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सतना। एकेएस वि.वि. सतना में आयोजित दस दिवसीय एन.सी.सी. प्रशिक्षण कैम्प में कैडेट्स को सम्बोधन करते हुए वि.वि. के डीन बेसिक साइंस ने कहा कि शिक्षा के साथ एन.सी.सी. जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से शिक्षित युवा अनुशासित नागरिक बनता है। ऐसे संस्कारवान युवा ही देश के नवनिर्माण एवं विकास की प्रमुख शक्ति होते हैं। उन्होंने कैडेट्स से पूरे मनोयोग से अपने अपने विषयों का अध्ययन करने के साथ साथ अपने प्राचीन भारतीय मूल्यों को प्रतिदिन के आचरण में अपनाने की अपील भी की। अपने ऐसे युवाओं के कारण आज का भारत देश बहुत ही शीघ्र विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनेगा एवं पूरे विश्व का नेतृत्व भी करेगा क्योंकि किसी भी राष्ट्र का महत्वपूर्ण धन उसके जागरुक समाजसेवा भावना से परिपूर्ण नागरिक होते हैं।कार्यक्रम के अंत में शिविर अधिकारी श्री के.के. मिश्रा ने एकेएस विश्वविद्यालय प्रबंधन चेयरमैन अनंत कुमार सोनी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें अत्यधिक अच्छी सुविधायें प्रदान की गयी हैं।

 

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“The education system of the country needs to be developed as per the mindset and culture of people as it reflects the existing culture of the country. Plenty of work on education system has been done in past and still going on in the same pace, but it requires the adequate co-ordination between past and current system. The education system must be flexible enough to accept the changes as per the need of hour.” These were the words of Dr. Raghvendra P Tiwari while addressing to the staff members at the auditorium of AKS University.

 He said, the Primary, Secondary and University education, are now inappropriately divided into various compartments. He emphasized on the consolidated efforts to bring necessary changes in current education system. He said, the practical classes should be the part and parcel of the curriculum, and attention needs to be paid on learning outcome. “Our education system should follow the principle of “Vasudhave Kutumbakam” and should be industry oriented, with room for improvement”, he added. To uplift the standard of the students, he urged the teachers to become more innovative in teaching.

 The lecture was attended by all Deans, Directors, HoDs, and staff members of the University.

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सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में वर्तमान के सर्वाधिक प्रासंगिक विषय ‘‘उच्च शिक्षा के क्षेत्र के समक्ष चुनौतियाँ’’पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान के पूर्व प्रो. डाॅ. कमलेश गौतम, भारतीय शिक्षण मंडल के संयोजक एवं एपीएस वि.वि. मे कार्यरत प्रोफेसर ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत करके अपनी भावनाऐं रखीं। इस मौके पर उपस्थित जनों के समक्ष डाॅ. राघवेन्द्र पी. तिवारी, कुलपति, डाॅ. हरिसिंह केन्द्रीय वि.वि. सागर ने ‘‘उच्च शिक्षा के क्ष्ेात्र के समक्ष चुनौतियाँ’’विषय पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा में मानवीय मूल्यों का समावेश होना चाहिए। किसी भी देश की शिक्षा व्यवस्था उसकी संस्कृति की परिचायक है शिक्षा प्रणाली, शिक्षा नीति, उस देश और उसके देशवासियों की मानसिकता,सभ्यता और संस्कृति के आधार पर आधारित हो तभी हम उन्नत राष्ट्र का निर्माण करते हैं।समस्त विश्व में सबसे ज्यादा शिक्षा प्रणाली और शिक्षा पर ही लिखा गया है और चिंतन किया गया है। शिक्षा पद्वति पर निरंतर चिंतन होना चाहिए और चिंता भी इस बात की होनी चाहिए कि अतीत और वर्तमान दोनो का सामंजस्य हो। समयानुसार शैक्षणिक प्रणाली होनी चाहिए , उन्होने कहा कि वर्तमान शिक्षा की दिशा एवं दशा में परिवर्तन आवश्यक हो गया है। प्राथमिक, माध्यमिक, महाविद्यालयीन एवं विश्वविद्यालयीन शिक्षा को कम्पार्टमेन्ट स्वरूप दे दिया गया है जो उचित नहीं है। शिक्षा पर समेकित रूप से चिंतन करके उसमें परिवर्तन करना होगा। शिक्षा जगत में शिक्षक, विद्यार्थी, पाठ्यक्रम, अध्यापन की विधि एवं अभिभावक प्रमुख बिन्दु हैं। पाठ्यक्रमों में प्रायोगिक कार्यों को उचित महत्व देना आवश्यक हो गया है। शिक्षा में लर्निंग आउटकम पर जोर देना होगा। अभी हमारी शिक्षण पद्धति सूचनायें देना और परीक्षा में सूचनाओं की परीक्षा हो गयी है। हमें अभी गुरुकुल शिक्षा पद्धति अपनानी होगी। हमारी शिक्षा प्रणाली‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’सिद्धांत पर आधारित होनी चाहिये। परिस्थितियों के अनुसार शिक्षा पद्धति एवं पाठ्यक्रमों में संशोधन होना चाहिए। रोजगार के लिए उद्योग जगत की आवश्यकतानुसार पाठ्यक्रम निर्धारित होना चाहिए उन्होंने सम्पूर्ण शिक्षक वर्ग को शिक्षा के क्षेत्र में नित नए प्रयोग करने और छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण पुनरुत्थान करने के लिए पे्ररित किया कार्यक्रम का संचालन ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने किया। एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, प्रति कुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, वि.वि. के डायरेक्टर अवनीश सोनी,ने देवार्चन और दीप प्रज्वलन किया। कुलपति प्रो. बनिक ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में शिक्षकों से पूरे समर्पण के साथ कार्य करने की अपील की। समारोह में वि.वि. के समस्त संकाय के डीन, डायरेक्टर्स, विभागाध्यक्ष फैकल्टी मेम्बर्स सहित शिक्षकगण उपस्थित रहे।

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सतना। एकेएस वि.वि. सतना में आए महाराष्ट्र,हिंगोली जिले के दो किसानों स्वामी जनार्दन स्वामी और सीताराम ने एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी और अमित कुमार सोनी से सौजन्य मुलाकात करते हुए एकेएस वि.वि. का आभार जताया। उन्हांेने बताया कि एकेएस वि.वि. की जैविक फसल संजीवनी और अमृत पानी की बदौलत वह अब समृद्व किसान की श्रेणी में आ चुके हैं और लोगों को जागरुक भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वि.वि. के चेयरमैन को भेट किए गए केले और आम के फल उनके अपने खेतों के हैं और उसमें एकेएस वि.वि. का विशेष आभार है। अपने खेतों में जैविक विधि से उत्पादन बढाया जैविक खेती पूर्ण रूपेण की जा रही है। जैविक खेती से वि.वि. में ब्रोकली, टमाटर, आलू, मटर, दलहन, तिलहन, धान, गेहूं, अलसी, सरसों की फसलों पर जैविक खाद अमृत पानी अमृत की तरह कार्य कर रहे हैं। जैविक लिक्विड अमृत पानी फसलों में लगने वाले कीटों के लिये फसल संजीवनी, गौमूत्र जड़ी-बूटी द्वारा जैविक विशेषज्ञ वैद्य अब्दुल वारसी द्वारा निर्मित किया गया। इस खाद का उपयोग पिछले डेढ़ वर्षों में सफलतापूर्वक किया गया और इसके परिणाम काफी सकारात्मक आये। शासकीय कृषि विभाग द्वारा एकेएस युनिवर्सिटी के वैज्ञानिक अब्दुल वारसी को रावे के किसानों के कार्यक्रम में विशेष रूप से बुलाया जाता है। एकेएस वि.वि. का उद्देश्य है कि शासन की योजनाओं को किसानों तक पहुचाया जाय। इसी कड़ी में किसानों की आर्थिक स्थिति के मद्देनजर और किसानों के विकास के लिये लगातार कार्ययोजना पर वर्क करना है। केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार जैविक खेती पर विशेष बल दे रही हैं। लागत कम हो और उत्पादन ज्यादा हो। महाराष्ट्र हिंगोली जिले के दो किसान एकेएस वि.वि. आये और उन्होंने फसल उत्पादन की जैविक विधि देखी, समझी और उसे खेत में प्रयोग किया। किसानो ने अपने खेत की फसल कपास, गन्ना, केला, अरहर, उड़द, मूंग, ज्वार, बाजरा जैसी फसलों पर अमृत पानी का सफल प्रयोग किया। फसलों की लागत बुवाई में घटी और उत्पादन बढ़ा। दोनों किसानों ने एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर प्रक्षेत्र एवं पाॅलीहाउस में फसल रक्षक कीट नियंत्रण प्रशिक्षण प्राप्त किया और उनका कहना है कि अमृत पानी से उन्हें आशातीत सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने वि.वि. का धन्यवाद दिया और अपने अंचल के अन्य किसानों को भी इस विषय पर जागरुक करने का कार्य लगातार कर रहे हैं कई किसान उससे लाभन्वित भी हो रहे हैं।

 

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सतना। एकेएस वि.वि. सतना में कैम्पस के माध्यम से विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों का चयनित होने का सिलसिला लगातार जारी है, इसी कड़ी में मोस्ट इनोवेटिव युनिवर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया 2018 अवार्डेड वि.वि. में रिलायंस जियो टेलीकाॅम ने सभी संकाय के ग्रेजुएट्स के लिये कैम्पस का आयोजन किया। कैम्पस में आल ग्रेजुएट ब्रांच सेल्स आॅफीसर पद के लिये शामिल हुए। कम्पनी के एचआर मैनेजर ने बताया कि रिलायंस जियो टेलीकाॅम ने तकरीबन 18 विद्यार्थियों का चयन एकेएस वि.वि. से किया है। सभी चयनित ब्रांच सेल्स आॅफीसर्स सतना रीजन के लिये चयनित किये गये हैं। इनका चयन फाइनल इंटरव्यू के बाद किया गया। उल्लेखनीय है कि कम्पनी द्वारा चयनित छात्रों का सैलरी पैकेज 1 लाख 20 हजार रूपये पर एनम तय किया गया है। चयनित हुए विद्यार्थियों को वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।

 

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सतना. ऐ के एस विश्वविद्यालय द्वारा जिले के विभिन्न ग्रामो में कुपोषण मुक्त भारत पे कार्यक्रम किये गए जिसमे ग्राम  लोहारौराएभादएजिग्नाहटएभर्रीए मढ़ीएदेवराएमांदए धनखेरए ब्रेठियाएइटमाए श्यामनगरएकुलहरिएगोवरोघुरद इत्यादि मुख्य रहे। रावे के समन्वयक श्री सात्विक सहाय बिसरिया के नेतृत्व में  मुक्त भारत तथा कुपोषण मुक्त मध्य प्रदेश अभियान के अंतर्गत ग्रामो के सभी आगनवाड़ी केन्द्रो पर कार्यक्रम किये गए।।जिसमे ग्राम के लोग तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रही।जिसमे कुपोषण के निवारण हेतु ग्रामजनो के साथ चर्चा की गई तथा जिसने  कार्यकर्ताओ  गांव के लोगो ने तथा  सभी विद्यार्थियों ने भी अपने अपने मत प्रदर्शित किये।तथा कार्यक्रम के अंत में ग्राम के 2 कुपोषित बच्चों के जन्म दिवस को मनाया गया तथा उनके माता पिता को कुपोषण से मुक्ति के उपाय बताये गए। यह कार्यक्रम ।ज्ञैन्  के रावे के छात्र और छात्राओ ने हिस्सा लिया जिसमे प्रियांशएसंकेत प्रियांश लखेरा रोहित मनोज सचिन अंकितमिश्रा अंकि यादव नाजिल प्रावीश रणजीत विकास मंडावी हर्षिता अनामिका  प्रियंका अमीषा सोनम इत्यादि उपस्थित रहे।

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