सतना। एकऐस वि.वि. सतना के फूड टेक्नोलाॅजी विभाग के दो छात्रों विशाल ठाकुर, बी.टेक तृतीय वर्ष और गिरीश कुमार कारिया, द्वितीय वर्ष ने सीआईए-एसकेए द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय एशिया फूड सेफ्टी काम्पटीशन में भाग लिया। वि.वि. के छात्रों ने यहां द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में एसकेए के चेयरमैन डाॅ. संजय दवे उपस्थित रहे। फूड सेफ्टी परफेक्ट बैच के साथ विद्यार्थियों को फूड सेफ्टी जागरुकता हेतु सैम्पलिंग और टेस्टिंग के अधिकार प्रदान किये गये। इसके पश्चात् एकेएस वि.वि. के दोनों विद्यार्थी दुबई में ट्रेनिंग के लिये आमंत्रित किये गये हैं। प्रतियोगिता में 10 देशों के 164 टीमों ने हिस्सा लिया। वि.वि. के विद्यार्थियों को फूड टेक के विभागाध्यक्ष इंजी. राजेश मिश्रा और फैकल्टी वीरेन्द्र पाण्डेय ने बधाई दी है।

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सतना। एकेएस वि.वि. सतना को म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के 10वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में म.प्र. के उत्कृष्ट वि.वि. 2018 के रूप में चयनित किया गया। 21 अक्टूबर को आयोग का 10वाँ स्थापना दिवस समारोह 2018 भोपााल में आयोजित हुआ। एकेएस वि.वि. की तरफ से यह अवार्ड वि.वि. के प्रतिकुलपति प्रो. आर.एस. त्रिपाठी ने ग्रहण किया। आयोग के कार्यक्रम के दौरान डाॅ. कमलेश चैरे, विभागाध्यक्ष, बायोटेक्नोलाॅजी को एकेएस वि.वि. के उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। वि.वि. के 3 छात्रों रिया खिलवानी, डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी, आकांक्षा पाण्डेय, डिपार्टमेंट आॅफ बेसिक साइंसेस और प्रमोद द्विवेदी डिपार्टमेंट आॅफ माइनिंग इंजीनियरिंग को बेस्ट स्टूडेंट के रूप में चयनित करते हुए मेडल के साथ प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कार प्रदान करते हुए निजी वि.वि. विनियामक आयोग के अध्यक्ष प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि एकेएस वि.वि. निजी विश्वविद्यालयों में अपना नाम निरंतर एकेडेमिक एक्सिलेंस की वजह से आगे रख रहा है। आयोग की तरफ से उन्होंने वि.वि. की निरंतर प्रगति की कामना की। एकेएस वि.वि. की तरफ से डाॅ. दीपक मिश्रा और प्राची सिंह के मार्गदर्शन में 30 विद्यार्थियों के समूह ने शानदार प्रस्तुतियां दीं। इस मौके पर प्रो. विजय कुमार, कुलपति, इंस्टीट्यूट आॅफ लाॅ, भोपाल, प्रो. अंजनी शुक्ला, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग अध्यक्ष, प्रो. के.के. कटोच, हिमांचल प्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग अध्यक्ष के साथ मध्यप्रदेश के सभी निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रतिकुलपति और कुलसचिवों की गरिमामय उपस्थिति के साथ डाॅ. स्वराज पुरी, सदस्य प्रशासनिक, डाॅ. के.पी. साहू, मुख्य कार्यपालन अधिकारी और विशिष्टजन, शिक्षाविद् और गणमान्यजन उपस्थित रहे। यहां प्रदेश के लगभग सभी निजी विश्वविद्यालयों के 50 से ज्यादा छात्रों को सम्मानित किया गया। सभी पुरस्कार मुख्य अतिथि प्रो. सी.आर. राव, कुलपति बरकतउल्ला वि.वि. भोपाल एवं विशेष अतिथि डाॅ. अंजनी शुक्ला, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग रायपुर द्वारा प्रदान किये गये। इसके पूर्व वि.वि. को बेस्ट युनिवर्सिटी इन आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर 2018, लीडिंग युनिर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया 2018, इंडिया टुडे द्वारा इंडियाज बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटी में 27वीं रैंक भी हासिल हो चुकी है। म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग द्वारा दिये गये म.प्र. के उत्कृष्ट वि.वि. पुरस्कार से वि.वि. में हर्ष का माहौल है।
सतना। ईस्ट जोन इंटरयुनिवर्सिटी नेशनल गेम्स 2018-19 केआईआईटी भुवनेश्वर में आयोजित हो रहा है। एकेएस वि.वि. सतना की स्पोटर््स टीम केआईआईटी भुवनेश्वर में आयोजित नेशनल युनिवर्सिटी गेम्स में सहभागिता दर्ज करा रही है। विभिन्न खेलों में बैडमिंटन, वाॅलीबाल, बास्केटबाल की टीम वि.वि. परिवार की शुभकामनाओं के साथ अच्छा प्रदर्शन भी कर रही है। इसी कड़ी में एकऐस वि.वि. की वाॅलीबाल पुरुष वर्ग की टीम ने एचआरडी युनिवर्सिटी की टीम को पहले राउण्ड में शिकस्त दी। एकेएस वि.वि. की टीम का दूसरे राउण्ड में पहुंचना वि.वि. के लिये खुशी का लम्हा रहा है। एकेएस वि.वि. बास्केटबाल पुरुष वर्ग की टीम ने डिबरूगढ़ युनिवर्सिटी को मैच में हराने के बाद दूसरे दौर में अपना स्थान सुनिश्चित किया। वाॅलीबाल और बास्केटबाल के दूसरे राउण्ड के मैच ज्यादा प्रतिस्पर्धी और कड़े होने की उम्मीद के बीच एकेएस वि.वि. के स्पोर्ट्स आफीसर ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें अपना सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने की नसीहत दी। वि.वि. के पदाधिकारियों ने इंटरयुनिवर्सिटी नेशनल टूर्नामेंट 2018-19 में बेहतर प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं दी हैं।
सतना। बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटी रैंकिंग 2018 में चयनित एकऐस वि.वि. सतना ने भारत सरकार के राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोविंद और साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी मिनिस्टर डाॅ. हर्षवर्धन द्वारा शुभारंभ किये गये कार्यक्रम में सहभागिता दर्ज कराई। साइंस फार ट्रांसफार्मेशन विषय पर आयोजित इंटरनेशनल साइंस फेस्ट 2018 मेगा साइंस टेक्नोलाॅजी एण्ड साइंस एक्सपो लखनऊ में एकेएस वि.वि. द्वारा वि.वि. के एकेडेमिक एक्सिलेंस और वि.वि. में संचालित कोर्सेस के साथ साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर वि.वि. द्वारा किये जा रहे कार्यों को भी रेखांकित किया गया। एकेएस वि.वि. के चेयरमैन भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।वि.वि. के मार्केटिंग हेड अविनाश मिश्रा, मार्केटिंग मैनेजर अशोक मिश्रा और विश्वदीप पाण्डेय ने विश्वविद्यालय की जानकारियां आगंतुकों को दीं। भारत सरकार के इंटरनेशनल साइंस फेस्ट 2018 कार्यक्रम में निजी वि.वि. विनियामक आयोग के चेयरमैन अखिलेश पाण्डेय जी की गरिमामय उपस्थिति उल्लेखनीय रही। उन्होंने वि.वि. के स्टाल की विजिट की और वि.वि. द्वारा किये जा रहे कार्यों की तारीफ की और वि.वि. को उत्तरोत्तर विकास के लिए शुभकामनाऐं भीं प्रदान कीं।
सतना। अगर कृषक खेती के पारंपरिक तरीकों की अपेक्षा आधुनिक खेती की ओर चलेंगे तो कम लागत में अपनी उपज को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए बहुत ज्यादा खाद और पेस्टीसाइड का उपयोग न करें।यह बात ऐ के एस विश्वविद्यालय के रावे समन्वयक सात्विक बिसरिया ने बुधवार को अमरपाटन रोड स्थित भटनवारा में आयोजित कृषि संगोष्ठी कार्यक्रम में कृषकों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषिप्रधान देश है। कृषि के क्षेत्र में वह दिनोंदिन प्रगति कर रहा है। जैसा हम खाने में नमक का उपयोग स्वाद अनुसार करते हैं, वैसे ही खेती में पानी का उपयोग करें।किसानों को गेहूं की उन्नत किस्म और इसके उत्पादन के बारे में जानकारी दी गई। किसानों को हाईब्रीड बीज बोने से होने वाले अधिक उत्पादन के लाभ की जानकारी विश्वविद्यालय धेरेन्द्र चतुर्वेदी ने दी।विश्वविद्यालय की कृषि विभाग के वैज्ञानिक राजबीर सिंह ने किसानों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लेकर इनका लाभ उठाने का आव्हान किया। उन्हें धान पौध रोपण के लिये पेड़ी ट्रांसप्लांटर, कटाई के लिए रीपर, जुताई के लिए ट्रैक्टर, केजव्हील, कल्टीवेटर, रोटावेटर, हार्वेस्टर, स्प्रिंकलर,ड्रिप आदि की जानकारी भी दी गई। भूमानन्द सरस्वती ने जैविक खेती करने संबंधी प्रशिक्षण दिया । धान , अरहर व सब्जी की पैदावार में जैविक खाद का उपयोग बताया।विश्वविद्यालय की कृषि विभाग के वैज्ञानिक आर सी पाांडेयेे ने किसानों को विभिन्न फसलो में विभिन्न प्रकार के रोगों व कीटो के विषय मे जानकरी दी।कार्यक्रम में लगभग 50 किसानों ने हिस्सा लिया व विश्वविद्यालय के रावे के छात्र भी उपस्थित रहे।