Dr. Rama Shukla, HOD, Electrical Engineering presented her research paper in an international seminar, where the representatives of various countries like Italy, Srilanka,Bangladesh, and Kuwait also made their participation. The conference had been organized in Maulana Azad National Institute of Technology, Bhopal between 8th to 9th of December. While presenting the research paper, Dr. Rama Shukla informed to the audience as to how it may be possible to generate the electricity without damaging the living plants. She also apprised the audience about her experiment carried out on alovera and banana plants. She also told the audience about the cleanliness campaign initiated by AKS University in its campus, to create the attractive environment. The paper presentation of Rama Shukla was widely appreciated by the intellectual audience present over there. On this occasion, Dr. Shukla was conferred with the membership certificate of Indian institute of Technical Education.
AKS University
AKS University, Satna M.P.
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय की इलेक्ट्रिकल संकाय की विभागाध्यक्ष डाॅ. रमा शुक्ला ने इंटरनेशनल कांफ्रेंस में शिरकत की। कांफ्रेंस की थीम स्मार्ट टेक्नालाॅजी फार ग्रीन एण्ड सस्टेनेबल फ्यूचर रही जिसमें इटली, श्रीलंका, बांग्लादेश, कुवैत के साथ अन्य कई देशों के प्रतिनिधियों ने भी अपने पेपर प्रजेंट किये। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नालाॅजी भोपाल में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस 8 व 9 दिसम्बर को आयोजित हुई। वि.वि. की फैक्ल्टी डाॅ. रमा शुक्ला ने अपने प्रजेन्टेशन पेपर के तथ्यों पर बातचीत करते हुए कांफ्रेंस को बताया कि लिविंग प्लांट्स को बिना नुकसान पहुंचाए विद्युत उत्पादन संभव है। उन्होंने एलोवेरा और केले के पौधे पर यह प्रयोग सफलतापूर्वक किया है। उन्होंने बताया कि एकेएस वि.वि. की मुहिम स्वच्छ और सुंदर पर्यावरण है। उनके पेपर प्रजेंटेशन को व्यापक सराहना मिली। इस मौके पर उन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्निकल एजुकेशन की सदस्यता भी प्रदान की गई।
Following the directives of Economic and Statistical Department of MP government, AKS University organized a grand symposium on Aadi- Shankaracharya here on Tuesday. As it is well known, government has planned to set up a gigantic portrait of Shankaryacharya within a shorter span of time.In order to implement this plan, metal collection compaign has been initiated in state level. A procession, by the name “Ekatma Yatra” is slated to be organized between 25th to 27th of December in Satna district. Symposium organized at AKS University was aimed to commemorate the life philosophy of Shankaryacharya, his great personality and his contribution to society. On this occasion, District Co-Ordinator Pradeep Tiwari said that Shankaracharya was the incarnation of lord Shiva, and his life has been the source of inspiration for all. AK Singh, Judge, District Court, expressed his views on the birth of Shankaracharya, his initial life period, and his spiritual journey. The function was anchored and directed by Dr. Deepak Mishra.
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में आदिगुरू शंकराचार्य पर विचारगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम प्रमुख सचिव म.प्र. शासन योजना आर्थिकी एवं सांख्यिकीय विभाग मंत्रालय के निर्देशानुसार आयोजित किया गया। उल्लेखनीय है कि आदिगुरू शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना हेतु धातु संग्रहण एवं जनजागरण अभियान के लिये एकात्म यात्रा का आयोजन सतना जिले में 25 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक किया जायेगा। एकात्म यात्रा से पूर्व आदिगुरू शंकराचार्य के व्यक्तित्व, जीवन दर्शन एवं सामाजिक उपदान पर केन्द्रित विचारगोष्ठी में उनके द्वारा विरचित श्लोकों का सामूहिक ज्ञान का आयोजन हुआ। वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने अतिथियों का परिचय एवं स्वागत किया। प्रदीप तिवारी जिला समन्वयक जनकल्याण परिषद ने बताया कि अद्वैत दर्शन के प्रणेता आदिगुरू शंकाराचार्य भगवान शंकर के अवतार थे। उनकी 108 फिट ऊंची प्रतिमा की स्थापना 100 एकड़ के परिसर में स्थापित की जानी है। इस मौके पर अरुण कुमार सिंह, सतना डीजे, फैमिली कोर्ट ने रामायण की चैपाई‘‘ बड़े भाग मानुष तन पावा‘‘ का महत्व बताते हुए आदिगुरू शंकराचार्य के जन्म, लालन-पालन, बाल्यकाल एवं आध्यात्मिक जीवन पर विस्तार से आध्यात्मिक आख्यानों के माध्यम से प्रकाश डाला उन्होंने आदिगुरू शंकराचार्य की दिग्विजय यात्रा की जानकारी भी दी। इस मौके पर प्रो. पारितोष के. बनिक, कुलपति एकेएस वि.वि.,डायरेक्टर अवनीश सोनी, मधुसूदन शास्त्री के साथ वि.वि. परिवार के समस्त सदस्य उपस्थित रहे।इस मौके पर विरचित श्लोकों के प्रथम एवं द्वितीय विजेताओं को सम्मानित भी किया गया।कार्यक्रम का संचालन करते हुए वि.वि. के बायोटेक फैकल्टी डाॅ. दीपक मिश्रा ने कार्यक्रम की परिचयात्मक रूपरेखा प्रस्तुत की।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय मे देश-विदेश की प्रतिष्ठित कंपनियाॅ विभिन्न संकाय के विद्यार्थियों का चयन कर रही है। इसी कडी में फूड टेक्नालाॅजी,विभाग के 7 विद्यार्थियों का चयन अमेरिका की कंपनी जनरल मिल्स के साथ कैडबरी,अडानी इत्यादि कंपनियों में फूड प्रोसेसिंग इंजीनियर एवं फूड कंसल्टेंसी इंजी के तौर पर किया गया है।
इन छात्रों का इन कंपनियों में हुआ चयन
एकेएस वि.वि. के बी.टेक फूड टेक्नालाॅजी आठवें सेमेस्टर के जिन 7 विद्यार्थियों का चयन विभिन्न कंपनियों मे हुआ है उनमे विकास पाण्डेय अमेरिका की जनरल मिल्स कं. मुम्बई ब्रांच में, तंजिला सिद्दीकी और भानूश्री साहू कैडबरी के बार्नवीटा प्रोडक्ट यूनिट में, दीपांशु भट्ट,मदर डेयरी गांधी नगर, भाग्यश्री तोसे, बतौर फूड कंसल्टेंसी इंजीनियर उदित, अडानी विलमार्ट फार्चून डिवीजन और अनिल कुमार आर्य नेशनल फूड कंसल्टेंसी में चयनित किये गये हैं। उल्लेखनीय है कि उपरोक्ट छात्रों ने एकेएस वि.वि. द्वारा देश की प्रतिष्ठित फूड प्रोसेसिंग कंपनियों में इसके पूर्व दो माह की ट्रेनिंग एवं विजिट पूर्ण कर ली थी। विद्यार्थियों का चयन इंटर्नशिप कम प्लेसमेंट के लिए हुआ है। जिन कंपनियों में एकेएस वि.वि. के छात्र टेªनिंग कर रहे हैं उनमे अमूल, सांची, पेप्सिको, डीपी चाकलेट, एचपीएमसी शिमला, आईआईसीपीटी तंजावर प्रमुख हैं। वि.वि. के फूड टेक्नाॅलाजी के छात्र जिन कंपनियों में ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं उन्हीं कंपनियों में उनके प्लेसमेंट की भी संपूर्ण संभावना है। वि.वि. के कई छात्र खुद का बिजनेस भी संचालित कर रहे हैं। फुड टेक्नाॅजाॅजी कार्यरुप मे समझने के लिए वि.वि. में फूड प्रोसेसिंग यूनिट भी है जहाँ से छात्र विधिवत ट्रेनिंग प्राप्त करते हैं। गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. मे फूड टेक्नाॅलोजी विभाग सम्पूर्ण लैब्स के साथ विद्यार्थियों के ज्ञान में संवर्धन करता है। वि.वि.मे संचालित डिप्लोमा फूड टेक, बी.टेक फूड टेक और एम.टेक फूड टेक के विद्यार्थी विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में विजिट और ट्रेनिंग प्राप्त करके दक्षता प्राप्त कर रहे हैं। चयन के बाद विद्यार्थियों ने कहा कि हम एकेएस वि.वि. के छात्र वि.वि. की विशिष्ट इमेज का ख्याल रखकर कार्य करेगें जिसकी बदौलत हम यह मुकाम हासिल कर सके उन्होने वि.वि.के अध्ययन काल को अपना सर्वोच्च समय माना।
वि.वि. के वरिष्ठजनों ने दी चयनित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं
विश्वविद्यालय के बी.टेक फूड टेक्नालाॅजी आठवें सेमेस्टर के सात विद्यार्थियों की कॅरियर की उच्च सफलता पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति प्रो. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. सी.के. टेकचंदानी, डायरेक्टर फूड टेक्नालाॅजी, इंजी. राजेश मिश्रा विभागाध्यक्ष फूड टेक्नालाॅजी, रितिका सावंता, माधवी सिंह, सीमा कुमारी, अभिषेक गौरव, वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय के साथ वि.वि. के समस्त संकायों के डीन डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय के सीमेन्ट टेक्नालाॅजी विभाग के डायरेक्टर प्रो. जी.सी.मिश्रा के साथ डाॅ. के.एन. भट्टाचार्य और डाॅ. एस.के. झा ने एनसीबी के 15वें इंटरनेशनल सेमिनार में सफल सहभागिता दर्ज कराई। इंटरनेशनल सेमिनाॅर नेशनल काउन्सिल फाॅर सीमेंन्ट एण्ड बिल्डिंग मैटैरियल द्वारा आयोजित किया गया जिसका विषय सीमेन्ट,कंक्रीट और बिल्डिंग मटेरियल था। 5 से 8 दिसम्बर 2017 तक नई दिल्ली में चले सेमिनाॅर मे 21 देशों के 1200 के करीब प्रतिनिधियों ने सहभागिता दर्ज करवाई जिसमें भारतवर्ष के सभी सीमेन्ट प्लांट के प्रतिनिधि बडी संख्या मे शामिल रहे। गौरतलब है कि यह एशिया का सबसे बड़ा सीमेन्ट और बिल्डिंग मटेरियल पर सेमिनार था उल्लेखनीय है कि ‘‘सस्टेनेबल कांस्ट्रक्शन पै्रेक्टिसेस‘‘ विषय पर आयोजित सेशन की विश्वविद्यालय के सीमेन्ट टेक्नालाॅजी के डायरेक्टर प्रो. जी.सी. मिश्रा ने अध्यक्षता भी की। उन्हांेने एकेएस वि.वि. के सीमेंन्ट टेक्नाॅलाॅजी विभाग की चर्चा भी की और स्टूडेन्टस और उनकी टेªनिंग दक्षता भी बताई।