Food Technology Department of AKS University is set to organize a four days Kaushal Setu Skill Development Programme exclusively for the students of 2nd year and 3rd year. As it is well known, the training programme will be organized in a joint supervision of AKS University and a Bhopal based organization named Khushi Samajsevi Shiksha Prasar Samiti. The main objective of training programme is to impart training to students on Beverage, Bakery and Confectionery technology. As far as Beverage training is concerned, the students will be trained exclusively on Alchohal, Soya Milk and Soya Paneer, where Bakery is concerned, students will be trained on preparation of various Bakery items like bread, cookies, Brawny, upside down pineapple,keromal clustered, walnut pie, backed cheese cake, baked progart, pumpkin. Training in confectionery technology will include the preparation of sugar candy, Toffee and chocklet. Members of Khushi Samajsevi Sanstha named Hemant Roy-Joint secretary and Sandhya Bhagat- Secretary will actively take part in training programme. The training programme will be organized under the guidance of Dr. C.K. Techchandani-Director, Food Technology, Dr. Rajesh Mishra-HOD and Snehal Singh- Faculty member from Food Technology Department of AKS University.
एकेएस विश्वविद्यालय. में फूड टेक्नाॅलाॅजी विभाग एवं ”खुशी समाजसेवी शिक्षा प्रसार समिति” भोपाल एवं एकेएस विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में फूड टेक के द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिये चार दिवसीय ”कौशल सेतु स्किल डेवलपमेंट” प्रोग्राम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में बिवरेज, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी टेक्नाॅलाॅजी पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। बिवरेज में अल्कोहल , सोयादूध, एवं सोया पनीर में विशेष रूप प्रशिक्षित किया जाएगा। बेकरी में ब्रेड ,कुकीज, ब्राउनी, अपसाइड डाउन पाइनऐप्पल केरामेल कस्टर्ड, वालनट ्पाई, बेक्ड चीज केक, बेक्ड योगार्ट एवं पम्पकिन पाई बनवाया जाएगा। कन्फेक्शनरी में शुगर कैंडी, टाॅफी, चाकलेट इत्यादि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम में खुशी समाजसेवी संस्था के ज्वाइंट सेक्रेटरी हेमंत राय एवं सेक्रेटरी संध्या भगत के साथ कई अन्य प्रशिक्षक फूड टेक्नाॅलाॅजी के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देगें। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम फूड टेक्नाॅलाॅजी डायरेक्टर डाॅ. सी.के. टेकचंदानी, विभागाध्यक्ष डाॅ. राजेश मिश्रा एवं फैकल्टी स्नेहल सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
Campus placement activities are continuously taking place in AKS University, in this series; Axis Bank organized a campus drive here on Tuesday. In Campus Drive, 50 students from various streams like MBA and BBA participated and appeared in an online test. Two students named Riya Kapdi and Amita Singh Chauhan were selected for the post of Assistant Manager in salary package of 3.49/annum. On this achievement of students, Er. Anant Kumar Soni-Chairman, P.K.Banik-Vice Chancellor, Dr. Harshvardhan-Pro VC, Dr. R.S.Tripathi-Pro VC, and R.N.Tripathi congratulated and wished them “all the best” for their bright future.
कैम्पस का क्रम एकेएस विश्वविद्यालय मे लगातार जारी है इसी कडी मे एक्सिस बंैक ने कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया गया। कैम्पस के दौरान एकेएस वि.वि. के एम.बी.ए, बीबीए के 50 विद्यार्थियों ने आॅन लाइन टेस्ट में उपस्थिति दर्ज कराई। चार विद्यार्थियों का पर्सनल इंटरव्यू के एक्सिस बैंक की रायपुर ब्रांच के लिए हुआ।पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर रिया कापड़ी (एमबीए फाइनेंस ),अमिता सिंह चैहान (एमबीए फाइनेंस )का चयन अस्सिटेंट मैनेजर पद के लिये 3.49 सेलरी पैकेज पर एनम पर किया गया। छात्राओं की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी,एम.के. पाण्डेय, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऐं दी है।
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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
अपनी ख्याति अनुरूप ट्रेनिंग को एकैडमिक का विशिष्ठ हिस्सा मानने वाले एकेएस वि. वि. द्वारा नियमित रूप से वि. वि. की फैकल्टी प्रतिभाओं को माइनिंग के विभिन्न संस्थानों के साथ कार्य करने एवं अनुभव शेयर करने के लिए भेजा जाता है जिससे इण्डस्ट्री की वर्तमान जरूरतों के बारे में प्रगतिशील नजरिया तय होता है।
इसी कड़ी में एकऐस विश्वविद्यालय द्वारा एनएमडीसी, किरन्दौल काम्पलेक्स (बैलाडीला छत्तीसगढ़) में ”सेफ प्रैक्टिस इन ब्लास्टिंग एण्ड हैण्डलिंग आॅफ एक्सप्लोसिव” विषय पर तीन दिवसीय सत्र का बेहद् सफल आयोजन किया गया । कार्यक्रम का उद्घाटन एनएमडीसी, किरन्दौल काम्पलेक्स के महाप्रबंधक विनय कुमार द्वारा किया गया एवं संचालन एकेएस वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने किया। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता विषय विशेषज्ञ प्रो. एस. जयन्तु (आईआईटी राउरकेला) ने प्रशिक्षणार्थियों को ब्लास्टिंग एवं सेफ्टी पर विस्तृत जानकारी दी। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय द्वारा लगातार तीसरी बार बैलाडीला में आयोजित किया गया। एकेएस वि.वि. निरन्तर विभिन्न संस्थानों में सफलतापूर्वक अपने कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
तीन दिवसीय सत्र का परिणाम यह रहा कि यहां उपस्थित जनों ने एकेएस वि. वि. की इस पहल की खुलेदिल से प्रसंसा की और वि. वि. द्वारा किए जा रहे कार्यो और उनके परिणामों के लिए शुभकामनाएं भी दी। गौरतलब है कि एकेएस के विभिन्न संकायों की इसी तरह की ट्रेनिंग प्रक्रिया नियमित चलती रहती है और यहां छात्र इण्डस्ट्री की वर्तमान जरूरतों के हिसाब से दक्ष हो रहे है। इसी का परिणाम है कि वि. वि. के पासआउट विद्यार्थियों का शत प्रतिशत कैम्पस प्लेसमेंट में चयन हुआ है और भविष्य में विभिन्न संकायों के ट्रेनिंग प्रोग्राम भी नियत है जो दक्षता संवर्धन की दिशा में अहम साबित होते है।
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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
Acknowledging the importance of practical training, AKS University keeps on organizing the training programme for the students; it helps the students in learning the functioning of industries. In this series, AKS University organized three days training programme in NMDC, Kirandole Complex (Bailadeela, Chhattisgarh) on the topic Safe Practice in Blasting and Handling of Explosives. The programme was inaugurated by Vinay Kumar, Managing Director,Kirandole Complex and anchored by Dr.G.K. Pradhan. During the function subject expert Professor S.0. Jayantu from IIT, Raurkela passed on the extensive information to students on blasting and safety. This is the third time AKS University has organized the training programme in Bailadeela.
One of the significant results of the training programme was the appreciation received from the people for the initiative taken by AKS University. As it is well known that the training programmes like these have been the part and parcel of curriculum, and these are instrumental in uplifting the efficiency of the students which results into “100% placement of students”.
एकऐस विश्वविद्यालय में इन दिनों 6 फिट के शिशिर व शिवानी का जलवा कायम है। यकीन मानिए ये अति आकर्षक है। ये शिशिर व शिवानी एक किस्म की लौकी की प्रजाति है जिससे वि.वि. के पाॅली हाउस में उगाया गया है। शेरगंज स्थित पाॅली हाउस में नरेन्द्र शिवानी एवं नरेन्द्र शिशिर नामक लौकी की उन्नत प्रजातियाँ हैं। तकरीबन 6 फिट की यह लौकी जहाँ आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। वहीं इसके गुण आने वाले दिनों में जिले में सब्जी किसानों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। मंगलवार को वि.वि. में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उक्त प्रजाति की लौकी के गुण, उपजाने की विधि व इसके फायदे गिनाए गए।
बताया गया कि डाॅ. शिवपूजन सिंह व प्रियंका मिश्रा द्वारा लौकी की बुआई अगस्त के अंतिम दिनों में की गई और अब नरेन्द्र शिवानी के फलों की लम्बाई 6 फिट पार कर चुकी है।
डाॅ. शिवपूजन ने बताया कि लौकी की यह प्रजाति उपर्युक्त रखरखाव के बाद अक्टूबर से फरवरी तक लगभग 5 माह फलती ही रहती है। एकेएस विश्वविद्यालय में यह लौकी किसानों के खेत पर प्रदान करने के लिए एवं शुद्ध बीज के लिए उगाई जा रही है। इन प्रजातियों की पैदावार मचान विधि से मध्य जुलाई में बुआई करके 700 से 1300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर किया गया है। एक पौधे से पौधे के बीच पर्याप्त दूरी एवं उचित देखभाल से 50 से 200 खाने योग्य फल प्रति पौधों प्राप्त किया जा सकता है। लौकी एक अनूठी सब्जी है जो सब्जी के अतिरिक्त अन्य कई रूपों जैसे औषधि, वाद्ययन्त्र, सजावट आदि के रूप में प्रयुक्त होती है। लौकी के कोमल फल मध्य प्रदेश सहित पूरे उत्तर भारत के मैदानी भागों में बाजार मे वर्ष भर उपलबध रहते हैं। लौकी की प्रजातियाँ दो प्रकार की होती हैं - शीत कालीन एवं ग्रीष्म कालीन प्रजातियाँ। इन दोनों प्रजातियों के बीज वि.वि. में किसानों के लिए अगले वर्ष खेती के लिए अप्रैल-मई 2017 में उपलब्ध हो सकेगी।
लौकी में रम कर जाना: डाॅ. शिवपूजन
वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय के प्रोफेसर डाॅ. शिवपूजन सिंह को देश के लौकी पुरुष बताया जाता है। इन्होंने लौकी की कई किस्म की प्रजातियों पर प्रयोग करते हुए अनोखी फसल तैयार करने का दावा किया है। वि.वि. के पाॅली हाउस में उगाई गई 6 फिट की लौकी के बारे में ये कहते हैं कि यह सिर्फ सब्जी बनाने के लिए नहीं वरन् एक दवा भी है व सूखने पर कई प्रकार की चीजें भी तैयार की जा सकती हैं। डाॅ. सिंह ने बताया कि मैंने लौकी पर शोध नहीं किया वरन् इसके साथ नाचा हूँ यानि इन्हीं में रमा रहा। अपने प्रयोग को लेकर ये दावा करते हैं कि आने वाले दिनों में यह किसानों के लिए बहुत उपयोगी साबित होने वाली है।
खोलेंग गौ अमृत चिकित्सा केन्द्र: अनंतसोनी चेयरमैन एकेएसयू
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने बताया कि वि.वि. में एक गौ अमृत चिकित्सा केन्द्र खोला जाएगा जहाँ थायराइड, गठिया, माइग्रेन आदि रोगों से ग्रसित लोगों को कम खर्चे में इलाज की सुविधा विशेषज्ञों द्वारा मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि वि.वि. में एक्यूपंक्चर सेंटर बनाया जाएगा। यहाँ पढ़ाई के साथ ही हर विभाग के छात्रों के लिए शोध कार्य चल रहे हैं और पाॅली हाउस इसकी एक कड़ी है। प्रेस कांफ्रेंस में वि. वि. के वरिष्ठजन उपस्थित रहे।
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