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प्राकृतिक, वैचारिक, सांस्कृतिक, परम्परागत ज्ञान के साथ आध्यात्म, ध्यान योग और व्यक्तित्व विकास की कडियों को जोडकर युवा पीढी तैयार कर संपूर्ण म.प्र. के साथ देश के कई प्रदेशों के छात्रों को एकेएस वि.वि. में उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान की जा रही है। शिक्षा के प्रतिष्ठित केन्द्र एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के समस्त संकायों में निरंतर प्रयासों से विभिन्न कंपनियों के कैम्पस हो रहे हैं और Students Placement भी प्राप्त कर रहे हैं। इसी क्रम में देश की लब्धप्रतिष्ठित कंपनियाॅ विगत वर्षो में आई और छात्रों को प्लेसमेंट के अवसर प्रदान किए। ताजातरीन खबरों में एकेएसयू के Mining student निकलेश पटेल ने रिकार्ड तोड सफलता प्राप्त की है और TATA Steel में चयनित होने का गौरव प्राप्त किया है। उन्हें कामार्ड क्रोमाइट माइंस, उडीसा में चयन का अवसर मिला है। student के जाॅब डिस्क्रिप्सन की बात करे तों निकलेश कों कंपनी में अधिकतम प्रोफिटेबिलिटी तय करनी होगी उन्हें सीधे मैनेजर के अंडर में कंपनी द्वारा प्रदत्त जिम्मेदारियों को निभाना होगा जिसमें एड the planning, development and Executing of वैरियस कंपनी प्रोग्राम्स एण्ड इनीसिएटिव्स लेना होगा। students को 17 लाख पर एनम के पैकेज पर ज्वायनिंग लेटर प्रदान कर चुकी है students कों उच्चस्तरीय और innovation कार्यो की बदौलत भविष्य में मैनेजर का पद प्राप्त हो सकता है। निकलेश पटेल के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान ने students निकलेश को लगन और मेहनत से कार्य करने की सलाह देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।

 

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जो चाहते हो देखना मेरी उडान को, जरा और उॅचा करो आसमान को, यह शेर कुछ ऐसा ही कर दिखाने वाले एकेएस वि.वि. सतना के एमसीए संकाय के 2019 बैच के पासआउट छात्र राज कुशवाहा और 2021 पासआउट छात्र अजय कुशवाहा का है अजय का चयन जार्विस -The heart of innovation कंपनी में हुआ है तो राज विप्रों में कार्यरत हैं ।दोनों भाई एकेएस वि.वि. के एमसीए संकाय के पूर्व छात्र-न भाषा का बैरियर,न कोई भ्रम-अजय ने बताया कि ग्राम जोरी,पोस्ट लोही,तहसील,हुजूर शायद आपने नाम भी न सुना हो,गाॅव से गुडगाॅव फिर अनंत आसमान...जी हाॅ सामान्य किसान परिवार और गाॅव के हिन्दी माध्यम स्कूल में अध्ययन के बाद भी दोनो भाइयों को अपने आप पर भरोसा था उनके पिता हमेशा कहा करते हैं कि भारत गाॅवों का देश है और हिन्दी हमारी मातृभाषा है हमेशा अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व करना कभी मत कहना मैं गाॅव से पढा वहीं बढा, हमेशा सोचना जो भी करेंगें उसमें उॅचा मुकाम हासिल करेंगें। हिन्दी माध्यम से पढाई होने के बाद भी उन्हे हमेशा विश्वास था कि एक दिन कुछ बडा करना है एकेएस वि.वि. में उन्हें बेहतर प्रोफेशनल माहौल मिला और चरैवेति-चरैवेति ,मंद-मंद चलते चलते उन्हें एमसीए के बाद उॅचा साॅफ्टवेयर इंजीनियर का पद और अच्छा वेतनमान मिला, पिता शिवप्रसाद कुशवाहा सामान्य काॅन्ट्रेक्टर हैं और माॅ कलावती कुशवाहा गृहणी हैं दोनेा बेटों की आॅखों में सफलता की चमक देखकर बेटों पर गुरुर होता है, अजय ने बताया कि मेरी मंजिलें अभी दूर है मुझे मल्टीनेशनल कंपनियों के आॅफर मिल रहे हैं और मेरे विकल्प खुले हुए है। एरिक्शन और अन्य कंपनियाॅ उन्हें अपने साथ जोडना चाहती हैं जो अगले चरण पर तय होगा।
बडे शहरों की चकाचैध से दूर रहकर भी पा सकते हैं मंजिल-यहाॅ यह बताना लाजिमी होगा कि बडे शहरों का रुख करके जो युवा बडंे सपने देखते हैं उनके लिए यह एक नजीर है कि आप की निगाहें अगर मंजिल पर हैं लक्ष्य पर हैं जो आप सतना में भी रहकर बडा मुकाम पा सकते हैं जो राज और उनके भाई अजय पर मुफीद बैठता है। फिलहाल अजय वर्क फ्राम होम पर हैं और आठ लाख पर एनम पर कार्य करते हुए अपने परिवार की आर्थिक मदद कर रहे हैं। उन्हें पायथन लैन्गुएज और वैंन्गों फ्रेमवर्क पर कार्य करना होता है जिसमें डेटा मैनेजमेंट प्रमुख है। उन्होंने बताया कि उनके बडे भाई राज कुशवाहा भी एकेएस वि.वि. में ही पढे और पायथन लैन्गुएज पर विप्रो जैसी कंपनी में 8 लाख पर एमन पर कार्यरत हैं।
प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा एकेएस की प्रतिबद्वता है छात्रों का संपूर्ण विकास-वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि आप किसी भी समय पूरी तरह से परिपक्व नहीं होते क्योंकि सीखना कभी न खत्म होने वाली घटना है। आपको पतिदिन नए लक्ष्य मिलते हैं प्रतिदिन नई समस्याओं का सामना करना होता है,इसलिए काम को गहराई से समझना होता है और यह तभी संभव है जब आप उस काम में धुनी हो जाते हैं।अपने हर काम को अंजाम तक पहुॅचाने के लिए एकेएस वि.वि. छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्व है दोनो छात्रों को भविष्य की शुभकामना। छात्रों ने विभागाध्यक्ष डिपार्टमेंट आॅफ कम्प्यूटर डाॅ.अखिलेश ए.बाऊ का आभार व्यक्त किया है।

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एकेएस वि.वि. सतना की समस्त प्रतिष्ठा, उर्जा एवं उन्नति का आधार है हमेशा से Students को कुछ नया ज्ञान देने की कोशिश, यह निरंतर प्रयोग, खोज एवं विचारों की विविधता एवं बौद्विक अन्वेषण का आधार है वि.वि. में बौद्विक रुप से सक्षम, जिज्ञासु और परिश्रमी स्टूडेन्टस के लिए प्रेरणा हर संकाय में उपलब्ध है इसी कडी में एकेएस वि.वि. सतना और भारतीय कंपनी सेक्रेटरी संस्थान के बीच Memorandum of Understanding हुआ है जिससे कामर्स के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों,परियोजनाओं,सम्मेलनों और प्रकाशनों में स्टूडेन्टस अग्रणी रहें इस मौके पर कामर्स विभाग क्षरा बताया गया कि भविष्य में एकेएस वि.वि. में भारतीय कंपनी सेक्रेटरी संस्थान का study center भी होगा जिससे वि.वि. के छात्र-छात्राऐं और अन्य students जो कामर्स विभाग की विभिन्न प्रोफेशनल परीक्षाओं की तैयारी करते हैं वह भी लाभान्वित होगें जिन कामस्र विभाग की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए छात्र अन्य शहरों का रुख करते थे अब वह सतना में उपलब्ध होगा जिसमें ख्यात प्रोफेशनल्स अपनी सेवाऐं प्रदान करेगें। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के विभिन्न संकायों में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों के साथ एमओयू है। Memorandum of Understanding के दौरान वि.वि. की तरफ से प्रोचंासलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, प्रो.आर.एस.त्रिपाठी और भारतीय कंपनी सेक्रेटरी संस्थान की तरफ से अध्यक्ष सी.एस.नागेन्द्र.डी राव, पवन जी चांडक, चेयरमैन,डब्ल्यूआईआरसी,आईसीएसआई, सीएस आशीष मोहन,सेक्रेटरी,आईसीएसआई, सीएस अरविंद कुमार तिवारी,चेयरमैन भोपाल चैप्टर, सीएस कुशल कुमार, Director of Academic, आईसीएसआई की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कामर्स विभाग के हेड विपुल शर्मा को इस वर्चुअल एमओयू का श्रेय जाता है एमओयू होने के मौके पर कामर्स विभागाध्यक्ष डाॅ.धीरेन्द्र ओझा, फैकल्टी भरत कुमार सोनी,विपिन सोनी,शिवम पाण्डेय और दीक्षा पाण्डेय भी उपस्थित रहे।

 

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एकेएस वि.वि. सतना के Students नें नगर निगम सतना के निर्देशानुसार हमारी जिम्मेदारी के नाम से नाटक का प्रस्तुतिकरण किया। रंग शिल्पी समूह के द्वारा डाॅ.दीपक मिश्रा के निदेशन में स्वच्छता और कोरोना जागरुकता पर आधारित नाटक पेश किया गया। नगर निगम की तरफ से इंजी.अरुण तिवारी,और शिप्रा सिंह जबकि एकेएस वि.वि. की टीम में डाॅ. दीपक मिश्रा, सहा. निदेशक सांस्कृतिक निदेशालय डाॅ. धीरेन्द्र मिश्रा, प्राध्यापक बायोटेक शामिल रहे। नाटक के कलाकारों में अंजली सोनी, नैन्सी नामदेव, मुस्कान गुप्ता, स्वाती वर्मा, बबिता, कंचन पटेल, गुलनाज जहाॅ, अनिष विश्वकर्मा, रौनक द्विवेदी, मो.सरताज, वरुण पटेल, सुमित रैकवार, कृष्णा बंसल, सुधांशु राॅय और रघुराज सिंह प्रमुखता से शामिल रहे।

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एकेएस वि.व. में शैक्षणिक उन्नत गतिविधियों के द्वारा सामाजिक और आर्थिक स्थिति के मद्देनजर किए जा रहे नवाचार निरंतर चर्चा में रहते हैं इसी कडी में Basic Science में कार्यरत Faculty डाॅ.शेलेन्द्र यादव और उनकी रिसर्च स्काॅलर शुषमा सिंह ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि के तहत एल्सेवियर की एक प्रतिष्ठित पत्रिका में स्थान प्राप्त किया है जिसे विषय के लिहाज से काफी सराहा गया है उन्होंने कुछ नए पेस्टीसाइड का संस्लेषण किया है उन्होंने बताया कि सेस्लेशित Pesticides कुमारिन डेरिवेटिव भविष्य में बहुत उपयोगी साबित होगें। डाॅ.यादव और शुषमा ने कहा कि आर्गेनिक Chemistry और Medical Chemistry के लिहाज से कुमारिन डेरिवेटिव सेस्लेशित पेस्टीसाइड की एप्लीके शन काफी उपयोगी है। लेकिन इसका एक्यूट प्रभाव नकारात्मक न हो, एलर्जी के साथ अन्य बीमारियाॅ इनके प्रयोग से न हो इस बात का विशेष ध्यान रिसर्च ओर कार्यों में रखा जाएगा। पेस्टीसाइडस के बारे में उन्होंने बताया कि एकेएस वि.वि. के सभी शिक्षण विभागों में अंतरराष्ट्रीय मानक के शिक्षकों, अध्यापन और गंभीर शोध कार्यो के लिए एक अच्छा माहौल होने से विशिष्ट कार्यो की प्रेरणा मिलती है, संस्लेशित पेस्टीसाइडस का प्रयोग 1930 से ही प्रारंभ हो चुका है पर आज 500 से ज्यादा की संख्या में इंसेक्टस और माइटस के होने के कारण इनको रोकना काफी बडी चुनौती साबित हो रही है क्योंकि इन पर अब कई Pesticides का असर भी होना बंद हो गया है। अब तक 160 से ज्यादा पेस्टीसाइडस लिस्टेड हैं और इन इंसेक्टस और माइटस से बचाने के लिए प्रयास निरंतर जारी हैं आर्गेनोक्लोरीन, आर्गेनोफास्फेटस, कार्बामेटस और पाइरेथ्रोइडस जैसे सिन्थेटिक पेस्टीसाइडस पमुखता से उपलब्ध हैं। कुमारिन डेरिवेटिव पर उनकी उपलब्धि पर वि.वि. क ेप्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,डीन बेसिक साइंस डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी,विभागाध्यक्ष डाॅ दिनेश मिश्रा,कान्हा सिंह तिवारी,मनोज कुमार,डाॅ.समित कुमार,नाहिद उस्मानी,दिनेश बाल्मीक तथा सुदरम खरे ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाऐं दीं हैं।

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