एकेएस वि.वि. में छात्रों के लिए तीन दिवसीय उद्यमिता जागरुकता शिविर का समापन 12 मार्च से 14 मार्च तक हुआ आयोजन-एग्रीकल्चर ओर डिप्लोमा फार्मेसी केे विद्यार्थी हुए शामिल-डेयरी और बायोफर्टिलाइजर्स इंडस्ट्री की विजिट से जानी स्माल स्केल इंडस्ट्रीज के बारे में
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 1359
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना मंे डीएसटी,नीमैट द्वारा स्पांसर्ड और ईडीआइआई द्वारा कोआर्डिनेट तीन दिवसीय उद्यमिता जागरुकता शिविर का शुभारंभ 12 मार्च को किया गया। कार्यक्रम डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी और, डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इस मौके पर वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने सभी छात्र-छात्राओं को व्याख्यान के महत्व से परिचित कराते हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया। डाॅ.एस.पी. गुप्ता, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी ने कैम्प आॅब्जेक्टिव्स एण्ड जनरल काॅन्सेप्ट आॅफ एंटपेन्योरशिप पर चर्चा की। डाॅ.धीरेन्द्र ओझा ने ‘हिस्टोरिकल बैकग्राउण्ड इंडियन वैल्यूज एंटप्रेन्योरशिप एण्ड द प्रजेंट सिनेरियो’ पर विस्तृत व्याख्यान देकर विषय पर रोचक चर्चा की। डाॅ. सी.पी. गुर्जर, हेड, बिजनेस मैनेजमेंट, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय वि.वि., चित्रकूट ने ‘आइडेंटीफिकेशन आॅफ बिजनेस अपाच्र्युनिटीज फार एंटप्रेन्योर्स एण्ड मैकेनिज्म आॅफ प्रोडक्ट सेलेक्शन’ पर उपस्थित छात्र छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहला लक्ष्य है यह पता करना कि आप करना क्या चाहते हैं और आपका गोल क्या है। आर.एल. पाण्डेय, डिप्टी डायरेक्टर, डीआईसी सतना ने ‘हाउ टू स्टार्ट अ स्माल स्केल यूनिट’ के बारे में सामान्य अवधारणाएं, शासकीय औपचारिकताएं, नियम-कानून, परिदृश्य और और भारतीय औद्योगिक पहलुओं पर रोचक जानकारी उपस्थितजनों को दी, तत्पश्चात उन्होंने तकनीकी और व्यावसायिक पहलुओं पर भी चर्चा की।कार्यक्रम के दूसरे दिन एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने प्रैक्टिसिंग एंटप्रेन्योर्स, सफलता की कहानियां, आने वाली सामान्य समस्याएं जो एक उद्यमी के सामने आती हैं उन पर अपने अनुभव शेयर किए। डाॅ. प्रदीप सिंह, बिजनेस मैनेजमेंट, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय वि.वि., चित्रकूट ने ‘कम्यूनिकेशन स्किल’ की जानकारी देते हुए बताया कि श्रोता और वक्ता के बीच बातचीत स्पस्ट हो संवाद की शैली प्रभावी हो तो उद्यमिता में सफलता की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं। डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर, आर.के. शुक्ला, सेडमैप सतना ने कैम्प के उद्देश्य की व्यवस्थित अवधारणा प्रस्तुत की, तत्पश्चात रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट लैब्स और टेक्नोलाॅजी असिस्टेंस पर जानकारी दी। कार्यक्रम के तीसरे दिन के वक्ता एस.के. उइके, इलाहाबाद बैंक ने स्माल स्केल इण्डस्ट्रीज के वित्तीय पहलुओं के साथ एंटप्रेन्योरशिप सपोर्ट एण्ड फाइनेंसियल असिस्टेंस फ्राम गवर्मेंट एजेंसीज, बैंक्स, फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन कैसे हमारी मदद करते हैं पर तथ्यात्मक जानकारी प्रस्तुत की। आशुतोष तिवारी, उद्यमी ने रचनात्मकता और व्यापार किसी भी वेंचर के पीछे की शख्सियत और व्यवहार विज्ञान पर चर्चा की। डाॅ. दीपक मिश्रा और अंकुर अग्रवाल के मार्गदर्शन में भल्ला फार्म की विजिट के दौरान विद्यार्थियों ने डेयरी इण्डस्ट्री की कार्यप्रणाली समझी। कार्यक्रम के अंत में डाॅ.एस.पी. गुप्ता,हेड, डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी और डाॅ. कमलेश चैरे, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों ने सवाल-जवाब सत्र में हिस्सा लिया। अंत में सभी विद्यार्थियों को तीन दिवसीय सत्र का सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। एंटप्रेन्योरशिप डेव्हलपमेंट का तीन दिवसीय कार्यक्रम अतिथियों के जानकारी पूर्ण उद्बोधन की बजह से काफी विशेष रहा। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर और फार्मेसी के विद्यार्थी शामिल हुए।