सतना-एकेएस वि.वि. सतना में कृषि तकनीकी प्रबंधन अभिकरण,सतना एवं एकेएस वि.वि. के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विस्तार सेवाओं के आदान विक्रेताओं के लिए डिप्लोमा प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जी.पी. प्रजापति, संचालक राज्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण संस्थान म.प्र. भोपाल की उपस्थिति में गरिमामय तरीके से किया गया।
इन विशिष्टजनों ने किया सभागार को संबोधित
मि. प्रजापति ने डिप्लोमा प्रशिक्षण संस्थान के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि एकेएस वि.वि. को प्रशिक्षण सेंटर के रूप में चयनित करने के पूर्व वि.वि. में उपस्थित संसाधनों पर गौर किया गया। वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय में कृषि विशेषज्ञों की बड़ी तादाद है, ऐसे में म.प्र. शासन की मंशानुरूप लायसेंसधारी डीलर्स के लिये एक वर्षीय डिप्लोमा प्रशिक्षण कार्यक्रम का केन्द्र एकेएस वि.वि. को चुना गया है। उन्होंने डिप्लोमा सेंटर बनने के लिये वि.वि. प्रबंधन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण पूर्व में कृषि विज्ञान केन्द्र मझगवाँ में स्थापित था। एकेएस वि.वि. में प्रशिक्षण बेहतर होगा और प्रशिक्षण की गंभीरता भी होगी जिसकी मानीटरिंग परियोजना संचालक कृषि करेंगे। पहले बैच में 40 लायसेंसधारी डीलर्स उपस्थित होंगे, इन्हें सप्ताह में एक दिन प्रशिक्षण के लिये आना होगा। फील्ड विजिट के साथ साथ किसानों की मदद कैसे करें इसका भी प्रशिक्षण डीलर्स को प्रदान किया जायेगा। इसके अतिरिक्त स्ववित्तीय व्यवस्था में भी भविष्य में एकेएस वि.वि. में डिप्लोमा सेंटर शासन के अधीन स्थापित होगा। प्रशिक्षण के अंत में ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट प्रदान किया जायेगा। कार्यक्रम में आर.एन. शर्मा, उप संचालक कृषि, सह परियोजना संचालक आत्मा ने बताया कि कृषि आदान विक्रेता के डिप्लोमा कोर्स के लिये सहकारी एवं निजी पंजीयन विक्रेता रजिस्टर्ड हैं।डिप्लोमा कार्यक्रम में बीज, खाद, सिंचाई यंत्र, कीटनाशक और नवीन एग्रीकल्चर टेक्नालाॅजी की जानकारी प्रदान की जायेगी। सही जानकारी प्रदान करने के लिये डिप्लोमा कोर्स प्रभावी होगा। उन्होंने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये कृषि आदान विक्रेताओं को कार्य को मिशन की तरह लेना होगा।
डाॅ.हर्षवर्धन ने किया म.प्र. शासन एवं मोहनलाल मीणा का आभार व्यक्त
डाॅ. हर्षवर्धन ने बतलाया कि इस कार्यक्रम को स्वीकृति प्रदान करने में म.प्र. शासन एवं मोहनलाल मीणा,आईएएस,संचालक,किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग का विशेष धन्यवाद प्रतिकुलपति ने ज्ञापित किया। उन्होने कहा कि वि.वि.कृषि के अन्य रिफ्रेशर कोर्सेस भी संचालित करना चाहता है और इसके लिये वि.वि. के पास पर्याप्त संसाधन हैं। प्रतिकुलपति डाॅ. त्रिपाठी ने कहा कि कृषि से संबंधित सभी जानकारी और उनका समाधान वि.वि. से पत्रोत्तर द्वारा भी प्राप्त किया जा सकता है। इस कोर्स के दौरान कृषि को तकनीकी से जोड़ा जायेगा। अनंत सोनी, वि.वि. के चेयरमैन ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आपके विश्वास पर जीता है। धर्मपूर्वक किसान की जरूरत को समझिये और वि.वि. की भरसक कोशिश होगी कि यह डिप्लोमा कोर्स पूरे म.प्र. के लिये एक माडल डिप्लोमा कोर्स बने जिसका अनुसरण किया जाय। वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक का कहना था कि कोर्स का माड्यूल तैयार होना चाहिये और यह डिप्लोमा कोर्स वि.वि. के लिये अहम है जिसमें प्रशिक्षणार्थियों को पूरी तरह से दक्ष किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान वि.वि. के कुलपति और चेयरमैन द्वारा मुख्य अतिथि जी.पी. प्रजापति का शाल, श्रीफल एवं स्मृतिचिन्ह से स्वागत किया गया। इस मौके पर डाॅ. आर.एस. तोमर ने कार्यक्रम की रूपरेखा के साथ अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में डाॅ. आर.एस. पाठक ने सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया।
इन महानुभावों की उपस्थिति रही उल्लेखनीय
कार्यक्रम का संचालन ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने किया। आत्मा के पूर्व उपसंचालक एवं फैसिलिटेटर मि. त्रिपाठी, डायरेक्टर अवनीश सोनी, डाॅ. नीरज वर्मा, डाॅ. नंदराम, डाॅ. त्रिभुवन सिंह, अभिषेक सिंह के साथ सतना अंचल के सैकड़ों इनपुट डीलर्स की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
ऐसे हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ-म.प्र.गान के ओज से गर्वित हुए चेहरे
डिप्लोमा कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की अराधना के पश्चात दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण करके किया गया तत्पश्चात संगीत की धुनों के बीच मध्यप्रदेश गान से कार्यक्रम की गरिमा में चार चांद लगे और अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण से किया गया।डिप्लोमा कोर्स का आरंभ 3 दिसम्बर से प्रारंभ होगा जो वि.वि. के ए ब्लाॅक में सी-7 सभागार में चलेगा।