हृदय के मूल में बसे असली केंद्र की खोज के लिए Heartfulness ध्यान आवश्यक-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG, Bhopal, PHQ
एकेएस वि.वि. सभागार में Heartfulness पर हुए कार्यक्रम में शामिल हुए वि.वि. के अधिकारी और faculties
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में सतना को गौरवान्वित करने वाली 2006 बैच की IPS अधिकारी और Heartfulness Trainer श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, Bhopal, PHQ ने कार्यक्रम के समापन के मौके पर बताया कि आध्यात्मिक रुपांतरण के लिए Heartfulness सहज योग,हृदय आधारित घ्यान पद्वति है यह 130 से अधिक देशों में निःशुल्क संचालित है। इसे Internet पर YouTube से या किसी भी सेटर से किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हृदय के मूल में बसे असली केंद्र की खोज के लिए Heartfulness सहज योग आवश्यक है श्रीमती रुचिवर्धन ने बताया कि Relaxation और Meditation से उनके खुद के जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन हुए है जैसे समय प्रबंधन, Family Happiness, Anger Management, Communication skills और लोक व्यवहार में बेहतर समन्वय इत्यादि। Heartfulness पर अपने अनुभव शेयर करते हुए उन्होने सभागार को बताया कि हमें सबको अपने सुधार पर ध्यान देने की जरुरत है इसके लिए रास्ता Heartfulness Meditation से मिलता है। तनाव से मुक्ति पाने का Heartfulness Meditation महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है इसे मैने अपने जीवन में स्वयं अनुभव किया है, उन्होंने कहा कि आंतरिक शांति का अनुभव अपार खुशी प्रदान करता है तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन मौके पर उन्होंने ईश्वर की प्रार्थना की शक्ति से सभी को अवगत कराया, Heartfulness Meditation के माध्यम से पाई जाने वाली ईश्वरीय प्रेरणा, चिंतन और योग की पद्वति बडी सहज है हमारे जीवन का वास्तविक सत्य यह है कि सब ईश्वर से ही जन्म पाते है और ईश्वर में ही विलीन हो जाते है योग हमें शक्ति देता है, विचार हमारे मन की प्रक्रिया है जिसे खुशी के बीज में परिवर्तित करना है,ईश्वरीय प्रेरणा से कार्य करने से आनंद की अनुभूति आती है और इस निमित्त के लिए Heartfulness ध्यान पद्वति बहुत उपयोगी और कारगर है,उन्होनें कहा कि हमें क्रोध आता है तो परिस्थिति की जगह हमें खुद चिंतन करना चाहिए कि क्या उचित है जो अभी होना चाहिए दिन में जब भी समय मिले हमें हमारे मष्तिष्क को Heartfulness ध्यान पद्वति से सही दिशा में लाने का प्रयास करना चाहिए। Relaxation पद्वति हमें संतुलन सिखाती हैं। प्रार्थना हमें शक्ति देती है ध्यान,(सफाई)cleaning,प्रार्थना हमे उजाले की तरफ ले जाती है और विचारों के तम को हरती है। मौशिकी की प्रतिभा से बाकिफ सभागार के अनुरोध पर श्री मती रुचि ने बहुआयामी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए छुपा लो यूॅ दिल नग्में को आवाज देकर सभागार को तालियाॅ बजाने केा मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में बहन डाॅ.दीपमला बठीजा और बहन दीपिका श्रीवास्तव ने Heartfulness, relaxation और meditation प्रक्रिया संपन्न कराने के साथ अपने अनुभव भी शेयर किए।कार्यक्रम में वि.वि. के Pro-chancellor अनंत कुमार सोनी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, भोपाल, PHQ ने अपना अमूल्य समय देकर हमें अनुग्रहीत किया है ओर हम सब उनके आभारी है। कार्यक्रम में प्रो.बी.बी.व्योहार म.प्र.लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष के साथ विभिन्न संकायों के Dean, Directors और faculties के साथ अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे सभी ने मुक्त कंठ से कार्यक्रम और उसकी उपादेयता की सराहना की।
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ध्यान पद्वति से अपने ह्दय की आवाज को सुनना चाहिए-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG,भोपाल,PHQ
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में हुआ Hartfulnesh पर कार्यक्रम
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में सतना जिले की गौरव बिटिया रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, भोपाल, PHQ का आगमन हुआ उन्होंने वि.वि. के आग्रह पर Hartfulnesh, Relaxation और Meditation पर विस्तार से अपने अनुभव शेयर किए। सभागार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिक परिवेश में मानव जीवन में कई तरह के तनाव आते हैं इससे मुक्ति पाने का हार्टफुलनेश मेडिटेशन महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है और मै ऐसा इसलिए कह पा रही हूॅ क्योंकि मैने इसे स्वयं अनुभूत किया है,उन्होंने कहा कि हमे सर्वप्रथम ध्यान पद्वति के द्वारा अपने ह्दय या जिसे अंतरमन कहते है उसकी आवाज को सुनना चाहिए क्योंकि हमारा ह्दय जिसे हम आत्मा के स्वरुप में भी जानते हैं उसका जुडाव परमात्मा से होता है अतः हमें अंतःकरण की आवाज को सुनना चाहिए। अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए कार्य करने में निश्छलता, ईमानदारी एवं सकारात्मक सोच के द्वारा अपने जीवन को संचालित करना चाहिए जिसमें स्पस्टता हो कि यह करना सही है और यह करना गलत है। ईश्वरीय प्रेरणा से कार्य करने से आनंद की अनुभूति आती है और इस प्रायोजन से Hartfulnesh ध्यान पद्वति बहुत उपयोगी और कारगर है आगे उन्होनें कहा कि हमारे मष्तिष्क का भी रिहर्सल इस ध्यान पद्वति को करने से सही दिशा में प्रवृत्त होता है और सकारात्मक उर्जा हमें ताकत देती है। इस ध्यान पद्वति में हम निरंतर Meditation अभ्यास के द्वारा बहुत प्रकार के तनावों से दूर जा सकते हैं इससे मानसिक स्थिति संतुलित होती है ,Relaxation पद्वति हमें संतुलन सिखाती हैं। इस अवसर पर श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा के पति IAS शशांक मिश्रा, म.प्र. शासन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी,म.प्र.ग्रामीण विकास ने नई शिक्षा नीति 2020 पर आवश्यक ओर महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि जीवन में अनुशासन अति आवश्यक है, लक्ष्य को निर्धारित करते हुए हम सकारात्मक रुप से प्रयत्न करते हुए वाछित उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं। सम्पूर्ण शिक्षा को स्कूल के स्तर से उच्च शिक्षा तक के विभिन्न आयामों को एक श्रंखलाबद्व तरीके से व्यावहारिक शिक्षा से जोडा जाना चाहिए। तभी भारत विकास की ओर तीब्र अति से अग्रसर हो सकेगा। इस मौके पर सतना जिले के पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिह यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन में शंाति का अलग स्थान है ओर इसे पाने का योग,ध्यान विशेष माध्यम है। कार्यक्रम में प्रो.बी.बी.व्योहार म.प्र.लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने प्रतियोगी परीक्षाओं की विभिन्न बारीकियों से अवगत कराया। इस अवसर पर वि.वि. के Pro-Chancellor अनंत कुमार सोनी के साथ विभिन्न संकायों के deans, directors और faculties के साथ अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी है और एकेएस वि.वि. में कार्यरत श्री हर्षवध्रन श्रीवास्तव की सुयोग्य सुपुत्री हैं।
एकेएस वि.वि. के चार विद्यार्थी हुए कैम्पस में चयनित
management trainee बनकर करेगें कार्य- प्रमोशन के अच्छे अवसरों की भरमार
B.Tech.Mechanical के तीन और B.Tech.Ele. के एक छात्र का चयन
सतना। Jaiswal Neco Industries, Ltd. सिलतारा, रायपुर के लिए एकेएस वि.वि. सतना के B.Tech.Mechanical के तीन और B.Tech.Ele.के एक छात्र का चयन बतौर Magenture Trainee और Junior Management Trainee के पद पर किया गया है। Covid-19 के दौर में virtual platform के माध्यम से वि.वि. के विभिन्न संकाय के विद्यार्थियो के चयन का सिलसिला जारी है, इसी कडी में एकेएस वि.वि. सतना के B.Tech.Mechanical के तीन छात्रों लवकुश विश्वकर्मा,रिशी पाण्डेय,ओर राजदीप झा का चयन हुआ है जबकि B.Tech.Ele. के एक छात्र शिवम त्रिपाठी का चयन कंपनी द्वारा किया गया है। इनका चयन दो लाख दस हजार पर एनम के पैकेज के लिए हुआ है। चारों छात्रों के चयन पर वि.वि. के Chairman अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी के साथ सभी संकायों के Dean, Directors और faculties ने हर्ष व्यक्त करते हुए छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की है। विद्यार्थियों ने अपने चयन का श्रेय एकेएस वि.वि. के सभी faculties के सक्रिय और कुशल मार्गदर्शन को दिया है।
एकेएस वि.वि. के राष्ट्रीय योग webinar में शामिल हुए ADG मि. राजाबाबू
सपनो का बडा होना और व हिमालय सा परिश्रम जरुरी-राजाबाबू सिंह
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के Department of Yoga में एकदिवसीय राष्ट्रीय webinar का आयोजन किया गया जिसमें 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी श्री राजाबाबू सिंह ने शिरकत की उन्होंने बताया कि योग और वैदिक तंत्र जीवन नियंत्रण का कार्य करते हैं,उन्होंने कहा कि जीवन को जीना एक बात है और इसे उत्कर्ष मार्ग पर लाकर आदर्श बनाना बडी बात है। सपनो का बडा होना और हिमालय सा परिश्रम जरुरी है अगर आप उपलब्धि प्राप्त करना चाहते हैं। जीवन में त्याग की भावना होना जरुरी है। उन्होने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोरोना को सहजता से लेना घातक है,यह बीमारी अभी गई नहीं है बल्कि धीमी हुई है, प्राचीन परंपराओं का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि हमारे ऋषि मुनि वैज्ञानिक ही थे उन्होंने परंपराओं के रुप में हमारे लिए आदर्श निर्मित किए थे। दिनचर्या और आहार-विहार को लेकर उनके नियम कितने कडे और दृढ थे इसे हम वैदिक परंपराओं के माध्यम से समझ सकते हैं। जीवों की रक्षा करें,फसलों को शुद्व खाद-बीज दें पर्यावरण को शुद्व बनाऐं। जीवन का फलसफा बताते हुए उन्होंने कहा कि वास्तव में जीवन वह गिरफ्तारी है जो बिना वारंट है चेतना को जागृत रखना जीवन मुक्ति का मार्ग है। कार्यक्रम में वि.वि. के Pro-chancellor अनंत कुमार सोनी ने कहा कि जीवन ओर योग एक दूसरे के पूरक हैं उन्होंने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जीवन को सरल, सहज और निरोग बनाने के लिए योग को अपने जीवनचर्या का हिस्सा बनाने पर बल दिया। योग विभागाध्यक्ष प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने अतिथि सत्कार किया। कार्यक्रम के संचालक राजीव बैरागी, समायोजन मिर्जा समीउल्ला बेग व निदेशन डाॅ.दिलीप तिवारी ने किया।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस वि.वि. के Diploma Cement Technology के विद्यार्थी का चयन
नागेन्द्र कुशवाहा हुए Asian Fin Cement Limited के लिए चयनित
Trainee Engineer बनकर करेगें कार्य- प्रमोशन के अच्छे अवसरों की भरमार
सतना। Fin Cement Limited में एकेएस वि.वि. सतना के Diploma Cement Technology के विद्यार्थी का चयन दो लाख पर एनम के पैकेज के लिए हुआ है। Covid-19 के दौर में virtual platform के माध्यम से वि.वि. के विभिन्न संकाय के विद्यार्थियो के चयन का सिलसिला जारी है,इसी कडी में एकेएस वि.वि. सतना के Diploma Cement Technology के विद्यार्थी का चयन Trainee Engineer के पद पर कार्य करने के लिए किया गया है। इनका चयन राजगढ,राजपुरा,पटियाला रीजन के लिए हुआ है। नागेन्द्र के चयन पर वि.वि. के Chairman अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी Cement Technology के Director प्रो.जी.सी.मिश्रा के साथ वि.वि. के सभी संकायों के Dean, Directors और Cement Technology के सभी faculties ने हर्ष व्यक्त करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। विद्यार्थी ने अपने चयन का श्रेय Cement Technology के सभी faculties के सक्रिय और कुशल मार्गदर्शन को दिया है।
एकेएस वि.वि. के Mining विभाग में मनाया गया खनन दिवस
भारतीय खनन उद्योग का है बेहतर भविष्य-श्री भोला सिंह, Director of CCL
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के Department of Mining संकाय के द्वारा 31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक भारतीय खनन दिवस के मोके पर virtual कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें श्री भोला सिंह,Director of CCL,राॅची ने कहा कि Indian Mining Industry का भविष्य उज्जवल है उन्होंने कहा कि Indian Mining Industry का भारतवर्ष के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। भारतवर्ष के प्रधानमंत्री के आहवान पर चलाए जा रहे आत्म निर्भर भारत कार्यक्रम में Mining अग्रणी है। कार्यक्रम के पहले दिन पूरे भारतवर्ष के साथ एकेएस वि.वि. द्वारा Indian Mining Day Celebrate किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री रजनीश पुरोहित, Regional Controller Indian Bureau of Mines, Government of India ने non-coal sector में हो रहे बदलावों और रोजगार की संभावनाओ पर व्यापक जानकारी दी।कार्यक्रम में पंकज सतीजा,टाटा स्टील,बाय.नागेन्द्र त्रिवेणी,अर्थमूवर्स,एस.के.राउत,डालमिया सीमेंन्ट के साथ वि.वि. के passout 6 छात्रों ने भी अपने अनुभव शेयर किए। कार्यक्रम के तीसरे दिन राष्ट्रीय online प्रतियोगिता में 29 संस्थानों के हजारों विद्यार्थियों ने mining quiz में हिस्सा लिया। इन्हें online पुरस्कृत भी किया गया।कार्यक्रम में Mining Technology, Coal Mining, भारतवर्ष में Mining Research and Safety पर विस्तार से चर्चा के साथ नवीन innovations पर चर्चा भी हुई। इस मौके पर वि.वि. के कार्यक्रम में डाॅ.पी.के. सिंह,सिंफर,श्री विनोदानंद.कालूंडिया, DGMS,जबलपुर,वि.वि के Pro-chancellor अनंत कुमार सोनी पी.के.पलित,इंजी.आर.के.श्रीवास्तव,डाॅ.हर्षवर्धन,डाॅ.जी.के.प्रधान,प्रो.अनिल मित्तल, प्रो.दासगुप्ता, डाॅ.बी.के.मिश्रा के साथ अन्य गणमान्य अतिथि और अन्य जनों ने अपने विचार शेयर किए।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस वि.वि. की Biotech Faculty रेनी निगम को PhD Award
A Comparative Study of Chromatography विषय पर किया विस्तृत और गहन अध्यययन
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के Department of Biotech मे 12 वर्ष से निरंतर बतौर प्राध्यापक अनवरत शिक्षा का दीप प्रज्वलित कर रहीं faculty रेनी निगम को उनके विषय में PhD Award हो गई है। उनकी मार्गदर्शक डाॅ.रश्मि अर्नोल्ड रही हैं जो Department of Botany Government Girls Degree College रीवा,Center for Biotechnology Studies, APS वि.वि. सतना में कार्यरत हैं। डाॅ. रेनी निगम का PhD का title ‘‘A Comparative Study of Chromatography‘‘ था जबकि सम्पूर्ण विषय "Fingerprinting Analysis and Evaluation of Antimicrobial and Antioxidant Activities of Tephrosia Perpurea and Phalanthes Niruri" था। डाॅ.रेनी ने बताया कि दोनो पौधे Tephrosia purpurea and Phyllanthus niruri ‘महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक गुणों से परिपूर्ण हैं जिन्हे बहुत सारे आयुर्वेदिक दवाइयों में प्रयोग किया जाता है। डाॅ.निगम की गरिमामयी उपलब्धि पर उनके परिवार के साथ सहकर्मियों,और एकेएस वि.वि.परिवार के सभी जनों ने शुभकामनाऐं देते हुए हर्ष व्यक्त किया है।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस वि.वि. के भ्रमण पर आए निजी वि.वि.विनियामक आयोग के चेयरमैन
पूर्व योजना और पूर्ण योजना हमारे कार्यों को पूर्ण करती है-डाॅ.भरत शरण सिंह
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के एकदिवसीय भ्रमण पर आए निजी वि.वि. विनियामक आयोग के चेयरमैन डाॅ. भरतशरण सिंह ने सभागार को संबोधित करते हुए कहा कि म.प्र. निजी वि.वि. विनियामक आयोग का काम सभी वि.वि. और students के हितों के लिए कार्य करना होता है। जिससे students के हित प्रभावित न हों। शैक्षणिक कार्यो में आ रही विषमताओं को दूर करने की दिशा में उन्होंने कहा कि सभी वि.वि. अपनी कार्ययोजना तय करके कार्य करते हैं। इस विषय में विभिन्न वि.वि. अच्छा कार्य कर रहे हैं म.प्र. निजी वि.वि. विनियामक आयोग विश्वविद्यालयों को UGC, AICTE, के निर्देशानुसार उचित दिशा-निर्देश देता है जिसे विभिन्न शैक्षणिक संस्थान पूरी निष्ठा से पालन करते हैं।महामहिम माननीय राज्यपाल म.प्र. की मंशा है कि उच्च शिक्षा और सभी वि.वि. में अनिवार्य रुप से नैक होना चाहिए जिससे शिक्षा का स्तर सुधरे। उन्होंने भारतवर्ष के प्रधान मंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी के विजन National Education Policy-2020 पर अपने विचार रखते हुए कहा कि इस शिक्षा नीति में प्रबुद्वजनों,शिक्षाविदों,गणमान्य व्यक्तित्वों के विचार समाहित हैं जो कि 1947 की मैकाले पद्वति की शिक्षा के दखल को खत्म करेंगें और इनोवेशन के साथ नई परंपरा को बढावा देंगें। किसी भी कार्य की पूर्व योजना और पूर्ण योजना जब हम बना लेते हैं तो हमें ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं पडती है और कार्य हमारे समय निर्धारण के हिसाब से पूर्ण हो जाता है। उन्होंने स्व.इंजी. भारतरत्न विश्वेश्वररैया का उदाहरण देते हुए बताया कि वह 101 की उम्र में भी पुस्तकों का पठन करते थे इसे ज्ञान अर्जन की भूख कहते हैं। इसी कडी में वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने एकेएस वि.वि. की स्थापना, विजन और मिशन की जानकारी देते हुए बताया कि वि.वि. में जल्द ही Community Radio प्रारंभ होगा, Directorate of Traditional Knowledge की स्थापना के उद्वेश्यों, वि.वि. के विभिन्न संस्थानों के साथ 25 से ज्यादा memorandum of understanding,जिसमें ज्ञान आदान प्रदान के लिए Student Exchange और Faculty Exchange शामिल हैं उन्होंने बताया कि वि.वि. को अब तक विभिन्न मंचों से academic excellence और IT infrastructure के लिए कई एवार्ड प्रदान किए गए हैं कृषि संकाय के रावे के तहत किए जा रहे कार्यो का लेखाजोखा भी उन्होंने प्रस्तुत किया। वि.वि. परिवार की तरफ से अतिथि का धन्यवाद डाॅ.एस.एस.तोमर ने किया। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी और प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि डाॅ. भरतशरण सिंह का शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह से स्वागत किया। इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने डाॅ.सिंह का वि.वि. के सभी संकाय के पदाधिकारियों का परिचय कराया। प्रो.बी.पी.व्योहार ने वि.वि. के अहम पहलुओं पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, ओएसडी ने करते हुए वि.वि. की प्रगति का सिलसिलेवार ब्योरा प्रस्तुत किया। उन्होंने वि.वि. के आई.टी. विभाग, बायोटेक विभाग, गौशाला, पाॅलीहाउस का निरीक्षण करते हुए वि.वि. के कार्यो की सराहना की। कार्यक्रम में वि.वि. के सभी संकाय के Dean, Directors और Faculty की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस वि.वि. के योग विभाग में एक दिवसीय webinar
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के योग विभाग में विश्वप्रसिद्ध योग गुरू सुनील सिंह ने मानव शरीर में calcium एवं vitamin D की भूमिका विषय पर अपना उद्बोधन प्रदान किय योग गुरू श्री सुनील सिंह ने मानव शरीर में calcium और vitamin D की अनियमितता से होने वाले रोगों को योग व आहार से नियंत्रित करने की विधियां बताईं। मातृशक्ति में होने वाली बीमारियों के बारे में उन्होंने जानकारी दी तथा तनाव प्रबंधन का अचूक उपाय भी बताया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी यदि स्वास्थ्य व धन दोनों पाना चाहता है तो योग शिक्षा उसके लिये बेहतर है। डाॅ. दिलीप तिवारी ने बताया कि योग के क्षेत्र में नौकरियों के बेहतर अवसर है। इसी तरह मल्टी नेशनल कम्पनीज, स्वरोजगार और अन्य क्षेत्र भी खुले हुए हैं। एकेएस वि.वि. में संचालित योग कोर्सेस पर उन्होंने जानकारी दी। कार्यक्रम में राजीव बैरागी, मिर्जा समीउल्ला बेग के साथ अन्य faculty जन उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि श्री सुनील सिंह ने 11 पुस्तकें और 3100 योग कार्यक्रम सहित विभिन्न टीवी चैनलों में योग कार्यक्रमों में भाग लिया है। उन्होंने योग की भ्रांतियों के बारे में भी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का शुभारंभ Pro Chancellor अनंत सोनी के उद्बोधन से हुआ, स्वागत डाॅ. हर्षवर्धन ने किया।
एकेएस वि.वि. के Mining संकाय में Research and Development पर Webinar
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना में आत्म निर्भर भारत विषय के तहत एक दिवसीय Webinar कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका मूल आधार Mining के क्षेत्र में Research and Development रहा। कार्यक्रम में प्रो. डाॅ. जी.के. प्रधान ने Research and Development कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी श्री ओयूष कुमार मुख्या रहे। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में Mining के क्षेत्र में Research and Development की महती आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि मौलिक Research Mining के क्षेत्र को नई बुलंदी देगा, स्टूडेंट्स को भी Research की तरफ उन्मुख होना चाहिये। एकेएस वि.वि. की शैक्षणिक प्रणाली पर उन्होंने कहा कि वि.वि. में उन्नत लैब और विश्व स्तरीय फैकल्टीज के होने की वजह से वि.वि. का एक अलग मुकाम है। कार्यक्रम में प्रो. अनिल मित्तल ने बताया कि 2013 से ही एकेएस वि.वि. Mining Research में सक्रिय है। Senior Professor एस जयन्तू NIT ने कहा कि कोयला क्षेत्र में क्लीन कोयला की मांग भविष्य में बढ़ेगी। कार्यक्रम में डाॅ. बी.के. मिश्रा, विभागाध्यक्ष के साथ वि.वि. के प्रो. जे.एन. सिंह और अन्य faculty members के साथ वि.वि. के Mining संकाय के छात्र और समस्त म.प्र. के छात्र भी जुड़े।