एकेएस वि.वि. के Pharmacy विभाग में International Webinar संपन्न
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Pharmaceutical Science and Technology में High Performance Thin Layer Chromatography Theory, Instrumentation and Applications विषय पर अंतरराष्ट्रीय webinar संपन्न हुआ। इसमें नेपाॅल,इंडोनेशिया,पाकिस्तान के साथ अन्य देशों के Participation भी शामिल हुए। कार्यक्रम की स्पीकर डाॅ. दीप्ती जैन, Professor and Head School of Pharmaceutical Science and Tech,ने 1100 प्रतिभागियों के बीच व्याख्यान दिया, उन्होने बताया कि यह theory Pharmacy, Life Science, Biotech and Chemistry के क्षेत्र में अति उपयोगी है।High Performance Thin Layer Chromatography Theory, Instrumentation and Applications Pharmacy पर उन्होने तकनीकी व्याख्यान दिया। Pharmacy विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता ने welcome note दिया और कार्यक्रम का संयोजन किया। पारस कोसे, Coordinator और अंकुर अग्रवाल, moderator रहे। कार्यक्रम की सफलता पर वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाऐं दी है। कार्यक्रम में प्रो.जी.पी.रिछारिया ने vote of thanks दिया।

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एकेएस वि.वि.के Computer Science विभाग में रोजगार की संभावनाओं पर एक दिवसीय webinar संपन्न
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Computer Science and IT Department में एकदिवसीय National Webinar का आयोजन 30 जून को किया गया। इस मौके पर career opportunity in computer science and IT applications‘‘ पर चर्चा करते हुए वैश्विक और स्वदेश की computer field में उपलब्धियों ओर अनुसंधानों पर चर्चा हुई । covid-19 के दौर में डाॅ. अमित भगत, Expert, Manit Career Opportunity in Computer Science and IT Application‘‘पर उपस्थित प्रतिभागियों को रोजगार की नवीन स्थितियों से परिचित कराते हुए उन्हे self-motorized and self-regulated रहने के साथ ही अध्ययन मनन की भी सलाह दी उन्होने कहा कि अगर आप job के लिए प्रिपेयर रहोगेे तो आपको मौके मिलेगें पर आपको विश्व की तकनीकों पर जानकारी रखनी होगी। इस मौके पर चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, डाॅ.सरोज शुक्ला,प्राचार्य गवर्नमेंट हायरसेकेन्डरी स्कूल,गोपालशरण सिंह चैहान,प्राचार्य गवर्नमेंट व्यंकट हायर सेकेन्डरी स्कूल,नं.1 के साथ विभागाध्यक्ष अखिलेश ए.बाउ, अंकिता शर्मा, Coordinator के साथ फैकल्टीज और सैकडों प्रतिभागी उपस्थित रहें।
एकेएस वि. वि. के भौतिकी विभाग अंतरराष्ट्रीय चार दिवसीय webinar का दूसरा दिन-चर्चा में शामिल हुए देश विदेश के प्रतिभागी
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के भौतिकी विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित 4 दिवसीय webinar श्रंखला के दूसरे दिन अतिथि वक्ताओं का स्वागत वि.वि. के ओएसडी प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने किया। मुख्य व्याख्यान प्रो.आर.के.पाण्डेय, Michigan, Technological University, मिसीगन अमेरिका का रहा। उन्होंने अपना व्याख्यान Nano material Characterization and Applications पर दिया। डाॅ..एस.ए.आर.हासमी, CSIR, भोपाल ने polymer composites पर जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय चार दिवसीय webinar कार्यक्रम के special lectures में मि.योगेश विश्वकर्मा, Hindustan Aeronautics Limited, ने Theory of Three Folds and and Four Dimensional Universe पर अपना व्याख्यान दिया। विशेष व्याख्यानों की श्रंखला में expert talk डाॅ.वरुण सिंह, Dr. GSPG College ने rechargeable batteries पर ज्ञान साझा किया। डाॅ. अरविंद कुमार IIT Delhi, डाॅ.सुरेश कुमार महर्षि मारकंडेय यूनिवर्सिटी, हरियाणा ने Doping Effect on Physical Property of Nano Particles, पर व्याख्यान दिया। डाॅ.मंजु तिवारी ने अपना व्याख्यान Light Emitting Devices, For Display Application पर और डाॅ.सौरभ कुंज,रामजस काॅलेज दिल्ली ने अपना व्याख्यान Ferromagnetic Materials ओर उनके अनुप्रयोग पर दिया। कार्यक्रम के दौरान वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, और संचालन फिजिक्स विभागाध्यक्ष डाॅ.नीलेश राॅय और लवली सिंह गहरवार, मनीष अग्रवाल, चंद्र प्रकाश, साकेत कुमार ने किया। अंतरराष्ट्रीय चार दिवसीय webinar कार्यक्रम में देश विदेश के प्रतिभागी भी काॅफी संख्या में एकत्र हुए उनके सवालों के जवाब विद्यजनों ने दिए।
ऐकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विभाग द्वारा संचालित Webiner का चोथा दिन
ऐकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित 6 दिवसीय Webiner श्रंखला के चोथे दिन श्री आकाश चैरसिया ने multi-layer farming विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। आकाश चोरसिया ने कहा, मेरा बचपन से सपना था कि बड़ा होकर डॉक्टर बनूंगा और लोगों का इलाज करूंगा लेकिन जैसे - जैसे मैं बड़ा हुआ मुझे समझ में आया कि ज्यादातर बीमारियां खराब खान - पान की वजह से होती हैं।इसकी वजह जाननी चाही तो पता चला कि लोगों को शुद्ध अनाज और सब्जियां खाने को नहीं मिल रही हैं जिसकी वजह से वो बीमार हो रहे हैं। आजकल किसान सब्जियों और अनाज में इतने कीटनाशक और रसायनिक उवर्रक इस्तेमाल करते हैं कि लोगों को इससे तमाम तरह की बीमारियां हो जाती हैं। मुझे लगा डॉक्टर बनकर इलाज करने से अच्छा है कि मैं खेती करके इन्हें शुद्ध भोजन उपलब्ध कराऊं जिससे ये बीमार ही न पड़ें और इलाज की नौबत ही न आए। ये तरीके अपनाते हैं आकाश जब आकाश किसानों से मिले तो किसानों ने अपनी कई तरह की समस्याएं बताईं। आकाश ने इन समस्याओं के के समाधान के लिए एक लम्बा शोध किया, जिससे किसानो की समस्याओं का समाधान किया जा सके। आकाश ने बताया, ष्मै एक साथ एक ही जमीन पर चार से पांच फसलें लेता हूं जिससे लागत और समय दोनों की बचत होती है और अच्छा मुनाफा होता है, क्योंकि एक फसल से दूसरे फसल को खाद मिलती रहती है, फसलों में खरपतवार नहीं होता है, कीड़े नहीं लगते हैं। आकाश कहते है खेत का पानी बरसात में बर्बाद न हो इसके लिए खेत में ही पानी रिचार्ज की सुविधा की। 10ध्10 का गढ्ढा खेत के लान वाली खोदतें हैं जिससे पूरा पानी इस गढ्ढे में आता है। इससे एक एकड़ खेत में आठ से 10 लाख लीटर पानी और दो ट्राली मिट्टी को बचाया जा सकता है। इस तरह किसान हजारों ट्राली मिट्टी बचाने के साथ ही करोड़ों लीटर पानी संरक्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा मै अपनी खेतों में मल्टीलेयर में खेती करता हु . मसलन- जमीन के नीचे अदरक लगता हु या ऐसी चीज जो जमीन के अंदर उगती है। उसके ऊपर सब्जियां लगाता हु जो जमीन के ऊपर उगती हैं जैसे बैंगन, गोबी. उसके ऊपर झाड़ लगाकर बेल की शक्ल में फलने वाली चीजें लगाता हु जैसे कुंदरी, पान. और चैथी लेयर है पपीते जैसे पेड़ की जो सीधे ऊपर चली जाती हैं. इन फसलों को उगाने के लिए खाद खेत में ही बनाते हैं. गायें पाल रखी हैं। उनके गोबर में रॉक फॉस्फेट मिलाकर केंचुए डाल देता हैं. केंचुओं को एक दर्जन क्लासिकल और इंस्ट्रुमेंटल संगीत सुनाते हैं जिससे केंचुए 60 दिन के बदले 45 दिन में वो खाद तैयार कर देते हैं जो डीएपी का काम करता है. इससे ज्यादा फसल होती है और पैदावार लंबे समय तक होती है। आज के webiner के सयोजक श्री सात्विक बिसारिया ने बताया कि आकाश ने अपने तीन एकड़ खेत को मॉडल फॉर्म के रूप में विकसित किया है। एक साथ चार से पांच फसल लेकर लागत चार से पांच गुना कम करने के साथ ही मुनाफा में भी पांच गुना इजाफा किया है। ये वर्मी कम्पोस्ट से लेकर सभी जैविक खादें, dairy form, multi layer food farming खुद ही करते हैं। हर महीने की 27 और 28 तारीख को पूरे देशभर के कई किसान इनके यहाँ निशुल्क प्रशिक्षण लेने आते हैं। देशभर में अब तक 50 से ज्यादा माडल फॉर्म बना चुके हैं। आकाश ने 42 हजार किसानों को प्रशिक्षण दिया जिसमे 33 हजार किसान और साढ़े सात हजार युवा इनके साथ जुड़े हैं। साढ़े छह हजार किसान और 250 युवा पूरी तरह से आकाश के बताये तौर तरीकों से 18 हजार एकड़ जमीन में खेती कर रहे हैं। श्रोताओ द्वारा श्री आकाश चैरसिया से कई विषय सम्बन्धी प्रश्न पूछे जिनमे इस माडल को कहा व कितने क्षेत्र में उपनाया जा सकता है, सिंचाई की कौन सी पद्यति अपनानी चाहिए व मर्केट से सम्बंधित प्रश्न महत्वपूर्ण रहे। श्री आकाश चैरसिया ने इन प्रश्नों का उत्तर बखूबी दिया साथ ही multi layer के सेटअप व तरीको को भी प्रदर्शित किया।कार्यक्रम की शुरुआत सात्विक बिसारिया के द्वारा श्री आकाश चैरसिया के परिचय व श्रोताओ के स्वागत से किया। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के प्रो चंस्लर इं. अनंत कुमार सोनी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में प्रति कुलपति विकास डॉ. हर्षवर्धन, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. एस. एस. तोमर उपस्थित रहे साथ ही आशुतोष गुप्ता, संतोष कुमार, पंकज कुमार व समस्त कृषि संकाय की फैकल्टी मौजूद रही।
ऐकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विभाग द्वारा Webinar
ऐकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित 6 दिवसीय Webinar श्रंखला के तीसरे दिन श्री सुभाष भाटिया ने कृषि वानिकी में बांस के वृक्षारोपण का भविष्य और वर्त्मान विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।उन्होंने कहा आत्मनिर्भर भारत के लिए बांस के वृक्षारोपण को बढ़ाने के लिए तथा इससे रोजगार उत्पन्न करने की संभावनाए भारत में अत्यधिक है । उन्होंने बांस के प्रयोग को बताते हुए उससे बने उत्पादों जैसे पेपर, सौन्द्र्य प्रसाधन उत्पाद, कटलरी, अगरबत्ती स्टिक इत्यादि के विषय में बताया श्रोताओ द्वारा श्री भाटिया से कई विषय सम्बन्धी प्रश्न पूछे जिनमे बंसौत्पादन की खेती कैसे की जा सकती है, कहा की जा सकती है, इस खेती मे अत्यधिक लाभ कैसे प्राप्त किया जा सकता है व मार्केट से सम्बंधित प्रश्न महत्वपूर्ण रहे।श्री भाटिया ने इन प्रश्नों का उत्तर बखूबी दिया साथ ही बंसौत्पादन के सेटअप व तरीका भी प्रदर्शित किया।कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति विकास के द्वारा श्रीअरविन्द धाकड़ के परिचय व श्रोताओ के स्वागत से किया।कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के प्रोचांस्लर इं. अनंत कुमार सोनी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।कार्यक्रम का संचालन श्री सात्विक सहाय बिसारिया ने किया कार्यक्रम में कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. एस. एस. तोमर उपस्थित रहे साथ ही आशुतोष गुप्ता, संतोष कुमार, पंकज कुमार व समस्त कृषिसंकाय की फैकल्टी मौजूद रही।