AKS University
AKS University, Satna M.P.
सतना। शिक्षण हमेशा जड़ों से यानी हमारे परिवेश से जुड़ी हो और कब इसमें फल (परिणाम) की स्थिति आएगी यह एक सतत् होने वाली प्रक्रिया होनी चाहिये जीवन आध्यात्मिकता और वास्तविकताओं से जुडा होना चाहिए ये बातें अद्वैत लाइफ एजुकेशन फाउंडेशन के परियोजना प्रमुुख और प्रबन्धक अभिषेक अग्रवाल ने एकेएस वि.वि. के विभिन्न संकाय के अध्यापकों को सम्बोधित करते हुए कहीं। इसी कड़ी में एकेएस वि.वि. सतना के अध्यापकों के अध्यापन में उन्नयन के लिये अद्वैत लाइफ एजुकेशन फाउंडेशन के तत्वावधान में ‘रूट टू फ्रूट’ नामक शिक्षक विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के 65 शिक्षकों के प्रथम दल नें सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम मे अध्यापकों को रोल प्ले के माध्यम से अपना मूल्यांकन करने की सलाह दी गई। ‘रूट टू फ्रूट’ अद्वैत लाइफ एजुकेशन का कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य है कि अध्यापक पढ़ाते समय पूर्वाग्रह से दूर रहें और विद्यार्थी की प्रतिभा का सही आंकलन करें। 3 घंटे के इस कार्यक्रम में अध्यापकों को यह समझाया गया कि वह अपने सुविधा भरे वातावरण और सुर्रिक्षत महौल से बाहर निकलें और नए तरीके से अध्यापन करें। अघ्यापक की संवाद कला प्रभावी हो, उन्हें यह पता हो जाय कि कब विद्यार्थी को चुप रखने की व कब विद्यार्थी के साथ विषय में विस्तार से चर्चा करनी है। स्थितिप्रज्ञ होकर उसे अध्यापन करना है और क्रिया प्रतिक्रिया पर विशेष ध्यान देना है। अध्यापन हमेशा बोधपूर्ण होना चाहिये।‘रूट टू फ्रूट’ कार्यक्रम के दौरान अभिषेक अग्रवाल, परियोजना प्रमुुख और प्रबन्धक और समन्यवक हिबा खाॅ, और लोकेश सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि अगली कड़ी में अन्य 60 टीचर्स को भी कार्यक्रम में शामिल किया जायेगा। जो नियमित रूप से हर पखवाड़े सम्पन्न होगी।
Agriculture Department of AKS University on Saturday organized a two days programme titled “Agrifest-2018” which witnessed the huge participation of the students. The function, which aimed at promoting the innovation instinct of the students, was inaugurated by Chancellor-BP Soni by cutting the ribbon. With a view to expose the embedded talent of the students, a number of events like Mehandi, Rangolee and class room decoration were organized, in which students showcased the colors of their skills.
Taruna Shukla was selected for the first prize in Mehandi Competition while the Rangoli competition was won by Vidyasagar and group. One of the another events named “Classroom Decoration” also dragged the attention of the people where 34 class rooms were decorated by the students on the basis of certain agricultural themes, the competition was won by Abhishek and group. Another event titled “Ab Aai banner ki Baree” witnessed the decoration of hundreds of banners reflecting the thoughts of their exhibitionist, the event was won by Deepak Mishra and group.
Judges had to go through the tough time while selecting the winner of the Poster Presentation, finally a Poster, which had the inclusion of innovative procedures of cultivation and harvesting, won the first prize. During the prize distribution ceremony, winners were given the certificates and mementoes, which was followed by the variety of cultural programmes, where Mr. Shakti Shukla and Miss Asmita Mishra were selected for Mr. and Miss Fresher awards respectively.
Students brought laurels to AKS University by winning first prize in an all India level competition held in capital Bhopal on Friday. IISER, Bhopal organized a “Scientific Fest” between 5th to 7th of October where 27 students from AKS University, along with the students from IITs, NITs and IISR, participated in various scientific competitions, and won the first prize in an event named “Domino Effect”. Participants and scientists present there at venue, appreciated the works of AKS students.
Speaking about the Domino Effect, students (AKSU) told that the nerve cells, fixed inside our body, transmit the information from one place to another, and their functioning had been exhibited through the model named “Domino Effect”. Hailing the performance of the Students, University sources told that the students, while departing for Bhopal, were looking confident, and the ‘end result’ reflects their dedication and determination.
AKS students participated in 15 events named Petridis, Pacaso, Domino effect, Quiz, Code play and Looking glass etc, where they performed exceptionally well. In one of the events named “Event Sark Tank”, students (Evancy, Sinit and Drishti) achieved the second position. Students of Basic Science (Pavan, Vijay, Omjai Prakash, Ravi, Lavkush, Abhishek, Prakash and Saurabh) performed excellently by securing place in final, in an event named “Computer Game Code Play” In an event named Petridis Picaso, AKS students shocked the opponents through their outstanding performance and secured second rank. Dr. Neelesh Roy, along with his colleagues, Dr. OP Tripathi, Saket Kumar, Virendra Pandey and Puneet Chanpuriya, guided and encouraged the students throughout the programme. Er. Anant Soni (Chairman, AKSU) and all the staff members have congratulated the students for their achievement.
सतना। आईआईएसईआर भोपाल में दिनांक 05 अक्टूबर से 07 अक्टूबर के बीच विभिन्न साइन्टिफिक प्रतियोगितायें आयोजित की गईं। इस फेस्ट में सम्पूर्ण भारतवर्ष से 7 आईआईएसईआर, चार प्रमुख आईआईटी बीएचयू, इन्दौर, दिल्ली, कोलकाता एवं कुछ प्रमुख एनआईटी एवं देश की विभिन्न युनिवर्सिटी एवं महाविद्यालय के छात्रों ने सहभागिता दर्ज की। इनमें एकेएस वि.वि. के 27 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता दर्ज की। एकेएस वि.वि. के छात्रों ने ‘डोमिनो इफेक्ट’ में सम्पूर्ण भारतवर्ष में प्रथम स्थान प्राप्त कर सतना जिले का नाम पूरे देश में रोशन किया। उपस्थित वैज्ञानिकों ने इस इवेंट की बहुत सराहना की। उल्लेखनीय है कि लगातार दो वर्षों से एकेएसयू सतना के छात्र पुरस्कार विजेता बनते रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि सतना जेसे मध्यम श्रेणी के शहर में ऐसी वैज्ञानिक प्रतिभाओं का होना गर्व की बात है।ज्ञातव्य है कि भारत सरकार द्वारा देश में विज्ञान विषयों में शोध एवं अध्ययन की गुणवत्ता में विस्तार हेतु 07 संस्थान ‘इंडियन इंस्टीट्यूट साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च’ भोपाल, कोलकाता, मोहाली, पुणे,तिरुअनन्तपुरम, तिरुपति, बरहामपुर (उड़ीसा) स्थापित किये गये हैं। इनमें युवा छात्र-छात्राओं की वैज्ञानिक सोच एवं नवीन खोजों के विचार विमर्श के लिये प्रतिवर्ष विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं जिसमें देश के विभिन्न संस्थान के विद्यार्थी भाग लेते हैं।
स्मरणीय है कि मानव शरीर में कोशिकाओं (नर्व) के भीतर नर्वसेल के द्वारा सूचनाएं संचरण की जाती हैं जैसे कि विद्युत प्रवाह होता है। इसी को प्रायोगिक रूप में समझाने एवं प्रदर्शित करने को ‘डोमिना इफेक्ट’ कहते हैं जिसके माॅडल में अनेक प्रकार की रुकावटें बनाकर किसी वस्तु (जैसे कांच की गोली) को गति दी जाती है। यह चलती हुई कांच की गोली आगे की गोलियों को अपने प्रभाव से आवेग देती है और यह क्रिया निरंतर अंत तक चलती रहती है। एकेएस वि.वि. सतना के विद्यार्थियों का समूह विजेता बनने का जज्बा लेकर जब इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च भोपाल (आईआईएसईआर) पहुंचा तब अपने दृढ़ निश्चय, मेहनत एवं लगन से इन विद्यार्थियों ने असंभव को भी संभव कर दिखाया। तीन दिवसीय ‘साइन्टिफिक फेस्ट सिंगुलरिटी 18’ में अपने दमदार प्रदर्शन से एकेएसयू के युवा छात्र कुछ प्रतियोगिताओं में विजेता रहे, कुछ विद्यार्थी उपविजेता रहे। हर प्रतिस्पर्धा में एकेएस के छात्रों ने उपलब्धियां हासिल कीं।पेट्रीडिस, पिकासो, डोमिनो इफेक्ट, क्विज, कोड प्ले, लुकिंग ग्लास जैसे 15 इवेन्ट्स में विद्यार्थियों ने भाग लिया। फेस्ट में डोमिना इफेक्ट की 30 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें एकेएसयू के डीजल इंजन टीम (फिरदौस, प्रकाश, विनय, गोपाल झा, मानवेन्द्र सिंह, रवि प्रकाश, लवकुश) का विजेता के रूप में प्रथम स्थान रहा। अन्य इवेन्ट सार्क टैंक में टाॅपिक ‘एन्सीयन बेकिंग एडवांटेजजेस’ में इवांसी, सिनित, दृष्टि को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। कम्प्यूटर गेम कोड प्ले में बेसिक साइंस के छात्र (पवन, विजय, ओमजय प्रकाश, रवि, लवकुश, अभिषेक, प्रकाश एवं सौरभ) ने फाइनल में पहुँचकर अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। पेट्रीडिस पिकासो में (पूजा, सुचि, इशरतजहाँ, ओमजय, दृष्टि, अवंतिका, रिषभ, अवनीश, प्रांशू, सिनित, अनूप, फिरदौस) छात्रों ने अन्य प्रतियोगियों को कड़ी टक्कर दी।मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. राघवेन्द्र गड़कर (चेयरमैन सेन्टर फार कन्टेमपोरेरी स्टडी, आईआईएससी, बैंगलोर) द्वारा सिंगुलरिटी 2018 के उद्घाटन में मुख्य व्याख्यान दिया एवं समापन समारोह में प्रो. राजेश गोपाकुमार (सेन्टर डायरेक्टर इंटरनेशनल सेन्टर आॅफ थ्योरेटिकल साइंस) बैंगलोर का व्याख्यान कान्सेटर आॅफ फिजिक्स, स्ट्रिग थ्योरी, फार्मेशन आॅफ ब्लैक होल एवं डार्क एनर्जी पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। सिंगुलरिटी 18 में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन डाॅ नीलेश राय (विभागाध्यक्ष, भौतिकीय विभाग), डाॅ. ओ.पी. त्रिपाठी, साकेत कुमार (फिजिक्स विभाग), वीरेन्द्र पाण्डेय (फूड टेक) एवं पुनीत चनपुरिया द्वारा दिया गया। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी और कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी एवं डीन बेसिक साइंस प्रो. आर.एन. त्रिपाठी और वि.वि. के समस्त संकायों के डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज ने विद्यार्थियों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बधाई दी हैं।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के फैकल्टी आॅफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी विभाग में दो दिवसीय एग्रीफेस्ट 2018 का भव्य आयोजन किया गया। 5 और 6 अक्टूबर को आयोजित एग्रीफेस्ट 2018 में वि.वि. के कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने फेस्ट का शुभारंभ रिबन काटकर किया। इस मौके पर वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रो. वीसी डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, एग्रीकल्चर डीन एस.एस. तोमर, एग्रोनाॅमी हेड डाॅ. टी. सिंह, डायरेक्टर हाॅर्टीकल्चर डाॅ. के.आर. मौर्य, एग्रीकल्चर हेड डाॅ. नीरज वर्मा, कोआर्डिनेटर शीलेन्द्र उपाध्याय और शैम्पी जैन तथा अन्य प्राध्यापक मौजूद रहे। विद्यार्थियों में इनोवेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित एग्रीफेस्ट 2018 के द्वितीय संस्करण में 5 अक्टूबर को मेंहदी लगाओ प्रतिभा दिखाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें एग्रीकल्चर संकाय के छात्र छात्राओं ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। जजेज द्वारा प्रथम पुरस्कार के लिये तरुणा शुक्ला का चयन किया गया। 6 अक्टूबर को अन्य प्रतियोगिताओं में रंगोली के विविध रंग कैनवास पर उतारे गये जिसमें कल्पना और यथार्थ का नूतन सम्मिश्रण किया गया। रंगोली के विजेता विद्यासागर और ग्रुप ने कृषि की थीम पर जजेज का ध्यान खींचा उन्हें अव्वल चयनित किया गया। क्लासरूम डेकोरेशन के दौरान वि.वि. के 34 कक्षों को विद्यार्थियों ने एग्रीकल्चर की थीम पर सजाया जिसमें अभिषेक एण्ड ग्रुप ने अपना नाम दर्ज कराया। अब आई बैनर की बारी में अपने अपने रंग और अपने अपने विचारों से बैनर सजाया गया। इसके विजेता दीपक मिश्रा एण्ड ग्रुप रहे। पोस्टर प्रजेंटेशन के दौरान 35 प्रतिभागियों ने अपने समूह के साथ अपनी कला का जौहर दिखाया। प्रतियोगिता में शुभम् शेखर ने बाजी मारी। एग्रीफेस्ट 2018 के सर्वश्रेष्ठ माडल प्रजेंटशन में जजेज को काफी मशक्कत करनी पड़ी। माॅडल प्रजेंटेशन में जय घुर्वे एण्ड ग्रुप द्वारा कल्टीवेशन एण्ड हार्वेस्टिंग की नवीन प्रणाली का प्रजेंटेशन किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। शाम को रंगारंग कार्यक्रम छात्र तथा छात्राओं द्वारा पेश किया गया जिसमें अंतर्गत मि. फ्रेशर शक्ति शुक्ला तथा मिस फ्रेशर अस्मिता मिश्रा को चुना गया।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग थर्ड सेमेस्टर के छात्रों ने 500 मेगावाट बिजली जनरेट करने वाले संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट की विजिट की। इसमें उन्होंने बायलर, टर्बाइन, अल्टरनेटर, चिमनी, प्रिसीप्रिटेटर इत्यादि के विषय में विस्तृत रूप से जाानकारी प्राप्त की। विजिट के दौरान संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट के सब इंजीनियर सुधीर खरे का विशेष योगदान रहा। विजिट में मार्गदर्शन इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डी.सी. शर्मा, अच्युत पाण्डेय, दिवाकर दुबे, दीपा शुक्ला, के.के. तिवारी तथा इंजी. रमा शुक्ला का विशेष योगदान रहा।