एकेएस वि.वि. सतना के Faculty डाॅ.धीरेन्द्र ओझा का Agriculture sector Problems And solution Subject पर Paper inspire general Of Modern Management Entrepreneurship में प्रकाशित हुआ है जिसमें उन्होने किसानो की समस्या पर विस्तार से प्रकाश डाला है। उन्होने बताया है कि सतना के Smart City में शामिल होने के बाद भी कृषि क्षेत्र समस्याओं से दो चार है जिसमें सिंचाई की सुविधाओं का अभाव,तराई क्षेत्र में असुरक्षा, घना वन क्षेत्र आदि हैं।उनका Paper जनवरी इश्यू में प्रकाशित हुआ है। समाधान के रुप में उन्होने बताया कि सिंचाई सुविधाऐं बढाई जाऐं,भन्डारण बढे और कृषि क्षेत्र भी बढे इत्यादि। उनको इष्ट मित्रों ने बधाई दी है।
AKS University
AKS University, Satna M.P.
Young engineers of the Civil Engineering Department of AKS University, Satna performed excellently in the Megalith-2020. Students of Civil Engineering Department Aadesh Aggarwal, Shubham Upadhyay, Sunny Singh, Pradeep Banot and Ayushman Dubey got first place on the platform of IIT, Kharagpur in Bridge Design competition among other IITs, NITs, BHU. In addition to these competitions, the students got their rank and third place in the model presentation of Small Village, Rain Bridge Designing, third in Cryer, third place in Rotolair.They demonstrated the excellence of academics. The students did advanced work by competing among 1200 students. Students given credit for their success to Vishutosh Vajpayee, Radheshyam Seni, Garima Pandey, Shradda Pandey, Sarojini Singh and Harsh Singh faculty members of AKS University ,under whose continued guidance they have achieved this feat. University has given best wishes to the students.
Faculty of AKS University Satna, Dr. Dhirendra Ojha's paper on agriculture sector problems and solutions has been published in Inspira's Journal of Modern Management Entrepreneurship in which he has elaborated on the problems of farmers. He has stated that even after Satna's inclusion in the Smart City, the agricultural sector is facing problems due to lack of irrigation facilities, insecurity in the Terai region, dense forest area, etc. His paper has been published in the January issue. As a solution, he said that irrigation facilities should be increased, storage increased and agriculture sector also increased.
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) हर साल 28 फरवरी (28 February) को मनाया जाता है. इस साल की थीम "Women in Science" है. वैज्ञानिक सीवी रमन (CV Raman) ने ‘रमन प्रभाव' (Raman Effect) का आविष्कार किया था. पारदर्शी पदार्थ से गुजरने पर प्रकाश की किरणों में आने वाले बदलाव पर की गई इस महत्वपूर्ण खोज के लिए 1930 में उन्हें भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने यह खोज 28 फरवरी को की थी. इस खोज के सम्मान में 1986 से इस दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाने का चलन है. बता दें कि सीवी रमन भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले भारत ही नहीं बल्कि एशिया के पहले वैज्ञानिक थे. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डॉ जी के प्रधान, विशिष्ट अतिथि डॉ हर्षवर्धन श्रीवास्तव, डीन बेसिक साइंस प्रो आर एन त्रिपाठी, संचालक साकेत कुमार, डॉ नीलेश राय, डॉ सुधा अग्रवाल, डॉ दिनेश मिश्रा, कार्यवाहक - डॉ ओ पी त्रिपाठी, मनीश अग्रवाल, डॉ चंद्र प्रकाश सिंह , राधे कृष्ण शुक्ला , नीलकंठ, डॉ एकता श्रीवास्तव, डॉ शैलेन्द्र यादव, नाहींद उस्मानी , दिनेश वाल्मीकि धन्यावाद ज्ञापन आभार - लवली सिंह गहरवार ने किया
एकेएस वि.वि. सतना और "Society Of Pharmaceutical Education And Research" के संयुक्त तत्ववधान में Natural education in heath care Research-Discovering new verticals विषय पर कार्यक्रम का समापन नए आयामों के साथ किया गया। इस मौके पर दूसरे दिन अतिथियों के समक्ष कई Technical कार्यक्रम आयोजित हुए। इस मौके पर डाॅ.बूटर ने Pharmacovigilance of counterfeit,Adulterated,fake And Microbial contamination Medicine,प्रो.जी.डी.गुप्ता ने Stress And Time Management for Professional Growth पर जानकात्ररी पूर्ण और विषयसम्मत व्याख्यान दिया। valedictory functions के दौरान एकेएस वि.वि. को भविष्य की शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि विदेशों में प्राप्त हो रही शिक्षा के समतुल्य ही वि.वि. शिक्षा देने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने मौलिक रिसर्च की वकालत की। प्रो.डाॅ.एच.एस.बूटर,University of ओटावा, कनाडा ,वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,ए.के.सिंघई, डाॅ.जी.डी.गुप्ता,अध्यक्ष,एसपीईआर सेक्रेटरी डाॅ.उपेन्द्र नगाइच डाॅ.हर्षवर्धन और फार्मेसी प्राचार्य डाॅ.एस.पी.गुप्ता, डाॅ.मधु गुप्ता ने एसपीइआर के 9वें वार्षिक International और Exhibition-2020 के समापन के मौके पर एसपीएआर, Innovative Research Award,डाॅ.जापस कुमार, Principle of the year Local organizing comity, डाॅ.सूर्यप्रकाश गुप्ता, यंग टीजर एवार्ड डाॅ.नीलेश जैन, Best Student Award पीएचडी, मो.ओसामा, Best Student Award पीजी, उम्मेद सिंह, Best Student Award, यूजी मो.लारी, Young teacher Award , डाॅ.सुचि दवे, young scientist Award डाॅ.श्वेता गुप्ता, Best Student रचना राणा को प्रदान किया गया। Oral presentation में रेनी निगम, डाॅ.दीपक मिश्रा,अजय कुमार गुप्ता को जबकि Poster presentation में मो.असर,रोशनी तिवारी ओर डाॅ.प्रकाशचंद गुप्ता को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर डाॅ.सूर्य प्रकाश गुप्ता,एलओसी चेयरमैन ने फार्मेसी विभाग की तरफ से सभी अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया।,एसपीईआर सेक्रेटरी डाॅ.उपेन्द्र नगाइच ने एकेएस वि.वि. की तारीफ करते हुए कहा कि आयोजन से हम नई उर्जा मिली है। इस मौके पर फार्मेसी विभाग के फैकल्टीज ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई। इस कार्यक्रम में सीआईपीआई का सहयोग, डाॅल्फिन, रिसर्च पार्टनर ओर मीडिया पार्टनर एसपीइआर के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन अंकुर अग्रवाल और पारस कोसे ने किया।कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। सभी ने एसपीईआर के 10वें आयोजन के लिए हार्दिक शुभकामनाऐं प्रदान कीं।
एकेएस वि.वि. सतना और "Society Of Pharmaceutical Education And Research" के संयुक्त तत्ववधान में Natural education in heath care Research-Discovering new verticals विषय पर कार्यक्रम का शुभारंभ 28 फरवरी को किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मृख्य अतिथि डाॅ.अशोक कुमार भार्गव,कमिश्नर रीवा संभाग ने कहा कि मानवता के कल्याण के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। आप सब युवा काबिलियत के पीछे दौडें सफलता खुदबखुद आपके पीछे आएगी उन्होंने अपने प्रेरक उदबोधन में कहा कि आपको लोग तब याद करेगें जब आप वक्त वक्त के थपेडों को सहते हुए आगे बढ जाऐगें। इस मौके पर प्रो.डाॅ.एच.एस.बूटर,University of ओटावा,कनाडा ने भारत के प्रति प्रेम जाहिर करते हुए कहा कि दुनिया गम तो देती है पर साथ नहीं देती,किसी के दूर जाने से मुहब्बत कम नहीं होती, वह कनाडा से कार्यक्रम में पधारे। वि.वि. के कुलाधिपति वी.पी.सोनी ने सभी छात्रों को अंतरराष्ट्रीय Conference के लिए शुभकामनाऐं दी और अतिथियों से सीखने की सीख दी। वि.वि. के प्रोचांसलर ने देशी नुस्खों पर बात की जो दादी नानी के जमाने से प्रचलन में है। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो.जी.डी.गुप्ता,अध्यक्ष,एसपीएआर ने कहा कि हमारा मूल मंत्र है सर्वे भवन्तु सुखिनः,फार्मा विश्व का सबसे तेजी से रोजगार देने वाला क्षेत्र है और हमारी संस्था से भारतवर्ष के 13 प्रदेश और 5000 हजार Liver members सक्रिय है आप आइडिया बेंचिए और करोडों कमाइए उन्होने कई उदाहरण भी दिए। इस मौके पर एसपीईआर के सेक्रेटरी डाॅ.उपेन्द्र नगाइच ने एसपीइआर के 9वें वार्षिक International conferenceऔर Exhibition-2020 के मौके Annual Report पेश की और कहा कि आप सब मनीषियों का हमारे कार्यक्रम में होना हमारे लिए सौभाग्य का सूचक है।उन्होने एसपीइआर के समस्त क्रियाकलापों पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम मे प्रो.एन.के.जैन,पूर्व विभागाध्यक्ष,हरि सिंह गौर वि.वि. सागर, डाॅ.बी.मिश्रा ,आईआईटी, डाॅ.दीप्ती जैन,बीएचयू,डाॅ.हर्षवर्धन और फार्मेसी विभागाध्यक्ष और प्राचार्य डाॅ.एस.पी.गुप्ता,डाॅ.मधु गुप्ता शामिल हुए। कार्यक्रम की चेयरपर्सन रही और प्रो.एन.के.जैन ने मेडिकल डिवाइजेज,पास्ट,प्रजेन्ट एण्ड फ्यूचर,प्रो.बी.मिश्रा ने Rish Management for Effective Medication,डाॅ.प्रसाद थोटा ने Indian फार्मेकोपिया कमीशन,Innovations in Heath Care पर Technical व्याख्यान दिया।,एसपीइआर की तरफ से प्रो.वी.मिश्रा को मि.सुधा नगाइच मेमा.एवार्ड, प्रो.जी.डी.गुप्ता को फैलोशिप एवार्ड और प्रो.बूटर को एमीनेन्ट टीचर एवार्ड से सम्मानित किया गया।ओरल एण्ड प्रोस्टर प्रजेन्टेशन के पश्चात सांस्कुतिक कार्यक्रमों का अतिथियों ने लुत्फ लिया। कार्यक्रम के दूसरे दिन Technical session और Presentation दिए जाऐंगें। कार्यक्रम के आयोजन में Administrator बृजेन्द्र सोनी और आईटी हेड,सोनू कुमार सोनी की प्रमुख भूमिका रही।