सतना। एकेएस वि.वि. सतना के डिपार्टमेंट आॅफ मैथमेटिक्स में बहुरंगी ‘फ्रेस्को फिएस्टा’ टाइटल के साथ फ्रेशर डे सेलीब्रेशन किया गया। कार्यक्रम में मैथ्स विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. भरतराज जायसवाल, डाॅ. सुधा अग्रवाल, एकता श्रीवास्तव, नीलकंठ नापित, ऋषिकेश चैरसिया, राधाकृष्ण शुक्ला को विद्यार्थियों ने सभागार के प्रवेश द्वार पर रोली चंदन का टीका लगाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में डीन बेसिक साइंस डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी, प्रो. वीसी डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, इंजीनियरिंग प्रशासक इंजी. आर.के. श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डी.सी. शर्मा की गरिमामय उपस्थिति उल्लेखनीय रही। अतिथियों की इजाजत के बाद रंगारंग कार्यक्रमों का सिलिसिला शुरू होता उसके पूर्व एस. रितू सिंह, कीर्ति हीरानी एवं स्नेहा सोनी एम.एससी. प्रथम वर्ष की छात्राओं ने सुमधुर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। तत्पश्चात् रंगारंग कार्यक्रमों की कड़ी में विद्यार्थियों ने अपने हुनर का जमकर प्रदर्शन किया। सीनियर्स ने जूनियर्स को अपने समय मिले फ्रेशर्स पार्टी का मजमून सुनाया जिसे सुनकर जूनियर्स ने करतल ध्वनि से तालियां बजाईं। मिमिक्री के कई रंग कार्यक्रम के लिये इंद्रधनुषी छटा साबित हुए। नृत्य में इंडियन, वेस्टर्न, क्लासिकल, जैज, रैप की प्रस्तुतियों ने सभी कदमों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। विद्यार्थियों ने कविता के माध्यम से कल्पना की लकीरों को उकेरते हुए अपने दिल की बात कही। गीत में सभी का कोरस रंगारंग कार्यक्रमों का अहम पड़ाव रहा। अंत में जैसे ही ‘ढोल जजीरों का’ के साथ म्यूजिकल चेयर राउण्ड शुरू हुआ तो संगीत की धुन पर कुर्सी पाने की रस्साकसी शुरू हुई। कुर्सी पाने की हड़बड़ाहट में कई बार मैसप हुआ और ‘दौड़ा दौड़ा भागा भागा सा’ कोई खड़ा रह गया तो कोई कुर्सी पा गया। सभागार के लिये यह दृश्य यादगार और अविस्मरणीय हंसी खुशी के पल रहे। कार्यक्रम जैसे ही समापन की तरफ पहुंच रहा था वैसे ही सभी नजरें सभागार में उपस्थित उन चेहरों को तलाशने लगीं जो मिस्टर फ्रेशर और मिस फ्रेशर के लिये चुने गये। जैसे ही विभागाध्यक्ष डाॅ. भरतराज जायसवाल ने मि. फ्रेशर प्रमोद और मिस फ्रेशर रोशनी सोनी का नाम एनाउंस किया सभागार विस्मृत होकर उन्हें निहारने लगा। अंत में यादों की सभी कड़ियों को जोड़ने के लिये ग्रुप फोटो लिया गया जिसमें हंसते मुस्कुराते खिलखिलाते चेहरों ने सभी का मन मोह लिया।
सत्य अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी का 150वां जन्मदिवस भारत सरकार बड़े धूम-धाम से मनाने जा रही है। आज दुनिया बड़ी तेजी से विकास एवं साथ ही विनाश की ओर भी बढ़ रही है। मनुष्य की पहुँच जल-थल-नभ तीनों में है। वह तीनों से सुविधायें पा रहा है लेकिन उसी तरह जल, थल, नभ में वह कहीं सुरक्षित नहीं है।दुनिया में 20 हजार से ज्यादा परमाणु बम, हाईड्रोजन बम तैयार हैं। लाखों टन रासायनिक हथियार जैविक हथियारों का भंडारण है। विनाश की लीला में सिर्फ बटन दबाने की देरी है। बटन दबते ही परमाणु बम से लैस मिसाइलें सक्रिय हो जायेंगी, ऐसा लगेगा कि पृथ्वी पर हजारों सूर्य उतर आये। पाँच मिनट के अन्दर पृथ्वी के सारे जीव, जन्तु, मानव समाप्त हो जावेंगे। सोचने का समय न मिलेगा। अभी समय है, हम परमाणु युद्ध की विभीषिका से बचने, वर्तमान सभ्यता को कायम रखने एवं विकास की ओर बढ़ते जाने का उपाय सोचें यदि, आप बुद्धिजीवी हैं और विनाश से बचना चाहते हैं तो अपने मोबाइल में देखें वल्र्डजीओबीटी (ूूूण्ूवतसकहवअजण्वतह ) विस्तार से पढ़िये विश्व सरकार कैसे बनेगी।अब बुद्ध और गांधी की शरण में चलें, दोनों से शक्ति प्राप्त करें। सोचें कौन सा सार्थक उपाय है जिससे युद्ध में पूर्ण विराम लग जाये। लाखों वर्ष से युद्ध होते आ रहे हैं परन्तु विनाश कभी नहीं हुआ। आज का युद्ध सम्पूर्ण विनाश की ओर है।कोई भी उपाय ऐसा नहीं दिखता जो पूरी तरह से युद्धों को रोक सके। परंतु एक ऐसा उपाय है ‘‘शक्तिशाली संप्रभुता सम्पन्न जनतान्त्रिक, लोक कल्याणकारी विश्व सरकार’’। विश्व सरकार युद्धों पर पूर्ण रोक लगायेगी तथा संसार का सम्पूर्ण विकास करेगी।वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा साकार होगी, यही होगी गांधी जी को 150वीं जयंती पर सच्ची श्रद्धांजलि।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के विभिन्न संकाय की वूमेन फैकल्टीज और छात्राओं को सम्बोधित करते हुए डाॅ. पियूष लता माहेश्वरी, डाक्टर आॅफ मेडिसिन, आयुर्वेदा ने कहा कि घर में इस्तेमाल होने वाली कई चीजें महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये काफी लाभप्रद हैं जिसमें आंवला, जीरा, सौंफ, गुड़, शीशम के पत्ते और बीज, मिश्री, चावल का माड़ ऐसी आवश्यक वस्तुएं हैं जो महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये काफी जरूरी हैं। महिलाओं की कई समस्याओं की वजह अनियमित जीवनशैली और फास्टफूड का सेवन है, इनकी वजह से कई समस्यायें आती हैं। सही जानकारी और स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता ऐसे कारक हैं जिससे भारतवर्ष में महिलायें स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। वि.वि. में गठित पहल क्लब के अंतर्गत आयोजित हुए कार्यक्रम में उन्होंने मेन्सुरल हाईजीन और समस्यायें, व्हाइट डिस्चार्ज और युरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन जो आमतौर पर महिलाओं में बीमारियों का कारण बनता है इन पर उन्होंने पहले समस्त जानकारियां दीं तत्पश्चात् इनसे बचाव के तरीके और घर में उपयोग होने वाली वस्तुओं से कैसे स्वास्थ्य लाभ लें इन पर जानकारी दी। इसी कड़ी में वि.वि. के विभिन्न ब्लाक्स में सैनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन भी लगाई गई हैं जहां से निःशुल्क महिला स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अहम सेनेटरी नैपकिन प्राप्त की जा सकती है। वि.वि. के इस कार्यक्रम में फैकल्टी डाॅ. अश्विनी वाऊ, सुमन पटेल, संध्या पाण्डेय, प्रियंका गुप्ता, शीनू शुक्ला, श्वेता सिंह, सीमा द्विवेदी का अहम योगदान रहा।पहल के उद्येश्य वताते हुए प्राघ्यापकों ने बताया कि छात्राओं में स्वास्थ्य जागरुकता बढाने के लिए पहल क्लब का गठन किया गया है जिसके तहत चिकित्सा जगत की विशिष्ट योग्यता रखने वाली महिला चिकित्सकों को वि.वि. मे आमंत्रित कर स्वास्थ्य संबेधित जानकारी दी जाएगी।
A visit for the students of B.Sc. Agriculture was arranged on Saturday where they, along with their faculty members (Shampy Jain, Dr. Neeraj Verma), visited a number of commercial Banks situated in Satna. Students and faculty members, during the visit, interacted with Bank officers and learnt about the various schemes (such as agriculture loan, kisan credit card and others) being run by the government, for the benefit of farmers. Lokendra Pandey, (one of the Bank personnels) present on the occasion, apprised the delegation about the loan schemes, interest rates and other functioning of private banks. At the end of the visit, students, through their pertinent questions, received some valuable information from Bank officers.
सतना। एकेएस वि.वि. सतना की खो-खो बालिका टीम ने खो-खो में धारदार प्रदर्शन किया। टीम मे शामिल दीक्षा मरावी कप्तान, मोनू सिंह, शिवानी श्रीवास्तव, रिचा राज सोनी, चांदनी पाल, भारती वड़ाली, साक्षी इनवाती, कविता कुमारी, श्वेता सिंह, पूनम पटेल, सेजल, सुकन्या सोनी एकेएस वि.वि. की स्पोर्ट्स टीम मैनेजर प्राची सिंह बघेल के मार्गदर्शन में उत्कल युनिवर्सिटी भुवनेश्वर में आयोजित हो रही नेशनल खो-खो प्रतियोगिता में सहभागिता दर्ज कराते हुए प्रतियोगिता का पहला मैच जीत लिया। त्रिपुरा युनिवर्सिटी के खिलाफ खेले गये पहले मुकाबले में एकेएस वि.वि. की टीम ने प्रतिस्पर्धी टीम को बुरी तरह मात दी। प्रतियोगिता के आयोजन पहले दिन 15 नवंबर को टीम ने यह मुकाबला जीता। इस बारे में जानकारी देते हुए एकेएस वि.वि. के खेल अधिकारी सुनील पाण्डेय ने बताया कि टीम जीत के प्रति आश्वस्त थी जोश जज्बे और जुनून से भरी हुई खो-खो टीम ने जबर्दस्त प्रतिस्पर्धा दिखाई। शानदार प्रदर्शन करने के लिये प्रतिबद्ध टीम अपना पहला मुकाबला 15 नवंबर को खेलते हुए त्रिपुरा युनिवर्सिटी को हर विभाग में मात दी। खो-खो टीम के विजेता बनने पर वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाएं दी हैं।