सतना। सोमवार को एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में टेªनिंग एवं प्लेसमेंट सेल विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। भारतीय सेना में युवकों को क्यों जाना चाहिए और क्या सम्भावनाऐं हैं इस पर विस्तार से चर्चा की गई।
‘‘इंडियन आर्मी में कॅरियर की विपुल सम्भावनाऐं’’- कर्नल शिरीष सिंह
कर्नल शिरीष सिंह (डायरेक्टर रिक्रूटमेंट मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़) ने कहा कि विश्वविद्यालय के डिग्री एवं डिप्लोमा होल्डर्स छात्र आॅफीसर एवं सैनिक के रूप में अपना भविष्य चुन सकते है। भारतीय सेना विश्व की तीसरी बड़ी सेना है और भारतीय सेना के माध्यम से जो भी छात्र देश की सेवा करना चाहते है उनके लिए रोजगार की आपार सम्भावनाएँ विद्यमान है।
भर्ती की प्रक्रिया एवं सेवा शर्तों पर दी जानकारी
सभी कैटगरी में सेना में भर्ती के विज्ञापन सितम्बर - अक्टूबर एवं मार्च - अप्रैल में सामाचार पत्रों में प्रमुखतः से प्रकाशित होते है। इस अवसर पर उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से भारतीय सेना की विभिन्न गतिविधियों, चयन प्रक्रिया, सेवा शर्ते, आकर्षक वेतन के साथ विभिन्न संवर्गो में नियुक्ति की जानकारी, प्रमोशन एवं अन्य सुविधाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि आगामी 14 से 18 जनवरी, 2016 में एक रिक्रूटमेंट रैली छतरपुर में आयोजित की जाएगी। श्री सिंह ने इसमें छात्रों को भाग लेने की सलाह दी।कार्यक्रम के प्रारंभ में टेªनिंग एंड प्लेसमेंट एप्लायमेंट आॅफीसर एम.के. पाण्डेय ने स्वागत किया।
इनकी मौज़ूदगी रही खास
प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. हर्षवर्धन, ओ.एस.डी प्रो.आर.एन त्रिपाठी,बालेन्द्र विश्वकर्मा,मनोज सिंह,आदर्श सिंह,मोनू त्रिपाठी,एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
एकेएस विश्वविद्यालय के बी. एस. सी. एग्रीकल्चर सातवें सेमेस्टर के छात्रों का ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम रावे पूर्ण हो चुका है। सभी ग्रुप के विद्यार्थी गांवों में सीखे हुए कृषि कार्यों की लिखित रिर्पोंट तैयार कर रहे है। रावे के छात्रों की मौखिक परीक्षा 12 दिसम्बर से प्रारंभ हो चुकी है जिसमें छात्र अपने सीखे हुए कार्याे का प्रदर्शन पीपीटी के माध्यम से कर रहें है जिसका मूल्यांकन बाहर से आए विषय विशेषज्ञ कर रहे है छात्रों ने अपने कार्यो का प्रदर्शन कृषि कार्यों के फोटोग्राफ्स एवं सर्वेक्षण तालिकाओं के माध्यम से किया । इस बात की जानकारी कृषि संकाय के डीन डाॅ. आर.एस.पाठक ने दी है।
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‘‘इन्टरनेशनल कांफ्रेन्स आॅन इन्डस्ट्रियल इंजी. एंड इंजी.मैनेजमेंट’’ पर प्रस्तुतिकरण
एकेएस विश्वविद्यालय के फैकल्टी डाॅ. पंकज श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष ‘‘मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग‘‘ ने सिंगापुर कान्फे्रन्स में ‘‘ए कम्पेरिजन आॅफ आर्टीफिशियल न्यूरल माॅडल एंड रिसपाॅन्स सर्फेस माॅडल ड्यूरिंग ई.डी.ए.जी. आॅफ मेटल मैट्रिक्स कम्पोजिट’’ विषय पर शानदार ,तथ्यपूर्ण एवं जानकारीपूर्ण प्रस्तुत शोधपत्र प्रस्तुत किया। कार्यक्रम विश्व के प्रतिष्ठित संस्थान आई.ई.ई.ई. के तत्वाधान में 6 से 9 दिसम्बर तक आयोजित किया गया। ‘‘इन्टरनेशनल कांफ्रेन्स आॅन इन्डस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड इंजीनियरिंग मैनेजमेंट’’ के कार्यक्रम विश्व के कई देशोंके प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कांफ्रेन्स में डाॅ. श्रीवास्तव ने ‘‘ए कम्पेरिजन आॅफ आर्टीफिशियल न्यूरल माॅडल एंड रिसपाॅन्स सर्फेस माॅडल ड्यूरिंग ई.डी.ए.जी. आॅफ मेटल मैट्रिक्स कम्पोजिट’’ शीर्षक पर अपने नवीनतम शोध पत्र का प्रस्तुतीकरण किया। जिसे काॅफी सराहा गया। डाॅ. श्रीवास्तव की उपलब्धि पर विश्वविद्यालय प्रबन्धन ने शुभकामनायें दी हैं।
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सतना- घरेलू हिंसा एवं घटती बेटियां पर आधारित जागरूकता कार्यक्रम एहसास संस्था के सौजन्स से एकेएस विश्वविद्यालय में शुक्रवार को आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि शेफाली राजेश जेल सुपरिटेंडेन्ट, सतना ने छात्रों को समाज में समानता एवं सामाजिक कुरीतियां,जिसमें परिवार में महिलाओं पर हिंसा की जाती है, इससे छात्रों को अपने भावी जीवन में सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय समाज में नारी को सदैव पूजा एवं श्रद्धा के रूप में देखा गया है। अतएव भावी नागरिकों को घरेलू हिंसा तथा समाज में कही भी नारी पर किसी प्रकार का अत्याचार हो रहा हो उसमें अपनी आवाज बुलन्द करनी चाहिए।
विशिष्ट अतिथि के रूप में अनुपमा एज्यूकेशन सोसायटी की अध्यक्ष शैला तिवारी ने छात्रों का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें संकल्प के साथ यह देखना चाहिए की वे न तो हिंसा करेंगे और न हिंसा में सहयोग करेंगे और न ही हिंसा करने वालों को ऐसा करने देंगे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में विश्वविद्यालय के ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने भारतीय संस्कृति की विशेषताओं को उल्लेख करते हुए छात्रों को प्रेरित किया कि वे समाज में अच्छी परम्पराओं से प्रेरणा ले। प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया विश्वविद्यालय में छात्र हित में घरेलू हिंसा अधिनियम-2005 के मुख्य बिन्दुओं को होर्डिंग के माध्यम से जागरूक किया जाएगा एवं छात्राओं को आत्मसुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे। कार्यक्रम में ग्राम सुधार समिति के संयोजक अरूण त्यागी, समाजसेवी ददोली प्रसाद पाण्डेय ने भी छात्रों को सम्बोधित किया। एहसाह संस्था की संयोजिका सावित्री सिंह ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया। इस अवसर पर डाॅ. जी.सी.मिश्रा,डीन डी.एस.डब्ल्यू. के साथ कृषि संकाय के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहें।
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