एकेएस वि.वि. के mining संकाय के 210 से ज्यादा passout विद्यार्थी South Eastern Coalfields में हुए चयनित
B.Tech. Mining, Diploma Mining and Mine Surveying के छात्रों को मिल रहा है अपार अवसर
SECL apprentice mining के रुप में करेंगें 1 वर्ष कार्य
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के B.Tech.Mining, Diploma Mining and Mine Surveying के छात्रों को कार्य करने के प्रचुर अवसर मिल रहे हैं उल्लेखनीय है कि वि.वि. के विभिन्न संकाय के विद्यार्थियो के चयन का सिलसिला विभिन्न कंपनियों में अनवरत जारी है। इसी कडी में एकेएस वि.वि. सतना के Faculty of Engineering and Technology, Mining Engineering संकाय कें अब तक के पासआउट विद्यार्थियों को विभिन्न खदानों में PGPT और PDPT में apprentice mining के पद पर कार्य करने के लिए चयनित किया गया है। इनका चयन South Eastern Coalfields Limited में क्रमानुसार पदस्थ किया जा रहा है। सभ्ज्ञी छात्रों को 21.10.2021 तक विभिन्न खदानों में पदस्थापना के साथ आठ हजार रुपयें भी प्रदान किए जाऐगें। चयनित छात्रों को 11 casual leave के साथ 15 दिवस की मेडिकल लीव भी प्रदान की जाएगी। 210 छात्रों के चयन पर वि.वि. के Pro-Chancellor और Chairman अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,इंजी.डीन प्रो.प्रधान के साथ वि.वि. के सभी संकायों के Dean, Directors और B.Tech. Mining संकाय के सभी faculties ने हर्ष व्यक्त करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। विद्यार्थियों ने अपने चयन का श्रेय Faculty of Engineering and Technology विभाग Mining संकाय के सभी faculties के सक्रिय और कुशल मार्गदर्शन को दिया है।इस बात की जानकारी प्रो.जी.के.प्रधान ने दी है।

Daily University News in Hindi
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एकेएस वि.वि. सतना आए श्री रावतपुरा सरकार ने दिए आशीर्वचन
विचार भगवान की कृपा से आता है-श्री रावतपुरा सरकार
एकेएस वि.वि. की कम समय में की गई प्रगति से खुश हूॅ -श्री रावतपूरा सरकार
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में श्रद्वा, आस्था, विश्वास के प्रतीक आध्यात्मिक गृरु श्री रावतपूरा सरकार का एक दिवसीय आगमन हुआ इस मौके पर गृरुवंदना और अर्चन के पश्चात वि.वि. के साभागार में उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। उनके सभागार से परिचय का दायित्व डाॅ.हर्षवर्धन ने निभाते हुए उनके आध्यात्मिक व्यक्तित्व के कई पहलुओं से सभागार में उपस्थितजनों को परिचित कराते हुए बताया कि उनका पूरा जीवन समाजकल्याण और ईश्वर के कार्यो के लिए समर्पित है। तत्पश्चाज संतश्री श्री रावतपूरा सरकार ने अपने उद्बोधन में उपस्थित जनों के संबोधित करते हुए कहा कि विचार आना ईश्वर की अनुकंपा है जिसे कार्यरुप में परिणत करना भी ईश्वर की प्रेरणा से ही संभव है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति सभी कलाओं में पारंगत होता है वह ईश्वर का रुप बन जाता है,सभी विचार ईश्वर की कृपा से आते है मनुष्य को कर्म के क्षेत्र में रत रहना चाहिए,मनुष्य को धैर्यवान होना चाहिए आप धैर्य रखेंगें तो सबल बन जाऐंगें। जीवन की Philosophy पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग सुनकर विद्वान बनते हैं और कुछ अध्ययन करके उच्च कोटि के व्यक्ति बनते हैं पर पूजनीय दोनो होते है। एकेएस वि.वि. के बारे में उन्होंने अपने आशीर्वचनों में कहा कि एकेएस वि.वि. ने कम समय में अपनी प्रगति से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपना प्रभाव व्यापक किया है, वि.वि. निरंतर प्रगति कर रहा है। शिक्षा,शिक्षण और प्रशिक्षण के लिए टीम अति आवश्यक है जो कि वि.वि. में विद्वानों, गुणीजनों की वजह से समृद्व है उन्होंने कहा कि वि.वि. की गरिमा इस बात से बढेगी कि यहाॅ हर वक्त पेटेन्ट पर कार्य हो रिसर्च बढे और शोध मौलिक हों। उन्होंने NAAC Accreditation पर बात करते हुए कहा कि उनकी शुभकामना है कि एकेएस वि.वि. उच्चकोटि के संस्थानों में भी अव्वल स्थान हासिल करे और क्षेत्र का नाम अंतरराष्ट्रीय पटल पर दर्ज हो। कार्यक्रम में प्रो.आर.एस.त्रिपाठी ने उनके सम्मान में स्वागत भाषण देते हुए कहा कि परहित सरिस धर्म नहिं भाई,परपीडा सम नहिं अधमाई, उन्होंने कहा कि श्री रावतपुरा सरकार संत हैं और उनका जीवन भी समाज सेवा और परहित के लिए प्रवृत्त और समर्पित है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने संतो के स्वभाव पर कहा कि बृक्ष कबहुॅ नहिं फल भकै, नदी न संचय नीर,परमारथ के कारने साधुन धरा शरीर, उन्होंने रावतपूरा सरकार के साथ बिताए तीन वर्षो के अनुभव भी संचानल के दौरान सुनाए। कार्यक्रम में वि.वि. के Pro-Chancellor अनंत कुमार सोनी ने अपने विचार गुरु को समर्पित करते हुए कहा कि यह हम सबका और वि.वि. का परम सौभाग्य है कि संत श्री ने एकेएस वि.वि. में आने की इच्छा जाहिर की और हम उनका दर्शन करके धन्य हुए और आशीर्वचन प्राप्त किया। इस मौके पर अनंत सोनी ने बताया कि कोवि के बावजूद वि.वि. ने अपना virtual platform बनाकर विद्यार्थियों के लिए सर्वसुविधायुक्त परिसर बनाया है और प्रतिदिन विभिन्न संकायों में 600 के करीब lectures upload हो रहे हैं और विद्यार्थी अनवरत इनसे लाभान्वित हो रहे है। उन्होंने संतश्री का आभार भावों से व्यक्त किया।
एकेएस वि.वि.में Handmade Silk Thread Jewelery पर Webinar
Silk thread सस्ता और क्लासिक है-प्रियंका बागरी,expert
Bengali, earring, necklace के एक से एक नायाब ज्वैलरी को मिला शेप
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Fashion Designing विभाग के द्वारा Handmade Silk Thread Jewelery पर दो दिवसीय Webinar का आयोजन किया गया जिसमें Handmade Silk Thread Jewelery expert प्रियंका बागरी ने virtual platform पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने महिलाओं की समस्त प्रकार की ज्वैलरी जिसमें Bengali, earring, necklace के साथ एक से एक नायाब ज्वेलरी बनाकर प्रतिभागियों से हुनर शेयर किया। उन्होने कहा कि knowledge spread होने से बढता है और इसी कारण वह सभी प्रतिभागियों के साथ तन्मयता करके सभी गुण हस्तांतरित करती हैं। आत्मनिर्भरता के लिए उन्हांेने कहा कि आप अपना Handmade Silk Thread Jewelery स्टोर खोल सकते है या आर्डर लेकर इन्हें बना भी सकते हैं। उन्होंने पहले दिन बेंगल बनाना और दूसरे दिन ईयर रिंग और नेकलेस बनाना सिखाया।वेबिनाॅर कार्यक्रम को वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने संबोधित किया ओर कहा कि Handmade Silk Thread Jewelery का महत्व फैशन में बढ गया है।यह पहनने में हल्की और देखने में सुंदर होती हैं। कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष मिर्जा समीउल्ला बेग चुमन यादव अैोर रेनू देवी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। दो दिवसीय वेबिनाॅर के लिए वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी के साथ वि.वि. के सभी संकायों के डीन, डायरेक्टर्स और फैकल्टीज ने हर्ष व्यक्त करते हुए ट्रेनर और प्रतिभागियों को शुभकामनाऐं दीं है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व वि.वि. में भी Handmade Silk Thread Jewelery expert प्रियंका बागरी ने काफी संख्या में प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया था। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष मिर्जा समीउल्ला बेग ने किया।
एकेएस वि.वि. के B.Tech. Mechanical Engg.के एक विद्यार्थी का चयन
उपेन्द्र कुमार हुए P.G.Electroplast औरंगाबाद के लिए चयनित
graduate trainee engineer बनकर करेगें कार्य-भविष्य में प्रमोशन के अच्छे अवसर
सतना। P.G.Electroplast औरंगाबाद में एकेएस वि.वि. सतना के B.Tech. Mechanical Engineering के छात्र उपेन्द्र का चयन दो लाख बीस हजार पर एनम के लिए हुआ है। Covid-19 के दौर के बाद भी वि.वि. में Work from Home के लिए वि.वि. के विभिन्न संकाय के विद्यार्थियो के चयन का सिलसिला जारी है, इसी कडी में एकेएस वि.वि. सतना के Faculty of Engineering and Technology, B.Tech. Mechanical Engg. संकाय कें 2020 पास आउट विद्यार्थी उपेन्द्र कुमार सिंह,Junior Engineer के पद पर कार्य करने के लिए चयनित हुए हैं। इनका चयन औरंगाबाद, महाराष्ट्रा रीजन के लिए हुआ है। इनके चयन पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी विभागाध्यक्ष इंजी.पंकज श्रीवास्तव के साथ वि.वि. के सभी संकायों के Dean, Directors और B.Tech. Mechanical Engg.संकाय के सभी फैकल्टीज ने हर्ष व्यक्त करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। विद्यार्थी ने अपने चयन का श्रेय Faculty of Engineering and Technology विभाग B.Tech. Mechanical Engg. के सभी फैकल्टीज के सक्रिय और कुशल मार्गदर्शन को दिया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के task force सदस्यों ने की Virtual platform चर्चा
सतना। नवीन शिक्षा नीति की क्रियान्वयन समिति के task force समिति के 23 सदस्यों की बैठक में कई मुददो पर गहन चर्चा हुई। प्रदेश के माननीय शिक्षा मंत्री श्री मोहन सिंह यादव की अध्यक्षता में नवगठित समिति के सदस्यों ने म.प्र. में अगामी वर्षों में नवीन शिक्षा कैसे होगी इस पर विस्तार से चचा्र हुई। माननीय मंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में उपलब्ध संसाधनों तथा वर्तमान वातावरण के देखते हुए क बेहतर एवं सुनियोजित तरीके से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को क्रियान्वित किए जाने की महती आवश्यकता है भारत के पारंपरिक ज्ञान के साथ नवाचार का समन्वय करने की आवश्यकता है। इस दिशा में स्वशासी,निजी व शासकीय वि.वि. को उपर्युक्त तरीकेे से सामंजस्य कर शोध को बढावा देना होगा। श्री यादव ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व और देश के शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा प्रस्तुत नवीन शिक्षा नीति के दीर्घकालिक परिणाम प्राप्त होंगे। इस मौके पर म.प्र. शासन के प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन ने सदस्यों का स्वागत किया। और नीति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नवीन शिक्षा नीति के अंतर्गत 8 प्रमुख बिन्दुओं पर प्राथमिकता से चर्चा होगी। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवध्रन जो समिति के सम्मानित सदस्य है ने कहा कि आज आवश्यकता है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिदृष्य में Grass enrollment ratio एवं व्यावसायिक शिक्षा को प्रमुखता देने के दृष्टिकोण से प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों में Skill Development Center विकसित करने में शासन सहयोग करे।जिन विश्वविद्यालयों में आई.टी.की अच्छी अधोसंरचना उपलब्ध है उन वि.वि. को व्यापक हित में Open distance learning व Online पाठ्यक्रमों को आयोजित करने की अनुमति दी जाए।उन्होंने आगे कहा कि बेहतर होगा कि Public व Private Universities का भेद समाप्त करते हुए अधोसंरचना विकास हंतु World bank ओर रुसा के अंतर्गत विश्वविद्यालयों के विकास हेतु अनुदान उपलब्ध कराया जाए और समस्त वि.वि. को University के नाम से संबोधित किया जाए जैसा कि विश्व के र्वििभन्न देशों में प्रचलन है,Liberal arts और value based education की महती आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त कतिपय विसंगतियों एवं बुराइयों को खत्म करने के लिए इन पाठ्यक्रमों का भी समावेश स्नातक स्तर पर किया जाना चाहिए। डाॅ.हर्षवध्रन ने industry-academia interactions, internships,बहुअयामी रिसर्च के आधार पर उत्पादन में श्रेष्टता प्राप्त करने ओर रोजगार उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण पर व्यापक विचार रखे। कार्यक्रम में प्रो.एडीएन बाजपेयी,प्रो.कपिलदेव मिश्रा,एस.एन.मिश्रा,वरुण गुप्ता,रघुराज तिवारी,उमाशंकर पचैरी,उमेश हुलानी,डाॅ.अशोक ग्वाल,डाॅ.एस.के.जैन की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का संचालन धीरेन्द्र शुक्ला ने किया।