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एकेएस विश्वविद्यालय एसतना के कला विभाग के विद्यार्थियों का कालिंजर किला एबाँदा; उण्प्र ण्द्धका शैक्षणिक भ्रमण ।

एकेएस विश्विविद्यालय एसतना के कला विभाग के ठ। कोर्स के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के लगभग 50 छात्र .छात्राओं के दल को विभाग के विभागाध्यक्ष मिर्जा समीउल्ला बेग एवं अन्य प्राध्यापकों के कुशल मार्गदर्शन में 17 दिसंबर 2022 को शैक्षणिक भ्रमण हेतु ऐतिहासिक महत्व के कालिंजर किला एजिला बाँदा ;उण्प्रण्द्धले जाया गया। विंध्याचल की पहाड़ियों में स्थित कालिंजर का किला चंदेल शासको द्वारा बनवाया गया था ।अपनी विशाल प्राचीर एवं अवस्थिति के कारण लंबे समय तक अजेय बना रहा एवं बाबर एवं हुमायूँ जैसे शासक भी इसे जीतने में असफल रहे ।शेरशाह सूरी की मृत्यु भी इसी किले में तोप के बारूद में विस्फोट के कारण हुई थी।अकबर के द्वारा प्रथम जीत के पश्चात अकबर ने इसे बीरबल को दे दिया । बीरबल के बाद यहां पर कुछ समय बुन्देल शासक छत्रसाल का भी शासन रहा । भ्रमण के दौरान कला विभाग में राजनीति विज्ञान पढ़ाने वाले एवं वास्तुविद राजीव बैरागी द्वारा छात्र छात्राओं को इस किले की वास्तु संरचना एवम इसके महत्व के विषय मे बताया गया कि राजा के महल के उत्तर दिशा में स्थित पानी का स्त्रोत साम्राज्य को उन्नति एवं स्थायित्व प्रदान करता है वही विभाग में इतिहास पढ़ाने वाले गौरव सिंह के द्वारा छात्र छात्राओं को किले के इतिहास एवं महत्व के विषय मे विस्तार से बताया गया ।इस शैक्षणिक भ्रमण में छात्र छात्राओं के मार्गदर्शन हेतु विभागाध्यक्ष मिर्जा समीउल्ला बेग के साथ राजीव बैरागी एप्राची सिंह एडॉ ण् पुष्पा सोनी एपूर्णिमा सिंह एगौरव सिंह एवं अश्विनी कुमार ओमरे उपस्थित थे ।इस शैक्षणिक भ्रमण हेतु चैयरमैन इंजी ण् अनंत कुमार सोनी एप्रो कुलपति प्रो ण्आर एस त्रिपाठी एप्रशासनिक अधिकारी ब्रजेन्द्र सोनी एडीन समाज विज्ञान संकाय डॉण् हर्षवर्धन श्रीवास्तव एविभागाध्यक्ष मिर्ज़ा समीउल्ला बेग एवं विभाग के शैक्षणिक स्टाफ का अभूतपूर्व सहयोग प्राप्त हुआ एवम प्रसन्नता व्यक्त की ।

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एकेएस विश्वविद्यालय सतना में उन्नत वर्मी कंपोस्ट खाद यूनिट
सतना। एक विशिष्ट प्रजाति के केंचुए जो गोबर पेड़ पौधों के अवशेष सब्जियों के अवशेष एवं कार्बनिक पदार्थों को खाकर मल द्वारा चाय की पत्ती जैसा काले भूरे रंग का पदार्थ निकालते हैं जिसे केंचुए की खाद या वर्मी कंपोस्ट कहते हैं।फास्फोरस रिच वर्मी कंपोस्ट खाद संयुक्त कार्बनिक पदार्थों जैसे. गोबर खाद एफसल अपशिष्टए चीनी मिल का प्रेसमड एजूस उद्योग का अपशिष्टए पदार्थ विभिन्न प्रकार की खली आदि को रॉक फास्फेट के साथ मिक्स करके केंचुए की सहायता से बनाई जाती है। यह प्रोम मिनरल उर्वरक एवं जैविक खाद का मिश्रण है जो केवल कृषि में उपयोग के लिए लिया जाता है। प्रोम का उपयोग पौधों को फास्फोरस ;फास्फोरस पादप पोषक तत्वद्ध उर्वरक प्रदान करने के लिए किया जाता है। केंचुए रॉक फास्फेट एवं गोबर कार्बनिक पदार्थ के मिश्रण को खा कर उसे मल के रूप में प्रदान करते हैं इस कारण प्रोम शुद्ध रुप से जैविक है। प्रोम जैविक खाद बनाने की एक नई तकनीकी है रिच वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए गोबर तथा रॉक फास्फेट को प्रयोग में लाया जाता है।ऐ के एस विश्व विद्यालय के अंतर्गत कृषि विज्ञान एवम् प्रौद्योगिकी संकाय में जैविक खेती के ऊपर विस्तृत अनुसंधान चल रहा है मध्यप्रदेश शासन द्वारा घोषित जैविक खेती के अंतर्गत ऐ के एस ण् विश्वविद्यालय में 12 एकड़ के क्षेत्र पर पिछले 4 वर्षों से जैविक खेती हेतु आवश्यक अदान हेतु विभिन्न इकाइयां जैसे पशुपालन एवर्मी कंपोस्ट ;केंचुआ खाद द्ध विधि द्वारा जैविक खाद का उत्पादन किया जा रहा है इसके अलावा जैविक कीटनाशक जैसे कि अमृत संजीवनी का उत्पादन किया जाता हैवर्मी कंपोस्ट केंचुआ खाद बनाने के लिए सर्वप्रथम 8 .10 फीट ऊंचाई का शेड तैयार कर लें यदि बहुत सघन वृक्ष है तो वह भी उपयुक्त है ताकि उपयुक्त तापमान व छाया रखी जा सके।अपनी सुविधा अनुसार बनवा लें जैसे. वर्मी बैड एवं ईट के बैड बनाएं जिसका आकार 10 ’ 4 ’ 2 फिट कर सकते हैं ।जमीन की सतह से 2 फीट ऊंचाई ही रखें ।इसके पश्चात बैड में 2 से 3 इंच घास फूस व पत्ते डालें तत्पश्चात बैड में सड़े गले कार्बनिक पदार्थ 10 से 15 दिन पुराना गोबर बेड में 1 से 1ण्5 फीट की ऊंचाई पर डाल दें। बैड भरने के बाद दिन में एक बार सिंचाई करें 5 से 7 दिन तक जिससे गोबर की गैस निकल जाए एवं तापमान सामान्य हो जाए इसके बाद 5 से 7 दिन बाद तापमान देख लें 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए। तैयार बैड में 12 ’ 4 ’ 2 फीट में 2 से 3 किलोग्राम केंचुए डाल दे। फिर उसके ऊपर जूट की बोरी या धान के पुआल से ढक दें ।बैड की नमी 30 से 45 प्रतिशत बनाएं सर्दियों में एक बार तथा गर्मियों में 2 बार प्रतिदिन पानी का छिड़काव करना चाहिए। लगभग 45 से 60 दिनों में गोबर एवं कार्बनिक पदार्थ को केंचुए खाकर खाद तैयार कर देते हैं। इस यूनिट का प्रबंधन अधिष्ठाता डॉ एसएस तोमर के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। यहां पर राहुल और अमित विश्वकर्मा संपूर्ण कार्यक्रम की देखरेख भी कर रहे हैं।

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ए के एस विश्वविद्यालय सतना में योकोहमा टायर्स कंपनी का केंपस ड्राइव

सतना एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में योकोहमा टायर्स कंपनी के एचआर मैनेजर ने विश्वविद्यालय के कई स्ट्रीम्स के छात्र.छात्राओं का इंटरव्यू किया योकोहमा टायर्स जापान की कंपनी है जिसकी स्थापना सैकड़ों वर्ष पूर्व हुई थी एकेएस विश्वविद्यालय सतना के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर बालेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि इस केंपस ड्राइव का उद्देश्य अच्छे प्रोफेशनल्स तलाशना था विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया में हिस्सा लिया जिसमें सर्वप्रथम रिटन टेस्ट हुआ ग्रुप डिस्कशन आयोजित किया गया तत्पश्चात इंटरव्यू के बाद 30 छात्राओं का सिलेक्शन योकोहमा टायर्स के एचआर मैनेजर ने सुनिश्चित किया हुई 30 छात्राओं में 23 एकेएस विश्वविद्यालय सतना अध्ययनरत हैं जबकि 7 छात्राएं अन्य संस्थानों में अध्ययनरत हैं इन सभी की छात्राओं का चयन गुजरात के भरूच रीजन के लिए बतौर ट्रेनी अच्छे वेतनमान पर किया गया है ट्रेनी की पोस्ट कई विविधताओं को समेटे हुए है जिसमें भविष्य में प्रमोशन के अनेक अवसर भी शामिल है उल्लेखनीय है कि एकेएस विश्वविद्यालय में केंपस प्लेसमेंट नियमित प्रक्रिया के तहत आयोजित होते रहते हैं जिसमें सभी संकाय के छात्र छात्राओं को चयन का अवसर मिलता है कैंपस प्लेसमेंट में चयनित होने वालों में रितिका त्रिपाठी एबीएससी एअंजली सिंह बघेल एबीएससी एअंकिता पांडेए डिप्लोमा सीमेंट टेक्नोलॉजीए अंचल कुशवाहा एलक्ष्मी सोनिया एप्रतिक्षा मिश्रा एकार्तिका गर्ग एएमएससी केमिस्ट्रीए महिमा बागरीए एमएससी केमिस्ट्री एप्राची पांडे एएमएससी केमिस्ट्री एरूपाली चौरसियाए एमएससी केमिस्ट्री एइशिका मोरिया एकॉमर्स एअदिति सिंह एबीकॉमए चांदनी चौधरी एहनी कुशवाहाए शताब्दी पांडे एरीतिका साहू एसाक्षी तिवारी एअंकिता सिंह परिहारए महक जैन एसंस्कृति नेमाए रितिका सरकारए श्रेया मिश्रा निकिता कोरी एकाजल कुशवाहा और निधि पांडे के नाम शामिल हैं विश्वविद्यालय के कई संकाय से चयनित होने वाली समस्त छात्राओं को विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी और ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर बालेंद्र विश्वकर्मा ने कैरियर उन्नति की शुभकामनाएं दी हैं कुल मिलाकर यह केंपस ड्राइव वूमेन एंपावरमेंट की दिशा में अहम रहा जिसमें सभी चयनित छात्राएं शामिल हैं

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एकेएसयू के डिपार्टमेंट आफ मैकेनिकल के छात्रों की विजिट
बीटेक के छात्रों ने भेल, भेापाल में समझीं बारीकियाॅ
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के बी. टेक मैकेनिकल संकाय के छात्रों ने भारत के सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग एवं विनिर्माण क्षेत्र की सबसे बडी कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड, (भेल) भोपाल की विजिट के दौरान वि.वि. के सहायक प्राध्यापक आलोक रंजन तिवारी और इंजी.आर के शुक्ला के मार्गदर्शन में भेल की स्थापना एवं इसके हैवी इलक्ट्रिकल पार्ट निर्माण पर प्राथमिक जानकारी प्राप्त की साथ ही विजिट के दौरान अन्यान्य महत्वपूर्ण जानकारियाॅ भेल भोपाल के सीनियर इंजीनियर अरविंद तिवारी और सौरव जी के साथ छात्रों ने देखीं और सीखीं जिसमें स्टीम, टरबाइन, ट्रैक्शन मोटर, ट्रान्सफार्मर, रेक्टिफायर, टरबाइन की एसेम्बिली की जानकारी जिसमें हाई प्रेशर, इटरमीडिएट पे्रशर तथा लो प्रेशर टरबाइन की जानकारी प्रमुख रही। यहाॅ पर छात्रों ने केसिंग रोटर तथा ब्लेड के निर्माण की प्रक्रिया भी समझी। विभागाध्यक्ष डाॅ. इंजी. पंकज श्रीवास्तव ने विजिट पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि विजिट से छात्रों को प्रैक्टिकल जानकारी होती है ओर उन्हें करके सीखने का मौका मिलता हे तथा वह विशेषज्ञों की अहम जानकारियों से भी परिचित होते हैं।

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एकेएस यूनिवर्सिटी का म.प्र सेडमैप से एमओयू
गत दिवस एकेएस यूनिवर्सिटी सतना एवं म.प्र राज्य उद्यमिता संस्थान भोपाल के मध्य एक समझौता डवन् संपन्न हुआ। इस समझौते के अंतर्गत राज्य उद्यमिता संस्थान द्वारा एकेएस यूनिवर्सिटी के छात्रों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन समय-समय पर किया जावेगा। साथ ही संस्थान द्वारा इंटर्नशिपए अनुसंधानएकंसलटेंसी,प्रोजेक्ट,केस स्टडी, कान्फ्रेन्स, वर्कशाॅप का आयोजन किया जायेगा। उद्यमिता संस्थान, स्किल लैब स्थापित करने के अतिरिक्त सर्वे आदि की कार्यवृद्धि में सहयोग करेगा। उल्लेखनीय है कि, इस समझौते के तहत उद्यमिता संस्थान ने विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए एक चेन्ज मेकर क्लब की अवधारणा स्थापित की है, जिसमें छात्रों को निशुल्क पंजीयन की सुविधा उपलब्ध होगी। उक्त संस्थान विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में विशेषज्ञों की सुविधा भी उपलब्ध करायेगा। इस अनुबंध हेतु विश्वविद्यालय की ओर से प्रति कुलपति डाॅ.हर्षवर्धन एवं राज्य उद्यमिता संस्थान की ओर से उनके एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्रीमती अनुराधा सिंघई ने भोपाल में हस्ताक्षर किये इस मौके पर सेडमैप के श्री.बी.पी.सिंह भी उपस्थित विश्व विद्यालय के प्रो.चांसलर इंजीनियर अनंत कुमार सोनी, प्रति कुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, ओ.एस.डी. आर.एन.त्रिपाठी, प्रो. आर.के. श्रीवास्तव एवं डाॅ. बिपिन ब्यौहार ने इस अनुबंध के प्रति प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उक्त सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठायें। स्वरोजगार एवं रोजगार उपलब्ध कराये जाने में विश्वविद्यालय की इस पहल की सर्वत्र सराहना की जा रही है।

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