प्रेस कान्फ्रेंस में दी गई जानकारी
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के सभागार में शुक्रवार को संपन्न हुई प्रेस कान्फ्रेंस में मीडिया प्रतिनिधियों से रू-ब-रू जानकारी दी गई कि बदलते दौर की जरूरत के अनुसार एकेएस विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों की रुचि एवं रुझान को ध्यान में रखते हुए चार नए कोर्सेस लान्च किए। एकेएस विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत सोनी, फूड इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलाॅजी विभाग के हेड डाॅ. सी.के. टेकचन्दानी, सीमेंट टेक्नोलाॅजी के डायरेक्टर डाॅ. जी.सी. मिश्रा ने मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में बताया कि विभिन्न कोर्सेस को आने वाले समय की बेहतरीन संभावनाओं के लिहाज से लॅान्च किया गया है।
फूड इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी कोर्स में 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स एवं 4 वर्षीय बी.टेक डिग्री कोर्स होगा। फूड इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी वर्तमान एवं भविष्य का सबसे उपयोगी कोर्स है, इस कोर्स के साथ विद्यार्थी विभिन्न कम्पनियों में कार्य कर सकते हैं पर स्वरोजगार के सर्वाधिक अवसर फूड इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी कोर्स के बाद विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। कृषि उत्पाद को खाने के लिए उपयुक्त बनाने के लिए जिस विज्ञान का उपयोग किया जाता है उसका अध्ययन इस कोर्स मे करवाया जाता है।इस विषय में अनेक खाद्य प्रसंसकरण उद्योग आते हैं ।गौरतलब है कि प्रोसेस्ड फूड की बढती लोकप्रियता के कारण फूड इंडस्ट्री का भविष्य उज्जवल है।और यह हर साल 17 फीसदी की दर से बृद्वि कर रहा है देश के अलावा विदेशी कम्पनियों मे भी जाॅब के अवसर प्राप्त हो रहे हैं।देश मे इस इंडस्ट्री की कुल क्षमता 13.56 अरब डाॅलर है।उपस्थित सभी पत्रकार बन्धुओं ने वि.वि. की बेकरी मे बनाए गए विभिन्न बेकरी प्रोडक्टस का भी स्वाद लिया एवं उनकी तारीफ की।वि.वि. के फूड इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी कोर्स की एक मुख्य विशेषता होगी कि अध्ययन करने वाले छात्र वि.वि. की ही फूड इंडस्ट्री मे प्रैक्टिकल अनुभव प्राप्त करेंगें।
एकेएस वि.वि. मे एक महत्वपूर्ण विभाग ‘‘ द इंस्टीट्यूट आॅफ लैंग्वेज’’ प्रारंभ किया जा रहा है । इसमे अभी फंडामेटल इंग्लिस, कम्यूनिकेटिव इंग्लिस, कम्यूनिकेटिव गामर, कम्यूनिकेटिव बोकेबलरी,कार्पोरेट इंग्लिस,इफेक्टिव राईटिंग स्किल्स,टेªन द टेªनर प्रोग्राम इत्यादि कोर्सेस हैं । ‘‘ द इंस्टीट्यूट आॅफ लैंग्वेज’’ का संचालन एवं मार्गदर्शन एकेएस के विभिन्न विभागों में कार्यरत इण्डस्टीªयल एक्सपर्ट्स एवं विषय विषेशज्ञों की निगरानी में होगा। इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए विशेष भाषाओं के विशेष कोर्सेस जैसे स्पेनिस, चाइनीज, रसियन इत्यादि भाषाओं मे भी प्रारंभ किए जाऐंगे जो छात्रों की पर्सनालिटी डेव्हलपमेंट व स्किल डेव्हलपमेंट मे भी अहम भूमिका निभाएगा। जिससे विद्यार्थी भविष्य मे देश के साथ साथ विदेशों में भी अपने कॅरियर को नया आयाम दे पाऐंगें।
इन कोसेर्स के बारे में विस्तार से जानकारी एकेएस यूनिवर्सिटी ,सतना की वेबसाइट से ली जा सकती है या कार्यालयीन समय पर एकेएस विश्वविद्यालय, शेरगंज एवं राजीव गांधी काॅलेज ,बस स्टैण्ड ,माखन लाल चतुर्वेदी से सम्बद्ध राजीव गांधी कम्प्यूटर काॅलेज से प्राप्त की जा सकती है। इसी के साथ एकेएस विश्वविद्यालय द्वारा प्रेस कान्फ्रेंस में अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी गईं।