सतना। एकेएस वि.वि. के सभी संकाय में कैम्पस ड्राइव के माध्यम से जानी मानी विभिन्न कंपनियों में विद्यार्थियों के चयन का सिलसिला जारी है। इसी कडी में विंध्य क्षेत्र के ष्षैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना में बायजूज-द लर्निग एप ने कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया। कैम्पस चयन के लिए एमबीए और बीटेक के विद्यार्थियों ने परीक्षा प्रक्रिया में भाग लिया। प्रतिभागी छात्रों में एमबीए,बीटेक,बिजनेष डेव्हलपमेंट एसोसिएट पद के लिए चयन प्रक्रिया में षामिल हुए है। बायजूज-द लर्निग एप के एचआर मैनेजर ने वि.वि. के विद्यार्थियों का त्रिस्तरीय टेस्ट लिया। षार्टलिस्टेड स्टूडेन्टस का सेलेक्सन प्रोसेस में है। एकऐस वि.वि. प्रबंधन, टेªनिंग एवं प्लेसमेंट डायरेक्टर एम. के.पाण्डेय, बालेन्द्र विष्वकर्मा, मनोज सिंह एवं सभी संकाय के फैकल्टीज ने छात्रों को चयन के लिए षुभकामना दी है।
“With an objective to gain the knowledge of open cast mining, three students of final year (mining) will be visiting Thailand”, informed Dr. Gk Pradhan on Friday. Students named B. Chankya, Vijay Kumar and Utkarsh Jain, are set to be there in Thailand where they are scheduled to visit Lignite open cast mining, situated in Lapang Province of the country. Also, the visit will help the students in strengthening their knowledge related to light production, distribution and other functioning of open cast mining.
“It will be a ten days visit which will help the students in acquiring knowledge about Eget, Memo, water protection and conservation”, told Dr. Pradhan adding that the foreign visit like this, will enhance the knowledge of students regarding the assessment and management of the environment.
Notably, four students have been to Thailand in year 2018 as well, where they had been thoroughly informed about the lignite mines of Lapang province. During the current visit, students will be accompanied and guided by S.Das Gupta, one of the faculty members from mining department of AKS University.
सतना। एकऐस विष्वविद्यालय, सतना बी.टेक. माइनिंग सातवें सेमेस्टर के तीन छात्र साउथ ईस्ट एषिया की प्रतिष्ठित माइन थायलैण्ड, ओपेन कास्ट माइनिंग के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेगें। एकेएस वि.वि. के इंजी. डीन डाॅ.जी.के. प्रधान ने जानकारी देते हुए बताया कि एकेएस वि.वि. के तीन विद्यार्थियों बी.चाणक्य, तेलंगाना, विजय कुमार, छत्तीसगढ और उत्कर्ष जैन का चयन लापांग प्रेाविन्स में स्थित लिग्नाइट ओपन कास्ट माइनिंग की कार्यप्रणाली, पावर प्लांट, लाइट प्रोडक्सन और डिस्ट्रीब्यूषन के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु किया गया है। बी.टेक.सातवे सेमेस्टर के विद्यार्थी अपनी विजिट पाॅच जुलाई को प्रारंभ करके यहाॅ पहुॅचेंगें।ईगट, मेमों, थायलैण्ड में विद्यार्थी 6 जुलाई से 16 जुलाई तक समस्त पहलुओं का विस्तार से विषेष अध्ययन करेगें। उन्हें यहाॅ की उन्नत विद्युत उत्पादन तकनीक, वितरण आदि की जानकारी भी मिलेगी। पर्यावरण सुरक्षा के लिए ईगट, मेमों ,थायलैण्ड में किए कार्य, सीएसआर, जल संरक्षण और संधारण के बारे यहाॅ कैसे कार्य किया जाता है इस पर भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इनवायर्नमेंटल इम्पैक्ट एसेसमेंट,इनवायर्नमेंटल मैनेजमेंट कार्यक्रम पर भी विद्यार्थी जानकारी प्राप्त करेगें। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व एकेएस वि.वि. के 4 छात्र लिग्लाइट माइन,थायलैण्ड मे 2018 में प्रषिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। विद्यार्थियों का मार्गदर्षन माइनिंग फैकल्टी एस.दासगुप्ता करेगें। वि.वि. का यह प्रयास है कि सभी संकाय के टेªनिग में दक्षता प्राप्त करें ओर कॅरियर की उॅचाइयाॅ छुऐं।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना की छात्रा कंचन गुप्ता, बी.एस-सी. (मैथ्स ग्रुप) को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) नई दिल्ली द्वारा इंस्पायर स्काॅलरषिप प्रदान की गई है। यह स्काॅलरषिप टाॅप वन रैंक के मेधावी विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ उत्कृट षोध करने के लिए प्रदान की जाती है। यह स्काॅलरषिप केवल बेसिक साइन्स के विषयों जैसे भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं गणित विज्ञान आदि विषयों में उत्कृष्ट षोध करने के लिए प्रदान की जाती है। इस स्काॅलरषिप में छात्रा को 80000 रुपये प्रतिवर्ष 5 वर्षों तक के लिए प्रदान किये जायेंगे। इसके लिए छात्रा की मार्कश्षीट एवं षोध रिपोर्ट को डीएसटी के लिए भेजा गया था। छात्रा की इस सफलता में उनका मार्गदर्षन को-आर्डिनेटर एवं भौतिकी विभागाध्यक्ष डाॅ. नीलेष राय द्वारा षोध प्रपोजल एवं अन्य दस्तावेजों को तैयार करके आनलाइन भेजा गया था। इस प्रकार की उत्कृष्ट स्काॅलरषिप बहुत ही प्रतिभाषाली विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। दिनांक 30 जून 2019 को छात्रा के खाते में दो वर्ष की समेकित स्काॅलरषिप राषि 1,60,000 रूपये दर्ज हो चुकी है। इस राषि को पाकर छात्रा कंचन गुप्ता बहुत उत्साहित है। वास्तव में इस प्रकार की स्काॅलरषिप का मुख्य उद्देष्य विज्ञान विषयों में षोध को बढ़ावा देना है एवं विद्यार्थियों में आइन्स्टीन, भाभा, न्यूटन, क्यूरी, रमन, आर्यभट्ट, प्लांक, थाॅमसन, रदरफोर्ड, रामानुज जैसे महान वैज्ञानिक को जन्म देना है। एकेएस वि.वि. छात्रा को इन पांच वर्षों में विज्ञान के गूढ़ रहस्यों पर षोध कार्य के लिए प्रोत्साहित करेगा। छात्रा को आगे डीएसटी द्वारा षोध कार्य के लिए देष एवं विदेषों में संचालित उत्कृष्ट लैबों में भी भेजा जाएगा। छात्रा की यह सफलता एकेएस ही नहीं अपितु पूरे विंध्य क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। इस स्काॅलरषिप को पाकर छात्र बहुत खुष हैं एवं वह आगे पढ़ाई के साथ-साथ षोध पर फोकस करके देष के लिए उत्कृष्ट कार्य करेंगे, साथ-साथ विद्यार्थियों ने एकेएस वि.वि. प्रबंधन एवं उत्कृष्ट फैकल्टी के मार्गदर्षन का भी धन्यवाद ज्ञापित किया। छात्रा की इस सफलता पर एकेएस वि.वि. प्रबंधन के साथ समस्त संकायों के डीन, डायरेक्टर्स एवं फैकल्टीज ने विद्यार्थियों को षुभकामनाएं दी हैं।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के माइनिंग इंजीनियरिंग संकाय के 800 से ज्यादा विद्यार्थी देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में वोकेशनल टेªनिंग प्राप्त कर रहे हैं इसमें एकेएस वि.वि. में संचालित बी. टेक. माइनिंग और डिप्लोमा माइनिंग के विद्यार्थी शामिल हैं। वि.वि.के माइनिंग संकाय के 300 से ज्यादा विद्यार्थी शहडोल से चिरमिरी तक संचालित भूमिगत खदानों में 28 दिन की वोकेशनल ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं इनमे उमरिया, जोहिला, सोहागपुर, कुसमुंडा, जेवरा, जमुना, बिजुरी और अनूपपुर, कोतमा प्रमुख हैं। माइनिंग क्षेत्र मे स्किल निखारने पर जोर देने के प्रयास के तहत बी.टेक.माइनिंग के विद्यार्थी पीजीपीटी और डिप्लोमा माइनिंग के विद्यार्थी पीडीपीटी 28 दिन की वोकेशनल ट्रेनिग प्राप्त कर रहे हैं जिसमें वह एकेडमिक पाठ्यक्रम को माइंस में पै्रक्टिकल के माध्यम से समझ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वि.वि. के समस्त संकायों में विद्यार्थियों को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग और वोकेशनल ट्रेनिंग अनिवार्य रुप से प्रदान किए जाने से विद्यार्थी इंडस्ट्री की जरुरतों के हिसाब से तैयार होते हैं। बेहतर उच्च शिक्षा से विद्यार्थियों के लिए बेहतर नौकरियों के अवसर भी निर्मित हो रहे हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बदौलत विद्यार्थियों को बेहतरीन कैम्पस के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं। गौरतलब है कि माइनिंग संकाय के पासआउट विद्यार्थी विभिन्न सरकारी और गैरसरकारी संस्थानों में कार्यरत हैं। एकेएस वि.वि. के 300 से ज्यादा विद्यार्थी भारत सरकार द्वारा आयोजित डीजीएमएस की गैस टेस्टिंग परीक्षा भी उत्तीर्ण कर चुके हैं और एकेएस वि.वि. गवर्नमेंट आफ इंडिया से अनुमोदित गैस टेस्टिंग एक्जामिनेशन सेन्टर भी है जहाॅ माइनिंग इंजीनियरिंग स्टूडेन्टस के लिए परीक्षा आयोजित होती हैं। एकेएस वि.वि. में माइनिंग के क्षेत्र में कार्य करने के समस्त गुर विद्यार्थियों को सिखाए जाते हैं। इस बात की जानकारी देते हुए इंजी. डीन प्रो.जी.के.प्रधान ने बताया कि एकेएस वि.वि. के प्रत्येक संकाय के हर छात्र को बेहतरीन शैक्षणिक माहौल में अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हो रहा है जिससे विद्यार्थी कॅरियर की ऊँचाइयों पर पहुंच रहे हैं।