एकेएस के विद्यार्थियों को डोमिनो इफेक्ट में भारतवर्ष में प्रथम पुरस्कार
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सतना। आईआईएसईआर भोपाल में दिनांक 05 अक्टूबर से 07 अक्टूबर के बीच विभिन्न साइन्टिफिक प्रतियोगितायें आयोजित की गईं। इस फेस्ट में सम्पूर्ण भारतवर्ष से 7 आईआईएसईआर, चार प्रमुख आईआईटी बीएचयू, इन्दौर, दिल्ली, कोलकाता एवं कुछ प्रमुख एनआईटी एवं देश की विभिन्न युनिवर्सिटी एवं महाविद्यालय के छात्रों ने सहभागिता दर्ज की। इनमें एकेएस वि.वि. के 27 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता दर्ज की। एकेएस वि.वि. के छात्रों ने ‘डोमिनो इफेक्ट’ में सम्पूर्ण भारतवर्ष में प्रथम स्थान प्राप्त कर सतना जिले का नाम पूरे देश में रोशन किया। उपस्थित वैज्ञानिकों ने इस इवेंट की बहुत सराहना की। उल्लेखनीय है कि लगातार दो वर्षों से एकेएसयू सतना के छात्र पुरस्कार विजेता बनते रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि सतना जेसे मध्यम श्रेणी के शहर में ऐसी वैज्ञानिक प्रतिभाओं का होना गर्व की बात है।ज्ञातव्य है कि भारत सरकार द्वारा देश में विज्ञान विषयों में शोध एवं अध्ययन की गुणवत्ता में विस्तार हेतु 07 संस्थान ‘इंडियन इंस्टीट्यूट साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च’ भोपाल, कोलकाता, मोहाली, पुणे,तिरुअनन्तपुरम, तिरुपति, बरहामपुर (उड़ीसा) स्थापित किये गये हैं। इनमें युवा छात्र-छात्राओं की वैज्ञानिक सोच एवं नवीन खोजों के विचार विमर्श के लिये प्रतिवर्ष विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं जिसमें देश के विभिन्न संस्थान के विद्यार्थी भाग लेते हैं।
स्मरणीय है कि मानव शरीर में कोशिकाओं (नर्व) के भीतर नर्वसेल के द्वारा सूचनाएं संचरण की जाती हैं जैसे कि विद्युत प्रवाह होता है। इसी को प्रायोगिक रूप में समझाने एवं प्रदर्शित करने को ‘डोमिना इफेक्ट’ कहते हैं जिसके माॅडल में अनेक प्रकार की रुकावटें बनाकर किसी वस्तु (जैसे कांच की गोली) को गति दी जाती है। यह चलती हुई कांच की गोली आगे की गोलियों को अपने प्रभाव से आवेग देती है और यह क्रिया निरंतर अंत तक चलती रहती है। एकेएस वि.वि. सतना के विद्यार्थियों का समूह विजेता बनने का जज्बा लेकर जब इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एजुकेशन एवं रिसर्च भोपाल (आईआईएसईआर) पहुंचा तब अपने दृढ़ निश्चय, मेहनत एवं लगन से इन विद्यार्थियों ने असंभव को भी संभव कर दिखाया। तीन दिवसीय ‘साइन्टिफिक फेस्ट सिंगुलरिटी 18’ में अपने दमदार प्रदर्शन से एकेएसयू के युवा छात्र कुछ प्रतियोगिताओं में विजेता रहे, कुछ विद्यार्थी उपविजेता रहे। हर प्रतिस्पर्धा में एकेएस के छात्रों ने उपलब्धियां हासिल कीं।पेट्रीडिस, पिकासो, डोमिनो इफेक्ट, क्विज, कोड प्ले, लुकिंग ग्लास जैसे 15 इवेन्ट्स में विद्यार्थियों ने भाग लिया। फेस्ट में डोमिना इफेक्ट की 30 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें एकेएसयू के डीजल इंजन टीम (फिरदौस, प्रकाश, विनय, गोपाल झा, मानवेन्द्र सिंह, रवि प्रकाश, लवकुश) का विजेता के रूप में प्रथम स्थान रहा। अन्य इवेन्ट सार्क टैंक में टाॅपिक ‘एन्सीयन बेकिंग एडवांटेजजेस’ में इवांसी, सिनित, दृष्टि को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। कम्प्यूटर गेम कोड प्ले में बेसिक साइंस के छात्र (पवन, विजय, ओमजय प्रकाश, रवि, लवकुश, अभिषेक, प्रकाश एवं सौरभ) ने फाइनल में पहुँचकर अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। पेट्रीडिस पिकासो में (पूजा, सुचि, इशरतजहाँ, ओमजय, दृष्टि, अवंतिका, रिषभ, अवनीश, प्रांशू, सिनित, अनूप, फिरदौस) छात्रों ने अन्य प्रतियोगियों को कड़ी टक्कर दी।मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. राघवेन्द्र गड़कर (चेयरमैन सेन्टर फार कन्टेमपोरेरी स्टडी, आईआईएससी, बैंगलोर) द्वारा सिंगुलरिटी 2018 के उद्घाटन में मुख्य व्याख्यान दिया एवं समापन समारोह में प्रो. राजेश गोपाकुमार (सेन्टर डायरेक्टर इंटरनेशनल सेन्टर आॅफ थ्योरेटिकल साइंस) बैंगलोर का व्याख्यान कान्सेटर आॅफ फिजिक्स, स्ट्रिग थ्योरी, फार्मेशन आॅफ ब्लैक होल एवं डार्क एनर्जी पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। सिंगुलरिटी 18 में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन डाॅ नीलेश राय (विभागाध्यक्ष, भौतिकीय विभाग), डाॅ. ओ.पी. त्रिपाठी, साकेत कुमार (फिजिक्स विभाग), वीरेन्द्र पाण्डेय (फूड टेक) एवं पुनीत चनपुरिया द्वारा दिया गया। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी और कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी एवं डीन बेसिक साइंस प्रो. आर.एन. त्रिपाठी और वि.वि. के समस्त संकायों के डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज ने विद्यार्थियों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बधाई दी हैं।