एकेएस वि.वि. सतना के विवेकानंद प्रासार में Fresher's party Department of computer science And Engineering.के सीनियर विद्यार्थियों ने जूनियर्स के लिए भव्य Fresher's party अरेंज की जो एक दूसरे से घुलने मिलने का बेहतरीन मंच बनी। पार्टी में एंकर्स ने Theme Best कार्यक्रम की जैसे ही घोषणा की तो सारा माहौल पार्टी के रंग में रंग गया। अवर फस्र्ट परफार्मेस जो लेकर आ रही हैं की एनाउंसमेंट और परफार्मर के लिए बजते गीतों ने मधुरता का ऐसा आलम रचा कि पूरा सभागार तालियों की गॅूच से सराबोर हो गया। मौशिकी ,गुलुकारी और नगमानिगारी के विविध रंग Fresher's party की खुशियों की लौ बने। उजाले उनकी यादों के गीत ने सभी को मुग्ध किया। पंजाबी ढोल की थाप पर कार्यक्रम को गति मिली जो सारे शहर में आप सा जैसे गीतों के साथ अंजाम तक पहॅुची। एंकर्स एक एक कर कलाकारों को आवाज देते रहे और फनकार अपने जलवों की नुमाइश करके सभागार को आल्हादित करते रहे। सेलिब्रिटी पेरोडी से कुछ जुदा रंग परोसे गए senior ने junior के लिए खास अंदाज में पूरा माहौल तय किया मौज,मस्ती और धूम के बाद मिस Department of computer science And Engineering के Mr. और Miss Fresher's चुने गए इन्हें रेड हैट एकेडमी की तरफ से कैप और पुरस्कार से भी नवाजा गया। वेहतरीन लजीज व्यंजन परोसे गए जिसके साथ सीनियर्स ओर जूनियर्स ने एक दूसरे का परिचय प्राप्त किया।
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एकेएस वि.वि. सतना के Biotechnology विभाग में कार्यरत Assistant professor डाॅ.अश्विनी ए.वाऊ के मार्गदर्शन में वि.वि. की रिसर्च स्काॅलर्स चारु व्यास और शिवांगी अग्निहोंत्री ने विंगोल यूनिवर्सिटी, टर्की में संपन्न इस्पेक के आठवें International conference मे वर्चुअल Paper Paper किया conference का विषय एग्रीकल्चर,एनीमल साइंसेस और रुरल डेव्हलपमेंट रहा। research scholar चारु व्यास का विषय Microbial consortium Medicated approach For Restoration of heavy metal कंटैमिनेटेड साॅइल रहा जबकि शिवांगी अग्निहोत्री का विषय बायोइनोक्युलेन्टस फाॅर एलीविएटिंग सैलिनिटी स्ट्रेस इन प्लांटस रहा दोनों के पेपर काफी सराहे गए क्योंकि विषवस्तु के आधार पर दोनो रिसर्च स्काॅलर्स के paper presentation तथ्यात्मक और भविष्यात्मक रहे। उनके प्रयास पर बायोटेक विभाग के डीन प्रो.जी.पी.रिछारिया और विभागाध्यक्ष डाॅ.कमलेश चैरे ने भविष्य के शानदार रिसर्च वर्क और उन्नति के लिए शुभकामनाऐं प्रदान की हैं।
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के Agriculture संकाय के तीन छात्रों का सेलेक्शन बडी कंपनियों में हुआ है मनीष ठाकुर का चयन बतौर टैरेटरी चेनल हेड नर्चर फार्म ,यूपीएल ग्रुप में आठ लाख पर एनम के Package पर हुआ है कंपनी कृषि को फायदे का व्यवसाय बनानें और sustainable Development For Future पर भरोसा करती है। गौरव गोस्वामी का चयन बतौर सीईओ निमाण कृष federation Farmers producers company Limited में तीन लाख पर एनम और दिवाकर बिसेन का चयन बतौर सीए चैनल रिटेल हुआ है। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, एग्रीकल्चर संकाय के अधिष्ठाता डाॅ.एस.एस.तोमर,विभागाध्यक्ष डाॅ.नीरज वर्मा, Faculty डाॅ. डूमर सिंह, डाॅ. आर. सी. त्रिपाठी, डाॅ. आशुतोष मौर्या, डाॅ. बीरेन्द्र विश्वकर्मा, अमित सिंह तिवारी, आशुतोष गुप्ता, अभिषेक द्विवेदी, संजय लिल्हारे, गरिमा सिंह, सौम्या पटेल, प्राची अवधिया, प्राची सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
एकेएस वि.वि. सतना के Department Food Technology के बीटेक फूड टेक और Diploma Food Tech के छात्रों ने अपने फैकल्टी विकास सिंह और विभाग के ट्रेनिंग And Placement officer इंजी.प्रफुल्ल गौतम के मार्गदर्शन में rice mill से संबंधित कई जानकारियाॅ प्राप्त कीं। यहाॅ उन्हे यह समझाया गया कि rice milling वह प्रक्रिया है जिसमें धान से चोकर और भूसे को अलग करके चमकदार चावलों का उत्पादन किया जाता है इसलिए अगर कोई छात्र ऐसे भोगोलिक क्षेत्र में रहता है जहाॅ धान का उत्पादन अधिक होता है वह उस क्षेत्र में खुद कमाई करने के लिए राइस मिल प्लांट स्थापित कर सकता है। उसके अतिरिक्त छात्रों को फूड लाइसेंस,पाल्यूशन कंन्ट्रोल बोर्ड से एनओसी,Import, Export Code क साथ जीएसटी और फर्म रजिस्ट्रेशन भी समझाया गया। चावल का व्यापार बढाने के लिए मार्केटिंग स्ट्रेटेजी भी समझाई गई। राइस मिल के लिए लोन प्रक्रिया और लागत व मुनाफा कमाने की विधि भी समझाई गई। छात्रों ने मिलिंग एफीसिएंसी, हेड राइस परसेन्टेज, म्वाइस्चर कंटेन्ट के बारे में विस्तार से अध्ययन किया। राइस मिल इंडस्ट्री की विजिट के दौरान उन्हें Industry लगाने की भी विधिवत जानकारी दी गई। विभागाध्यक्ष इंजी.राजेश मिश्रा ने विजिट पर खुशी जाहिर की है।
एकेएस वि.वि. सतना के कामर्स Faculty डाॅ.घीरेन्द्र ओझा के दो Research Paper International जर्नल of Applied And Universal Research में प्रकाशित हुए है जिसका शीर्षक उपभेाक्ता व्यवहार पर कोविड-19 का प्रभाव और ई कामर्स का भारतीय आयुर्वेद प्रर प्रभाव कोविड-19 के दौरान विषय पर ,शहडोल जिले के संदर्भ में प्रकाशित हुआ है पहले पेपर में उपभेक्ताओं ने क्या नजरिया और रुख संक्रमण काल के दौरान रखा और आयुर्वेद ने उपभेाक्ता के मानस पर क्या असर रखा और कितना भरोसा कायम किया पर रहा। उनका पेपर दिसंबर अंक के वाल्यूम 8,इश्यू 2 में प्रकाशित हुआ है। उनकी उपलब्धि पर उनके सहकर्मियों और शुभेच्छुओं ने हर्ष व्यक्त किया है उनका कार्य लगातार प्रकाशित होता है और उनका विषय भी निरंतर चर्चित होता है । डाॅ.ओझा को वि.वि. परिवार ने भी शुभकामनाऐंद हैं।