सतना। एकेएस वि.वि. सतना के शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों को प्रत्यक्ष दर्शन कराकर पर्यटन विधि द्वारा शिक्षा कैसे दी जाती है इसके लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम 16 मार्च को रखा गया है जिसमें विभागाध्यक्ष आर.एस.मिश्रा फैकल्टीज डाॅ.बी.डी.पटेल,अनुरुद्व कुमार गुप्ता,शिखा त्रिपाठी,नीता सिंह,डाॅ.कल्पना मिश्रा,नरेन्द्र कुमार पटेल, डाॅ..सरिता सिंह, कुॅ. पूर्णिमा सिंह, विजय पाण्डेय और रानू सोनी सम्मिलित होंगें। भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट की पवित्र भूमि पर स्थित कामतानाथ भगवान के दर्शन, सती अनुसुइया, गुप्त गोदावरी, और हनुमान धारा जैसे चारो धामों का विशेष भ्रमण होगा और शैक्षणिक प्रशिक्षण भी संपन्न होगा। इसके पश्चात राममंदिर दर्शन,चित्रकूट ग्रामोदय वि.वि. के उद्यमिता विभाग और अन्य विभागों का भ्रमण भी किया जाएगा। इसका उद्येश्य बताते हुए शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष ने बताया कि यह कार्यक्रम छात्रों के प्रशिक्षण को मूर्त रुप देने के लिए किया जा रहा है।
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सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना मंे डीएसटी,नीमैट द्वारा स्पांसर्ड और ईडीआइआई द्वारा कोआर्डिनेट तीन दिवसीय उद्यमिता जागरुकता शिविर का शुभारंभ 12 मार्च को किया गया। कार्यक्रम डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी और, डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इस मौके पर वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने सभी छात्र-छात्राओं को व्याख्यान के महत्व से परिचित कराते हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया। डाॅ.एस.पी. गुप्ता, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी ने कैम्प आॅब्जेक्टिव्स एण्ड जनरल काॅन्सेप्ट आॅफ एंटपेन्योरशिप पर चर्चा की। डाॅ.धीरेन्द्र ओझा ने ‘हिस्टोरिकल बैकग्राउण्ड इंडियन वैल्यूज एंटप्रेन्योरशिप एण्ड द प्रजेंट सिनेरियो’ पर विस्तृत व्याख्यान देकर विषय पर रोचक चर्चा की। डाॅ. सी.पी. गुर्जर, हेड, बिजनेस मैनेजमेंट, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय वि.वि., चित्रकूट ने ‘आइडेंटीफिकेशन आॅफ बिजनेस अपाच्र्युनिटीज फार एंटप्रेन्योर्स एण्ड मैकेनिज्म आॅफ प्रोडक्ट सेलेक्शन’ पर उपस्थित छात्र छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहला लक्ष्य है यह पता करना कि आप करना क्या चाहते हैं और आपका गोल क्या है। आर.एल. पाण्डेय, डिप्टी डायरेक्टर, डीआईसी सतना ने ‘हाउ टू स्टार्ट अ स्माल स्केल यूनिट’ के बारे में सामान्य अवधारणाएं, शासकीय औपचारिकताएं, नियम-कानून, परिदृश्य और और भारतीय औद्योगिक पहलुओं पर रोचक जानकारी उपस्थितजनों को दी, तत्पश्चात उन्होंने तकनीकी और व्यावसायिक पहलुओं पर भी चर्चा की।कार्यक्रम के दूसरे दिन एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने प्रैक्टिसिंग एंटप्रेन्योर्स, सफलता की कहानियां, आने वाली सामान्य समस्याएं जो एक उद्यमी के सामने आती हैं उन पर अपने अनुभव शेयर किए। डाॅ. प्रदीप सिंह, बिजनेस मैनेजमेंट, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय वि.वि., चित्रकूट ने ‘कम्यूनिकेशन स्किल’ की जानकारी देते हुए बताया कि श्रोता और वक्ता के बीच बातचीत स्पस्ट हो संवाद की शैली प्रभावी हो तो उद्यमिता में सफलता की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं। डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर, आर.के. शुक्ला, सेडमैप सतना ने कैम्प के उद्देश्य की व्यवस्थित अवधारणा प्रस्तुत की, तत्पश्चात रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट लैब्स और टेक्नोलाॅजी असिस्टेंस पर जानकारी दी। कार्यक्रम के तीसरे दिन के वक्ता एस.के. उइके, इलाहाबाद बैंक ने स्माल स्केल इण्डस्ट्रीज के वित्तीय पहलुओं के साथ एंटप्रेन्योरशिप सपोर्ट एण्ड फाइनेंसियल असिस्टेंस फ्राम गवर्मेंट एजेंसीज, बैंक्स, फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन कैसे हमारी मदद करते हैं पर तथ्यात्मक जानकारी प्रस्तुत की। आशुतोष तिवारी, उद्यमी ने रचनात्मकता और व्यापार किसी भी वेंचर के पीछे की शख्सियत और व्यवहार विज्ञान पर चर्चा की। डाॅ. दीपक मिश्रा और अंकुर अग्रवाल के मार्गदर्शन में भल्ला फार्म की विजिट के दौरान विद्यार्थियों ने डेयरी इण्डस्ट्री की कार्यप्रणाली समझी। कार्यक्रम के अंत में डाॅ.एस.पी. गुप्ता,हेड, डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी और डाॅ. कमलेश चैरे, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों ने सवाल-जवाब सत्र में हिस्सा लिया। अंत में सभी विद्यार्थियों को तीन दिवसीय सत्र का सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। एंटप्रेन्योरशिप डेव्हलपमेंट का तीन दिवसीय कार्यक्रम अतिथियों के जानकारी पूर्ण उद्बोधन की बजह से काफी विशेष रहा। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर और फार्मेसी के विद्यार्थी शामिल हुए।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आॅफ हाॅर्टीकल्चर, फैकल्टी आॅफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी मे कार्यरत फैकल्टी विवेक कुमार सिंह को पीएचडी अवार्ड हुई है उनके रिसर्च का विषय ‘इनविट्रो स्टडी आॅन इफेक्ट आफ डिफरेंट डोजेस आॅफ म्यूटाइजन आॅन जरवेरा जैमसोनी बोलस’ रहा। उन्हें प्रो. वी.एम. प्रसाद, हेड डिपार्टमेंट आॅफ हार्टीकल्चर, सैम हिगिन बाॅटम युनिवर्सिटी आॅफ एग्रीकल्चर टेक्नोलाॅजी एग्रीटेक एण्ड साइंसेस, नैनी, इलाहाबाद ने दिग्दर्शित किया। विवेक कुमार को उनकी उपलब्धि पर एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय के समस्त डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज ने बधाइयां दी हैं।
सतना-एकेएस वि.वि. के कम्प्यूटर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी विभाग के तीन छात्रों ने आईआईटी(बीएचयू )के टेक्नो मैनेजमेंट फेस्ट मे सहभागिता की इनमे प्रंकुर पाण्डेय ने एथिकल हैकिंग विषय पर ,अनुराग ताम्रकार ओर प्रतीक गौतम ने मशीन लर्निग पर वर्कशाॅप अटेन्ड की।वि.वि. के छात्रों को सहभागिता प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। वि.वि. के कम्प्यूटर विभाग के विभागाध्यक्ष अखिलेश ए.बाउ और फैकल्टीज ने छात्रों को बघाई दी है।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में कार्यक्रम की संयोजक रमा शुक्ला के मार्गदर्शन में 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘टाइम इज नाउ, रूरल एण्ड अर्बन एक्टिविटीज ट्रांसफार्मिंग वूमन्स लाइफ’ संदर्भ के साथ वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर रोचक जानकारी देकर किया गया। इस मौके पर डाॅ. देवेन्द्र कुमार पटेल ने उपस्थित नारीशक्ति को सम्बोधित करते हुए महिलाओं मे स्तन कैंसर के कारण,लक्षण,सावधानियाँ और निराकरण पर व्याख्यान देते हुए बताया कि भारतवर्ष में यह बीमारी अभी तक काफी खतरनाक मानी जाती थी लेकिन नई खोजों ने अब स्तन कैंसर को क्यूरेबल कर दिया है, इसका इलाज भी अब देश में ही हो जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कराते की प्रशिक्षक प्राची सिंह के मार्गदर्शन में एकेएस वि.वि. की छात्राओं ने शानदार मार्शल आटर््स के कौशल का प्रदर्शन किया और नारीशक्ति के दृढ़ और अटूट इरादे का मुजाहिरा भी किया। महिला का आज के समाज में पूरा सम्मान, नागरिक अधिकार, सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार और भारतवर्ष के हर क्षेत्र में महिलाओं का बढ़ता स्तर पेश किये गये नाटक की विषयवस्तु बाल शिक्षा रही जिसे एमएसडब्ल्यू विभाग के छात्र छात्राओं ने पेश किया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, डाॅ. देवेन्द्र कुमार पटेल और शिक्षा विभाग की फैकल्टी शिखा त्रिपाठी मंचासीन रहे। सरला और रत्ना सोनी ने मनमोहक गीत प्रस्तुत करके नारी सशक्तिकरण की अलख जगाई। अंत में अतिथि डाॅ..पटेल को एकेएस वि.वि.की तरफ से मोमेंन्टो प्रदान किया गया।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। डाॅ. सत्यम त्रिपाठी, बी.ए.एम.एस., एम.डी., योगा एण्ड रिहैबिलिटेशन/थैरेपी कंसल्टेंट, डायरेक्टर यूनियन सेंटर पीटीई लिमि. हांगकांग, ने इंटीग्रेशन आॅफ एलोपैथिक, आयुर्वेदिक मेडिसिन एण्ड योगा एज होलिस्टिक प्रोटोकाल इन टाइप-2 डायबिटीज पर फार्मेसी विभाग के विद्यार्थियों को सम्बोधित किया।
व्याख्यान की प्रमुख बातें
डाॅ. सत्यम त्रिपाठी ने टाइप-2 डायबिटीज पर जानकारी देते हुए कहा कि ग्लूकोज, आॅक्शीजन और इन्सुलिन का सही समायोजन हो तो डायबिटीज नहीं होती है। वर्तमान में हो रहे रिसर्च की तथ्यात्मक जानकारियों के साथ उन्होंने कहा कि डायबिटीज होने के बाद ज्यादा भूख लगना, ज्यादा प्यास लगना और कई बार पेशाब के लिये जाना प्रमुख लक्षण होते हैं। डायबिटीज तब होती है जब इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाता है और तनाव कई घंटे, कई दिन, कई महीने तक कायम रहता है। इससे स्ट्रेस बढ़ता है और मोटापा भी। स्ट्रेस और मोटापा घटाने के लिये व्यक्ति को एक्सरसाइज और योग का सहारा लेना चाहिए और योग पेनक्रियाज से इन्सुलिन के सिक्रेशन को बढ़ाने वाले योग जैसे अर्द्धमत्यायन, धनुरासन और मयूरासन से पेट पर दबाव बढ़ता है और फैट लेवल घटता है। अग्निसार और मौली अवस्था जिसमें पेट अन्दर खींचकर आगे की तरफ झुका जाता है भी आयुर्वेद के लिहाज से डायबिटीज के नियंत्रण में कारगर है। डाॅ. सत्यम ने बताया कि डायबिटीज अगर हो चुकी है तो हमें खूब चलने की आदत डालनी है, गहरी सांसें लेनी हैं, शांत रहना है और आराम व सही खानपान का विशेष रूप से घ्यान रखना चाहिए। योग का उद्देश्य मस्तिष्क पर सही नियंत्रण रखना है, रिसर्च कहती हैं कि 45 दिन का वमन व विरेचन जिसमें दवा देने के बाद उल्टी करवाई जाती है भी काफी कारगर रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार डायबिटीज मेंटल बीमारी ज्यादा और फिजिकल बीमारी कम होती है। उन्होंने बताया कि हांगकांग में स्टेम सेल से कई बीमारियां जड़ से निराकृत की जाती हैं। डाॅ. त्रिपाठी ने बताया कि स्टेम सेल के माध्यम से ही कई रोगियों को डायबिटीज पूरी तरह क्योर किया गया। आॅक्शीजन जीवन के लिये अति आवश्यक है, आप और हम कहीं भी रहें, गहरी सांस लेनी चाहिये और 21वीं सदी के दबाव और लाइफ स्टाइल को मैनेज करने के लिये हमें प्रकृति के करीब जाना चाहिये।
ये रहे उपस्थित
अतिथि व्याख्यान के दौरान वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता, डाॅ. कमलेश चैरे, श्री आर.सी. त्रिपाठी के साथ वि.वि. के फार्मेसी और बायोटेक के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
सतना। एकऐस विश्वविद्यालय सतना के सिविल इंजी.विभाग के दो फैकल्टीज बी.डी. मेहरा और हर्ष सिंह ने विट्स पिलानी, हैदराबाद में रिसर्च पेपर प्रजेन्ट किया। राष्ट्रीय सिम्पोजियम 16 फरवरी 2018 को बिट्स पिलानी हैदराबाद कैम्पस में ‘एमर्जिंग इन्वायरमेंटल चैलेंजेज एण्ड एमर्जिंग एप्रोच’ विषय पर रहा। हर्ष सिंह ने ‘नैनो मैटेरियल कम्पैटिबिलिटी एण्ड इफेक्ट आॅन प्रापर्टीज आॅफ बेस बिटुमिन बाइंडर एण्ड पाॅलीमर माॅडीफाइड बिटुमिन’ विषय पर रिसर्च पेपर प्रजेंट किया इसमें उन्होने नैनो मैटेरियल की महत्ता और उसकी विशिष्टता पर चर्चा की नैनो मैटेरियल के लचीलेपन और पेनीट्रेशन वैल्यू पर अहम जानकारी उपस्थितजनों से शेयर कीं। फैकल्टी बी.डी. मेहरा ने रिसर्च पेपर ‘स्पेशल वैरियबिलिटी आॅफ वाटर क्वालिटी पैरामीटर इन सतना सिटी’ पर रोचक जानकारियाॅ दीं उन्होने शहरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों की मिटटी और पानी की विभिन्नता के साथ इंडस्ट्रियल क्षेत्र के प्रभाव पर भी चर्चा की। ईईसी-2018 मे प्रस्तुत दोनों फैकल्टजी के रिसर्च पेपर टेक्निकल कमेटी द्वारा काफी प्रशंसित रहे। वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान और विभागाध्यक्ष शिवानी गर्ग ने बिट्स पिलानी में किये गये पेपर प्रजेंटशन की सराहना की है और दोनो फैकल्टीज को भविष्य की शुभकामना दी। वि.वि. के फैकल्टीज के साथ वि.वि. के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के दो छात्रों अंकित सोनी और वेदांशी सिंह ने भी कार्यक्रम में शामिल होकर रिसर्च पेपर्स का प्रस्तुतिकरण और संदर्भ समझा।छात्रों के साथ फैकल्टीज ने विट्स पिलानी की विजिट की।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंफार्मेशन टेक्नोलाॅजी की फैकल्टी सुभद्रा बोस शा को मैनिट से पीएचडी की उपाधि प्राप्त हो गई है। मैनिट इलाहाबाद के प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह के मार्गदर्शन में उन्होंने एनर्जी परफार्मेंस, ट्रेड आफ्स थ्रू प्रो एक्टिव एण्ड रि एक्टिव हाट स्पाट डिटेक्शन टेक्निक, आप्टिमाइज्ड वी एम प्लेसमेंट एण्ड रेस्ट्रिप्टेड वीएम कंसोलेडेशन इन क्लाउड डेटा सेंटर विषय पर उन्हें उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और पति मि. अमित शा के साथ एकेएस वि.वि. प्रबंधन को दिया।
सतना।एकेएस वि.वि. सतना के विशाल खेल प्रांगण में स्पंदन क्रिकेट टेनिस बाॅल क्रिकेट टूर्नामेंट-2018 के दो रोचक फाइनल मुकाबले खेले गए अर्तििथयों ने खिलाडियों से परिचय प्राप्त किया और टाॅस किया और फिर शुरु हुए रोचक महामुकाबले-स्पंदन क्रिकेट टेनिस बाॅल क्रिकेट टूर्नामेंट-2018 के बडे मुकाबले जो नाॅक आउट आधार पर खेले गए। पहला मुकाबला टूर्नामेंट की दो मजबूत महिला वर्ग की टीमों के बीच हुआ इसमें कामर्स और फार्मेसी एक दूसरे के सामने रहीं। फार्मेसी ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और अपने पाॅच ओवर में 51 रन का स्कोर बनाया ओर जीतने कें लिए कामर्स के समक्ष 52 रनों का लक्ष्य रखा। अब तक प्रतिस्पर्धा मे शानदार खेल का प्रदर्शन कर रही कामर्स की टीम ने यह मुकाबला 9 विकेट से जीतकर विजय का परचम फहरा दिया और स्पंदन क्रिकेट टूर्नामेंट -2018’ महिला वर्ग प्रथम आयोजन की जीत की हकदार बनीं। श्रृष्टी तिवारी मैन आॅफ दमैच रहीं जबकि रश्मि तिवारी को वुमन आॅफ द टूर्नामेंट चुना गया। पुरुष वर्ग की टीम से माइनिंग विभाग नंे धाकड बल्लेबाजी करते हुए एमएससी,एग्रीकल्चर को चमचमाती ट्राफी जीतने से दूर कर दिया मैन आॅफ द मैच नीरज मिश्रा ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए एग्रीकल्चर से मैच छीन लिया बारह ओवर के मैच में माइनिंग ने आठ विकेट खेाकर 85 रन बनाए जबाबी पारी खेलने उतरी एमएससी,एग्रीकल्चर ने टाॅस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया जो गलत साबित हुआ और मैच एग्रीकल्चर के होथों से निकल गया।माइनिंग ने यह मुकाबला 34 रनों से जीता। मैन आॅफ द टूर्नामेंट राॅकी पाॅल रहे जिन्होने उम्दा 87 रन ठोके और विपक्षियों की बल्लेबाजी को धाराशयी करते हुए 12 विकेट भी लिए।बेस्ट फील्डर का एवार्ड शुभम धारवाल को मिला जिन्होने चीते सी फुर्ती दिखाइ्र और कई रन बचाए बेस्ट कैच की ट्राफी अमन सिंह को मिली। अंत में सभी खिलाडियों केो उच्चधिकारियों ने शुभकामनाऐं दीं। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी और कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक,डाॅ.जी.के.प्रधान,इंजी.जी.सी.मिश्रा ने खिलाडियों को ट्राफी सौपी।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के ए ब्लाक के विशाल प्रांगण में विविध व्यंजनों से 15 स्टाॅल्स सजाए गए जिसमें विविध प्रकार की डिसेस, हजारों लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र रहे। फूड फेस्ट में एकेएस वि.वि. के सभी फैकल्टीज और छात्र छात्राओं के साथ उनके परिजन भी शरीक हुए। ‘स्पंदन-2018’ के ‘फूड फेस्ट’ के कोआर्डिनेटर कौशिक मुखर्जी रहे। उप कोआर्डिनेटर शीनू शुक्ला, श्वेता सिंह, प्रकाश सेन ने समस्त व्यवस्थाएं देखीं। विशेष व्यंजनों में मोमोज, चिली पनीर, वेज कोथे, मैगी भेल, किमामी सिंवई और पास्ता, गाजर का हलवा के साथ अन्य व्यंजन रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी और कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने रिबन काटकर किया। इसका उद्देश्य है छात्र छात्राओं में एन्टप्रेन्योरशिप की भावना विकसित करना। स्वरोजगार करना और प्रेरित होना। 15 स्टाॅल्स में 75 स्टूडेंट्स ने अपने हाथों की लज्जत का कमाल दिखाया। स्पंदन-2018 के फूड फेस्ट में तकरीबन 1500 अतिथियों ने खुशबूदार, लजीज पकवानों का लुत्फ उठाया और व्यंजनों की तारीफ की।