सतना। एकेएस वि.वि. सतना के बी.टेक.,सीमेंन्ट टेक्नाॅलाॅजी और डिप्लोमा सीमेंन्ट टेक्नॅालाॅजी के 26 विद्यार्थियों ने केजेएस सीमेंन्ट प्लांट की इंडस्ट्रियल विजिट की। विजिट के दौरान विद्यार्थियों ने इंन्वायर्नमेंटल टेस्टिंग,सीमेंन्ट प्रोसेसिंग,राॅमिल और पायरोप्रोसेसिंग की जानकारी वहाॅ कार्यरत इंजीनियर्स के मार्गदश्रन में विस्तार से प्राप्त की। विजिट के दौरान सीमेंन्ट टेक्नाॅलाॅजी के प्रो.जी.सी.मिश्रा,डाॅ.के.एन.भटटाचार्य,बी.के.सिंह,डाॅ.एस.के.झा,राहुल ओमर और महेन्द्र तिवारी ने किया।

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सतना। अखन्ड भारत भारत के प्राचीन समय के अविभाजित स्वरुप को कहा जाता है प्राचीन काल में भारत बहुत विस्तृत था जिसमें अफगानिस्तान, पाकिस्तान,बाॅग्लादेश,श्रीलंका,वर्मा,थायलैण्ड आदि शामिल थे। कुछ देश जहाॅ बहुत पहले के समय मे अलग हो चुके थे वहीं पकिस्तान,बाॅग्लादेश आदि बाद के काल मे अलग हो गए। अतिथि परिचय के पश्चात कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के विभिन्न संकाय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विभाग प्रचारक कन्हैयालाल ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत अति समृद्व थी,प्राचीन काल में यह सोने की चिडिया था ,विविधता में एकता इसकी विरासत है,चंदन है इस देश की माटी,तपोभूमि हर ग्राम है, हर बाला देवी की प्रतिमा,बच्चा-बच्चा राम है का उच्चार करते हुए उन्होने भारत की महानता के बारे में विस्तार से चर्चा की।कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के डज्ञयरेक्टर अमित सोनी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमे अपने देश पर गर्व होना चाहिए और राष्ट्रहित हमेशा सर्वोपरि होना चाहिए हमेशा ईमानदार रहें और सजग होकर राष्ट्रभक्ति रखें। संचालन बायोटेक फैकल्टी दीपक मिश्रा ने किया जबकि कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन फार्मेसी प्राचार्य सूर्य प्रकाश गुप्ता ने किया।
सतना। एकेएस वि.वि. के बी.टेक माइनिंग,पाॅचवे सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने मलाजखंड काॅपर माइन्स की विजिट की। एक दिवसीय विजिट के दौरान वि.वि. के फैकल्टीज शांतनु कुमार दासगुप्ता, दिनेश शंकर माथुर और आलोक वर्णवाल के मार्गदर्शन में वि.वि. के बी.टेक माइनिंग के 60 विद्यार्थियों ने ष्हाॅ की विविधता और कार्य विस्तार से समझे। मलाजखंड, बालाघाट में स्थित काॅपर माइन्स की विस्तार से जानकारी इंजी. और वर्कर्स ने दी। गौरतलब है कि यह माइन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1980 में प्रारम्भ की थी। यहां पर ओपेन पिट माइन के साथ साथ कांसन्ट्रेटर प्लांट भी उपलब्ध है। यह भारतवर्ष की सबसे बड़ी बेस मेटल माइन मानी जाती है जो तांबे की मुख्य श्रोत मानी जाती है। विजिट के दौरान विद्यार्थियों ने विधिवत जानकारियां प्राप्त कीं। वि.वि. के इंजी. डीन डाॅ. प्रधान ने सभी विद्यार्थियों को माइनिंग में प्रदान की जा रही विजिट्स को तन्मयता से देखने की सलाह दी है।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आॅफ माइनिंग इंजीनियरिंग थर्ड सेमेस्टर बी.टेक के 31 विद्यार्थियों ने वि.वि. की लर्न व्हायल यू डू की प्रणालीके तहत प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त किया। फैकल्टीज अवधेश पाण्डेय और आलोक वर्णवाल के मार्गदर्शन में 19 से 25 अगस्त तक हट्टी गोल्ड माइन्स की कार्यप्रणाली की जानकारी विस्तार से प्राप्त की। विजिट के दौरान विद्यार्थियों ने हट्टी गोल्ड माइन्स के सम्पूर्ण एक्सट्रैक्सन, ट्रांसपोर्टेसन और प्रोसेसिंग की सम्पूर्ण जानकारियां फैकल्टीज के मार्गदर्शन में प्राप्त कीं। गोल्ड रिकवरी और डिस्पोजल के साथ साथ अंडरग्राउण्ड वर्किंग बाइ ड्रिलिंग एण्ड ब्लास्टिंग और फाइन पावडर के साथ पानी के मिश्रण और ब्लैकेट के इस्तेमाल पर भी जानकारी ली। बुलियन की प्राप्ति पर भी चर्चा हुई। 6 सेप्रेट रीव्स जिनमें आॅक्ले रीव्स मिडिल रीव्स विलेज रीव्स, स्ट्राइक रीव्स फुटबाल जो वर्तमान में हट्टी गोल्ड माइन्स में चल रहा है पर भी चर्चा हुई। वि.वि. के छात्रों ने विजिट के दौरान यहां कार्य कर रहे इंजीनियर्स से भी विस्तार से ज्ञान प्राप्त किया।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आॅफ माइनिंग इंजीनियरिंग फैकल्टी अभिषेक कुमार त्रिपाठी को कनाडा के आॅनलाइन रिसर्च जर्नल एनर्जी कनवर्जन रिसर्च का एडिटर इन चीफ 31 दिसम्बर 2022 तक के लिये नियुक्त किया गया है। इंटरनेशनल जर्नल आॅफ एनर्जी कनवर्जन रिसर्च का एडिटर इन चीफ नियुक्त होने पर वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान और सभी फैकल्टीज ने डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी को बधाई दी है। यह जर्नल 1 अक्टूबर 2016 से प्रारंभ हुआ और प्रथम अंक से कनाडा से प्रकाशित होने वाले आनलाइन इंटरनेशनल जर्नल आॅफ एनर्जी कनवर्जन रिसर्च का एडिटर बनने पर उन्हे क्लासियस साइंटिफिक प्रेस जर्नल्स बुक्स प्रोसीडिंग ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।