एकेएस वि.वि. सतना के Management संकाय द्वारा Online एक दिवसीय राष्ट्रीय Seminar का आयोजन किया गया जिसमें Startupऔर हमारा आर्थिक विकास पर बात करते हुए कहा गया कि Job Generation और Foreign investment के साथ बेहतर आईक्यू के लोगों का समावेश, लोगों से संवाद, कर्मचारियों के वेलफेयर व अन्य कई पहलू भी जरुरी हैं। सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन कल्याण संघ के सहयोग से Startup और हमारा आर्थिक विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन में सहभागिता करते हुए वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने कहा कि Economic Development का गहरा रिश्ता विकास क्रम से है Students को Startup से जोडने की योजना पर उन्होने कहा कि इसके लिए युवाओं को प्रशिक्षण प्रक्रिया की दरकार है। अगर एंटपे्रन्योरशिप की तैयारी है तो आधे रास्ते से लौटना नही पडेगा उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि कैसे विकास का पहिया अर्थ पर घूमता है और सम्पूर्ण राष्ट्र केा प्रभावित करता है। स्टार्टअप अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करते हैं और इसके क्या मायने हैं इस पर चर्चा करते हुए वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि टाप एण्ड टाउन ने Startup को एक नया आयाम दिया है और सही समायोजना से कैसे शिखर तक पहुॅचा जा सकता है यह इसका जीता जागता प्रमाण है। योजनाबद्वता, कार्ययोजना और Extra Effort से ही शिखर तक पहुॅचा जा सकता है क्योकि जीतने वाले कोई काम अलग ढंग से करते है। Startup का महत्व निरुपित करते हुए उन्होने इसे राष्ट्रनिर्माण में आर्थिक सहायता प्रदान करने वाला कारक बताया। क्या स्टार्टअप कंपनियाॅ वास्तव में भारत में प्रभाव डाल रही हैं। भारत सरकार स्टार्ट अप के लिए क्या कार्य कर रही है, भारत मे स्टार्टअप कैसे बढ रहे हैं भारत में Startup को किन समस्याओ का सामना करना पड रहा है और इनका क्या समाधान है इस पर बात करते हुए वि.वि. के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ.मुखर्जी ने Swiggy, Flipkart , Rivigo, एडयूटेक, FoodMart, Sweet capital की विकास हिस्ट्री रिवील करते हुए बताया कि इन कंपनियों ने दूरदृष्टि का परिचय देते हुए लंबी कार्ययोजना बनाई और सफलता के नए कीर्तिमान रच रही हैं। भारत की कंपनियों में ओला, उबर उडान और फार्मइजी ने कैसे कार्य किया और विजेता बनी इस पर उन्होंने प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में समूचे भारतवर्ष से 45 शोधपत्र प्रस्तुत हुए जिनमें Startup के निरंतर विकास और आर्थिक विकास पर उनके प्रभाव पर ध्यान केन्द्रित करते हुए तीन बंस्ट पेपर चयनित किए गए जिन्हें ई.प्रमाण पत्रप्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में इस बात पर विमर्श हुआ कि Startup सचमुच भारतीय अर्थव्यवस्था को पारिभाषित और विकसित कर रहे हैं। हालांकि भारत की Startup अर्थव्यवस्था पूर्ण परिपक्वता तक नहीं पहुॅची है और कई स्टार्टअप शैशवावस्था में ही कालकवलित हो जाते हैं इसका कारण सही कार्ययोजना का न होना, बेहतर स्किल Management का अभाव और जल्द सफल होने की बेचेनी में लिया गया जल्दी का निर्णय घातक है। कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ. कौशिक मुखर्जी, Management विभागाध्यक्ष ने किया। सम्मेलन मे डाॅ.डी.विश्वकर्मा,सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन कल्याण संघ एसएसएमडब्ल्यूए के सचिव को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विशेष धन्यवाद दिया गया।
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एकेएस वि.वि. सतना की मैनेजमेंट संकाय की दो होनहार छात्राओं ने एलजी यंग मार्केटिंग चैंप प्रतियोगिता में सहभागिता देते हुए अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। सीजन वन एलजी यंग मार्केटिंग चैंप प्रतियोगिता में वि.वि. की दो छात्राओं साक्षी कटारिया और वैशाली सिंह बघेल ने देश के नामीगिरामी संस्थानों के बीच अपनी मेघा का प्रदर्शन किया। एलजी टोनफ्री द्वारा संचालित प्रतियोगिता में इन्हें 4 थी रैंक से ही संतोष करना पडा लेकिन यह अनुभव के लिहाज से बडा मंच और बडा पारितोषिक है। छात्राओं ने आईआईएम,रायपुर, ओरिएन्टल काॅलेज और आईआईएम इंदौर जैसे संस्थानों के बीच एकेएस वि.वि. का प्रतिनिधित्व करते हुए चैथी रैंक हासिल की कुछ अंकों से ही इनकी रैंक फिसली है। जबकि इनके कार्य की तारीफ हुई है। वि.वि. की छात्राओं की सहभागिता पर वि.वि. के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ.कौशिक मुखर्जी,फैकल्टी शीनू शुक्ला, डाॅ.प्रदीप चैरसिया और प्रमोद द्विवेदी ने हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाऐं दीं हैं।
एकेएस वि.वि. सतना के फिफ्थ सेमेस्टर बी. टेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के 17 और डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल के 16 छात्र टेªनिंग के लिए टोन्स जल विद्युत गृह क्रमांक 1,सिरमौर गए। छात्रों ने वहाॅ टर्बाइन, जनरेटर, पावर हाउस, हाइड्रोपावर प्लांट स्ट्रक्चर एवं ट्रान्सफार्मर के बारे मे विस्तार से जानकारी प्राप्त की। छात्रों ने बताया कि यहाॅ पर यह सिखाया गया कि वाटर इलेक्ट्रिक में एनर्जी का लाॅस नही होता है ।इसे फिर से उपयोग किया जा सकता है ट्रेनिंग के दौरान एडीशनल चीफ इंजीनियर रिषभ जैन ने छात्रों केा टेान्स हाइडल पावर की समस्त जानकारियों से रुबरु कराया। उन्होने बताया कि फासिल फ्यूल खत्म होने से अब सोलर, हाइडल और वाटर पावर पर निर्भरता बढ रही है, पानी से काई वाटर पाल्यूशन भी नहीं होता है और वाटर को बार बार प्रयोग भी किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के सभी संकायों में विद्यार्थियों को इंडस्ट्रीज की कार्यशैली, सिस्टम तथा मशीनों के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए ट्रेनिंग आयोजित होती है और वहीं से विद्यार्थियों को चयन और ज्ञानार्जन का अवसर भी मिलता है। विषय के बारे मे विस्तार से जानकारी के लिए वि.वि. के फैकल्टी इंजी.अजय सिंह,मधु सोनी और दिवाकर दुबे उपस्थित रहे। छात्रों की ट्रेनिंग पूर्ण करने के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संकाय की विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला, एडमिनिस्ट्रेटर इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने हर्ष व्यक्त करते हुए भविष्य की शुभकामनाऐं दीं हैं।
एकेएस वि.वि. सतना के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ.कौशिक मुखर्जी ने एपीडा,भारत सरकार,डीआईसी,म.प्र.सरकार और एमएसएमई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दी और अपने विद्वतापूर्ण व्याख्यान से सबको प्रभावित किया। उन्होने निर्यात संवर्धन पर व्याख्यान देते हुए कहा कि म.प्र. में अभूतपूर्व संभावनाऐं प्रचुर मात्रा में उपस्थित हैं जरुरत है इनकी सही पहचान और उनका दोहन करने की। उन्होने बताया कि पहले हमें अधिशेष की पहचान करनी होगी फिर बिक्री क लिए योजना बनाने की जरुरत है,दूसरा धरेलू संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल जरुरी है। तीसरा रोजगार क अवसर बढे तो ज्यादा बेहतर कार्य प्राप्त किया जा सकता है। विदेशी मुद्रा की कमाई और अंत में राष्ट्रीय आय में वृद्वि जिससे नए और आने वाले निर्यातकों को भी फायदा हो। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य युवा निर्यातको ने अपने क्षेत्र के अनुभव शामिल करते हुए अपनी राय रखी जिससे नए उद्यमियों का मार्ग भी प्रशस्त हुआ। कार्यशाला का मुख्य उद्येष्य निरुपित करते हुए डाॅ.मुखर्जी ने कहा कि इसका मूल था अधिकतम विदेशी मुद्रा अर्जित करना और घरेलू उत्पादनों को बढावा देना। कार्यक्रम में डाॅ.मुखर्जी ने उपस्थित जनों के सवालों के तारतम्य में सरल,सहज और त्रृटिहीन जवाब भी दिए। जिसे काफी सराहना मिली।
एकेएस वि.वि. सतना के बी.टेक Electrical Engineering विभाग के तीन छात्रों की कॅरियर शुरुआत वंडर सीमेंन्ट,राजस्थान से एक परफेक्ट शुरुआत, में हुई है। वंडर Portland cement पोजलाना और आर्डिनरी पोर्टलैण्ड निर्माण के क्षेत्र में चिरपरिचित नाम है। वि.वि. के तीनो चयनित छात्रों राजीव सेन ,अजय कुमार और अभिषेक महतो ने समूची सेलेक्सन प्रक्रिया को क्रेक करते हुए Wonder Cement की टीम में जगह बनाई है Wonder Cement Competitive, Quality और Trust का दूसरा नाम है यहाॅ Return Test और वर्चुअल इंटरव्यू के दौरान छात्रों ने एचआर मैनेजर को काफी प्रभावित किया। उन्हें 1 सितम्बर का ज्वाइनिंग आॅफर लेटर दिया गया यह सुनते ही छात्रों की खुशी का पारावार न रहा क्योंकि यह सपनों के सच होने जैसा है। विद्यार्थियों के चयन पर वंडर सीमेन्ट ने उन्हे चार लाख पच्चीस हजार पर एनम का Package Offer किया है। उनके कार्यो के व्योरे को देखें तो उन्हें अपनी डिग्री पूर्ण करने के बाद नौकरी के शुरुआती चरण में एसाइन्ड कार्यो को पूर्ण करना,अधिकतम Practical knowledge obtain करना,Project पर कार्य और नोट लेने के साथ रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को देनी होती है। एसाइन्ड Project में उन्हें अपने वैल्यूबल सजेशन देने के साथ फाइंडिग्स पर भी कार्य करना होगा। छात्रों के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवध्रन,डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान ,Electrical Engineering संकाय की विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला,Administrators इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने हर्ष व्यक्त किया है। वि.वि. के तीनों चयनित छात्रों राजीव सेन ,अजय कुमार बैस और अभिषेक महतो को उनके चयन के लिए समूचे वि.वि. परिवार ने भी शुभकामनाऐं दीं है।