सतना। ‘लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेन्ट्रल इंडिया 2018’ और इंडिया टुडे द्वारा 400 प्राइवेट युनिवर्सिटीज के बीच इंडियाज बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटीज रैंकिंग में 27वां स्थान हासिल कर चुकी एकेएस युनिवर्सिटी सतना में स्ट्राटा जियोग्राफ इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमि. मुम्बई ब्रांच द्वारा विपिन द्विवेदी का चयन बतौर साइट इंजीनियर किया गया है। विपिन द्विवेदी को 2.8 लाख पर एनम के पैकेज पर कार्य के लिये चयनित किया गया है इसके पूर्व भी वि.वि. के कई छात्र विभिन्न कम्पनियों में कैम्पस के माध्यम से चयनित किये गये हैं। सिविल इंजीनियरिंग 2018 पासआउट बैच के द्वारा विपिन की सफलता पर वि.वि. प्रबंधन ने उन्हें तल्लीनता से कार्य करने की सलाह दी है और चयनित होने पर शुभकामनाएं भी दी हैं। स्ट्राटा जियोग्राफ इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमि. मुम्बई ब्रांच के एचआर मैनेजर ने एकेएस वि.वि. की एकेडेमिक एक्सिलेंस और छात्र हित में दी गई सुविधाओं की तारीफ की और वि.वि. में भविष्य में भी कैम्पस आयोजित करने की मंशा जाहिर की। छात्र के चयन पर ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट डायरेक्टर एम.के. पाण्डेय, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर बालेन्द्र विश्वकर्मा और मनोज सिंह ने छात्र को बधाई दी।

Daily University News in Hindi
- Subscribe to this category
- Subscribe via RSS
- 2500 posts in this category
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के बी.एससी. एग्रीकल्चर सातवें सेमेस्टर के 400 विद्यार्थियों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम 19 व 20 जून को आयोजित किया गया। रावे के महत्व पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम अधिकारी सात्विक सहाय विसारिया ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि की उन्नत तकनीकें जानना, परम्परा खेती के विषय में भी जानकारी प्राप्त करना और कृषकों की आय में वृद्धि करने के लिए किसानों को जानकारी देना रावे के प्रमुख उद्देश्य होते हैं। द्विपक्षीय कार्यप्रणाली से जिसमें वि.वि. के विद्यार्थी अध्ययन की हुई जानकारियों को कृषकों से साझा करते हैं वहीं उनसे कई विषयों में जानकारी भी प्राप्त करते हैं। वि.वि. के विद्यार्थियों की 30 टीमें बनाकर उसमें बराबर संख्या में छात्र रखे गये हैं जो सतना जिले के 4 ब्लाक और 30 गावों में जाकर मृदा परीक्षण, बीज की गुणवत्ता, कौन से खेत में कौन सी फसल ज्यादा प्रभावी होगी इत्यादि जानकारी अन्य अधिकारियों संतोष कुमार, डाॅ. डूमर सिंह, अखिलेश जागरे, डी.पी. चतुर्वेदी, अभिषेक सिंह के मार्गदर्शन में कृषकों के बीच जाकर शेयर करेंगे। उल्लेखनीय है कि रबी की फसल में शामिल धान, सोयाबीन, उर्द, मूंग, अरहर, और अन्य दलहनी फसलें किसान के खेतों में होंगी। इन कार्यक्रमों में क्षेत्र के कृषि वैज्ञानिक वि.वि. के एक्सपर्ट, सम्बंधित विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक ट्रेनिंग प्रदान करेंगे। छात्रों के सभी समूह पूरे कार्यक्रम की प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनायेंगे, ये कुल 5 विषयों में निर्धारित 100-100 अंकों के लिए रिपोर्ट शामिल करेंगे जिसमें क्राप प्रोडक्शन, फसल सुरक्षा, ग्रामीण अर्थशास्त्र, प्रसार कार्यक्रम, ट्रेनिंग और विजिट्स शामिल हैं। उन्मुखीकरण कार्यक्रम के दौरान एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि व्यवहारिक पहलुओं पर छात्रों को जानकारी मिले और वो बेहतर तरीके से संवाद करके किसानों को जानकारी दें और उनसे भी जानकारी प्राप्त करें। डाॅ. एस.एस. तोमर ने कहा कि यह एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों के लिए बेहतरीन मौका है जहां वह प्रेक्टिकल नाॅलेज ग्रहण करके इसे अपने कॅरियर की उन्नति में उपयोगी जानकारी के रूप इकट्ठा करेंगे। 12 हफ्ते तक लगातार चलने वाले कार्यक्रम के दौरान सभी समूह 22 जून से नवम्बर तक कार्य करते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि आईसीएआर द्वारा प्रस्तावित चैथी डीन कमेटी की रिपोर्ट के अनुरूप प्रत्येक कृषि वि.वि. एवं ऐसे वि.वि. जहां स्नातक स्तर की पढ़ाई एग्रीकल्चर संकाय में की जाती है। वहां रावे की प्रायोगिक जानकारी छात्र छात्राओं को होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में 240 छात्र और 64 छात्राएं शामिल हो रहे हैं। एग्रीकल्चर विभागाध्यक्ष डाॅ. नीरज वर्मा ने बताया कि रावे प्रायोगिक पहलू है जो छात्र 3 वर्षों के दौरान क्लासरूम्स में पढ़ते हैं उन्हें ग्रामीण कृषि क्षेत्रों में जाकर समझते हैं। इस मौके पर बी.एसससी. एग्रीकल्चर संकाय के समस्त फैकल्टीज और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस युनिवर्सिटी सतना के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने बतौर माइनिंग एक्सपर्ट ओडीसा इकोनामिक मैगजीन भूमि द्वारा आयोजित वार्षिक उत्सव में भाग लिया।एकेएस वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन ने सेमिनार को सम्बोधित करते हुए कहा कि भूमि मैग्जीन का यह प्रयास निश्चित ही सराहनीय है और इसके सकारात्मक परिणाम आज भी हैं और भविष्य में भी प्राप्त होंगे। राष्ट्रीय सेमिनार को अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया।भ् ाुवनेश्वर के होटल नेफियर में आयोजित डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन द्वारा यह राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया। खनन क्षेत्र के विकास में डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। इस मौके पर ओडीसा के पूर्व चीफ इंफार्मेशन कमिश्नर प्रो. राधा मोहन, भारत वर्ष के चीफ इलेक्टशन कमीशन के एडवाइजर डाॅ. भगवान प्रकाश, समाजसेवी श्री मुरलीमनोहर शर्मा, भारत सरकार की खान मंत्रालय के डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन के कोआर्डिनेटर अविनाश मिश्रा, भूमि के सम्पादक श्री सत्यव्रत पाण्डा, साइंस एण्ड इनवायर्नमेंट के श्रेष्ठ बैनर्जी, भूमि की असिस्टेंट एडीटर डाॅ. रीना रोत्रोए उपस्थित रहे जबकि उद्घाटन सत्र में सर कैटकी और वेलिडक्टरी फंग्शन में नीति आयोग सदस्य जगदानन्द मुख्य अतिथि रहे। डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन द्वारा प्राप्त राशि माइनिंग के चलते प्रभावित परिवारों की उन्नति में लगाई जायेगी। इस मौके पर भारतवर्ष के विभिन्न प्रतिष्ठानों के 200 से ज्यादा डेलीगेट्स ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस युनिवर्सिटी सतना को प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया टुडे के द्वारा भारतवर्ष की बेस्ट युनिवर्सिटीज के बीच कराए गए इंडिया टुडे ग्रुप-एमडीआरए सर्वे 2018 ‘बेस्ट युनिवर्सिटी रैंकिंग 2018’ में स्थान प्रदान किया गया है। समग्र और विश्वसनीय तरीके से कई मानकों के आधार पर एकेएस वि.वि. को 27वीं रैंकिंग के लिए चुना गया है। बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटीज रैंकिग का आधार इंडिया टुडे समूह द्वारा सम्पूर्ण भारतवर्ष से किया गया सर्वे रहा। सर्वे का आधार प्रतिष्ठा और गवर्नेंस, अकादमिक और शोध उत्कृष्टता, इन्फ्रास्ट्रक्चर और माहौल, व्यक्तित्व और नेतृत्व का विकास, कॅरियर की तरक्की और प्लेसमेंट, आब्जेक्टिव स्कोर और पर्सेप्चुअल स्कोर रहा। इस आधार पर यह मूल्यांकन किया गया। अल्प समय में ही एकेएस वि.वि. द्वारा बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटीज में अपना नाम दर्ज कराना एक बड़ी उपलब्धि है। वि.वि. को 19 जून को ही लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया अवार्ड म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा प्रदान किया गया। एकेएस वि.वि. में शैक्षणिक गुणवत्ता भारतवर्ष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचारों के अनुरूप है जिसमें उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालयों को सीखने की प्रक्रिया नवाचार के आधार पर तय करनी चाहिए और नई शिक्षण विधियों को अपनानेे की आवश्यकता पर भी उन्होंने जोर दिया जिससे छात्र ज्ञान भी ग्रहण करें और उत्तरोत्तर विकास भी करें। वि.वि. के कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने वि.वि. द्वारा अर्जित की गई ख्याति और उपलब्धि पर कहा, कि शिक्षा में उत्कृष्टता की सीमाओं को आगे ले जाने वाले संस्थानों में एकेएस वि.वि. भी शामिल होगा। यह उपलब्धि वि.वि. में कार्यरत समस्त उच्चाधिकारियों, वि.वि. के समस्त संकायों में कार्यरत फैकल्टीज की अथक मेहनत, अध्ययन करने वाले छात्र छात्राओं की पढ़ने की ललक और अध्ययन-अध्यापन के प्रति समर्पण की वजह से हासिल हुई है। गौरतलब है कि एकेएस वि.वि. में म.प्र. के समस्त जिलों, भारतवर्ष के कई राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के विद्यार्थियों के साथ नेपाल और अन्य देशों के छात्र भी अध्ययनरत हैं जो वि.वि. की शैक्षणिक प्रणाली से प्रभावित हैं और देश की प्रतिष्ठित कम्पनियों में कैम्पस के माध्यम से चयन प्राप्त कर रहे हैं। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने बताया कि सम्मान हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। एकेएस वि.वि. शैक्षणिक गुणवत्ता के आधार पर अगले कुछ वर्षों में देश की लब्ध प्रतिष्ठित युनिवर्सिटीज के बीच अपना अहम स्थान कायम करेगा इस बात की पूरी उम्मीद है। वि.वि. को मिली रैंकिंग पर जिले एवं प्रदेश के सभी अंचलों से लगातार बधाई संदेश व शुभकामनाएं प्राप्त हो रही हैं तथा वि.वि. परिवार के अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भविष्य में अधिक ऊंचाई तक जाने की योजनाएं बनाई हैं जिसमें प्रतिस्पर्धी माहौल बनाने के सामूहिक लक्ष्य के लिए कड़ी मेहनत करने का लक्ष्य तय किया गया है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस युनिवर्सिटी सतना को म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा एक गरिमामयी कार्यक्रम के तहत लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया अवार्ड से नवाजा गया। एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने न्यूज 18 मध्ययप्रदेश छत्तीसगढ़ द्वारा भोपाल में 19 जून को आयोजित वृहद कार्यक्रम के दौरान यह अवार्ड ग्रहण किया। सुशिक्षा मध्यप्रदेश के मंच से मध्य भारत की प्रमुख युनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूशन्स के बीच एकेएस वि.वि. का चयन लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया अवार्ड के लिए ज्यूरी मेम्बर्स द्वारा किया गया। यह अवार्ड कई एकेडेमिक मापदण्डों पर खरा उतरने पर प्रदान किया गया। लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया अवार्ड मिलने से वि.वि. की शैक्षणिक प्रणाली, पठन-पाठन, परीक्षा प्रणाली, योग्य फैकल्टीज पर एक बार फिर विशिष्टता की मुहर लगी है। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने बताया कि एकेएस वि.वि. को अवार्ड मिलने से शैक्षणिक विशिष्टता को उच्च स्तर पर ले जाने की और गहन प्रेरणा मिलेगी। वि.वि. को इसके पूर्व एजुकेशन नेशनल एक्सिलेंस अवार्ड, बेस्ट इनोवेटिव युनिवर्सिटी अवार्ड, मोस्ट इनोवेटिव युनिवर्सिटी इन मध्यप्रदेश अवार्ड, बेस्ट युनिवर्सिटी इन आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर अवार्ड 2018 से विभिन्न विशिष्ट मंचों से सम्मानित किया जा चुका है। वि.वि. ने अल्प समय में ही शैक्षणिक गुणवत्ता का अहम मुकाम प्राप्त किया है जिससे शिक्षा के क्षेत्र में वि.वि. एक उच्च स्थान पर काबिज हो चुका है। वि.वि. को लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया अवार्ड मिलने के बाद वि.वि. में हर्ष का माहौल है। वि.वि. प्रबंधन को समाज के विभिन्न वर्गों, बुद्धिजीवियों के साथ शिक्षा के क्षेत्र के मनीषियों की शुभकामनाएं निरंतर प्राप्त हो रही हैं। सभी ने वि.वि. के विकास की कामना करते हुए अवार्ड मिलने की बधाई दी है