Simple Joomla Templates by Web Hosting

  • Home
    Home This is where you can find all the blog posts throughout the site.
  • Categories
    Categories Displays a list of categories from this blog.
  • Archives
    Archives Contains a list of blog posts that were created previously.

ध्यान पद्वति से अपने ह्दय की आवाज को सुनना चाहिए-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG,भोपाल,PHQ

Posted by on in Daily University News in Hindi
  • Font size: Larger Smaller
  • Hits: 892
  • 0 Comments
  • Subscribe to this entry
  • Print

b2ap3_thumbnail_ruuchi-mem-1_20201109-092118_1.JPG

ध्यान पद्वति से अपने ह्दय की आवाज को सुनना चाहिए-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG,भोपाल,PHQ
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में हुआ Hartfulnesh पर कार्यक्रम

सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में सतना जिले की गौरव बिटिया रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, भोपाल, PHQ का आगमन हुआ उन्होंने वि.वि. के आग्रह पर Hartfulnesh, Relaxation और Meditation पर विस्तार से अपने अनुभव शेयर किए। सभागार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिक परिवेश में मानव जीवन में कई तरह के तनाव आते हैं इससे मुक्ति पाने का हार्टफुलनेश मेडिटेशन महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है और मै ऐसा इसलिए कह पा रही हूॅ क्योंकि मैने इसे स्वयं अनुभूत किया है,उन्होंने कहा कि हमे सर्वप्रथम ध्यान पद्वति के द्वारा अपने ह्दय या जिसे अंतरमन कहते है उसकी आवाज को सुनना चाहिए क्योंकि हमारा ह्दय जिसे हम आत्मा के स्वरुप में भी जानते हैं उसका जुडाव परमात्मा से होता है अतः हमें अंतःकरण की आवाज को सुनना चाहिए। अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए कार्य करने में निश्छलता, ईमानदारी एवं सकारात्मक सोच के द्वारा अपने जीवन को संचालित करना चाहिए जिसमें स्पस्टता हो कि यह करना सही है और यह करना गलत है। ईश्वरीय प्रेरणा से कार्य करने से आनंद की अनुभूति आती है और इस प्रायोजन से Hartfulnesh ध्यान पद्वति बहुत उपयोगी और कारगर है आगे उन्होनें कहा कि हमारे मष्तिष्क का भी रिहर्सल इस ध्यान पद्वति को करने से सही दिशा में प्रवृत्त होता है और सकारात्मक उर्जा हमें ताकत देती है। इस ध्यान पद्वति में हम निरंतर Meditation अभ्यास के द्वारा बहुत प्रकार के तनावों से दूर जा सकते हैं इससे मानसिक स्थिति संतुलित होती है ,Relaxation पद्वति हमें संतुलन सिखाती हैं। इस अवसर पर श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा के पति IAS शशांक मिश्रा, म.प्र. शासन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी,म.प्र.ग्रामीण विकास ने नई शिक्षा नीति 2020 पर आवश्यक ओर महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि जीवन में अनुशासन अति आवश्यक है, लक्ष्य को निर्धारित करते हुए हम सकारात्मक रुप से प्रयत्न करते हुए वाछित उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं। सम्पूर्ण शिक्षा को स्कूल के स्तर से उच्च शिक्षा तक के विभिन्न आयामों को एक श्रंखलाबद्व तरीके से व्यावहारिक शिक्षा से जोडा जाना चाहिए। तभी भारत विकास की ओर तीब्र अति से अग्रसर हो सकेगा। इस मौके पर सतना जिले के पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिह यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन में शंाति का अलग स्थान है ओर इसे पाने का योग,ध्यान विशेष माध्यम है। कार्यक्रम में प्रो.बी.बी.व्योहार म.प्र.लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने प्रतियोगी परीक्षाओं की विभिन्न बारीकियों से अवगत कराया। इस अवसर पर वि.वि. के Pro-Chancellor अनंत कुमार सोनी के साथ विभिन्न संकायों के deans, directors और faculties के साथ अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी है और एकेएस वि.वि. में कार्यरत श्री हर्षवध्रन श्रीवास्तव की सुयोग्य सुपुत्री हैं।

0

Comments

  • No comments made yet. Be the first to submit a comment

Leave your comment

Guest Friday, 15 November 2024