सतना। विंध्य क्षेत्र के उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान एकेएस वि.वि. सतना के समाजकार्य विभाग में समरिटन सोसायटी द्वारा प्रारंभ किये जाने वाले वर्चुअल ब्लड बैंक की जागरुकता हेतु विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में वर्चुअल ब्लड बैंक की वेबसाइट में उपयोग करने के लिये ‘लोगो का डिजाइन चित्रकला’ प्रतियोगिता के माध्यम से एकेएस वि.वि. में समाजकार्य के छात्रों एवं बीए कम्यूटर के छात्रों ने भाग लिया। छात्रों द्वारा उक्त वेबसाइट की जागरुकता हेतु ‘बेस्ट लोगो’ प्रतियोगिता में सराहनीय प्रयास किया। कुछ छात्रों ने जीवंत दिखने वाले ‘लोगो’ बनाए। इस कार्यक्रम का आयोजन समरिटन सोसायटी द्वारा किया गया जिसमें सोसायटी की तरफ से कोआर्डिनेटर बोनी पाॅल, पीआरओ पंकज उरमलिया के साथ में फादर जस्टिन, प्रणव और दिव्या ने भी अपना सहयोग दिया। छात्रों के उत्साहवर्धन हेतु वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. जी.पी. रिछारिया और डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी के साथ साथ समाजकार्य विभाग के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।ज्ञातव्य है कि बेस्ट लोगो बनाने वाले प्रतियोगी को समरिटन सोसायटी द्वारा जिला स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा। स्मरणीय है कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य ब्लड डोनेशन हेतु आम नागरिकों को जागरुक करना एवं ब्लड डोनेशन करने हेतु समाज को प्रेरित किया जाना है।
Daily University News in Hindi
- Subscribe to this category
- Subscribe via RSS
- 2500 posts in this category
सतना। विंध्य क्षेत्र के उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान एकेएस वि.वि. सतना के समाजकार्य विभाग में समरिटन सोसायटी द्वारा प्रारंभ किये जाने वाले वर्चुअल ब्लड बैंक की जागरुकता हेतु विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में वर्चुअल ब्लड बैंक की वेबसाइट में उपयोग करने के लिये ‘लोगो का डिजाइन चित्रकला’ प्रतियोगिता के माध्यम से एकेएस वि.वि. में समाजकार्य के छात्रों एवं बीए कम्यूटर के छात्रों ने भाग लिया। छात्रों द्वारा उक्त वेबसाइट की जागरुकता हेतु ‘बेस्ट लोगो’ प्रतियोगिता में सराहनीय प्रयास किया। कुछ छात्रों ने जीवंत दिखने वाले ‘लोगो’ बनाए। इस कार्यक्रम का आयोजन समरिटन सोसायटी द्वारा किया गया जिसमें सोसायटी की तरफ से कोआर्डिनेटर बोनी पाॅल, पीआरओ पंकज उरमलिया के साथ में फादर जस्टिन, प्रणव और दिव्या ने भी अपना सहयोग दिया। छात्रों के उत्साहवर्धन हेतु वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. जी.पी. रिछारिया और डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी के साथ साथ समाजकार्य विभाग के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।ज्ञातव्य है कि बेस्ट लोगो बनाने वाले प्रतियोगी को समरिटन सोसायटी द्वारा जिला स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा। स्मरणीय है कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य ब्लड डोनेशन हेतु आम नागरिकों को जागरुक करना एवं ब्लड डोनेशन करने हेतु समाज को प्रेरित किया जाना है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के फैकल्टी आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी के सीमेन्ट टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा ड्यूरेबल कांक्रीट मेकिंग प्रेक्टिसेस विषय पर 6 दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया। कार्यक्रम 12 फरवरी से 17 फरवरी तक अनवरत चलेा 12 फरवरी शुभारंभ अवसर पर इनोग्रेशन सेरेमनी का आयोजन किया गया। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में सर्वप्रथम माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर केजेएस सीमेन्ट के एचआर मार्केटिंग हेड पंकज सिन्हा के साथ एकेएस वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। रजिस्ट्रेशन और इनोग्रेशन के बाद विशेष व्याख्यान इंडियन सीमेन्ट इण्डस्ट्री की वर्तमान वस्तुस्थिति पर प्रो. जी.सी. मिश्रा ने दिया। प्रो. करुणानाथ भट्टाचार्य ने कांस्टीटुएंट एण्ड एप्लीकेशन इन कांक्रीट पर व्याख्यान दिया। लैब में वीरेन्द्र कुमार सिंह और रवि पाण्डेय ने टेस्टिंग आफ सीमेन्ट की फाइननेस और स्टैण्डर्ड कांस्टिटुएन्सी पर प्रैक्टिकल डेमोन्स्ट्रेशन और हैण्ड्स आॅन ट्रेनिंग परफार्म करवाई। 13 फरवरी को प्रो. गणेशचंद्र मिश्रा, सीमेन्ट विभाग के डायरेक्टर ने ग्रेड आॅफ कांक्रीट एण्ड कांक्रीट मिक्स डिजाइन पर सभी प्रतिभागियों को जानकारी दी। टेस्टिंग आॅफ सीमेन्ट में लैब के द्वितीय सत्र में सेटिंग टाइम और सीमेन्ट साउण्डनेस टेस्ट रवि पाण्डेय और पियूष गुप्ता ने परफार्म करवाया। 14 फरवरी को बिल्डिंग मैटेरियल कस्टिमेशन एण्ड क्वालिटी कांस्ट्रक्शन्स के साथ ड्यूरेबिलिटी आॅफ कांक्रीट पर डाॅ. भट्टाचार्य ने व्याख्यान दिया। लैब के तृतीय सेशन में फिजिकल टेस्टिंग आॅफ सीए एण्ड एफए के तहत फ्लैकिनेश एण्ड एलांगेशन ग्रेडिंग आॅफ एफए एण्ड सीए के अतिरिक्त स्लम्प टेस्ट भी बताए गए। 15 फरवरी को ओव्हर व्यू आॅफ द पोर्टलैण्ड सीमेन्ट, मैन्यूफैक्चरिंग प्रोसेस, क्लिंकर केमेस्ट्री एण्ड इट्स इम्पैक्ट आॅन सीमेन्ट कांक्रीट और टाइप्स आॅफ सीमेन्ट एण्ड इट्स एप्लीकेशन, क्वालिटी आॅफ सीमेन्ट एण्ड कोडल प्रोविजन्स पर लेक्चर के बाद लैब में डिटर्मिनेशन आॅफ क्ले एण्ड सिल्ट इन वाटर, काम्पेक्शन और कांक्रीट मिक्सिंग पर प्रैक्टिकल हुए। ट्रेनिंग कार्यक्रम के अगले चरण में 16 फरवरी को आठवां व्याख्यान हाइड्रेशन मैकेनिज्म आॅफ पोर्टलैण्ड सीमेन्ट एण्ड स्ट्रैंथ डेव्हलपमेंट और प्रोडक्शन आॅफ पोर्टलैण्ड पोजोलाना सीमेन्ट एण्ड इट्स परफॅार्मेंस इन कांक्रीट पर व्याख्यान के साथ लैब के पांचवें सेशन में कांक्रीट क्यूब मेकिंग टेक्निक और कांप्रेसिव टेस्ट आॅफ सीमेन्ट मोर्टार क्यूब पर प्रैक्टिकल होंगे। कांक्रीट मेकिंग टेक्नोलाॅजी क्वालिटी कंट्रोल ड्यूरिंग कांस्ट्रक्शन के साथ लैब में कांक्रीट क्यूब मेकिंग टेक्निक कांप्रेसिव टेस्ट आॅफ सीमेन्ट मोर्टार क्यूब पर प्रैक्टिकल के बादी अंतिम कड़ी में मार्केटिंग स्ट्रेटेजी आॅफ सीमेन्ट पर विस्तृत जानकारी दी गई। सीमेन्ट क्षेत्र के ग्राहकों को सीमेन्ट उपयोग में भरपूर संतुष्टि हो और अगर वह किसी बात की शिकायत करें तो उसे स्थितिप्रज्ञ होकर सही सल्यूशन दिया जाय, इस पर भी विस्तार से चर्चा हुई। लैब में क्लास टेस्ट आॅर समूह चर्चा के बाद 6 दिनों के कार्यक्रम का प्रतिदिन का मूल्यांकन किया गया। ट्रेनिंग कार्यक्रम में भाग ले रहे प्रतिभागियों ने इस बावत कहा कि कार्यक्रम जानकारीपूर्ण,उद्देश्यपूर्ण और सारगर्भित रहा कार्यक्रम के अंत मे वि.वि. के चेयरमैन ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाऐं दी और उन्हे सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।कार्यक्रम का संचालन रवि पाण्डेय ने किया।
सतना। विंध्य क्षेत्र के उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान एकेएस वि.वि. सतना के प्रांगण में तीन दिवसीय मेगा टेक्निकल फेस्ट ‘‘सिग्मा-18’’ का भव्य आयोजन किया जाएगा। जिसकी थीम‘इंटीग्रेटिंग बेस्ट’ रखी गयी है। जिसमें वि.वि. के समस्त संकायों के छात्र छात्राएं भाग ले सकते हैं। इसके आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को उनकी प्रतिभा का परिचय देने के लिए मंच प्रदान करना है। जिससे उनके शैक्षणिक विकास के साथ साथ बौद्धिक विकास भी निरंतर होता रहे। इसकी विशेषता यह है कि इसमें प्रदेश/जिले के अन्य विद्यालय एवं महाविद्यालयों के छात्र छात्राएं भी भाग ले सकते हैं। वि.वि. की वेबसाइट ूूूण्ंोनजमबीमिेजण्बवउ पर आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा और प्रतियोंगिताओं से संबंधित जानकारी भी उपलब्ध है। इस फेस्ट के अंतर्गत 50 से अधिक तकनीकी प्रतिस्पर्धाएं आयोजित कराई जायेंगी और विजेताओं को आकर्षक नकद पुरस्कार एवं सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया जायेगा। गौरतलब है कि ‘सिग्मा-18’ सिग्मा का दूसरा संस्करण है, प्रथम संस्करण-2017 में हजारों प्रतिभागियों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई थी। तीन दिन का यह टक्निकल फेस्ट आगामी 26, 27 एवं 28 फरवरी को आयोजित किया जायेगा। जिसमें आॅक्शनकिंग, आॅटोकैड, बेड एड हाॅक हाइपोथिसिस, ब्लाइंड कोड, बाॅब दि बिल्डर, ब्रेन बी, ब्रिज डिजाइन, बुल्स एन्ड बियर्स, कैसिनो गेम, आॅय कैंडी, फार्माक्युल्स, फूड सस्पेंशन, फोर्ज आॅफ ऐम्पायर, फ्राॅडडेकोडेड, जंकी बे, मास्टरक्राफ्ट, मेगाट्राॅन, माइक्रोविजन, मिनेरोडिस्क्रेशन, माॅलीक्यूलरविस्टा, मिस्टर बोंड, पेट्री आर्ट, प्रोजेक्टर शटर बग, क्वांटाईजेशन, रिपल इफेक्ट, साइंस रिवाइवल, शार्क टैंक, टेक एक्सहिबिटो, द अमेजिंग लेजर मेज, द लोडेड ब्रश, द पोस्टर मेनिया, थिएटारियो, टिलेज, टच एण्ड रिलीज, ट्रिप्पलडी, वेबडिजाइनिंग, वर्डवाॅर एवं कम्प्यूटर खेलों में रुचि रखने वालों के लिए अल्फास्ट 8, काउंटर स्ट्राइक, डोटा-2, ग्रेबर-आर, लोकोटाइकून, मिनीमिलीसिया जैसी मनमोहक प्रतियोगितायें हजारों प्रतिभागियों के कौशल का विस्तार देने के लिए मुख्य होंगी। वि.वि. प्रबंधन ने कार्यक्रम के कोआॅर्डिनेटर एवं भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. नीलेश राय को बधाई देते हुए समस्त प्रतियोगिताओं में सभी विद्यार्थियों से जोश एवं उत्साह के साथ बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का आग्रह किया है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के फैकल्टी आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी के सीमेन्ट टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा ड्यूरेबल कांक्रीट मेकिंग प्रेक्टिसेस विषय पर 6 दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम 12 फरवरी से 17 फरवरी तक अनवरत चलेगा। 12 फरवरी शुभारंभ अवसर पर इनोग्रेशन सेरेमनी का आयोजन किया गया। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में सर्वप्रथम माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर केजेएस सीमेन्ट के एचआर मार्केटिंग हेड पंकज सिन्हा के साथ एकेएस वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। रजिस्ट्रेशन और इनोग्रेशन के बाद विशेष व्याख्याना इंडियन सीमेन्ट इण्डस्ट्री की वर्तमान वस्तुस्थिति पर प्रो. जी.सी. मिश्रा ने दिया। प्रो. करुणानाथ भट्टाचार्य ने कांस्टीटुएंट एण्ड एप्लीकेशन इन कांक्रीट पर व्याख्यान दिया। लैब में वीरेन्द्र कुमार सिंह और रवि पाण्डेय ने टेस्टिंग आफ सीमेन्ट की फाइननेस और स्टैण्डर्ड कांस्टिटुएन्सी पर प्रैक्टिकल डेमोन्स्ट्रेशन और हैण्ड्स आॅन ट्रेनिंग परफार्म करवाई। 13 फरवरी को प्रो. गणेशचंद्र मिश्रा, सीमेन्ट विभाग के डायरेक्टर ने ग्रेड आॅफ कांक्रीट एण्ड कांक्रीट मिक्स डिजाइन पर सभी प्रतिभागियों को जानकारी दी। टेस्टिंग आॅफ सीमेन्ट में लैब के द्वितीय सत्र में सेटिंग टाइम और सीमेन्ट साउण्डनेस टेस्ट रवि पाण्डेय और पियूष गुप्ता ने परफार्म करवाया। 14 फरवरी को बिल्डिंग मैटेरियल कस्टिमेशन एण्ड क्वालिटी कांस्ट्रक्शन्स के साथ ड्यूरेबिलिटी आॅफ कांक्रीट पर डाॅ. भट्टाचार्य ने व्याख्यान दिया। लैब के तृतीय सेशन में फिजिकल टेस्टिंग आॅफ सीए एण्ड एफए के तहत फ्लैकिनेश एण्ड एलांगेशन ग्रेडिंग आॅफ एफए एण्ड सीए के अतिरिक्त स्लम्प टेस्ट भी बताए गए। 15 फरवरी को ओव्हर व्यू आॅफ द पोर्टलैण्ड सीमेन्ट, मैन्यूफैक्चरिंग प्रोसेस, क्लिंकर केमेस्ट्री एण्ड इट्स इम्पैक्ट आॅन सीमेन्ट कांक्रीट और टाइप्स आॅफ सीमेन्ट एण्ड इट्स एप्लीकेशन, क्वालिटी आॅफ सीमेन्ट एण्ड कोडल प्रोविजन्स पर लेक्चर के बाद लैब में डिटर्मिनेशन आॅफ क्ले एण्ड सिल्ट इन वाटर, काम्पेक्शन और कांक्रीट मिक्सिंग पर प्रैक्टिकल हुए। ट्रेनिंग कार्यक्रम के अगले चरण में 16 फरवरी को आठवां व्याख्यान हाइड्रेशन मैकेनिज्म आॅफ पोर्टलैण्ड सीमेन्ट एण्ड स्ट्रैंथ डेव्हलपमेंट और प्रोडक्शन आॅफ पोर्टलैण्ड पोजोलाना सीमेन्ट एण्ड इट्स परफॅार्मेंस इन कांक्रीट पर व्याख्यान के साथ लैब के पांचवें सेशन में कांक्रीट क्यूब मेकिंग टेक्निक और कांप्रेसिव टेस्ट आॅफ सीमेन्ट मोर्टार क्यूब पर प्रैक्टिकल होंगे। कांक्रीट मेकिंग टेक्नोलाॅजी क्वालिटी कंट्रोल ड्यूरिंग कांस्ट्रक्शन के साथ लैब में कांक्रीट क्यूब मेकिंग टेक्निक कांप्रेसिव टेस्ट आॅफ सीमेन्ट मोर्टार क्यूब पर प्रैक्टिकल के बाद अंतिम कड़ी में मार्केटिंग स्ट्रेटेजी आॅफ सीमेन्ट पर विस्तृत जानकारी दी जायेगी। सीमेन्ट क्षेत्र के ग्राहकों को सीमेन्ट उपयोग में भरपूर संतुष्टि हो और अगर वह किसी बात की शिकायत करें तो उसे स्थितिप्रज्ञ होकर सही सल्यूशन दिया जाय, इस पर भी विस्तार से चर्चा होगी। लैब में क्लास टेस्ट आॅर समूह चर्चा के बाद 6 दिनों के कार्यक्रम का प्रतिदिन का मूल्यांकन किया जायेगा। ट्रेनिंग कार्यक्रम में भाग ले रहे प्रतिभागियों ने इस बावत कहा कि कार्यक्रम जानकारीपूर्ण, उद्देश्यपूर्ण और सारगर्भित है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के प्लांट पैथोलाॅजी के फैकल्टी अखिलेश जागरे को उस्मानिया युनिवर्सिटी हैदराबाद तेलंगाना में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस में अपने रिसर्च पेपर ‘स्क्रीनिंग आॅफ चिक पी (साइसर एरिटिनम एल)’ पर यंग साइंटिस्ट अवार्ड प्राप्त किया। जिनो टाइप अगेंस्ट ड्राय रूट राॅट थ्रू ब्लाटर पेपर टेक्निक इन विट्रो कंडीशन पर उन्होंने अपना प्रजेंटेशन दिया। यह इंटरनेशनल कांफ्रेंस एडवांसेस इन एग्रीकल्चर एण्ड एप्लाइड साइंस टेक्नोलाॅजी फार सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट 10 फरवरी को आयोजित हुई जिसे जेनेसिस अर्बन एण्ड रूरल डेव्हलपमेंट सोसाइटी, हैदराबाद, इंडिया ने आयोजित किया। वि.वि. प्रबंधन ने अखिलेश ए. जगरे को यंग साइंटिस्ट अवार्ड प्राप्त करने पर बधाइयां दी हैं।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आॅफ इलेक्ट्रिकल इजीनियरिंग के छात्र छात्राओं के लिये एक दिवसीय ‘सोलर डे’ विषय पर हैण्डस आॅन टेªनिंग और वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों के समक्ष विशेषज्ञ रवीन्द्र शर्मा ने सोलर के समस्त विषयों पर व्याख्यान दिया। व्याख्यान के दौरान उन्होंने सोलर क्या है, सोलर पावर का प्रयोग कैसे करें, सोलर इंस्टालेशन के विभिन्न पहलू, आॅफ ग्रिड सोलर सिस्टम और आॅन ग्रिड सोलर सिस्टम, नेट मेटरिंग कांसेप्ट्स, ग्रास मेटरिंग कांसेप्ट्स, लोड कैल्कुलेशन, चैलेंजेस इन सोलर इण्डस्ट्री और भविष्य में इसकी उपयोगिता पर रोचक और वृहद जानकारियां प्रदान कीं। वर्कशाप के दौरान डिपार्टमेंट आॅफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की विभागाध्यक्ष इंजी. रमा शुक्ला और विभाग के अन्य फैकल्टीज की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के फिजिक्स विभागाध्यक्ष डाॅ. नीलेश राय ने बताया कि एकेएस वि.वि. द्वारा 50 से ज्यादा प्रतियोगिताओं का आयोजन ‘सिग्मा-18’ के तहत किया जायेगा जिससे विभिन्न संस्थानों के छात्र भी सहभागिता दर्ज कराऐंगें और अपने हुनर की परख का एक सुनहरा मौका भी प्राप्त करेंगें। गौरतलब है कि सिग्मा का यह दूसरा संस्करण है, प्रथम संस्करण-2017 में हजारों प्रतिभागियों ने सहभागिता दर्ज कराई थी। 3 दिन का यह विशेष साइंटिफिक कार्यक्रम 26 से 28 फरवरी तक आयोजित होगा। जिसमें आॅक्शन किंग, आटोकैड, बैड एड हाॅक, हाइपोथिसिसि, ब्लाइंड कोड, बाब द बिल्डर, ब्रेन बी, ब्रिज डिजाइन, बुल्स एण्ड बियर्स, कैसिना गेम्स, सिने स्टे, कलर पेपर इण्डेक्स, डांस्या, ड्रामेटिक आर्ट, डस्क एण्ड डान, इलैस्टिक पायरेट वार, अर्नेस्ट बोरलाग, आई कैण्डी, फार्माक्यूल्स, फूड, मेगा ट्राॅन माइक्रोविजन, मिनेरो डिस्क्रिएशन, माल्यीक्यूलर वेस्टा, मि. बांड, पेट्री आर्ट, प्रोजेक्ट शटरबग, क्वांटाइजेशन, रिपल इफेक्ट, साइंस रिवाइवल, शार्क टैंक, टेक एग्जीविटो, द अमेजिंग लेजर इमेज, द लोडेड ब्रश, द पोस्टरमैनिया, थियेटेरियो, टिलेज, टच एण्ड रिलीज, ट्रिपल डी, वेब डिजाइनर, वर्ड वार, अस्फाल्ट 8, काउंटर स्ट्राइक, डोटा-2 और ग्रेबर-आर इत्यादि प्रतियोगिताएं हजारों प्रतिभागियों के कौशल का विस्तार देने के लिये अहम होंगी। वि.वि. प्रबंधन ने समस्त प्रतियोगिताओं में वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों को भाग लेने की अपील की है। इसकी थीम इंटीग्रेटिंग बेस्ट रखी गई है जिसमें विजेताओं को प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार भी प्रदान किये जायेंगे।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आॅफ सिविल इंजीनियरिंग की विभागाध्यक्ष इंजी. शिवानी गर्ग ने ‘अ मेथेडोलाॅजी फार स्ट्रक्चरल इवैल्युएशन आॅफ इन सर्विस फ्लैक्सिबल पेवमेंट यूजिंग फालिंग वेट डेफ्लेक्टोमीटर’ पर सारगर्भित पेपर प्रजेंट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि किसी सड़क का स्ट्रक्चरल इवैल्युएशन किस तरह से आसान पद्धति से किया जा सकता है और उन्होंने इसमें इस्तेमाल होने वाले साफ्टवेयर के माध्यम से इसका स्पष्टीकरण भी किया। इंटरनेशन कांफ्रेस के दौरान विभिन्न देशों के 150 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने अपना पेपर प्रजेंट किया। शिवानी गर्ग के पेपर प्रजेंटेशन के विषय और प्रस्तुतिकरण ने सभी प्रतिभागियों का ध्यान आकर्षित किया और इसे व्यापक सराहना भी मिली। उनके मार्गदर्शन में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के 3 विद्यार्थियों ललित द्विवेदी, विनय पटेल और मृगेन्द्र सिंह ने मैनिट भोपाल में 13 एवं 14 फरवरी को आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस में सहभागिता भी दर्ज कराई। वि.वि. प्रबंधन ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
सतना। एकेएस वि.वि. के एमबीए फोर्थ सेमेस्टर के 53 विद्यार्थियों ने जवाहर नगर के अग्रवाल पैकर्स की इण्डस्ट्रियल विजिट की। विजिट के दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन इंजी. प्रकाश कुमार सेन और डाॅ. प्रदीप चैरसिया ने किया। फैक्ट्री के संचालक शरद अग्रवाल ने स्माल स्केल इण्डस्ट्री शुरू करने की सारी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अग्रवाल पैकर्स मिठाई के डिब्बे, पेपर के बैग और डिस्पोजल प्लेट्स बनाता है और शहर के सभी प्रतिष्ठानों में सप्लाई करता है। विद्यार्थियों को मेकिंग आफ आल आइटम्स के साथ साथ डिस्ट्रीब्यूशन और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में इस्तेमाल होने वाली मशीनों के बारे में समस्त जानकारियां दी गईं। ट्रेनिंग का उद्देश्य विद्यार्थियों को एन्टप्रेन्योरशिप मैनेजमेंट और सप्लाई चेन के बारे में समस्त जानकारियां देना था। गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. के समस्त संकाय के विद्यार्थियों को इण्डस्ट्रियल विजिट और ट्रेनिंग के माध्यम से विषय के बारे में पारंगत किया जाता है। यह विजिट उसी की एक कड़ी थी। मैनेजमेंट के विभागाध्यक्ष डाॅ. कौशिक मुखर्जी ने विद्यार्थियों को विजिट्स के दौरान अधिकतम जानकारी हासिल करने और व्यवहारिक जीवन में उनका सही इस्तेमाल करने की सलाह दी।