एकेएस वि.वि. सतना के इंजीनियरिंग डीन प्रो.जी.के.प्रधान ने अवगत कराया है कि डिपार्टमेंट आॅफ माइनिंग के द्वारा जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड,उडीसा के माइंस एवं उनके अधिकारियों हेतु ट्रªेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। गौरतलब है कि जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड ने पिछले वर्ष चार ओर माइन्स के लिए उडीसा सरकार से आवंटन प्राप्त हुआ है जिसमें इंजीनियर्स की टेक्निकल स्किल को बढाने हेतु एकेएस वि.वि. को दायित्व सौंपा गया है। इसी कडी में जजांग, नुवागाॅव, नारायणपोसी और गोनुआ,उडीसा में खनन और ट्रेनिग का सतत कार्य चल रहा है और यहाॅ आयरन ओर प्रोडक्सन में रिकार्ड बढोत्तरी भी हुई है। माइंस डिवीजन के अंतर्गत आने वाली माइंस में मैनपावर लगातार बढाया जा रहा है और लेटेस्ट टेक्नालाॅजी भी शामिल की जा रही है जिसके संचालन के लिए योग्य इंजीनियर्स एकेएस वि.वि. के कोलैबोरेशन से तैयार किए जा रहे हैं। एकेएस वि.वि. द्वारा जेएसडब्ल्यू में इन सभी कार्यो में उत्तरोत्तर प्रगति के लिए दो अगस्त से 10 सेप्टेम्बर तक का एक विशेष टेªेनिंग कार्यक्रम नियत किया है।जो सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट, रिडयूसिंग कार्बन फुटप्रिंट, सेफ्टी मैनेजमेंट और आईटी इंटरवेन्सन पर कार्य कर रहा है। माइंस डिवीजन के चीफ आॅपरेटिंग आॅफीसर, रंजन नाइक के मार्गदर्शन में माइंस डिवीजन ने टेªनिंग और नई रणनीति के साथ मैनेजर्स और इंजीनियर्स को शामिल किया है टेªेनिंग में क्लासरुम के साथ ,साइट विजिट भी शामिल है जिससे जीरो एक्सीडेंट के साथ कार्य के दौरान मैनेजर्स का मानसिक बल भी उॅचा रहे इस पर कार्य किया जा रहा है। इस ट्रेनिंग कार्य के लिए जेएसडब्ल्यू के एक्जीक्यूटिव्स, सुपरवाइजर्स और वर्कमैन सक्रिय सहभागिता दं रहे है। उल्लेखनीय है कि 2013 से एकेएस वि.वि. लगातार देश की माइनिंग कंपनियों में ट्रेंिनग कार्यक्रम आयोजित कर रहा है जिसमें एनएमडीसी, उत्कल एल्यूमिना, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज,जेएसडब्ल्यू कर्नाटका प्रमुख हैं जिनमें ट्रेनिंग के पर्याप्त नतीजे मिल रहे है। एकेएस वि.वि. के 10 फैकल्टी मेंम्बर्स लगातार जरुरी विषयों पर सारगर्भित और सूक्ष्म जानकारियाॅ प्रतिभागियों से साझा कर रहे हैं। ज्ञातव्य है कि 2012 से एकेएस वि.वि. ने एक ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी पूल, लेबोरेटरी और अन्य सुविधाऐ विकसित की हैं जिससे कई उद्योग एवं कंपनियाॅ भी लाभन्वित हो रही है और अपने संस्थानों में ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन करवा रही हैं जिसके शानदार परिणाम भी उन्हें मिल रहे हैं। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बीआरके पाढी,जेएसडब्ल्यू, एजेंट माइंस उपस्थित रहे। उन्होंने टेªनिंग की यंग इंजीनियर्स के लिए उपयोग पर चर्चा करते हुए एकेएस वि.वि. के कार्यो की सराहना की। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने अतिथियों और यंग इंजीनियर्स का स्वागत करते हुए एकेएस वि.वि. की माइनिंग और शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिबद्वताओं को रंेखांकित किया।कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष माइनिंग डाॅ.बी.के.मिश्रा और पी.एस.तिवारी उपस्थित रहे।
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एकेएस वि.वि. सतना के केन्द्रीय सभागार में वि.वि. के Mechanical Engineering विभाग के तत्वावधान में विभाग के द्वितीय शेाधार्थी महेेन्द्र राज सिंह की Dr. off Philosophy की उपाधि पाठ्यक्रम के अंतिम चरण के प्रस्तुतिकरण के बाद एवार्ड की गई। उनके शोध मार्गदर्शक एकेएस वि.वि. के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डाॅ.पंकज कुमार श्रीवास्तव रहे , शोधार्थी छात्र द्वारा एन Investigation off EDM, with Reference Aluminium बोरान कार्बाइड मेटल, मैट्रिक्स कंपोजिटर विषय पर किए गए अनुसंधान कार्य का संक्षिप्त विवेचन भी प्रस्तुत किया गया। शोधार्थी ने अपने अनुसंधान कार्य के बारे में बताया कि गैरपरंपरागत मशीनिंग की प्रक्रिया ईडीएम, Electric Discharge Machine हेतु एक नए पदार्थ metal matrix composites Aluminium Boron carbide का विकास उनके द्वारा किया गया है जो एक अत्यंत सस्ता, कठोर व हल्के भार वाला पदार्थ है। जिसके उपयोग से एअरोस्पेस, Auto mobile एवं Shipping industry में काम आने वाले कलपुर्जो के निर्माण तथा उनकी लागत में आने वाली समस्याओं के निराकरण में बहुत अनुकूल मदद हो सकेगी। इस प्रसत्ति करण के प्रमुख परीक्षक प्रो. राजीव श्रीवास्तव मैनिट इलाहाबाद रहे। जिन्होंने प्रस्तुत शोधकार्य का मूल्यांकन करते हुए इस कार्य की महत्ता को विशिष्टतापूर्ण तरीके से रेखंकित करते हुए डाॅ.पंकज श्रीवास्तव के कुशल नेतृत्व की भूरि-भूरि प्रशंसाकी और सभी सहयोगियों को साधुवाद ज्ञापित किया। आयोजन के दौरान निर्णायक मंडल के सदस्यों में प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ.जी.के.प्रधान,प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,की गरिमामयी उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
एकेएस वि.वि. सतना के रसायन विभाग में एक बृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विश्व सरकार कैसे बने, कैसे संपूर्ण विश्व विकास की एक सोच रखे, शक्तिशाली, संप्रभुता संपन्न, जनतांत्रिक, लोक कल्याणकारी एवं प्रगतिशाील विश्व सरकार का गठन हो और यह समस्त मानवता को सकारात्मकता के साथ आगे ले जाए इस पर विस्तार से online विद्वजनों ने चर्चा की। शुरुआत हुई 1945 में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी की परमाणु बम विस्फोट की विभीषिका एवं भयावहता पर चर्चा से जिस पर Webinar में विषयसम्मत विद्वजनों ने अपनी राय रखी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डाॅ.एम.एल शर्मा,प्रो.त्रिभुवन University ,नेपाल ने अपने विद्वतापूर्ण उदबोधन में परमाणु बम एवं रासायनिक हथियारो के खतरों से आगाह करते हुए कहा कि हम पहले भी इसकी भयावहता का शिकार होकर जिए हैं एक पल के गुस्से से समस्त मानव जाति पर बडा खतरा हो सकता है। 1945 से अब तक नागासाकी एवं हिरोशिमा पर हुए परमाणु बम विस्फोट के प्रभाव का उदाहरण लेते हुए मानव सभ्यता पर भविष्य में इस तरह की घटना का पुनः होना भयावह बताया। उन्होंने व्यापक संदर्भ में चर्चा करते हुए कई ऐतिहासिक समझौतों और संधियों के साथ विनाशक युद्वों पर चर्चा और उनके प्रभाव भी बताए। एकेएस वि.वि.के कुलाधिपति माननीय श्री बी.पी.सोनी जी की अवधारणा की उन्होंने भरसक सराहना की। वेबिनार में प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने उद्घाटन भाषण देते हुए संपूर्ण विषय पर विषद जानकारी से परिचित कराते हुए विश्व सरकार की संपूर्ण वैचारिक प्ृष्टभूमि से अवगत कराया। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने विश्व सरकार की जरुरत पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व में जिस तरह के उठापटक और संघर्ष की स्थितियाॅ निर्मित हो रही हैं वह काफी संकटपूर्ण और भविष्य के नजरिए से खतरनाक हैं विश्व सरकार से समग्र विकास, विश्व में स्थाई शांति एवं मानव जाति का कल्याण संभव है। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के माननीय कुलाधिपति बी.पी.सोनी जी ने इस अवधारणा का सपना देखा है उनका कहना है कि अगर विश्व युद्व हुआ तो समस्त मानवता और सभ्यता ही मिट जाएगी इसलिए एक ऐसी सरकार की जरुरत है जो इस विनाश को रोक सके और मानव कल्याण कर सके। उनका कहना है कि समय की माॅग है विश्व सरकार,उन्होंने इस पर कई आलेख भी साझा किए हैं जो काफी प्रसंशित रहे हैं।वेबिनाॅर को दर्शकों का अच्छा प्रतिसाद मिला और कई देशों के व्यूअर्स भी इससे जुडे। कार्यक्रम के आयोजन में डाॅ.शैलेन्द्र यादव की मुख्य भूमिका रही। आयोजन समिति में डाॅ. दिनेश मिश्रा, विभागाध्यक्ष, रसायन, डाॅ.समित कुमार, कान्हा सिंह तिवारी, सुषमा सिंह, मनोज शर्मा, दिनेश बाल्मीकि, सुन्दरम खरे की प्रमुख भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन नाहिद उस्मानी ने किया। वेबिनार मे आभार वरिष्ठ प्रोफेसर डाॅ.आर.एस.निगम ने किया।इस मौके पर प्रो.आर.एन.त्रिपाठी जी की गरिमामयी उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
एकेएस वि.वि. सतना के "Biotech Faculty" डाॅ. अश्विनी वाऊ, ने सात दिवसीय Virtual National Workshop में भाग लिया Faculty Development Program में उन्होंने सहभागिता देते हुए बताया कि यह एक शानदार सीखने का अवसर रहा एनएएसी बेंगलूरु और उच्च शिक्षा विभाग के साथ शैक्षणिक सहयोग में Career College भोपाल के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा यूजीसी के परामर्श योजना के तहत 26 जुलाई से 1 अगस्त 2021 तक आयोजित कार्यक्रम में इसे व्यापक रुप से चलाया गया। इस Faculty Development कार्यक्रम में डाॅ.अश्विनी वाऊ को "Catch of the Day" Online Competition विजेता घोषित किया गया उन्होंने इस प्रतियोगिता में Mind Map को रेखांकित किया। उन्हें Star Performer Of the day के Award से सम्मानित भी किया गया। एकेएस वि.वि. परिवार ने उन्हें शुभकामनाऐं देते हुए हर्ष व्यक्त किया है।
ए के एस विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अश्विनी वाऊ ने सात दिवसीय वर्चुअल नेशनल वर्कशॉप एवं फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में भाग लिया जो NAAC बेंगलुरु और उच्च शिक्षा विभाग के साथ शैक्षणिक सहयोग में कैरियर कॉलेज भोपाल के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा, यूजीसी के परामर्श योजना के तहत 26 जुलाई से 1 अगस्त 20 21 तक आयोजित किया गया था ।जिसका विषय NAAC संशोधित दिशा-निर्देश गुणवत्ता पहल में एक आदर्श बदलाव था ।इस एफडीपी में डॉ अश्विनी वाऊ , Catch of the Day ऑनलाइन कॉम्पिटिशन विजेता रही। उन्होंने इस कॉम्पिटिशन में माइंड मैप को रेखांकित किया था। उन्हें स्टार परफॉर्मर ऑफ द डे के रूप में सम्मानित किया गया है l