सतना। एकेएस वि.वि. सतना के द्वारा युवाओं की नई रोजगार जरूरतों के लिहाज से नये पाठ्यक्रम समय समय पर प्रारंभ किये जाते हैं। वि.वि. के सभी कोर्सेस इण्डस्ट्री ओरिएंटेड और वर्तमान रोजगारों की मांग के अनुरूप हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए वि.वि. प्रबंधन ने बताया कि कई लोग ऐसे हैं जिन्हें कई हाॅवीज होती हैं और हाॅवीज से बेस्ट कॅरियर निर्माण हो सकता है। सत्र 2018 से बैचलर आॅफ फैशन डिजाइनिग (बी.एफ.ए.), डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग के साथ हेयर एण्ड स्किन केयर पर सर्टिफिकेट डिप्लोमा कोर्स भी प्रारंभ किया गया है। इनमें प्रवेश पाने की पात्रता और कोर्स से संबंधित समस्त जानकारियां एकेएस वि.वि. के काउंसलिंग से प्राप्त की जा सकती हैं कार्यालयीन समय पर यह जानकारियां वि.वि. से प्राप्त की जा सकती हैं।

Daily University News in Hindi
- Subscribe to this category
- Subscribe via RSS
- 2500 posts in this category
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में वैचलर आॅॅफ फार्मेसी और डिप्लोमा फार्मेसी 2018 बैच के नव प्रवेशी विद्यार्थियों के लिए इन्डक्सन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र.छात्राओं को एकेएस विश्वविद्यालय के फार्मेसी कोर्स के विभिन्न पहलुओ से अवगत कराना रहा। इस दौरान छात्रों को एकेडमिक्स, प्रैक्टिकल्स, परीक्षा प्रणाली इत्यादि पर विस्तार से जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी गयी। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवल एवं माल्यार्पण एवं देवार्चन करके किया गया। इस मौके पर फार्मेसी विभाग की समस्त आधारभूत एकेडमिक जानकारियों दी गयी। सभी मंचासीन अथितियों ने छात्रो को सम्बोधित करते हुए कहा कि पठन.पाठन पर ध्यान केन्द्रित करें और अध्ययन के लिए नियमित समय निकालें। इस मौके पर विश्वविद्यालय के डायरंेक्टर अमित सोनी ने कहा कि मन लगाकर किए गए कार्य के परिणाम सकारात्मक होते हैं प्रति प्रतिकुलपति डा आर.एस.त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, डायरेक्टर अमित सोनी, इंजी.आर.के.श्रीवास्तव एवं फार्मेसी के प्राचार्य सूर्य प्रकाश गुप्ता के साथ फार्मेसी विभाग के सीनियर एवं एमस्त फैकल्टीज और छात्र.छात्राओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के कम्प्यूटर साइंस विभाग में लाइनेक्स एडमिनिस्टेशन पर छः दिवसीय वर्कशाॅप का शुभारंभ 06 अगस्त को किया गया। लाइनेक्स के एक्सपर्ट विकास नायडू, बैंगलूरू और चंद्रशेखर शर्मा जबलपुर रेड हैट सर्टीफाइड ट्रेनर हैं। विश्वविद्यालय के लैब में चल रहे लाइनेक्स एडमिनिस्टेशन के पहले दिन वर्किंग आॅफ लाइनेक्स और सर्वर काॅन्फिग्रेशन के परिचयात्मक पहलुओं पर चर्चा की गई। जबकि दूसरे दिन लाइनेक्स कमाण्ड पर विशेषज्ञों ने जानकारी दी। लाइनेक्स एडमिनिस्टेशन वर्कशाॅप में बी.टेक तीसरे, पांचवें और सातवें समेस्टर के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। इसी के साथ एम.सी.ए., बी.सी.ए., बी.एस.सी.आई.टी. के विद्यार्थी भी सक्रिय सहभागिता दर्ज करा रहे हैं। कार्यक्रम में अखिलेश बाऊ, आनंद द्विवेदी, डाॅ. सुभद्रा शाॅ, बालेन्द्र गर्ग, हरिमोहन मिश्रा, प्रज्ञा श्रीवास्तव, शिवानी पटनहा, विजय विश्वकर्मा, वीरेन्द्र तिवारी शंकर बेरा, बृजेश सोनी, मदन मोहन मिश्रा, विनय श्रीवास्तव और अंकिता शर्मा भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। कार्यक्रम का समापन 11 अगस्त को किया जाएगा।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के विद्यार्थी नवीनतम एवं इण्डस्ट्री ओरिएण्टेड सिलेबस से दक्ष होते हैं। इंडियाज बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटी में 27वीं रैंक प्राप्त एकेएस युनिवर्सिटी सतना में एक्सिस बैंक ने कैम्पस का आयोजन किया। कैम्पस में एमबीए संकाय के विद्यार्थियों ने सहभागिता दर्ज कराई। एक्सिस बैंक के सम्पूर्ण म.प्र. एवं छत्तीसगढ़ के लिये किये गये कैम्पस ड्राइव में बैंक द्वारा सर्वप्रथम एक्सिस बैंक के कार्यक्षेत्र में आने वाले समस्त कार्यों का पीपीटी प्रजेंटेशन बैंक के एचआर मैनेजर द्वारा किया गया। तत्पश्चात् विद्यार्थियों का रिटेन टेस्ट हुआ। रिटेन टेस्ट के बाद आॅनलाइन टेस्ट में चयनित विद्यार्थी बैंक द्वारा सिलेक्ट किये गये। इसी कड़ी में एक्सिस बैंक ने 5 विद्यार्थियों जिनमें नीरज कुमार डोडानी, महेन्द्र पाण्डेय, करिश्मा सोनी, हर्षिता सिंह बघेल, दीक्षा सिंह का चयन किया। सभी विद्यार्थी 2016-18 बैच के एमबीए के एकेएस वि.वि. के छात्र हैं। इनका सैलरी पैकेज 3.5 लाख पर एनम निर्धारित किया गया है। इसी तरह इनका पद भी प्रदान किया गया। विद्यार्थियों के चयन पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट डायरेक्टर एम.के. पाण्डेय, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट अधिकारी बालेन्द्र विश्वकर्मा, प्राची मिश्रा, मनोज सिंह ने विद्यार्थियों को बधाई दी है।
सतना। आज दिनांक 04 अगस्त 2018 को एकेएस वि.वि. के कृषि संकाय अन्तर्गत बी.एससी. कृषि सप्तम सेमेस्टर के छात्रों को ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव पाठ्यक्रम के अन्तर्गत मोती सम्वर्द्धन के विभिन्न वैज्ञानिक विधियों का प्रशिक्षण संकाय के ही सह-आचार्य डाॅ. रमेशचन्द्र पाण्डेय द्वारा दिया गया। मोती सम्वर्द्धन की विधियों में मेण्टल कैविटी, मेण्टल इनसिजन एवं गोनाडन इनसिजन विशेष उल्लेखनीय रहीं। प्रशिक्षण एवं व्याख्यान के समापन कार्यक्रम को विभागाध्यक्ष डाॅ. नीरज वर्मा, रावे कार्यक्रम के संचालक श्री सात्विक सहाय विसारिया एवं प्रो. टी. सिंह द्वारा भी सम्बोधित किया गया एवं प्रशिक्षण की सफलता एवं सार्थकता पर विशेष चर्चा की गई।