AKS University
AKS University, Satna M.P.
वर्तमान दौर काफी तेजी से आगे बढ रहा है और जो इस तेजी में शामिल नहीं होगा वह या तो रेस से बाहर हो जाता है या पिछड जाता है ऐसे में हर फील्ड में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की दरकार है इसी कडी को आत्मसात करते हुए एकेएस वि.वि. ने अपने छात्रों के शानदार भविष्य के लिए दो दिवसीय टेªनिंग प्रोग्राम आयोजित किया। एकेएस वि.वि. के सभागार मे सोमवार को कम्प्यूटर साइंस विभाग द्वारा‘‘ टेक्नोसाॅफ्ट कम्प्यूटर नेटवर्किंग‘‘ पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिन गुड़गांव डीसी क्रेकर्स से आये ट्रेनर आफताब अजीम ने विद्यार्थियों को बेसिक पार्ट आॅफ कम्प्यूटर, उसकी यूटिलिटी, एमएस आॅफिस, कम्प्यूटर मेंन्टिनेन्स एवं नेटवर्किंग कांसेप्ट के साथ-साथ इंटरनेट के विविध उपयोग, वेब डिजाइनिंग काॅन्सेप्ट की प्रेक्टिकल ट्रेनिंग दी। इसी कडी में मंगलवार को गुड़गांव डीसी क्रेकर्स से आये ट्रेनर दमनप्रीत सिंह ने विद्यार्थियों को पर्सनैलिटी डेव्हलपमेंट एवं सॅाफ्ट स्किल, कम्यूनिकेशन स्किल, समय प्रबंधन, तनाव और क्रोध नियंत्रण की जानकारी के साथ ग्रुप डिस्कशन की बारीकियाॅ, बाॅडी लैग्वेज, प्रभावशाली कम्युनिकेशन और इंटरव्यू में सफलता के लिए बेसिक जानकारियाॅ शेयर कीं। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, इंजी आर. के. श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष अखिलेश ए वाऊ,केाआर्डिनेटर बालेन्द्र गर्ग,आनंद द्विवेदी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रज्ञा श्रीवास्तव ने किया।कार्यशाला के बाद छात्र-छात्राओं केा सहभागिता प्रमाणपत्र भी प्रदान किए जाऐंगें। सीएस विभाग के छात्र-छात्राओं ने इसे बहुउपयोगी एवं क्रमबद्व विकास के लिए अहम कडी मानते हुए कार्यशाला को अपने लिए महत्वपूर्ण एवं ज्ञानोपयोगी बताया।टेªनर्स आफताब अजीम ,दमनप्रीत सिंह ने एकेएस वि.वि. के छात्रों को ज्ञान उत्सुक एवं नई चीजों को समझने की ललक व्यक्त करने वाला बताया एवं छात्रों ने कार्यशाला के दो दिनो में कम्प्यूटर नेटवर्किग एवं पर्सनालिटी डेव्हल्पमेंट के विभिन्न आयामों को जाना।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस विश्वविद्यालय में दो दिवसीय ‘‘कम्यूनिकेशन मास्टरी वर्कशाप’’ का समापन हुआ। व्यक्ति और रिश्तों के बीच के अंतरालों को दूर करके परिजनों को एक कर देने की शिक्षा इस कार्यशाला का मूल लक्ष्य साबित हुई। प्रत्येक व्यक्ति अपने मन में सुख और रिश्तों की मधुरता को लेकर जीता है किन्तु वैचारिक अवरोधों के चलते अनेक किस्म के अवरोधों को वह महसूस करने लगता है। इनोवेटर वरूण चमाड़िया ने इसे दो रूपों में विभाजित किया। एक रूप को वायरस की दुनिया और दूसरे पहलू को जीवन्तता की दुनिया के रूप में रेखाकिंत किया। वायरस की दुनिया में उन्होंने उन बिन्दुओं को शामिल किया जो छोटे-छोटे लक्ष्यों पर आधारित होते है और उन बातों को कल्पनाओं से इतना बड़ा कर लिया जाता है कि वे हमारे तमाम अवरोधों का कारण बन जाते है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कोई परिजन अपने विशेष स्वभाव के चलते एक भिन्न मनोदशा में हो सकता है। कभी वह कुछ अभिव्यक्त करता है कभी कुछ अभिव्यक्त नहीं करता किन्तु उसका इरादा किसी की उपेक्षा करना नहीं होता। दूसरा व्यक्ति इन बातों पर धारणा बनाकर जीने लगता है और यह छोटी सी बात रिश्तों के बीच दरार बन जाती है और पूरे जीवन को प्रभावित करती है। जबकि इसका सल्यूशन एक मिनट की अभिव्यक्ति है। दरअसल, रिश्तों में बिगाड़ इसलिए होता है क्योंकि हम बिगाड़ की दिशा में प्रयास करते है। जीवन्त्ता की दुनिया में हम उस खुशी पर विचार करते है जो हमें अपने परिजनों से मिलती है हम उन्हंे खोना नहीं चाहते लेकिन अपने मन में तमाम धारणाओं के चलते सम्बन्धों में आगे भी नहीं बढ़ पाते। एक उदाहरण देते हुए वरूण चमाड़िया ने कहा कि नीबू का अपने आप में एक गुण है वह दूध में पड़ेगा तो फाड़ देगा, और पानी में पड़ेगा तो नीबू पानी बन कर स्वास्थ्यप्रद हो जाएगा। ये तो सिर्फ एक उदाहरण है किन्तु होता ऐसा ही है। नीबू फाड़ना किसी को नहीं चाहता। लेकिन प्रभाव पड़ता है दूध प्रभावों को ले लेता है उन्होंने एक स्केल को दिखाते हुए कहा कि यह मनुष्य के जीवन के दो पाट है। एक नकारात्मकता की दुनिया एवं दूसरी सकारात्मकता की दुनिया। इन दोनों के मध्य में एक हिस्सा जीरो रेजिस्टेेंस का है। सारे संसार की तरक्की इसी जीरो रेजिस्टेेंस पर है क्योंकि क्रोध, घृणा, हिंसा आदि निश्चित अवधि की भाव दशायें है। इन अभिव्यक्तियों के दौरान यदि दूसरा पक्ष शून्य निर्वात में रहे तो निश्चित ही क्रोध आदि में उबल रहा व्यक्ति जल्द शांत हो जाता है और फिर संवाद के बिन्दु शुरु हो जाते है। कार्यशाला के अन्त में उपस्थित सदस्यों ने अपने बदले हुये मनोभावों को प्रदर्शित किया।
एकेएस विश्वविद्यालय के काॅमर्स फैकल्टीज, डाॅ. धीरेन्द्र ओझा एवं डाॅ. सच्चिदानंद का ”इफेक्ट आॅफ डिमोन्टेनाईजेशन इन इण्डिया” विषय पर आधारित शोधपत्र साइंटिफिक प्रोग्रेस एंड रिसर्च इन्टरनेशनल जर्नल के वाॅल्यूम-31 नम्बर 2 के जनवरी 2017 के अंक में प्रकाशित हुआ है। डाॅ. ओझा ने बताया कि इस शोध पत्र में यह बताया गया है कि विमुद्रीकरण के प्रभाव से आर्थिक जगत का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है। परन्तु उसका प्रभाव बैंकिंग सेक्टर , आॅटोमोबाईल सेक्टर तथा संरचनात्मक सेक्टर से सर्वाधिक रहेंगा । वर्तमान समय में सर्विस सेक्टर पर इसका प्रभाव न के बराबर रहेगा। हालांकि गवर्नमेन्ट के भ्रष्टाचार पर लगाम और अंतकवाद से जुड़े मुद्दे पे इसका प्रभाव आर्थिक रूप से दीर्घकालीन रहेगा तथा बैंकिग सेक्टर को जमाओं पर अधिक इन्टरेस्ट पेमेन्ट करने के कारण नेट प्राॅफिट कम होने का जोखिम भी वहन करना पड़ सकता है।
एकेएस विश्वविद्यालय के मैंनेजमेंट संकाय के एम.बी.ए. तृतीय सेमेस्टर के छात्रों ने यूनिवर्सल केबल लिमिटेड की इन्डस्ट्रियल विजिट की। इस दौरान छात्रों ने (जी.एम. एच.आर.) विनीत सक्सेना एवं विभागाध्यक्ष डाॅ. कौशिक मुखर्जी के निर्देशन में गुणवत्ता नीति, केबल प्रोडक्शन ले आउट, एच.आर. पाॅलिसी, कम्परेटिव इन्डस्ट्रियल रिलेशन एवं टेक्निकल एक्टिविटी एवं प्रोडक्शन एक्टिविटी के बारे में टेक्निकल हेड एवं प्रोडक्शन हेड से तकनीकी जानकारियां हासिल की। इस दौरान एकेएस विश्वविद्यालय की तरफ से (वाइस प्रेसिडेन्ट एच.आर.) सुधीर जैन को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया उन्होंने आश्वासन दिया कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रमों में छात्रों का सहयोग करेगें। विजिट के दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन फैकल्टी श्वेता सिंह ने किया।
Dr.Dhreendra Ojha and Dr. Sacchidanand, both from the Commerce Department of AKS University have been able to get their research papers published in an international journal named Scientific Progress and Research on the topic “Effect of Demonetization in India”. Informing about it, Dr. Ojha, Faculty Member from Commerce Department told that the international journal has given the space to their research papers in its January 17 edition. Informing further Dr. Ojha said that no part of our economy has been untouched with the impact of demonetization but its impact has been observed especially on banking sector, automobile sector and on real estate though the service sector is unaffected. “Demonetization will have the impact on our economy and will help in prevention of funding to terrorism, the net profit of banking sectors may slump down as the banks are required to pay the interest rate in fixed deposits” he added.
MBA, Fourth Semester students of AKS University visited the Babupur, Bhilai, J.P. Plant, under the routine Industrial Visit Programme scheduled especially for the management students. During the visit, students received the extensive information from S.R. Goswami, AGM, J.P. Plant pertaining to production lay out, industrial relations, labour law, safety, time management and total quality management. Students had certain queries which were effectively answered by the industry personals. At the end of the visit, industry administration advised the students to visit again to acquire the more knowledge about the functioning of industries. During the entire visit, students were guided by Dr. Kaushik Mukherjee and Vijay Prakash Chaturvedi.