एकेएस वि.वि. में व्याख्यान-देश की शिक्षा की दशा एवं दिशा में परिवर्तन आवश्यक:डाॅ. राघवेन्द्र पी. तिवारी-कुलपति डाॅ.हरि सिंह गौर केन्द्रीय यूनि. सागर
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सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में वर्तमान के सर्वाधिक प्रासंगिक विषय ‘‘उच्च शिक्षा के क्षेत्र के समक्ष चुनौतियाँ’’पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान के पूर्व प्रो. डाॅ. कमलेश गौतम, भारतीय शिक्षण मंडल के संयोजक एवं एपीएस वि.वि. मे कार्यरत प्रोफेसर ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत करके अपनी भावनाऐं रखीं। इस मौके पर उपस्थित जनों के समक्ष डाॅ. राघवेन्द्र पी. तिवारी, कुलपति, डाॅ. हरिसिंह केन्द्रीय वि.वि. सागर ने ‘‘उच्च शिक्षा के क्ष्ेात्र के समक्ष चुनौतियाँ’’विषय पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा में मानवीय मूल्यों का समावेश होना चाहिए। किसी भी देश की शिक्षा व्यवस्था उसकी संस्कृति की परिचायक है शिक्षा प्रणाली, शिक्षा नीति, उस देश और उसके देशवासियों की मानसिकता,सभ्यता और संस्कृति के आधार पर आधारित हो तभी हम उन्नत राष्ट्र का निर्माण करते हैं।समस्त विश्व में सबसे ज्यादा शिक्षा प्रणाली और शिक्षा पर ही लिखा गया है और चिंतन किया गया है। शिक्षा पद्वति पर निरंतर चिंतन होना चाहिए और चिंता भी इस बात की होनी चाहिए कि अतीत और वर्तमान दोनो का सामंजस्य हो। समयानुसार शैक्षणिक प्रणाली होनी चाहिए , उन्होने कहा कि वर्तमान शिक्षा की दिशा एवं दशा में परिवर्तन आवश्यक हो गया है। प्राथमिक, माध्यमिक, महाविद्यालयीन एवं विश्वविद्यालयीन शिक्षा को कम्पार्टमेन्ट स्वरूप दे दिया गया है जो उचित नहीं है। शिक्षा पर समेकित रूप से चिंतन करके उसमें परिवर्तन करना होगा। शिक्षा जगत में शिक्षक, विद्यार्थी, पाठ्यक्रम, अध्यापन की विधि एवं अभिभावक प्रमुख बिन्दु हैं। पाठ्यक्रमों में प्रायोगिक कार्यों को उचित महत्व देना आवश्यक हो गया है। शिक्षा में लर्निंग आउटकम पर जोर देना होगा। अभी हमारी शिक्षण पद्धति सूचनायें देना और परीक्षा में सूचनाओं की परीक्षा हो गयी है। हमें अभी गुरुकुल शिक्षा पद्धति अपनानी होगी। हमारी शिक्षा प्रणाली‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’सिद्धांत पर आधारित होनी चाहिये। परिस्थितियों के अनुसार शिक्षा पद्धति एवं पाठ्यक्रमों में संशोधन होना चाहिए। रोजगार के लिए उद्योग जगत की आवश्यकतानुसार पाठ्यक्रम निर्धारित होना चाहिए उन्होंने सम्पूर्ण शिक्षक वर्ग को शिक्षा के क्षेत्र में नित नए प्रयोग करने और छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण पुनरुत्थान करने के लिए पे्ररित किया कार्यक्रम का संचालन ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने किया। एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, प्रति कुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, वि.वि. के डायरेक्टर अवनीश सोनी,ने देवार्चन और दीप प्रज्वलन किया। कुलपति प्रो. बनिक ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में शिक्षकों से पूरे समर्पण के साथ कार्य करने की अपील की। समारोह में वि.वि. के समस्त संकाय के डीन, डायरेक्टर्स, विभागाध्यक्ष फैकल्टी मेम्बर्स सहित शिक्षकगण उपस्थित रहे।