नगासाकी हिरोसिमा त्रासदी, परमाणु बम की विभाषिका प्रो.एम.एल.शर्मा,त्रिभुवन यूनिवर्सिटी नेपाल विश्व सरकार वर्तमान की पुकार एवं भविष्य की जरुरत-इंजी.अनंत कुमार सोनी,एकेएस वि.वि. सतना
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एकेएस वि.वि. सतना के रसायन विभाग में एक बृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विश्व सरकार कैसे बने, कैसे संपूर्ण विश्व विकास की एक सोच रखे, शक्तिशाली, संप्रभुता संपन्न, जनतांत्रिक, लोक कल्याणकारी एवं प्रगतिशाील विश्व सरकार का गठन हो और यह समस्त मानवता को सकारात्मकता के साथ आगे ले जाए इस पर विस्तार से online विद्वजनों ने चर्चा की। शुरुआत हुई 1945 में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी की परमाणु बम विस्फोट की विभीषिका एवं भयावहता पर चर्चा से जिस पर Webinar में विषयसम्मत विद्वजनों ने अपनी राय रखी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डाॅ.एम.एल शर्मा,प्रो.त्रिभुवन University ,नेपाल ने अपने विद्वतापूर्ण उदबोधन में परमाणु बम एवं रासायनिक हथियारो के खतरों से आगाह करते हुए कहा कि हम पहले भी इसकी भयावहता का शिकार होकर जिए हैं एक पल के गुस्से से समस्त मानव जाति पर बडा खतरा हो सकता है। 1945 से अब तक नागासाकी एवं हिरोशिमा पर हुए परमाणु बम विस्फोट के प्रभाव का उदाहरण लेते हुए मानव सभ्यता पर भविष्य में इस तरह की घटना का पुनः होना भयावह बताया। उन्होंने व्यापक संदर्भ में चर्चा करते हुए कई ऐतिहासिक समझौतों और संधियों के साथ विनाशक युद्वों पर चर्चा और उनके प्रभाव भी बताए। एकेएस वि.वि.के कुलाधिपति माननीय श्री बी.पी.सोनी जी की अवधारणा की उन्होंने भरसक सराहना की। वेबिनार में प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने उद्घाटन भाषण देते हुए संपूर्ण विषय पर विषद जानकारी से परिचित कराते हुए विश्व सरकार की संपूर्ण वैचारिक प्ृष्टभूमि से अवगत कराया। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने विश्व सरकार की जरुरत पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व में जिस तरह के उठापटक और संघर्ष की स्थितियाॅ निर्मित हो रही हैं वह काफी संकटपूर्ण और भविष्य के नजरिए से खतरनाक हैं विश्व सरकार से समग्र विकास, विश्व में स्थाई शांति एवं मानव जाति का कल्याण संभव है। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के माननीय कुलाधिपति बी.पी.सोनी जी ने इस अवधारणा का सपना देखा है उनका कहना है कि अगर विश्व युद्व हुआ तो समस्त मानवता और सभ्यता ही मिट जाएगी इसलिए एक ऐसी सरकार की जरुरत है जो इस विनाश को रोक सके और मानव कल्याण कर सके। उनका कहना है कि समय की माॅग है विश्व सरकार,उन्होंने इस पर कई आलेख भी साझा किए हैं जो काफी प्रसंशित रहे हैं।वेबिनाॅर को दर्शकों का अच्छा प्रतिसाद मिला और कई देशों के व्यूअर्स भी इससे जुडे। कार्यक्रम के आयोजन में डाॅ.शैलेन्द्र यादव की मुख्य भूमिका रही। आयोजन समिति में डाॅ. दिनेश मिश्रा, विभागाध्यक्ष, रसायन, डाॅ.समित कुमार, कान्हा सिंह तिवारी, सुषमा सिंह, मनोज शर्मा, दिनेश बाल्मीकि, सुन्दरम खरे की प्रमुख भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन नाहिद उस्मानी ने किया। वेबिनार मे आभार वरिष्ठ प्रोफेसर डाॅ.आर.एस.निगम ने किया।इस मौके पर प्रो.आर.एन.त्रिपाठी जी की गरिमामयी उपस्थिति उल्लेखनीय रही।