सतना। एकेएस वि.वि. सतना के ई ब्लाक काॅमर्स विभाग में ‘‘लेट्स बी वेल नोन अबाउट काॅमर्स‘‘ विषय पर मेगा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। डिपार्टमेंट आॅफ काॅमर्स द्वारा काॅमर्स क्या है विषय पर ज्ञान कराने के लिये छात्र छात्राओं द्वारा डेमेन्स्ट्रेशन करके प्रैक्टिकली काॅमर्स के कांसेप्ट्स बताये गये। इस कड़ी में प्रेजेंटेशन वाइज प्रथम जीएसटी पर बनाया गया माॅडल चयनित किया गया।जिसने जजेज का ध्यान अपनी तरफ खींचा। दूसरा जागो ग्राहक जागो और तीसरा आॅनलाइन जाॅब क्रिएशन चयनित किये गये। प्रतियोगिता मे माॅडलवाइज एग्जीविशन परिणाम में मार्केट कैप्चर प्रथम, इंपोर्ट एण्ड एक्सपोर्ट द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार स्टाॅक मार्केट के माॅडल को प्रदान किया गया। ओवरआॅल परिणामों में स्टार्टअप चलो इंडिया, द्वितीय मनी क्रियेशन और तृतीय मार्केटिंग मिक्स चयनित हुए। विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करने एवं छात्रों की प्रतिभा की परख करने के लिये वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. शेखर मिश्रा, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, प्रो. मित्तल, विभागाध्यक्ष डाॅ. असलम सईद, डाॅ. धीरेन्द्र ओझा, विपुल शर्मा, फैकल्टी मेघा, रेखा, जया की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। सभी ने इस प्रदर्शनी के विचारों की भ्ूारि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम में छात्रों को प्रमाण पत्रभ्ज्ञी प्रदान किए जाऐंगें।

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सतना। एकेएस वि.वि. के 40 विद्यार्थी इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एजुकेशन एण्ड रिसर्च भोपाल द्वारा दिनांक 13 से 15 अक्टूबर 2017 तक ‘सिंगुलैरिटी 17’ टेक्निकल फेस्ट में भाग लेंगें। इसका आयोजन आईआईएसईआर,भेापाल द्वारा किया जा रहा है। फेस्ट मे एकेएस वि.वि. के बी.एससी. एवं बी.टेक के 40 विद्यार्थी भाग लेंगे। गौरतलब है कि पूरे भारतवर्ष में आईआईएसईआर संस्थान केवल 7 स्थानों पर हैं जिनमें कलकत्ता, पुणे, तिरुवनंतपुरम्, भोपाल, बहरामपुर, तिरुपति में यह भारत सरकार द्वारा स्थापित किये गये हैं। ये ऐसे शीर्ष संस्थान हैं जो विज्ञान तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के साथ शोध के सर्वश्रेष्ठ केन्द्र माने जाते हैं। इस फेस्ट में साइंस एण्ड टेक्नालाॅजी से संबंधित 15 प्रतियोगिता में प्रतिभागिता करेंगे, प्रतिसोगिताओं में डोमिनो इफेक्ट, पजल मास्टर, शार्क टैंक, कोल्ड प्ले, रेनेसेंस, ट्रेकर हंट इत्यादि हैं। इस फेस्ट में वि.वि. की चयन समिति द्वारा 40 विद्यार्थियांे को चयनित किया गया। ‘सिंगुलैरिटी 17’ में 3 प्राध्यापकों को विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिये भेजा जा रहा है। जिनमें डाॅ. नीलेश राय विभागाध्यक्ष भौतिकी, साकेत कुमार एवं वीरेन्द्र पाण्डेय शामिल हैं।
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार मे बेसिक साइंस के छात्रों के लिए फ्रेसर्स पार्टी का आयोजन किया गया इस मौके पर छात्रों ने गीत,संगीत के साथ नृत्य की शानदार प्रस्तुतियों से मन मोह लिया। डांडिया का रंग जहाॅ जमकर धमाल मचाने के काम आया वहीं शेर-ओ-शायरी कर पार्टी मे रंग भी एंकर्स ने जमाया। कार्यक्रम मे एकेएस वि.वि. के प्रतिकुलपति प्रो.आरएस त्रिपाठी, डाॅ.हर्षवर्धन,इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, इंजी.डी.सी.शर्मा, जे.एस.परिहार, नीलेश राॅय, इंजी पंकज श्रीवास्तव, अमिर हसीब सिद्वीकी के साथ डाॅ सुधा अग्रवाल के साथ छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।
सतना। स्वदेशी,स्वाभिमान,स्वावलंबन पर आयोजित विचारगोष्ठी में प्रो. एडीएन बाजपेयी को सुनने के लिए खचाखच भरे सभागार मे शहर के प्रबुद्वजन और विद्यार्थी उपस्थित रहे।उन्होने विचार प्रवाह को चीनी वस्तुओं के बहिस्कार से जोडते हुए कई पहलुओं पर प्रकाश डाला। प्रो.ए.डी.एन. बाजपेयी, पूर्व कुलपति हिमांचल युनिवर्सिटी, हिमांचल प्रदेश ने चेताते हुए कहा कि हमें विकास का एक ऐसा माडल बनाना होगा जिसमें भारतवर्ष के हर वर्ग का प्रतिनिधित्व शामिल हो, हर इकाई विकास का पर्याय बने, अगर समूचे विश्व के साथ तादात्म्य स्थापित करना है तो एकात्म मानववाद प्रेरणापुंज का कार्य कर सकता है। समावेशी विकास का अर्थ ही होता है कि जब समरूप से सभी वर्ग इसमें शामिल हों और सभी का विकास हो। भारत का विकास भी समावेशी विकास में ही संभव है। उक्त उद्गार एकेएस वि.वि. में आयोजित स्वदेशी, स्वाभिमान, स्वावलंबन पर आयोजित विचारगोष्ठी में प्रो. एडीएन बाजपेयी ने व्यक्त किये।
डाॅ.बाजपेयी ने अन्य विषयों पर भी की बात
डाॅ. बाजपेयी ने कहा कि सही सेवा का अर्थ ही यह होता है कि बदले में निरपेक्ष रहा जाय और कोई उम्मीद न की जाय। देश प्रेम का अर्थ है देश सबसे पहले और स्वार्थ कहीं भी नहीं। स्वदेशी का अर्थ स्पष्ट करते हुए प्रो. बाजपेयी ने बताया कि सवश्रेष्ठ इनोवेशन के साथ जुड़ना और उच्चतम परिणाम प्राप्त करना जिससे देश सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में अग्रणी बने और लोगों में स्वदेशी प्रेम एक उत्प्रेरणा की तरह रहे और हमारे देश का हर नागरिक इस बात पर गर्व करे कि भारतवर्ष एक ऐसा देश है जहाँ हर नागरिक भारतवर्ष से प्रेम करता है। उन्होंने चायनीज वस्तुओं के बहिष्कार पर कहा कि अगर भारतवर्ष के हर इंसान ने भारतीयता और स्वदेशी अपना लिया तो विश्व का कोई भी देश भारत के समक्ष चुनौती नहीं पैदा कर सकता। समावेशी विकास सबकी भागीदारी से ही संभव है। पूर्व कुलपति हिमांचल वि.वि. ने कहा कि चीन में साम्यवादी तानाशाही है जिसमें सारी सत्ता कुछ व्यक्तियों पर केन्द्रित होती है, अर्थशास्त्र के विभिन्न सिद्धान्तों का उल्लेख करते हुए भारत के संदर्भ में उनकी प्रासंगिकता पर उत्कृष्ट रूप से वर्णन किया। चीनी यात्री ह्वेनसांग, फाहयान का जिक्र करते हुए बताया कि प्राचीनकाल में भारत विद्या का अहम केन्द्र था और भारत विश्व गुरू था। आज भी भारत में विलक्षण, महान एवं आध्यात्मिक विभूतियाँ मौजूद हैं और भारत एक बार फिर सर्वश्रेष्ठ बनने की तरफ अग्रसर है, जरूरत है एकात्म मानववाद व समावेशी विकास की। यह विचार एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में मनीषी, शिक्षाविद्, एपीएस वि.वि. रीवा एवं हिमांचल युनिवर्सिटी के दो बार कुलपति रहे प्रो. (डाॅ.) ए.डी.एन. बाजपेयी ने राष्ट्रीय स्वदेशी सुरक्षा अभियान सतना द्वारा आयोजित ‘‘समावेशी विकास के संदर्भ में भारत व चीन’’ विषय पर आयोजित विचारगोष्ठी में व्यक्त किये।
इन्होने भी किया विचार गोष्ठी को संबोधित
विचार गोष्ठी को योगेश ताम्रकार ने संबोधित करते हुए कहा कि चीन व पाकिस्तान भारत के दो दुश्मन है जो लगातार भारत के पेशानी पर बल डाले रहते हैं जबकि उन्होने भारत पर निर्भरता रखी है और भारत अगर इनसे व्यापार ताल्लुक खत्म कर ले तो दोनों देश व्यापारिक रुप से भी कमजोर हो जाऐंगें कमल शर्मा ने उदबोधन मे कहा कि विश्व में भारत की इमेज बडे मुल्क के रुप मे है और यही चीन ी परेशानी का सबब है। भी सम्बोधित किया।
विचार गोष्ठी में ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम का संचालन वि.वि. के ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने किया। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने सभागार में प्रो. ए.डी.एन. बाजपेयी एवं अन्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया। विचार गोष्ठी के मौके पर एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बानिक, प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. हर्षवर्धन, डायरेक्टर अवनीश सोनी, डाॅ. आर.के. जैन, श्री दीपक मिश्रा, भाजपा मीडिया प्रभारी कामता पाण्डेय,आईटी हेड सोनू कुमार सोनी,एडमिनिस्ट्रेटर बृजेन्द्र सोनी के साथ स्वदेशी जागरण मंच के सदस्य एवं एकेएस वि.वि. सतना के समस्त विभागों के डीन, डायरेक्टर्स, विभाग प्रमुख एवं फैकल्टीज की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
प्रो. वाजपेयी को दिया गया मोमेन्टो
विचारगोष्ठी के बाद प्रो.एडीएन वाजपेयी को वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के बनिक एवं चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने मोमेन्टो देते हुए उनके उदबोधन के पलों को यादगार बताया एवं उन्हे धन्यवाद दिया
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में ईडीआईटी,डीएसटी,एनआईएमएटी द्वारा प्रायोजित तीन दिवसीय उद्यमिता जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। एकेएस वि.वि. के सभागार मे उद्यमिता एवं उद्योग में संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम के दौरान बीएससी,एग्रीकल्चर पाॅचवें सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए अतिथियों ने अपने अनुभव शेयर किए। छात्र-छात्राओं के सवालों का जवाब देते हुए अतिथियों ने कई बडे उद्योंगों की सफलता की कहानी छात्र-छात्राओं को बताते हुए कहा कि बदलते दौर मे छोटे-छोटे बजट मे उद्यम खडे करके असीमित लाभ लिया जाए अतिथियों ने देश विदेश में कार्य के अवसरों पर भी बृहद जानकारी प्राप्त हुई। बी.टेक. एग्रीकल्चर पाॅचवें सेमेस्टर के विद्यार्थियों को कार्यशाला के मौके पर मैनेजमेंट विभागध्यक्ष कौशिक मुखर्जी, कोआर्डिनेटर श्वेता सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यशाला के तकनीकी पहलुओं पर डाॅ.पंकज श्रीवास्तव ने छात्रों को संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत मे युधिष्ठिर हालदार ने संजय फ्रूट रायपनिंग की विजिट के दौरान सभी को छज्ञेटे उद्योगों की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।