एकेएस विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आरोग्य मंथन (जनवाणी)पर कार्यक्रम
सतना। मध्यप्रदेश प्रेस क्लब द्वारा मंगलवार को एकेएस विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आरोग्य मंथन (जनवाणी) कार्यक्रम का आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संबाधित करते हुए कलेक्टर श्री अजय कटेसरिया ने कहा कि कोरोना काल में मीडिया का सहयोग सराहनीय रहा तथा सद्गुरू सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा भी कोरोना के समय विशेष सहयोग दिया गया। उन्होने बताया कि पाॅजीटिव व्यक्ति में कोरोना के लक्षण 5 दिन के बाद दिखते हैं, यह 8 दिन तक तेजी से बढ़ता है, नौवंे दिन से घटता है, ग्यारहवें दिन खत्म हो जाता है। किन्तु 15 दिन तक कोरोना से सतर्क रहना बेहद जरूरी है। उन्होने बताया कि अब कोविड-19 अबूझ पहेली नही हैं। कोरोना से लापरवाही नहीं करें, सतर्क रहें, लक्षण आने पर इलाज शीघ्र कराएं। अधिक आयु के व्यक्ति विशेष रूप से सावधानी बरतें। शरीर में विटामिन-डी की कमी नही हों। कोरोना से बचाव के लिए समय-समय पर डाॅक्टर की सलाह लेना जरूरी है। मास्क, सैनेटाईजर एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने से कोरोना की जंग जीती जा सकती है। उन्होने सभी के स्वस्थ रहने की कामना की। एकेएस विश्वद्यिालय के चेयरमैन श्री अनंत सोनी ने बताया कि कोरोना से बचने के लिए दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी, मूल मंत्र अपनाते हुए कोरोना से सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होने कलेक्टर श्री कटेसरिया के जिले में कोरोना से बचाव के लिए किए गए कार्याें की सराहना की। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश प्रेस क्लब के अध्यक्ष डाॅ. नवीन आनन्द जोशी ने प्रदेश के नागरिक में चेतना जागृत करने के लिए संभाग/जिला स्तर पर ऐसे कार्यक्रम आय¨जित करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा श्री गणेश की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। अतिथियों को तुलसी का पौधा भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर एलएनसीटी के श्री एमआर खरे, एमपीपीसी दीपक गौतम सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
"Arogya Manthan (Janavani)" program at Swami Vivekananda Auditorium of AKS University.
Satna. "Arogya Manthan (Janavani)" program was organized by Madhya Pradesh Press Club on Tuesday at Swami Vivekananda Auditorium of AKS University. Addressing the program, Collector Shri Ajay Katesaria said that the media support during the Corona period was commendable and special support was given by the Sadhguru Seva Sangh Trust at the time of Corona. He told that in a positive person the symptoms of corona appear after 5 days, it increases rapidly by 8 days, decreases from the ninth day, ends on the eleventh day. But it is very important to be vigilant with the corona for 15 days. He told that now Covid-19 is not an unknown puzzle. Do not be careless with corona, be cautious, get treatment soon if symptoms occur. Especially older people should be careful. There should not be deficiency of Vitamin-D in the body. To avoid corona, it is important to consult a doctor from time to time. War against corona can be won by maintaining a mask, sanitizer and social distance. He wished everyone to be healthy. Mr. Anant Soni, Chairman of AKS University informed that to avoid corona, two yards distance and mask are necessary steps. It is also advised to be cautious of corona by adopting original mantra. He appreciated the work done by the Collector Mr. Katsaria to control the spread of Corona in the district. In the program, Chairman of Madhya Pradesh Press Club, Dr. Naveen Anand Joshi assured to organize such programs at the divisional / district level to bring an awakening among the citizens of the state. At the beginning of the program, the guests lit a lamp in front of the idol of Shri Ganesh. The guests were honored by offering Tulsi plant. A dialogue program was also organized at the end of the program. On this occasion dignitaries including Mr. MR Khare of LNCT and MPPC Deepak Gautam were present.
Heartfulness meditation is essential for discovering the real center in the heart - Ruchivardhan Mishra. Bhopal, PHQ
The program on heartfulness in the auditorium of AKS University was attended by its Officers and Members of Faculty.
Satna. Mrs. Ruchivardhan Mishra, the proud of Satna, a 2006 batch IPS officer, DIG PHQ, Bhopal and a heart fullness trainer, stated, at the closing point of the program at AKS University Satna, that Heartfulness Sahaja Yoga is a heart-based meditation method for spiritual transformation. It operates in more than 130 countries for free. This can be done on the Internet from YouTube or from any centre. She told that Heartfulness Sahaja Yoga is essential for discovering the real center of the heart, Mrs. Ruchivardhan said that Relaxation and Meditation have brought many positive changes in her own life like Time Management, Family Happiness, Anger Management, Communication Recall And better coordination in public behavior etc. Sharing her experiences on heartfulness, she told the auditorium that we all need to pay attention to our improvement, for this, the only way available is heartfulness meditation. Heartfulness meditation can be an important option to get rid of stress. I have experienced this myself in my life, she said that the experience of inner peace provides immense power. At the conclusion of the three-day program, she has given the power of prayer to all and she Made every one aware of the divine inspiration, found through heartfulness meditation, the method of contemplation and yoga is very simple, the real truth of our life is that all are born from God and dissolve in Him, Yoga gives power, thoughts and There is a process of our mind which has to be converted into the seeds of happiness. Working with divine inspiration brings a feeling of bliss and for this purpose, heart fullness meditation is very useful and effective. She said that if we get angry then instead of circumstances, We should ponder over what is wrong in me, what should be right now, whenever we get time in the day, we must get our Heartfulness Meditation. Like prayers give us strength, the meditation(cleanliness of soul) cleaning, leads us to light and thus defeats the rotten thoughts. Efforts should be made to always be in the right direction. Skilled in Maushiki and on the request of the auditorium, Mrs. Ruchi forced the auditorium to clap while she gave voice to her multi-faceted singing talent on the song Chupaa Lo Yun Dil. In the program, sisters Dr. Deepamala Balija and Deepika Shrivastava also shared their experiences with the completion of the Heartfulness, Relaxation and Meditation Procedure. In his Thanksgiving notes Pro Chancellor Anant Kumar Soni said that Smt. Ruchivardhan Mishra, DIG, Bhopal, PHQ has graced us with her invaluable time and we are all grateful to her. The event was attended by Prof. BB Vyavahar, former chairman of the Lok Seva Aayog, MP along with Dean, Directors of various faculties and other dignitaries. Everyone appreciated the program and its usefulness.
हृदय के मूल में बसे असली केंद्र की खोज के लिए Heartfulness ध्यान आवश्यक-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG, Bhopal, PHQ
एकेएस वि.वि. सभागार में Heartfulness पर हुए कार्यक्रम में शामिल हुए वि.वि. के अधिकारी और faculties
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में सतना को गौरवान्वित करने वाली 2006 बैच की IPS अधिकारी और Heartfulness Trainer श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, Bhopal, PHQ ने कार्यक्रम के समापन के मौके पर बताया कि आध्यात्मिक रुपांतरण के लिए Heartfulness सहज योग,हृदय आधारित घ्यान पद्वति है यह 130 से अधिक देशों में निःशुल्क संचालित है। इसे Internet पर YouTube से या किसी भी सेटर से किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हृदय के मूल में बसे असली केंद्र की खोज के लिए Heartfulness सहज योग आवश्यक है श्रीमती रुचिवर्धन ने बताया कि Relaxation और Meditation से उनके खुद के जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन हुए है जैसे समय प्रबंधन, Family Happiness, Anger Management, Communication skills और लोक व्यवहार में बेहतर समन्वय इत्यादि। Heartfulness पर अपने अनुभव शेयर करते हुए उन्होने सभागार को बताया कि हमें सबको अपने सुधार पर ध्यान देने की जरुरत है इसके लिए रास्ता Heartfulness Meditation से मिलता है। तनाव से मुक्ति पाने का Heartfulness Meditation महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है इसे मैने अपने जीवन में स्वयं अनुभव किया है, उन्होंने कहा कि आंतरिक शांति का अनुभव अपार खुशी प्रदान करता है तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन मौके पर उन्होंने ईश्वर की प्रार्थना की शक्ति से सभी को अवगत कराया, Heartfulness Meditation के माध्यम से पाई जाने वाली ईश्वरीय प्रेरणा, चिंतन और योग की पद्वति बडी सहज है हमारे जीवन का वास्तविक सत्य यह है कि सब ईश्वर से ही जन्म पाते है और ईश्वर में ही विलीन हो जाते है योग हमें शक्ति देता है, विचार हमारे मन की प्रक्रिया है जिसे खुशी के बीज में परिवर्तित करना है,ईश्वरीय प्रेरणा से कार्य करने से आनंद की अनुभूति आती है और इस निमित्त के लिए Heartfulness ध्यान पद्वति बहुत उपयोगी और कारगर है,उन्होनें कहा कि हमें क्रोध आता है तो परिस्थिति की जगह हमें खुद चिंतन करना चाहिए कि क्या उचित है जो अभी होना चाहिए दिन में जब भी समय मिले हमें हमारे मष्तिष्क को Heartfulness ध्यान पद्वति से सही दिशा में लाने का प्रयास करना चाहिए। Relaxation पद्वति हमें संतुलन सिखाती हैं। प्रार्थना हमें शक्ति देती है ध्यान,(सफाई)cleaning,प्रार्थना हमे उजाले की तरफ ले जाती है और विचारों के तम को हरती है। मौशिकी की प्रतिभा से बाकिफ सभागार के अनुरोध पर श्री मती रुचि ने बहुआयामी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए छुपा लो यूॅ दिल नग्में को आवाज देकर सभागार को तालियाॅ बजाने केा मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में बहन डाॅ.दीपमला बठीजा और बहन दीपिका श्रीवास्तव ने Heartfulness, relaxation और meditation प्रक्रिया संपन्न कराने के साथ अपने अनुभव भी शेयर किए।कार्यक्रम में वि.वि. के Pro-chancellor अनंत कुमार सोनी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, भोपाल, PHQ ने अपना अमूल्य समय देकर हमें अनुग्रहीत किया है ओर हम सब उनके आभारी है। कार्यक्रम में प्रो.बी.बी.व्योहार म.प्र.लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष के साथ विभिन्न संकायों के Dean, Directors और faculties के साथ अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे सभी ने मुक्त कंठ से कार्यक्रम और उसकी उपादेयता की सराहना की।
You should listen to the voice of your heart through meditation - Ruchivardhan Mishra, DIG, Bhopal, PHQ
The program on heartfulness in the auditorium of AKS University Satna.
Satna. Ruchivardhan Mishra DIG, PHQ, Bhopal, proud of Satna district, on the request of AKS University Satna, shared her experiences and skills in heartfulness, relaxation and meditation in the auditorium of AKS University Satna. Addressing the auditorium, she said that in the modern environment, many kinds of stresses in human life can be an important option to get rid of it, and I am saying this because I have realized it myself, she said that we should first listen to the voice of our heart or what is called inner soul through meditation method, because our heart, which we also know in the form of soul, has a connection with God, so we should listen to the voice of conscience. One should conduct his life by using his discretion to act, without hesitation, honesty and positive thinking, in which it is clear that it is right to do it and wrong to do it. Working with divine inspiration brings a feeling of bliss and with this sponsorship, Heartfullness Meditation is very helpful and effective. He further said that rehearsal of our brain is also done in the right direction by doing this meditation method and positive energy gives us strength. In this meditation method, we can overcome many types of stress through continuous meditation practice, this balances the mental state. Relaxation method teaches us balance. On this occasion, IAS Shashank Mishra, husband of Mrs. Ruchivardhan Mishra, The Chief Executive Officer of the Government, M.P.Gramin Vikas, while making necessary and important suggestions on the new education policy 2020, said that discipline is very important in life, by setting goals, we can achieve desired achievement by trying positively. Overall education should be linked with practical education in an all-encompassing manner, from school level to higher education. Only then will India be able to move towards development at a rapid pace. On this occasion, Superintendent of Police of Satna district, Shri Dharmveer Singh Yadav expressed his views and said that there is a separate place of peace in life and yoga is a special medium to achieve it. In the program, Prof. B. B. Byohar, The former chairman of MP Public Service Commission, apprised the various nuances of competitive examinations. Pro Chancellor Anant Kumar Soni was accompanied by deans, directors and faculty of departments along with other dignitaries for the program. It is noteworthy that Smt. Ruchivardhan Mishra is a 2006 batch IPS officer and virtuous daughter of Dr. Harshvardhan Shrivastava, Per Vice Chancellor, AKS University Satna.
ध्यान पद्वति से अपने ह्दय की आवाज को सुनना चाहिए-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG,भोपाल,PHQ
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में हुआ Hartfulnesh पर कार्यक्रम
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में सतना जिले की गौरव बिटिया रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, भोपाल, PHQ का आगमन हुआ उन्होंने वि.वि. के आग्रह पर Hartfulnesh, Relaxation और Meditation पर विस्तार से अपने अनुभव शेयर किए। सभागार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिक परिवेश में मानव जीवन में कई तरह के तनाव आते हैं इससे मुक्ति पाने का हार्टफुलनेश मेडिटेशन महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है और मै ऐसा इसलिए कह पा रही हूॅ क्योंकि मैने इसे स्वयं अनुभूत किया है,उन्होंने कहा कि हमे सर्वप्रथम ध्यान पद्वति के द्वारा अपने ह्दय या जिसे अंतरमन कहते है उसकी आवाज को सुनना चाहिए क्योंकि हमारा ह्दय जिसे हम आत्मा के स्वरुप में भी जानते हैं उसका जुडाव परमात्मा से होता है अतः हमें अंतःकरण की आवाज को सुनना चाहिए। अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए कार्य करने में निश्छलता, ईमानदारी एवं सकारात्मक सोच के द्वारा अपने जीवन को संचालित करना चाहिए जिसमें स्पस्टता हो कि यह करना सही है और यह करना गलत है। ईश्वरीय प्रेरणा से कार्य करने से आनंद की अनुभूति आती है और इस प्रायोजन से Hartfulnesh ध्यान पद्वति बहुत उपयोगी और कारगर है आगे उन्होनें कहा कि हमारे मष्तिष्क का भी रिहर्सल इस ध्यान पद्वति को करने से सही दिशा में प्रवृत्त होता है और सकारात्मक उर्जा हमें ताकत देती है। इस ध्यान पद्वति में हम निरंतर Meditation अभ्यास के द्वारा बहुत प्रकार के तनावों से दूर जा सकते हैं इससे मानसिक स्थिति संतुलित होती है ,Relaxation पद्वति हमें संतुलन सिखाती हैं। इस अवसर पर श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा के पति IAS शशांक मिश्रा, म.प्र. शासन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी,म.प्र.ग्रामीण विकास ने नई शिक्षा नीति 2020 पर आवश्यक ओर महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि जीवन में अनुशासन अति आवश्यक है, लक्ष्य को निर्धारित करते हुए हम सकारात्मक रुप से प्रयत्न करते हुए वाछित उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं। सम्पूर्ण शिक्षा को स्कूल के स्तर से उच्च शिक्षा तक के विभिन्न आयामों को एक श्रंखलाबद्व तरीके से व्यावहारिक शिक्षा से जोडा जाना चाहिए। तभी भारत विकास की ओर तीब्र अति से अग्रसर हो सकेगा। इस मौके पर सतना जिले के पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिह यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन में शंाति का अलग स्थान है ओर इसे पाने का योग,ध्यान विशेष माध्यम है। कार्यक्रम में प्रो.बी.बी.व्योहार म.प्र.लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने प्रतियोगी परीक्षाओं की विभिन्न बारीकियों से अवगत कराया। इस अवसर पर वि.वि. के Pro-Chancellor अनंत कुमार सोनी के साथ विभिन्न संकायों के deans, directors और faculties के साथ अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी है और एकेएस वि.वि. में कार्यरत श्री हर्षवध्रन श्रीवास्तव की सुयोग्य सुपुत्री हैं।