सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा डिप्लोमा मैकेनिकल इंजीनियरिंग छठवें सेमेस्टर के छात्रों के लिये वातानुकूलन एवं प्रशीतन कार्यप्रणाली के प्रायोगिक प्रशिक्षण पर जानकारी देने के लिए दो दिवसीय वर्कशाप का आयोजन 22 एवं 23 मार्च को किया गया। वि.वि. के मैकेनिकल इंजी. विभागाध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव द्वारा छात्र छात्राओं को वर्कशाप की रूपरेखा समझाई गई। वर्कशाप में कार्यक्रम प्रभारी केतन अग्रवाल टीचिंग एसोसिएट ने समस्त कार्यप्रणाली दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान विस्तार से बताई। जिसमें विशिष्ट रूप से एयरकंडीशनिंग और रेफ्रिजरेशन उपकरणों के सामान्य तथा विशिष्ट गुणों के साथ-साथ आकार, प्रकार, गैस फिलिंग करने की प्रायोगिक जानकारी का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। वातानुकूलन एवं प्रशीतन के प्रायोगिक प्रशिक्षण के कार्यक्रम में वि.वि. के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्राध्यापकों अकरम अली, डी.डी. दुबे, आलोक रंजन, आर.एन. शुक्ला, विजय बंसल, के.पी. तिवारी ने भी अपना सक्रिय योगदान दिया। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 50 प्रशिक्षणार्थियों को कार्यशाला का सहभागिता प्रमाण पत्र भी विभाग द्वारा प्रदान किया गया। वि.वि. प्रबंधन ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की इस कार्यशाला की सराहना की है।
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सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना में म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण मंडल भोपाल के सदस्य इंजीनियर ए.ए. मिश्रा ने एक दिवसीय विजिट के दौरान वि.वि. प्रबंधन एवं फैकल्टीज से मुलाकात की, उन्होंने वि.वि. के सभागार में एनवायर्मेंटल विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र तिवारी द्वारा पीपीटी के माध्यम से प्रजेंट किये गये सर्टिफिकेट इन वेस्ट मैनेजमेंट, पाठ्यक्रम की अवधि-75 लेक्चर, सर्टिफिकेट इन बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, पाठ्यक्रम अवधि-75 लेक्चर और पीजी डिप्लोमा इन इनवायर्मेंटल पाल्यूशन एण्ड मैनेजमेंट, पाठ्यक्रम की अवधि-1 वर्ष के सिलेबस के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि एकेएस वि.वि. संभवतः पहला संस्थान है जिसने नगरीय एवं औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों के सही ढंग से निष्पादन के लिए सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स प्रारंभ किया है, जिसमें अध्ययन करने वाले छात्र छात्राएं निष्पादन की ट्रेनिंग एवं जानकारी बेहतर तरीके से प्राप्त कर सकेंगे। इस मौके पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सतना के क्षेत्रीय अधिकारी डाॅ. ए.के. श्रीवास्तव, वैज्ञानिक एस.के. मिश्रा, डाॅ. जी.पी. रिछारिया, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव. डाॅ. कमलेश चैरे, सुमन पटेल, नीलाद्री शेखर राय के साथ वि.वि. के फैक्ल्टीज की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के एम.एससी. फिजिक्स के विद्यार्थी पुनीत चनपुरिया, अनामिका मिश्रा, शिवानी सिंह परिहार, एस. फिरदौस एकेएस वि.वि. का प्रतिनिधित्व नेशनल कांफ्रेंस आॅन रिसेंट ट्रेड्स आॅन रिसेंट स्पेस साइंस एण्ड नैनो मैटेरियल में करेंगे। पेपर प्रजेंटशन 26 एवं 27 मार्च को एपीएस युनिवर्सिटी,रीवा में होगा। नैनो टेक्नोलाॅजी पर आयोजित इस नेशनल सेमिनार में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन डाॅ. नीलेश राय और साकेत कुमार कर रहे हैं। छात्रों ने बताया कि इस रिसर्च पेपर को तैयार करने में पूर्व के संदर्भों का रोचक विश्लेषण किया गया है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के फार्मेसी विभाग के 3 छात्रों शिवम कुमार पाण्डेय-178 माक्र्स, आल इंडिया रैंकिंग-827, नारायण धनवानी आल इंडिया रैंकिंग-1227 और युधिष्ठिर सिंह बाघेल आल इंडिया रैंकिंग-1330 का चयन ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूट टेस्ट 2018 के लिये किया गया है। यह परीक्षा आॅल इंडिया काउंसिल फार टेक्निकल एजुकेशन के द्वारा आयोजित की गई। इस परीक्षा में क्वालीफाइड छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए एआईसीटीई अप्रूव्ह्ड काॅलेजेज जो पूरे भारतवर्ष में कहीं भी हो सकते हैं उनमें एम.फार्म, एम.एस. और एमबीए कोर्सेस के लिए 12400 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से स्काॅलरशिप प्रदान की जायेगी। वि.वि. के फार्मेसी विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता ने चयनित विद्यार्थियों को शुभकामना दी है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों ने आईआईटी खड़गपुर के मेगा लिथ-2018 में आयोजित प्रतिस्पर्घाओं में हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का शानदार नमूना पेश किया गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. के छा़त्र-छात्राऐं निरंतर उन्नति के मार्ग पर बढते हुए वि.वि. का एकेडमिक परचम विभिन्न उत्कृष्ट मंचों से लहरा रहै हैं इसी कडी में मेगा लिथ-2018 जो 9 से 11 मार्च तक आयोजित हुआइसमें देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिभागियों के बीच दमखम दिखाते हुए विद्यार्थियों ने द्वितीय ओर तृतीय स्थान अर्जित किया। मेगा लिथ-2018 एक बड़ी स्टूडेंट ओरिएंटेड प्रतिस्पर्धा है। रोटो लेयर के विभिन्न प्रतिभागियों से प्रतिस्पर्धा करते हुए एकेएस छात्रों ने द्वितीय स्थान अर्जित करने में सफलता प्राप्त की। रोटो लेयर एक ऐसी डिजाइन है जिसमें मैक्सिमम ट्रांसमिसन होता है जो पोटेंसियल से कायनेटिक एनर्जी में तब्दील होता है रोटो लेयर से जजेस प्रभावित हुए। इसी तरह माॅडल एग्जीवीशन में विद्यार्थियों ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। छात्र-छात्राओं ने एक ऐसा माॅडल निर्मित किया जो हल्दिया पोर्ट के पास हुगली नदी के ब्रिज का था, इसकी लम्बाई 3.31 किमी. के अनुपात में रखी गई। दोनों प्रतिस्पर्धाओं में सुशील गौतम, ललित द्विवेदी आठवां सेमेस्टर, बीटेक सिविल, वीरेन्द्र कुमार, आदर्श जैन, छठवें सेमेस्टर, बी.टेक सिविल और अक्षय राउत, शुभांशु त्रिपाठी, संदीप अहिरवार चैथा सेमेस्टर, बी.टेक सिविल शामिल रहे। एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, एडमिनिस्ट्रेटर इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, सिविल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष शिवानी गर्ग के साथ विभाग के सभी फैकल्टीज ने विद्यार्थियों की इस उपलब्धि को उत्साहजनक और प्रेरणास्पद बताते हुए उन्हें बधाइयां दी हैं।
सतना। भूमिगत जल की उपलब्धता के मामले में सतना जिला अब सेमी क्रिटिकल जोन में जा पहुंचा है, वहीं कुछ ब्लाक ओवर एक्सप्लाॅइटेड जोन में तब्दील होते जा रहे हैं। केंद्रीय भूमिजल बोर्ड द्वारा आयोजित कार्यशाला के दौरान सामने आए यह आंकड़े इस ओर स्पष्ट इशारा कर रहे हैं, कि यदि हम अभी नहीं चेते तो भविष्य में केवल श्याह पक्ष ही नजर आएगा।
स्थानीय एकेएस विश्वविद्यालय में केंद्रीय भूमिजल बोर्ड उत्तर मध्य क्षेत्र भोपाल की ओर से प्रशिक्षण सत्र व कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के सिविल, माइनिंग व एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के 130 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र को सम्बोधित करते हुए वैज्ञानिक डाॅ. वी.पी. सिंह ने जानकारी दी कि केंद्रीय भू-जल बोर्ड द्वारा 52 एक्सप्लाॅइटी बोरवेल और 37 माॅनिटरिंग स्टेशनों के माध्यम से जिले के अलग-अलग स्थानों पर वर्ष में 4 बार जल स्तर का सर्वे किया जाता है। इसके साथ ही मई माह में प्री मानसून व नवंबर माह में पोस्ट मानसून सर्वे के जरिए भूमिगत जल की उपलब्धता का मूल्यांकन किया जाता है। इसके अलावा वर्ष में एक बार भूमिगत जल का रसायनिक विश्लेषण भी किया जाता है। भू-जल बोर्ड द्वारा किए गए मूल्यांकन व विश्लेषण में जो जानकारी निकल कर सामने आई है वह जिले के लिए काफी चिंताजनक तस्वीर पेश करती है। जिसमें अनुसार जिले का जल स्तर हर वर्ष 0.1 से लेकर 0.6 मीटर तक पाताल की ओर जा रहा है। जिले का रामपुर बाघेलान क्षेत्र तो ओवर एक्सप्लाॅइटेड जोन में पहुंच चुका है। यानी यहां पर भूमिगत जल स्तर का दोहन सौ फीसदी से अधिक हो रहा है। इसके बाद क्रिटिकल जोन में मौजूद सोहावल ब्लाक का नंबर आता है जहां पर भूमिगत जल का 90-100 फीसदी दोहर कर लिया जा रहा है। वहीं अमरपाटन, मैहर व नागौद ब्लाक के साथ ही जिले के विभिन्न स्थानों पर भू-जल का 70-90 फीसदी दोहन होने के कारण वे सेमी क्रिटिकल जोन में पहुंच चुके हैं। चिंताजनक हालात का दूसरा पहलू भू-जल की गुणवत्ता को लेकर भी सामने आया। जिसके अनुसार जिले के रामपुर बाघेलान, सोहावल व मझगवां ब्लाक में भूमिगत जल में नाइट्रेट व सल्फेट की पाई जाने वाली मात्रा निर्धारित मानकों से काफी आगे निकलती जा रही है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से कतई उचित नहीं है। एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रो. पी.के. बनिक शामिल हुए जबकि विशिष्ट अतिथि की भूमिका अनंत कुमार सोनी ने निभाई। वहीं केंद्रीय जल कोर्ड की ओर से डाॅ. पी.पी. सिंह, डाॅ. एम.सी. परांजपे, डाॅ. राकेश सिंह व आर.के. मिश्रा ने तकनीकी सत्र के दौरान सभागार में मौजूद छात्र-छात्राओं व प्राध्यापकों के समक्ष महत्वपूर्ण जानकारी साक्षा की।
सतना। गत दिवस एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी कांस्ट्रक्शन कम्पनी लार्सन एंड टर्बो के वाइस प्रेसीडेंट घनश्याम म्हात्रे की विजिट कई मायनों मे अहम रही। प्रबंधन और फैकल्टीज की उपस्थिति में उन्होंने छात्रों से इन्टरेक्शन के दौरान डिजाइन आॅफ माइन्ड टू एचीव एक्सीलेंस की टेªेनिंग प्रदान करने करते हुए एकेएस विश्वविद्यालय की प्रगति की मुक्त कंठ से प्रशंशा की। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रओं से संवाद करते हुये उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में असीमित प्रतिभायें है मै आप सब से मिलकर प्रभावित हुआ। मि. म्हात्रे ने कहा कि एकेएस विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के साथ जिन आठ टेक्नोलाॅजी विषयों की शिक्षा दी जाती है वह सब अपने आप में बेहतरीन शिक्षण और प्रशिक्षण की उपादेयता प्रदान कर रही है। रुरल एरिया के परिदृश्य में एकेएस विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में ज्ञान का संचार बेहद कारगर तरीके से कर रहा है। उन्होंने बताया कि एल.एन.टी. कान्सट्रक्शन कम्पनी विश्व का प्रतिष्ठित समूह है।
श्री म्हात्रे की विजिट का मुख्य उद्देश्य एकेएस विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग विभाग के फैकल्टी और छात्र-छात्राओं से संवाद करना तथा माॅडर्नाइजेशन के लिए परिकल्पना करना एवं उसको प्रोन्नत करना है । विश्वविद्यालय की तरफ से बताया गया कि विश्वविद्यालय में इंडस्ट्री ओरियेन्टेड सिलेबस है जो छात्रों को पूर्णतः प्रैक्टिकल पहलुओं से परिचित कराता है ,जिससे छात्र बेहतर प्रोफेशनल्स बन पाते है। मि. म्हात्रे ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों को एल एण्ड टी मे अपरेन्टिस टेªेनिंग, वोकेशनल टेªनिंग तथा एच.आर के साथ इन्टरैेक्शन के लिए मौके प्रदान किये जायेगें। अपनी विजिट को मि. म्हात्रे ने काफी उत्साह जनक और परिणाम सम्मत बताया। गौरतलब है कि श्री म्हात्रे ग्लोबल लीडर एक्जीक्यूटिंग कोच, सर्टिफाइड टेªनर, सर्टिफाइड एच.आर. एक्जीक्यूटिव के साथ-साथ सर्टिफाइड सी.ओ.है। एक दिवसीय विजिट पर वि.वि. आए मि. म्हात्रे ने कहा कि एकेएस वि.वि. आना सुखद अनुभव रहा, एकेएस वि.वि. व एल एण्ड टी के बीच सहयोग की असीम संभावनाएं हैं। वि.वि. ने शैक्षणिक प्रगति के कई सोपान तय कर लिये हैं और शिक्षा के क्षेत्र में यह बड़ी तेजी से उन्नति के मार्ग पर अग्रसर है। व्याख्यान के मौके पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,कुलपति प्रो. पारितोष के बनिक,प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन श्रीवास्तव,डाॅ..आर.एस.त्रिपाठी,ओएसडी प्रो.आर.एन.त्रिपाठी के साथ अन्य कई मुद््दों पर भी भविष्य के नजरिए से चर्चा हुई।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना मंे गत दिवस एचडीएफसी बैंक मुम्बई द्वारा क्लोज कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया गया जिसमें एकेएस वि.वि. के विद्यार्थियों ने आॅनलाइन टेस्ट में पार्टिसिपेट किया, इनमें एमबीए 2018 बैच की छात्रा सिद्धी जैन का चयन सेल्स एग्जिक्यूटिव पद के लिये किया गया। वि.वि. के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष कौशिक मुखर्जी ने सिद्धी के चयन पर उन्हें बधाई दी है। सिद्धी एचडीएफसी बैंक ,मुम्बई पैन इंडिया के लिए कार्य करेंगी। गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. में गत 1 वर्ष में देश की प्रतिष्ठित कंपनियों का कैम्पस ड्राइव हुआ और 1219 छात्रों ने अपने चयन में सफलता पाई जो छात्रहित में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, चयनित छात्र देश विदेश में कार्यरत हैं वि.वि. निरंतर प्रवेशित अध्ययनरत छात्रों के चयन के लिए उपयुक्त वातावरण के साथ विशेष प्रशिक्षण पर ध्यान देता है जिससे वह इंडस्ट्री ओरिएन्टेड बनते हैं।मैनेजमेंट की छात्रा सिद्धी जैन का चयन 3 लाख पर एनम के पैकेज पर किया गया है। सिद्धी जैन के चयन पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी, डाॅ. जी.पी. रिछारिया इत्यादि ने भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।
सतना। विंध्य क्षेत्र का शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना 2017 आईआईटी मुम्बई का रिमोट सेंटर बना था। वि.वि. के सभागार में म.प्र. के 30 केन्द्रीय विद्यालयों के प्राचार्यों एवं फैकल्टीज के साथ टीचर्स इंटरैक्शन कार्यक्रम हुआ। टीचर्स इंटरैक्शन कार्यक्रम रिमोट सेंटर कोआर्डिनेटर और कम्प्यूटर डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष अखिलेश ए वाऊ के मार्गदर्शन में वि.वि. के स्मार्ट क्लासरूम और कम्प्यूटर लैब में वीडियो कांफ्रेंस सेशन में सेन्ट्रल स्कूल के कक्षा 1 के आॅन लाइन एडमीशन पोर्टल की समग्र जानकारी एकेएस वि.वि. के फैकल्टीज द्वारा उपस्थित टीचस्र को प्रदान की गईं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्यरत केन्द्रीय विद्यालय संगठन जबलपुर रीजन के प्राचार्यों एवं फैकल्टीज का आॅनलाइन वीडियो कांफ्रेंस सत्र 17/3/2018 को डाॅ. ई.टी. आरासू, डिप्टी कमिश्नर और मिसेज शाहिदा परवीन की विशेष उपस्थिति में संपन्न कराया गया। इस दौरान आॅनलाइन एडमीशन की समस्त प्रोसेस और स्क्रूटनी की जानकारी प्रदान की गई। टीचर्स इंटरैक्शन कार्यक्रम के समापन के मौके पर एकऐस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, आईटी हेड सोनू कुमार सोनी उपस्थित रहे। आॅनलाइन एडमीशन की प्रोसेस की सम्पूर्ण प्रक्रिया में प्रज्ञा श्रीवास्तव, विजय विश्वकर्मा, डाॅ. सुभद्रा शा, दीपेन्द्र शुक्ला, शंकर बेरा, हरिमोहन मिश्रा, बालेन्द्र गर्ग, वीरेन तिवारी, शिवानी पटना, माधुरी सोनी, मदनमोहन मिश्रा और तकनीकी सहयोग राहुल सोनी का रहा। आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रोसेस कक्षा 1 के लिए और 2018-19 सत्र के लिए 1 मार्च से 19 मार्च तक चलेगी। कार्यक्रम के समापन के मौके पर डाॅ. ई.टी. आरासू, डिप्टी कमिश्नर और मिसेज शाहिदा परवीन को वि.वि. की तरफ से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना तीन दिवसीय उद्यमिता जागरुकता शिविर का शुभारंभ 14 मार्च को किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, बायोटेक डीन डाॅ. जी.पी. रिछारिया मंचासीन रहे। डीएसटी नीमैट द्वारा स्पांसर्ड और ईडीआईआई द्वारा कोआर्डिनेटेड कार्यक्रम में बेसिक साइंस के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। शुभारंभ के मौके पर फार्मेसी विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता ने उद्यमिता कैम्प के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डाॅ. प्रदीप चैरसिया ने ‘हिस्टोरिकल बैकग्राउण्ड इंडियन वैल्यूज एंटप्रेन्योरशिप एण्ड द प्रजेंट सिनेरियो’ पर विस्तृत व्याख्यान देकर विषय पर रोचक चर्चा की। श्री आर.के. शुक्ला, सेडमैप सतना ने ‘आइडेंटीफिकेशन आॅफ बिजनेस अपाच्र्युनिटीज आॅफ फार एंटप्रेन्योर्स एण्ड मैकेनिज्म आॅफ प्रोडक्ट सेलेक्शन’ पर उपस्थित छात्र छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर युवा नौकरी को तरजीह देता है, लेकिन शासकीय नौकरियों में अवसर न मिले या आप उद्यमी बनना चाहें तो शासन की तरफ से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर आप बड़े उद्यमी बन सकते हैं। श्री आर.एल. पाण्डेय, डीआईसी सतना ने ‘हाउ टू स्टार्ट अ एसएसआई यूनिट’ पर नियम और कानूनों की प्रक्रिया सरल चरणों में बताई। कार्यक्रम के दूसरे दिन एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने उद्यमिता के शुरूआती चरण और आने वाली समस्याओं और अवसरों के संदर्भ में रोचक चर्चा की। डाॅ. कमलेश चैरे ने ‘टेक्नोलाॅजी असिस्टेंस फ्राम रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट लैब्स’ पर जानकारी देते हुए बताया कि इनकी एंटप्रेन्योरशिप में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। एस.के. उइके, इलाहाबाद बैंक ने छोटी इंडस्ट्रीज प्रारंभ करने के फाइनेंसियल पहलू पर समग्र जानकारी दी। योगेन्द्र सिंह, इलाहाबाद बैंक ने सपोर्ट एण्ड फाइनेंसियल असिस्टेंस फ्राम गवर्मेंट एजेंसीज, बैंक्स, फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन कैसे हमारी मदद करते हैं पर तथ्यात्मक जानकारी प्रस्तुत की। दो दिवसीय सेशन के बाद तीसरे दिन डाॅ. समित कुमार और नेहा गोयल के मार्गदर्शन में भल्ला डेयरी,सतना की विद्यार्थियों ने इण्डस्ट्रियल विजिट की और उद्यम की प्रैक्टिकल जानकारी प्राप्त की। चंदन सिंह मैनेजमेंट के प्राध्यापक ने रचनात्मकता और व्यापार - द मैन बिहाइंडि द वेंचर, द विहेवियरल साइंस्टिस्ट एप्रोच पर संवाद किया। प्रो. अखिलेश ए वाऊ, सीएस डिपार्टमेंट ने संवादकला से कैसे प्रभावित करें जिससे अच्छे परिणाम प्राप्त हों पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के अंत में डाॅ. एस.पी. गुप्ता, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी और डाॅ. कमलेश चैरे, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों ने फीडबैक सत्र में हिस्सा लिया। अंत में सभी विद्यार्थियों को तीन दिवसीय सत्र का सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।