट रक्तदान किया । यह 80 यूनिट ब्लड जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रखा जायेगा। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के अवसर पर कुलपति प्रो. पी.के. बानिक कुलपति, डायरेक्टर अवनीश सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन.त्रिपाठी, राष्ट्रीय सेवा योजना के कोआर्डिनेटर डाॅ. महेन्द्र तिवारी, प्रोग्राम आफीसर डाॅ. दीपक मिश्रा, जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक अधिकारी डाॅ. सी.एम. तिवारी, एचडीएफसी बैंक के मैनेजर अमित मिश्रा, राहुल अग्रवाल, डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता के साथ वि.वि. के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपनी विशेष सहभागिता दी।
सतना, सोमवार। एकऐस विश्वविद्यालय सतना में जहां एक्सिलेंस एकेडमिक का क्रमवार रिकार्ड है वहीं खेलों की विभिन्न विधाओं में स्पोर्ट्स में अभिरुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिये अपार अवसर हैं। एसोसियेशन आफ इंडियन युनिवर्सिटीज में शामिल होने के बाद एकेएस वि.वि. के छात्र छात्राएं विविध खेलों में जानदार प्रदर्शन कर रहे हैं इसी कड़ी में स्पोर्ट्स आफीसर सुनील पाण्डेय के मार्गदर्शन में एकेएस वि.वि. सतना की 12 सदस्यीय कबड्डी प्रतियोगिता के लिये दम खम से ईस्ट जोन इंटरयुनिवर्सिटी नेशनल कबड्डी मेन्स टूर्नामेंट 2017-18 के लिये दरभंगा बिहार पूरे उत्साह के साथ पहुंची जहां टीम के कैप्टन बी.एससी. एग्रीकल्चर के छात्र वेलपुला एन्जी ने टीम का कुशल नेतृत्व संभाला। पहले दौर के मैच के लिये एकेएस वि.वि. के दमखम वाले खिलाड़ियों का मुकाबला रावेन शाॅ युनिवर्सिटी कटक से हुआ, खिलाड़ियों ने इस मैच में लयबद्धता, उत्साह और खेल भावना का जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए पहला मुकाबला शानदार अंतर से जीता। कबड्डी के नेशनल खिलाड़ियों में हिमांशु घोगरे बी.एससी. एग्रीकल्चर थर्ड सेमेस्टर, शुभम चैरे बी.एससी. एग्रीकल्चर थर्ड सेमेस्टर, विलास कुमार बी.एससी. एग्रीकल्चर फिफ्थ सेमेस्टर, प्ररित पटले बी.एससी. एग्रीकल्चर फस्र्ट सेमेस्टर, कृष्णा कुमार बी.एससी. एग्रीकल्चर थर्ड सेमेस्टर, आशुदर्शन भगत बी.एससी. एग्रीकल्चर फस्र्ट सेमेस्टर, ऋषभ सोनी बी.टेक सीमेंट टेक फिफ्थ सेमेस्टर, अमन पाठक बी.एससी. बायोटेक फस्र्ट सेमेस्टर, कुंदन सिंह डप्लोमा माइनिंग फस्र्ट सेमेस्टर, खिलेन्द्र पटले बी.एससी. एग्रीकल्चर थर्ड सेमेस्टर, साहिल पाठक बी.काॅम आनर्स थर्ड सेमेस्टर शामिल रहे। वि.वि. की कबड्डी टीम को कुलपति प्रो. पारितोष के. बानिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी एवं सभी विभागों के डीन, डायरेक्टर्स एवं विभाग प्रमुखों ने स्पर्धा के प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उन्हें उज्जवल प्रदर्शन की शुभकामनाएं दी हैं।