सतना। एकेएस वि.वि. सतना के इलेकिट्रकल संकाय बी.टेक.इलेकिट्रकल के 14 विद्यार्थी 28 दिवसीय और डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल के 6 विद्यार्थी 15 दिवसीय ट्रेनिंग के लिए चयनित होकर जबलपुर गए हैं। सेन्ट्रल ट्रेनिंग इंस्टीटयूट,जबलपुर में ट्रेनिग के दोरान विद्यार्थी पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम,प्लानिंग एण्ड आप्टीमाइजेशन,सीईए सेफ्टी रुल,फिल्ट्रेशन प्रोसेस आफ ट्रांसफार्मर,आइल केबल्स,टैरिफ के साथ आधुनिक विधियाॅ जैसे पीएलसी, स्काॅडा, स्मार्ट ग्रिड, एडवांस मीटरिंग टेक्नाॅलाॅजी, जीआईएस, ब्रेक डाउन मैनेजमेंट, आईटी एप्लीकेशन,एनर्जी आडिट जैसे टम्र्स विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सीखेंगें। एकेएस वि.वि. के प्राध्यापकों द्वारा सेमेस्टर में पढाए गए विषय पर चयनित विद्यार्थियों का मार्गदर्शन सेन्ट्रल ट्रेनिंग इंस्टीटयूट,जबलपुर के विषय विशेषज्ञ करते हुए उन्हें इंडस्ट्री ओरिएन्टेड बनाऐगें। इस बात की जानकारी विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला ने दी है।
सतना। जीवन और वचनों के दंश को झेलता द्वापर युग का एक ऐसा सजीव नजारा जिसमें होगा महाभारत कालीन प्रसंग। वक्त के तकाजें को मुल्क, अल्फाजों और यादों के बीच चलती जददोजहद और स्मृतियों का हिरण जब अतीत की झाडियों में कुलाॅछे मारता है तो वर्तमान की परिधि और भविष्य का ताना बाना उभरता तो है पर धुॅधलका कायम करता हुआ।
26 जून को रंगमंच पर उतरेगें कलाकार
जी हाॅ, 26 जून को अपरान्ह दो बजे से, मंच पर पेश होगा पीरियड ड्रामा गुरुदक्षिणा। एकेएस वि.वि. के कलामंच पर एक खास प्रस्तुति उकेरेगी समय की परत और कलावीथिका में कला के अनकहे, अकाटय सत्येां से परिचित होगें हम, विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना में रंगकर्मी सविता दाहिया द्वारा ड्रामा विधा केे तहत रंगमंच से लेकर नेपथ्य तक की सभी बारीकियाॅ 30 प्रशिक्षणार्थियों को निःशुल्क प्रदान की गई। एकेएस वि.वि. के कल्चरल डायरेक्टोरेट विभाग द्वारा निःशुल्क कार्यशाला में विद्यार्थियों को विविध रंगमंचीय कलाओं का ज्ञान दिया गया। प्रस्तुति अभ्यास में अब नाटक गुरुदक्षिणा का मंचन कराया जाएगा। और अब उम्मीदों वाली धूप खिल उठी है प्रतिभागियों के मन मे प्रस्तुति को लेकर जो पूर्ण हो रही है नाटक में पात्र पाकर और कार्यशाला में अभिनय विधा मे दक्षता प्राप्त करने वाले छात्र ही अब कलाकार के रुप में अपनी प्रस्तुति देंगें।
नाटक के पात्र करेगें पात्रों की देशकालिक मंचना
नाटक के पात्र अब मिलाऐंगें नजरें खिडकी, दरवाजों की दरारों से झांकती, झरोखों से छनकर आती रोशनी से रुबरु मिलाऐंगें आखें,नायक वह जो उम्मीदों के पार उतर जाए ऐसी ही एक महाकथा केा कहेंगें सभी पात्र जिसमें द्वंद होगा भील पुत्र एकलव्य, द्रोण पुत्र अर्जुन और गुरु द्रोणाचार्य के बीच हुए संवाद के प्रसंग का। गुरु पर अगाध आस्था रखते हुए भील पुत्र एकलव्य की गुरु द्रोण की प्रतिमा के समक्ष धनुर्विद्या का अनवरत अभ्यास, गुरु द्रोण की धर्मनिष्ठता के बीच अर्जुन को दिए वचन की पूर्णाहुति के लिए एकलब्य से अगूठा मांगने का दृष्य और उपस्थित होने वाला विरल और करुणामयी दृष्य, सीमाओं, दायरों और बाडों से मुक्त नवीन शिक्षा प्रणाली का साक्षादत्कार और वर्ण विसंगति के साथ देशकाल, वातावरण और परिस्थिति का भी भान कराया जाएगा। परिधानों की बानगी,प्राचीन अस्त्र-शस्त्रों का प्रयोग,पूर्ण मानक ऐतिहासिक परिवेश से ओतप्रोत भाषा मौखिक और सांकेतिक भाषा के साथ नेत्रों की पूर्ण परिष्कृत भाषा का अहम दृष्य,बहुलतावादी संस्कृति वाले देश की पहनावे,खानपान,वोली,जीवनपद्वति भी उभरेगी। जहाॅ उपस्थित होगा द्वापर युग का महान पल, क्षण और सांस्कुतिक विरासत की वीथिका।
यह सीखा प्रतिभागियों ने अब तक
इसके पूर्व प्रतिभागियों को प्रकाश संयोजन एक्टिंग बेसिक्स, एक्टिंग एण्ड इंप्रोवाइजेशन, व्याइस ओर स्पीच टेक्नीक्स,थिएटर गेम्स एण्ड एक्सप्रेशंस,फिजिकल मूवमेंटस,थाॅट प्रोसेस एण्ड इमैजिनेशन,बिल्डिंग ए कैरेक्टर,टाइप्स आफ एक्टिंग,मास्क्स एण्ड हेड गियर्स,कास्टयूम डिजायनिंग एण्ड कैरेक्टर मेकअप,ड्रामा परफार्मेंस प्रमुख रुप से सिखाया गया । नाटक को डायरेक्शन दिया है सविता दाहिया ने और सहायक निदेशक की जिम्मेदारी है अमित शुक्ला के रचनात्मक कंधे पर जिसे ध्वनि और रंगों से सॅवारेंगें कलाकार और प्रस्तुत करेंगें बहुप्रर्तीिक्षत नाटक गुरुदक्षिणा।
ये भाग होगें प्रमुखता से शामिल
इस मौके पर कला के विविध आयामों और प्रस्तुति में शामिल हर्ष,दुःख,अतिरेक,विषाद,प्रेम,घृणा,वीरता,शेाक,रुग्णता को देखने के लिए आमंत्रित भी है आप सब वि.वि. के सभागार में खास प्रस्तुति एकेएस वि.वि. कल्चरल डायरेक्टोरेट द्वारा।
सतना। एकेएस युनिवर्सिटी, सतना द्वारा आयोजित इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट बेहद सफल रही जिसमें माइनिंग और सीमेंन्ट क्षेत्र के दिग्गजों के साथ डब्ल्यूसीएल, पाथाखेडा में कार्य कर रहे एकेएस वि.वि. के एल्युमिनी छात्र खुशी और अपने पूर्व वि.वि. के कार्यक्रम में उत्साह और उल्लास के साथ शामिल हुए। एकेएस वि.वि. के पासआउट माइनिंग इंजीनियरिंग छात्रों की टेक्निकल मीट 9 जून को डब्ल्यूसीएल,पाथाखेडा,बैतूल में आयोजित हुई। एकेएस युनिवर्सिटी सतना के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, भारत सरकार से नेशनल जियोसाइंस एवार्ड से सम्मानित हैं उन्होंने इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट में मुख्य अतिथि के रुप मे कहा कि एकेएस वि.वि. में सभी संकायों मे एकेडमिक के साथ विद्यार्थियों के प्लेसमेंट का विशेष ध्यान रखा जाता है। एकेएस वि.वि. के छात्र इंडस्ट्री ओरिएन्टेड और विकासपरक शिक्षा पाते हैं। डाॅ. जी.के. प्रधान ने बताया कि इससे पूर्व भी इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट के अनुभव बेहद अहम रहे है। एकेएस युनिवर्सिटी के माइनिंग विभाग के सीनियर फैकल्टी श्री जे.एन. सिंह भी मीट में शामिल हुए और इंडस्ट्री में कार्यरत पूर्व विद्यार्थियों से बातचीत की उन्होंने कहा कि आयोजन से हमें एकेडमिक सिलेबस के साथ ट्रेनिंग में भी सुधार की सलाह मिलती है जिसे आगे और प्रोन्नत किया जाता है क्योंकि वि.वि. के कोर्सेस पूर्णतः रोजगारोन्मुखी हैं और विद्यार्थी इंडस्ट्री से ट्रेनिंग प्राप्त करके विधिवत प्रेाफेशनल बनते हैं। गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. से पासआउट कई माइनिंग स्टूडेंटस डब्ल्यूसीएल में जूनियर ओवरमैन के पद पर और इसी क्षेत्र में संचालित रिलायंस कोल माइन में भी अपनी प्रतिभा के आधार पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। एकेएस वि.वि. के माइनिंग विभाग में सीनियर फैकल्टी आईआईटी और एनआईटी के छात्र रहे हैं और अब अध्यापन में विद्यार्थियों का ज्ञानवध्रन कर रहे हैं। एकेएस वि.वि. में माइनिंग संकाय में हर सेमेस्टर के बाद 500 विद्यार्थियों को भारतवषर््ा की प्रमुख खानों में वोकेशनल ट्रेनिंग के लिये भेजा जाता है। इससे पूर्व माइनिंग विभाग के विद्यार्थी चाइना में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में एवं मलेशिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में सहभागिता दर्ज करा चुके हैं। इसी कडी में बताना जरुरी है कि जुलाई में तीन विद्यार्थी थाईलैण्ड की विश्व प्रसिद्ध लिग्नाइट खान में श्री एस.दासगुप्ताजी के साथ जा रहे हैं। इंडस्ट्री एकेडमिया टेक्निकल मीट में एरिया सेफ्टी आॅफीसर,संजय सक्सेना और ट्रेनिंग आॅफीसर सत्यवर राॅय ने अपने बहुमूल्य विचारों और सुझावो से वि.वि. और छात्रों को रुबरु कराया।
Society of Pharmaceutical Education and Research, in collaboration with Pharmacy Department of Kathmandu University, organized an International Conference in Kathmandu, where Surya Prakash Gupta, the Principal of Pharmacy Department (AKSU), was felicitated with “Principal of the Year” Award. He received the award from Upendra Yadav, the Deputy Prime Minister of Nepal, with certificate and mementoe.
Dr Gupta, who was invited as a guest, got the opportunity to chair one of the technical sessions of the conference as well. He, on behalf of AKS University, had one to one discussion with delegates of other countries, and exchanged valuable information pertaining to research activities going on in their respective institutions. Also, he updated them about the research and development programmes, running in AKS University. The conference held on the topic “Improving Health Care through Education” and was attended by the delegates of India, Korea and Finland and host Nepal.
Dr. S P Gupta has been congratulated by the Management and all the staff members of AKS University, with an expectation that he would continue to achieve the milestone like this in future as well.
A Symposium, on the occasion of Child Labour Day, was organized in AKS University on Thursday which was attended by the officers of Labour Department, and the staff members of AKS University. Speaking on the occasion, S S Pateriya, the Labour officer said that the laws to prevent the child labour are being strictly enforced, so that the substantial result could be obtained. Hemant Kumar Daniel, another officer present at the venue, informed the audience about the role of Labour Department in dealing with the menace.
Labour Inspector Vedmani Dahiya threw lights on the comparative role our society to cope with the problem of child labour. Sharing the dais, Er. Anant Soni, the Pro-Chancellor expressed concern over the child labour, and suggested certain steps for the upliftment and rehabilitation of the children involved in it. Programme was directed and anchored by Dr. Deepak Mishra.