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सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान के हैंड्स आन ट्रेनिंग  प्रोग्राम में एकेएस की दो फैकल्टीज शामिल।              दुर्गेश कुमारी गुप्ता और नीलम सिंह ,राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी एकेएस यूनिवर्सिटी सतना की फैकल्टीज            सतना। राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी, एकेएस यूनिवर्सिटी सतना की फैकल्टीज    दुर्गेश और नीलम ने फॉर्मूलेशन एंड कैरक्टराइजेशन टेक्निक इन ड्रग डिलीवरी पर 31 जुलाई से 6 अगस्त तक हैंडस आन ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लिया ।यह ट्रेनिंग प्रोग्राम डिपार्टमेंट ऑफ फार्मेसी, स्कूल ऑफ केमिकल साइंस एंड फार्मेसी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान में आयोजित हुआ ।इस कार्यक्रम के साथ डीएसटी स्तुति,जामिया हमदर्द,न्यू दिल्ली एसोसिएटेड रही ।कार्यक्रम के कन्वीनर डॉ. उमेश गुप्ता, अध्यक्ष प्रो. विपिन कुमार,
 डॉ. ईश्वर श्रीनिवासन और माननीय वाइस चांसलर, प्रो. आनंद भालेराव के हाथों हैंड्स  आन ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट नीलम सिंह और दुर्गेश गुप्ता को मिला। कार्यक्रम में की नोट लेक्चर में रोल ऑफ नैनो टेक्नोलॉजी एंड सोफिस्टिकेटेड टेक्निक्स ,कंपाउंड यूनानी फॉर्मूलेशन ,यूज़ ऑफ ड्रोन इन स्ट्रैंथनिंग ऑफ हेल्थ केयर डिलीवरी इन डिफिकल्ट टेरेंस, पार्टिकल साइज कैरक्टराइजेशन विद स्पेशल रेफरेंस टू नैनोमेडिसिन, मॉलिक्यूलर डॉकिंग ऑफ रिंग्स कंप्यूटेशनल, स्पीड टू स्ट्रक्चर डिलीवरी नॉन कंपार्टमेंटल फॉरमेको काइनेटिक्स फॉर ड्रग डिलीवरी रिसर्च एन इंट्रोडक्शन टू प्रोटॉन स्पेक्ट्रोस्कोपी,स्ट्रक्चर एलुसीडेशन, यूजिंग एनएमआर स्पेक्ट्रोस्कॉपी और टेबलेट फॉर्मूलेशन के बाद फीडबैक सेशन भी रखा गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सफल सहभागिता के लिए फॉर्मेसी विभाग के डायरेक्टर डॉ.सूर्य प्रकाश गुप्ता ने दोनों फैकल्टीज को बधाई दी है।
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एकेएस विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट संकाय के छात्र का स्ट्राइकर इंदौर में चयन
एकेएस विश्वविद्यालय सतना के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डॉ कौशिक मुखर्जी के सुयोग्य एवं कुशल मार्गदर्शन में एमबीए के स्टूडेंट्स नित नई ऊंचाइयां हासिल कर रहे हैं इसी कड़ी में एमबीए तृतीय सेमेस्टर के विनय शर्मा का चयन स्ट्राइकर कंपनी इंदौर में किया गया है उन्हें डाटा हैंडलिंग ऑपरेटर का पद ऑफर किया गया है विनय को ढाई लाख रुपए सैलरी पैकेज के साथ अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग द्वारा आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव के दौरान विनय का चयन स्ट्राइकर कंपनी में हुआ है विनय के चयन पर विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ.साथ मैनेजमेंट संकाय के विभागाध्यक्ष और समस्त फैकेल्टी मेंबर्स ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए लगन और मेहनत से कार्य करने की सलाह दी है स्ट्राइकर कंपनी की शुरुआत अस्थि रोग विशेषज्ञ और सर्जन डॉक्टर होमर स्ट्राइकर ने की थी कंपनी 1941 में प्रारंभ हुई और आज वैश्विक मंच पर स्ट्राइकर कंपनी की एक शानदार पहचान है

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एकेएस यूनिवर्सिटी में कुलाधिपति ने फहराया तिरंगा
एकेएस यूनिवर्सिटी में कुलाधिपति श्री बी पी सोनी जी ने तिरंगा फहराया इस मौके पर उन्होंने कहा की इस पावन पर्व को गरिमा और उत्साह के साथ मनाया जाता है 74 वां गणतंत्र दिवस कई यादों को समेटे हुए है एकेएस विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस गरिमा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ मनाया गया एकेएस विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में यूसीसी और एनसीसी कैडेट्स द्वारा की गई विहंगम परेड आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही इस मौके पर परेड की सलामी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बी पी सोनी ने ली 74 वें गणतंत्र दिवस समारोह के इस पुनीत मौके पर एनसीसी और यूसीसी कैडेट्स को सर्टिफिकेट और मेडल प्रदान किए गए कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी संकायों के डीन डायरेक्टर्स और फैकेल्टी मेंबर्स के साथ राजीव गांधी कंप्यूटर कॉलेज और राजीव गांधी कॉलेज के प्राचार्य फैकल्टीज और छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए

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अमरपाटन गवर्नमेंट एक्सीलेंस स्कूल और गुरुकुल स्कूल अमरपाटन के विद्यार्थियों ने प्राप्त की एकेएस विश्वविद्यालय में निशुल्क करियर काउंसलिंग।

सतना ।अपने जहन में उबर रहे कैरियर से संबंधित अनेक सवालों के जवाब एकेएस विश्वविद्यालय सतना के विवेकानंद सभागार में एक्सीलेंस स्कूलए अमरपाटन और गुरुकुल स्कूल एअमरपाटन के विद्यार्थियों ने विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में प्राप्त किए । करियर सेमिनार के दौरान गणितए विज्ञान और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के विद्यार्थी शामिल हुए। विश्वविद्यालय के सभागार में डॉ सुधीर जैन ने स्टूडेंट्स को लॉ क्षेत्र में करियर की संभावनाओं पर विस्तृत जानकारी दी इसी तरह उन्होंने स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए कहा कि अगर आप एक लक्ष्य लेकर अपने कैरियर का चयन करेंगे और आगे बढ़ेंगे तो भविष्य आपके हाथों में होगा सबसे पहले जान लीजिए कि आपको क्या बनना है एक्या करना है और उसके लिए संकल्प शक्ति की जरूरत है एआपको वह मिलेगा जो आप चाहेंगे कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश  ए वाउ ने कंप्यूटर क्षेत्र की विविधताओं की संपूर्ण जानकारी देते हुए उन्हें आईटी एएनीमेशन एफिल्म्सए मीडिया और संचार के तमाम माध्यमों में हो रहे परिवर्तन और वहां जरूरी प्रोफेशनल के बारे में संपूर्ण जानकारी शेयर की। इसके बाद दोनों स्कूल के सैकड़ों विद्यार्थियों को एकेएस विश्वविद्यालय के कंप्यूटर लैबए रामनाथन लाइब्रेरी एएग्रीकल्चर फील्ड और बायोटेक लैब की विधिवत जानकारी भ्रमण के दौरान दी गई। उल्लेखनीय है सतना के विद्यालय  और आसपास के स्टूडेंट्स के साथ प्रदेश के कई जिलों के विद्यार्थी भी लाभान्वित हो रहे हैं विजिट का आयोजन मार्केटिंग हेड अविनाश मिश्रा के मार्गदर्शन में मार्केटिंग ऑफिसर राघवेंद्र सोनीए अनूप सिंह  और राजू चौधरी ने विश्वविद्यालय की संपूर्ण एकेडमिक प्रणाली के बारे में जानकारी के लिए कार्य किया विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बताया दोनों स्कूल के प्राचार्य ने एक एस विश्वविद्यालय की तहे दिल से सराहना करते हुए कि स्टूडेंट्स अपने करियर का चुनाव करें और अपने जीवन में आगे बढ़े इसी उद्देश्य के साथ इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण के लिए निरंतर आयोजित किए जाते हैं। शासकीय एक्सीलेंस स्कूल अमरपाटन और गुरुकुल स्कूल अमरपाटन के विद्यार्थियों ने सभी प्रश्नों के जवाब प्राप्त किए दोनों स्कूल के प्राचार्य ने विजिट को मार्गदर्शन का अच्छा जरिया बताया और एक एस विश्वविद्यालय प्रबंधन को आभार भी व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में राघवेंद्र सोनी अनूप सिंह और राजू चौधरी ने प्राचार्य और स्टूडेंट के साथ आए फैकल्टीज का आभार व्यक्त किया।

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शैक्षणिक डेयरी प्रक्षेत्र. पशुविज्ञान एवं मत्स्यिकी विभाग एण्केण्एस विश्वविद्यालय में
सतना.एण्केण्एसण् विश्‍वविद्यालयएसतना के अंतर्गत शैक्षणिक डेयरी प्रक्षेत्र में उन्‍नत नस्‍ल की गायें साहीवाल एवं गिर रखी गई हैं जिसका प्रमुख उद्देश्‍य भारतीय कृषि अनुसंधान परिषदए नई दिल्‍ली द्वारा अनुशंशित कृषि‍ संकाय के स्‍नातक एवं स्‍नाकोत्‍तर छात्रों को शैक्षणिक एवं अनुसंधान सुविधाएं प्रदान करना एवं इच्‍छुक कृषकों तथा पशुपालकों को पशुपालन की वैज्ञानिक तकनीकों से अवगत कराना है।एण्केण्एसण् विश्‍वविद्यालय में डेयरी प्रक्षेत्र के साथ.साथ कुकुट पालनए मत्‍स्‍य पालनए अजोला उत्‍पादनए केंचुआ खाद तथा फसल उत्‍पादन एकीकृ‍त फसल पद्धति से संचालित है जिसमें सभी उपक्रम एक.दूसरे को लाभान्‍वित करते हुए उत्‍पादन लागत में कमी एवं सकल आय बढ़ाने में योगदान करते हैं। साहीवाल दुधारू गायों में से सर्वाधिक दूध देने वाली नस्‍ल है। इस गाय की औसत दुग्‍ध उत्‍पादन क्षमता 15 से 20 लीटर प्रतिदिन तथा साल भर में एक ब्‍यात काल अवधि में लगभग 2000 से 3000 लीटर तक है। साहीवाल नस्‍ल से ।2 नामक विशेष प्रोटीन युक्‍त दूध प्राप्‍त होता है जो कि मानव शरीर के मानसिक एवं शारीरिक विकास हेतु अत्‍यंत लाभकारी है। इसके दूध में फैट और दूसरे पोषक तत्‍वों की मात्रा अधिक पायी जाती है।गिर नस्‍ल की गाय दूसरी सबसे ज्‍यादा दूध देने वाली गाय होती है। इस गाय का मूल स्‍थान काठियावाड़ ;गुजरातद्ध का गिर जंगल हैए जिसकी वजह से इनका नाम गिर गाय पड़ गया। अच्‍छी देखभाल पर इस गाय के दूध देने की क्षमता बढ़कर 10 से 20 लीटर प्रतिदिन तक हो सकती है। इजरायल और ब्राजील जैसे देशों में भी इस गाय को पाला जाता है।नस्‍ल की गाय.दूध व्‍यवसाय भारत में बेहद तेजी से फल.फूल रहा हैए ये ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आमदनी का एक बढि़या स्‍त्रोत है।एण्केण्एसण् विश्‍वविद्यालय में वर्तमान में साहीवाल नस्‍ल की 18 तथा गिर नस्‍ल की 4 गायों से दूध प्राप्‍त किया जा रहा है।जबकि साहीवाल एवं गिर नस्‍ल की एक वर्ष से ऊपर की बछियों की संख्‍या क्रमशारू 19 एवं 3 है। डेयरी से प्राप्‍त दूध का उपयोग विश्‍वविद्यालय के कर्मचारियों एवं छात्रों द्वारा किया जाता हैए अतिरिक्‍त बचे हुए दुध से विद्यार्थियों द्वारा प्रायोगिक कक्षाओं में उपयोग कर उत्‍तम गुणवत्‍ता युक्‍त दुग्‍ध पदार्थ जैसे. खोवाए पनीरए घी एवं छाछ का भी निर्माण किया जाता है। जिले के किसानों एवं पशुपालक तथा विश्‍वविद्यालय के विद्यार्थियों के शिक्षण एवं प्रशिक्षण हेतु यहां की डेयरी प्रमुख भूमिका निभाती हैं। जैविक खेती को दृढ़ता प्रदान करने में डेयरी पशुओं से प्राप्‍त गोबर का बेहतरीन उपयोग केंचुआ खाद तैयार कर वृहद रूप से किया जा रहा है। इस केंचुआ खाद का उपयोग कृषि अनुसंधान एवं शैक्षणिक प्रक्षेत्रोंए बागवानी फसलों तथा चारा उत्‍पादन प्रक्षेत्र में बेहतरीन ढंग से किया जा रहा है। डेयरी पशुओं को उच्‍च गुणवत्‍ता युक्‍त संतुलित पशुआहारए खनिज तत्‍व तथा वर्ष भर हरा चारा उनकी आवश्‍यकतानुसार प्रदान किया जाता है। गायों से उत्‍तम किस्‍म का स्‍वच्‍छ दूध पैदा करने के लिए पशु शाला की साफ.सफाई पर विशेष ध्‍यान दिया जाता है। यहां की गौशाला रूफ वेन्‍टीलेटरए पंखेए कूलरए मिल्‍किंग मशीन तथा काऊ मैट जैसी सुविधाओं से युक्‍त है। परिणामस्‍वारूप पशुओं का स्‍वास्‍थ्‍य सदैव अच्‍छा बना रहता है।

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