सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के सभागार में ‘‘विश्व भूख दिवस 2014’’ के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी थीम ‘‘लोगों को सशक्त बनाने एवं भूख समाप्त को बढ़ावा’’ रखी गयी। इसी परिपेक्ष्य एवं उद्देश्य के तहत एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं पर्यावरण विभाग के डाॅ. महेन्द्र तिवारी ने संगोष्ठी में बताया कि लगभग 20 हजार लोग एक दिन में भूख एवं गरीबी के कारण अपनी जान गवां देते हैं। जिसमें से 10 प्रतिशत लोग अकाल की वजह से मरते हैं। विकासशील देशों में 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में कुपोषण एवं भुखमरी के कारण जानें जाती हैं। भुखमरी के मुख्य कारण गरीबी, अव्यवस्थित अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन इत्यादि हैं। इस आयोजन का मुख्य उद््देश्य यह है कि हमें गरीबी समाप्त एवं नियंत्रित करने के लिये समाधान खोजने की जरूरत है। इन महत्वपूर्ण जानकारियों से विद्यार्थियों के रू-ब-रू करवाया गया
एकेएस के एमएसडब्ल्यू के छात्रों ने किया बाल न्यायालय का भ्रमण
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के एमएसडब्ल्यू के छात्रों ने शोध कार्य हेतु रीवा स्थित बाल सर्वेक्षण गृह का भ्रमण किया। बाल न्यायालय में भ्रमण के दौरान छात्र-छात्राओं ने संस्थान के सभी कर्मचारियों एवं उनके कार्यों की व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध जानकारियां हासिल की। विद्यार्थियों ने सर्वेक्षण गृह के उद्देश्य व वर्तमान समय में प्रदेश में संचालित संर्वेक्षण गृहों का ब्यौरेवार विवरण लिया। भ्रमण की अगली कड़ी में सर्वेक्षण गृह के अधीक्षक जीतेन्द्र गुप्ता ने संस्थान में आये बालकों को मिलने वाली सुख-सुविधाओं व उनकी न्यायालयीन व्यवस्था के बारे में विस्तारपूर्वक विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की तथा समाजकार्य के छात्रों को भविष्य में आगे आकर समाज में ऐसे बालकों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने में कार्य तथा कैरियर बनाने की बात कही। उपरोक्त शोध कार्य में एकेएस यूनिवर्सिटी के समाजकार्य के डीन व प्रति कुलपति प्रो. भूषण दीवान के मार्गदर्शन तथा प्रो. राजीव सोनी व प्रो. भावना मिश्रा के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।