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प्राकृतिक, वैचारिक, सांस्कृतिक, परम्परागत ज्ञान के साथ आध्यात्म, ध्यान योग और व्यक्तित्व विकास की कडियों को जोडकर युवा पीढी तैयार कर संपूर्ण म.प्र. के साथ देश के कई प्रदेशों के छात्रों को एकेएस वि.वि. में उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान की जा रही है। शिक्षा के प्रतिष्ठित केन्द्र एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के समस्त संकायों में निरंतर प्रयासों से विभिन्न कंपनियों के कैम्पस हो रहे हैं और Students Placement भी प्राप्त कर रहे हैं। इसी क्रम में देश की लब्धप्रतिष्ठित कंपनियाॅ विगत वर्षो में आई और छात्रों को प्लेसमेंट के अवसर प्रदान किए। ताजातरीन खबरों में एकेएसयू के Mining student निकलेश पटेल ने रिकार्ड तोड सफलता प्राप्त की है और TATA Steel में चयनित होने का गौरव प्राप्त किया है। उन्हें कामार्ड क्रोमाइट माइंस, उडीसा में चयन का अवसर मिला है। student के जाॅब डिस्क्रिप्सन की बात करे तों निकलेश कों कंपनी में अधिकतम प्रोफिटेबिलिटी तय करनी होगी उन्हें सीधे मैनेजर के अंडर में कंपनी द्वारा प्रदत्त जिम्मेदारियों को निभाना होगा जिसमें एड the planning, development and Executing of वैरियस कंपनी प्रोग्राम्स एण्ड इनीसिएटिव्स लेना होगा। students को 17 लाख पर एनम के पैकेज पर ज्वायनिंग लेटर प्रदान कर चुकी है students कों उच्चस्तरीय और innovation कार्यो की बदौलत भविष्य में मैनेजर का पद प्राप्त हो सकता है। निकलेश पटेल के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान ने students निकलेश को लगन और मेहनत से कार्य करने की सलाह देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।

 

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जो चाहते हो देखना मेरी उडान को, जरा और उॅचा करो आसमान को, यह शेर कुछ ऐसा ही कर दिखाने वाले एकेएस वि.वि. सतना के एमसीए संकाय के 2019 बैच के पासआउट छात्र राज कुशवाहा और 2021 पासआउट छात्र अजय कुशवाहा का है अजय का चयन जार्विस -The heart of innovation कंपनी में हुआ है तो राज विप्रों में कार्यरत हैं ।दोनों भाई एकेएस वि.वि. के एमसीए संकाय के पूर्व छात्र-न भाषा का बैरियर,न कोई भ्रम-अजय ने बताया कि ग्राम जोरी,पोस्ट लोही,तहसील,हुजूर शायद आपने नाम भी न सुना हो,गाॅव से गुडगाॅव फिर अनंत आसमान...जी हाॅ सामान्य किसान परिवार और गाॅव के हिन्दी माध्यम स्कूल में अध्ययन के बाद भी दोनो भाइयों को अपने आप पर भरोसा था उनके पिता हमेशा कहा करते हैं कि भारत गाॅवों का देश है और हिन्दी हमारी मातृभाषा है हमेशा अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व करना कभी मत कहना मैं गाॅव से पढा वहीं बढा, हमेशा सोचना जो भी करेंगें उसमें उॅचा मुकाम हासिल करेंगें। हिन्दी माध्यम से पढाई होने के बाद भी उन्हे हमेशा विश्वास था कि एक दिन कुछ बडा करना है एकेएस वि.वि. में उन्हें बेहतर प्रोफेशनल माहौल मिला और चरैवेति-चरैवेति ,मंद-मंद चलते चलते उन्हें एमसीए के बाद उॅचा साॅफ्टवेयर इंजीनियर का पद और अच्छा वेतनमान मिला, पिता शिवप्रसाद कुशवाहा सामान्य काॅन्ट्रेक्टर हैं और माॅ कलावती कुशवाहा गृहणी हैं दोनेा बेटों की आॅखों में सफलता की चमक देखकर बेटों पर गुरुर होता है, अजय ने बताया कि मेरी मंजिलें अभी दूर है मुझे मल्टीनेशनल कंपनियों के आॅफर मिल रहे हैं और मेरे विकल्प खुले हुए है। एरिक्शन और अन्य कंपनियाॅ उन्हें अपने साथ जोडना चाहती हैं जो अगले चरण पर तय होगा।
बडे शहरों की चकाचैध से दूर रहकर भी पा सकते हैं मंजिल-यहाॅ यह बताना लाजिमी होगा कि बडे शहरों का रुख करके जो युवा बडंे सपने देखते हैं उनके लिए यह एक नजीर है कि आप की निगाहें अगर मंजिल पर हैं लक्ष्य पर हैं जो आप सतना में भी रहकर बडा मुकाम पा सकते हैं जो राज और उनके भाई अजय पर मुफीद बैठता है। फिलहाल अजय वर्क फ्राम होम पर हैं और आठ लाख पर एनम पर कार्य करते हुए अपने परिवार की आर्थिक मदद कर रहे हैं। उन्हें पायथन लैन्गुएज और वैंन्गों फ्रेमवर्क पर कार्य करना होता है जिसमें डेटा मैनेजमेंट प्रमुख है। उन्होंने बताया कि उनके बडे भाई राज कुशवाहा भी एकेएस वि.वि. में ही पढे और पायथन लैन्गुएज पर विप्रो जैसी कंपनी में 8 लाख पर एमन पर कार्यरत हैं।
प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा एकेएस की प्रतिबद्वता है छात्रों का संपूर्ण विकास-वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि आप किसी भी समय पूरी तरह से परिपक्व नहीं होते क्योंकि सीखना कभी न खत्म होने वाली घटना है। आपको पतिदिन नए लक्ष्य मिलते हैं प्रतिदिन नई समस्याओं का सामना करना होता है,इसलिए काम को गहराई से समझना होता है और यह तभी संभव है जब आप उस काम में धुनी हो जाते हैं।अपने हर काम को अंजाम तक पहुॅचाने के लिए एकेएस वि.वि. छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्व है दोनो छात्रों को भविष्य की शुभकामना। छात्रों ने विभागाध्यक्ष डिपार्टमेंट आॅफ कम्प्यूटर डाॅ.अखिलेश ए.बाऊ का आभार व्यक्त किया है।

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एकेएस वि.वि. सतना की समस्त प्रतिष्ठा, उर्जा एवं उन्नति का आधार है हमेशा से Students को कुछ नया ज्ञान देने की कोशिश, यह निरंतर प्रयोग, खोज एवं विचारों की विविधता एवं बौद्विक अन्वेषण का आधार है वि.वि. में बौद्विक रुप से सक्षम, जिज्ञासु और परिश्रमी स्टूडेन्टस के लिए प्रेरणा हर संकाय में उपलब्ध है इसी कडी में एकेएस वि.वि. सतना और भारतीय कंपनी सेक्रेटरी संस्थान के बीच Memorandum of Understanding हुआ है जिससे कामर्स के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों,परियोजनाओं,सम्मेलनों और प्रकाशनों में स्टूडेन्टस अग्रणी रहें इस मौके पर कामर्स विभाग क्षरा बताया गया कि भविष्य में एकेएस वि.वि. में भारतीय कंपनी सेक्रेटरी संस्थान का study center भी होगा जिससे वि.वि. के छात्र-छात्राऐं और अन्य students जो कामर्स विभाग की विभिन्न प्रोफेशनल परीक्षाओं की तैयारी करते हैं वह भी लाभान्वित होगें जिन कामस्र विभाग की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए छात्र अन्य शहरों का रुख करते थे अब वह सतना में उपलब्ध होगा जिसमें ख्यात प्रोफेशनल्स अपनी सेवाऐं प्रदान करेगें। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के विभिन्न संकायों में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों के साथ एमओयू है। Memorandum of Understanding के दौरान वि.वि. की तरफ से प्रोचंासलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, प्रो.आर.एस.त्रिपाठी और भारतीय कंपनी सेक्रेटरी संस्थान की तरफ से अध्यक्ष सी.एस.नागेन्द्र.डी राव, पवन जी चांडक, चेयरमैन,डब्ल्यूआईआरसी,आईसीएसआई, सीएस आशीष मोहन,सेक्रेटरी,आईसीएसआई, सीएस अरविंद कुमार तिवारी,चेयरमैन भोपाल चैप्टर, सीएस कुशल कुमार, Director of Academic, आईसीएसआई की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कामर्स विभाग के हेड विपुल शर्मा को इस वर्चुअल एमओयू का श्रेय जाता है एमओयू होने के मौके पर कामर्स विभागाध्यक्ष डाॅ.धीरेन्द्र ओझा, फैकल्टी भरत कुमार सोनी,विपिन सोनी,शिवम पाण्डेय और दीक्षा पाण्डेय भी उपस्थित रहे।

 

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The innovations being made in view of the social and economic situation through educational advanced activities. In AKS University, It remains in constant discussion. In this episode the faculty working in the Department of Chemistry of Basic Sciences, Dr.  Shelendra Yadav and his research scholar Shusma Singh have achieved a remarkable achievement and have been ranked in a prestigious journal of Elsevier which is highly appreciated Journal in terms of subject related research approach and innovation. They have synthesized some new pesticide.  This will prove to be very useful.  Dr. Yadav and Shushma said that the application of coumarin derivatives salicylated pesticide is very useful in terms of organic chemistry and medical chemistry.  But its acute effect should not be negative, special attention will be given in research and works to avoid other diseases with allergies due to their use.  Regarding pesticide, he told that the use of synthetic pesticides has started since 1930, but today there are more than 500 Insects. Due to the presence of mites, the invented pesticide  stops the insects to be a big challenge because now many pesticides have stopped affecting them.  To date, more than 160 pesticides are listed and efforts to protect against these insecticides and mites are on. Synthetic pesticides such as organochlorine organophosphates, carbamatous and pyrethroids are widely available.  On his achievement on coumarin derivatives.  Pro Chancellor Anant Kumar Soni, Dean Basic Sciences Dr.  R .  N.  Tripathi, Head of the Department Dr Dinesh Mishra, Kanha Singh Tiwari Manoj Kumar, Dr.  Samit Kumar, Nahid Usmani, Dinesh Balmik and Sudram Khare expressed their happiness and extended their best wishes. 

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एकेएस वि.वि. सतना के Students नें नगर निगम सतना के निर्देशानुसार हमारी जिम्मेदारी के नाम से नाटक का प्रस्तुतिकरण किया। रंग शिल्पी समूह के द्वारा डाॅ.दीपक मिश्रा के निदेशन में स्वच्छता और कोरोना जागरुकता पर आधारित नाटक पेश किया गया। नगर निगम की तरफ से इंजी.अरुण तिवारी,और शिप्रा सिंह जबकि एकेएस वि.वि. की टीम में डाॅ. दीपक मिश्रा, सहा. निदेशक सांस्कृतिक निदेशालय डाॅ. धीरेन्द्र मिश्रा, प्राध्यापक बायोटेक शामिल रहे। नाटक के कलाकारों में अंजली सोनी, नैन्सी नामदेव, मुस्कान गुप्ता, स्वाती वर्मा, बबिता, कंचन पटेल, गुलनाज जहाॅ, अनिष विश्वकर्मा, रौनक द्विवेदी, मो.सरताज, वरुण पटेल, सुमित रैकवार, कृष्णा बंसल, सुधांशु राॅय और रघुराज सिंह प्रमुखता से शामिल रहे।

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एकेएस वि.व. में शैक्षणिक उन्नत गतिविधियों के द्वारा सामाजिक और आर्थिक स्थिति के मद्देनजर किए जा रहे नवाचार निरंतर चर्चा में रहते हैं इसी कडी में Basic Science में कार्यरत Faculty डाॅ.शेलेन्द्र यादव और उनकी रिसर्च स्काॅलर शुषमा सिंह ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि के तहत एल्सेवियर की एक प्रतिष्ठित पत्रिका में स्थान प्राप्त किया है जिसे विषय के लिहाज से काफी सराहा गया है उन्होंने कुछ नए पेस्टीसाइड का संस्लेषण किया है उन्होंने बताया कि सेस्लेशित Pesticides कुमारिन डेरिवेटिव भविष्य में बहुत उपयोगी साबित होगें। डाॅ.यादव और शुषमा ने कहा कि आर्गेनिक Chemistry और Medical Chemistry के लिहाज से कुमारिन डेरिवेटिव सेस्लेशित पेस्टीसाइड की एप्लीके शन काफी उपयोगी है। लेकिन इसका एक्यूट प्रभाव नकारात्मक न हो, एलर्जी के साथ अन्य बीमारियाॅ इनके प्रयोग से न हो इस बात का विशेष ध्यान रिसर्च ओर कार्यों में रखा जाएगा। पेस्टीसाइडस के बारे में उन्होंने बताया कि एकेएस वि.वि. के सभी शिक्षण विभागों में अंतरराष्ट्रीय मानक के शिक्षकों, अध्यापन और गंभीर शोध कार्यो के लिए एक अच्छा माहौल होने से विशिष्ट कार्यो की प्रेरणा मिलती है, संस्लेशित पेस्टीसाइडस का प्रयोग 1930 से ही प्रारंभ हो चुका है पर आज 500 से ज्यादा की संख्या में इंसेक्टस और माइटस के होने के कारण इनको रोकना काफी बडी चुनौती साबित हो रही है क्योंकि इन पर अब कई Pesticides का असर भी होना बंद हो गया है। अब तक 160 से ज्यादा पेस्टीसाइडस लिस्टेड हैं और इन इंसेक्टस और माइटस से बचाने के लिए प्रयास निरंतर जारी हैं आर्गेनोक्लोरीन, आर्गेनोफास्फेटस, कार्बामेटस और पाइरेथ्रोइडस जैसे सिन्थेटिक पेस्टीसाइडस पमुखता से उपलब्ध हैं। कुमारिन डेरिवेटिव पर उनकी उपलब्धि पर वि.वि. क ेप्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,डीन बेसिक साइंस डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी,विभागाध्यक्ष डाॅ दिनेश मिश्रा,कान्हा सिंह तिवारी,मनोज कुमार,डाॅ.समित कुमार,नाहिद उस्मानी,दिनेश बाल्मीक तथा सुदरम खरे ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाऐं दीं हैं।

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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के Department of computer Science and engineers के सीएसई, एमसीए, बीसीए और बीएससी, आईटी के छात्रों को उत्कृष्टता प्रौद्योगिकी, नवाचार और उद्यमिता से अनवरत परिचित कराया जाता है जिसका परिणाम हैं वि.वि. में लगातार चल रहे कैम्पस चयन के कार्यक्रम। एकेएस वि.वि. में शैक्षणिक क्षेत्र में गुणवत्ता की बदौलत 16 छात्रों रोशनी पटेल,रावेन्द्र सिंह,अभिजीत मिश्रा,आशुतोष सिंह,अभिलाश द्विवेदी,प्रभाकर द्विवेदी,लवकुश पाण्डेय,हृषभ मिश्रा,अंकित द्विवेदी,आशा कुमारी,रामबाबू,शिवा गुप्ता,खुश्बू सोनी,अरविंद सोनी और शुभम चैरसिया का चयन ओएसथ्री InfoTech Private Limited,नवी मुम्बई में विभिन्न पदों ट्रेनी इंजीनियर, सिस्टम एण्ड ट्रेनी इंजी. और Automation Technology पीएसपी के पदों पर किया गया है। सभी छात्रों को अच्छे पैकेज पर नियुक्ति मिली है उनका कार्यक्षेत्र नवी मुम्बई रहेगा। ज्वायनिंग के पूर्व रोस्ट्रिस इन्फोटेक प्रा.लिमि. के डायरेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला सभी चयनित छात्रों को सर्वर एडमिनिस्ट्रेटर और क्लाडड Management की Training वि.वि. मे प्रदान कर रहे है। छात्रों के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रो. आर.एस.त्रिपाठी,डीन डाॅ. जी. के. प्रधान, विभागाध्यक्ष डाॅ. अखिलेश ए.वाऊ के साथ computer विभाग के फैकल्टीज ने विद्यार्थियों के चयन पर हर्ष व्यक्त् करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के समस्त संकायों में Training और Skilling के लिए विविध देश विदेश के संस्थानों के साथ memorandum of Understand हैं इसी कडी में निरंतर प्रगति के लिए अन्य संस्थान भी विजन के साथ हाथ बढा रहे हैं Safe educated learning के साथ साझा कार्य इसी का एक क्रम है वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी से सेफएज्यूकेट लर्निंग की टीम ने लेटेस्ट टेक्नाॅलाॅजी, इनोवेटिव टूल्स, रिच पूल आॅफ एक्सपीरियंश शेयरिंग, क्वालीफाइड और सर्टिफाइड ट्रेनर्स, सब्जेक्ट एक्सपर्ट के लिए दोनो हाथ मिलाए है। इसी के साथ इंडस्ट्री रिलेवेन्ट कार्यों, कार्यक्रमों और वर्कशाॅप के लिए भी दोनो संस्थानों में सहमति बनी है। सहयोग और सेवा के लिए दोनो संस्थान cooperation और कालैबोरेशन करेगें इस बात की जानकारी डाॅ. कौशिक मुखर्जी, विभागाध्यक्ष मैनेजमेंट ने दी है। उल्लेखनीय है कि सेफएज्यूकेट को कई एक्सीलेंस एवार्ड मिल चुके हैं, एकेएस वि.वि. के साथ जुडकर संस्थान के प्रतिनिधि भी प्रफुल्लित रहे और भविष्य के एकेडमिक एक्सीलेंस के कार्यो के लिए आशान्वित हैं। ट्रेनिंग और स्किल डेव्हलपमेंट की चर्चा के दौरान वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ..हर्षवर्धन और सेफएज्यूकेट के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

 

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.  The faces of the participants lit up on finding three IAS,  Anurag Verma IAS Satna Collector, Ms. Tanvi Hooda, IAS, Commissioner, Municipal Corporation Satna Dr.  Parikshit Jade IAS Panchayat Satna amongst themselves.  They were accompanied by Mr. Rajesh Sahi, Additional District Magistrate. Anant Kumar Soni, Pro Chancellor, taught 120 important life lessons to the 120 participants and  acquainted them with some aspects of employment oriented courses and their preparation points. He also gave necessary advice for career.  With the learning of how to connect with normal life while sitting in the high positions. The students felt the tales of vitality and passion. They were encouraged that  they can also achieve bigger goals  in life. The guests reminisced about their past.  The stories they related were interesting.

Inauguration of three certificate courses - Competitive and Yoga certificate courses were inaugurated by the chief guest Anurag Verma, Collector Satna, exposing his simple style he said  that if I were not a collector, I would have definitely been a teacher, Collector Satna told  that he was a student of M.Sc, Mathematics but became IAS with History.  He belonged to the middle class family but never had a habit of looking at the negative sides. He always felt that dreams are not those which are seen in sleep but those which may not let us sleep. Anurag Burma ji always felt that he can become an IAS.  He said that we all are heroes, we have to keep self-confidence and always continue the process of thinking, He said around 10 lakh people appear in the IAS exam and around 180 people become collectors but the rest do not get despaired.  You are hero.  He told that he qualified for IAS without coaching. While motivating the participants, he said that when they have landed in the sea, they have to return with pearls. He was speaking on the occasion of inauguration of three Certificate Courses for All Competitive Exams to be conducted in 6 months, Yoga Therapy Certificate Course for 6 Months and 3 Months Yoga Therapy Certificate Course in  AKS University.  This was solemnized on 7th January in the presence of guests.  In the program Dr.  Parikshit Jade IAS, District Panchayat CEO, while sharing his experience with the participants, said that even after being from a small village in Maharashtra, I through Hindi medium,  cleared UPSC in the third attempt. My father was a bus conductor but the dream was always to do something big.  Sharing his experience, he told the participants that do coaching in those subjects in which you are weak. Essential knowledge of English is must. You should have a  backup syllabus for your career.  He said that self-evaluation is necessary.  It is not necessary that you know everything, it is important that you know a little bit of all.  Keep a few friends but keep good ones. Motivation would not always have been an IAS. For some the motivation may be  a doctor.  Municipal Commissioner Ms. Tanvi Hooda, IAS has drawn the blueprint of her IAS journey.  She told that before that she was selected in Haryana Public Service Commission and after working there for three and a half years she became Municipal Commissioner, Satna. She told that it is from Rohtak, narrating her story about the preparation shee said that 98%  hard work and relying on 2 percent luck she cleared her IAS in the third attempt.  She said that instead of reading many books, readingbest book available on the subject will be good and at least  ten times revision of the same good book can make you an expert in the subject.   This simplicity, choice of putting forth sincere efforts and result oriented work  are true worship. She advised to study according to the subject, keep a limited circle of friends, keep improving the soft skills, communication and writing skills, basically stay focused.  In the program, Rajesh Shahi ADM Satna, who is from Allahabad, told that if you are interested, go ahead by first finding out the real interest, so that the goal becomes easy, like poetry, he said that knowledge does not remain locked in any lock.  He told that dedication and family support is very important. 

Anant Kumar Soni, Pro Chancellor of the University, while narrating his life experience, said that one percent of the people who lead the world, is the leader, the whole world is riding on the wave of information. If the participants have the spirit of do or die, then the problems will disappear.  During the program Dr. Kaushik Mukherjee released a book on Management Skills along with the guests present.  Dr.  Harsh Vardhan then introduced  the guests and gave information about the book written by the Head if Management Department, Kaushik Mukherjee, on resource management, Dr. Vipin Vyohar Guest introduced the  main events of the program. The Vice Chancellor of the university, Dr.  Harsh Vardhan told that Mr. Anurag Verma is very simple, friendly and dutiful, while Ms. Tanvi Hooda has shown the sincerity and workmanship in reviewing the works of Smart City.  Similarly, the place Satna is getting in greenery, parallel to this cleaning and construction works is highly commendable.  Dr.  Parikshit is a settled administrator.  The director of courses, former chairman of UPSC, Dr.  Bipin Vyohar gave information about the course of all competitive exams.  Dilip Tiwari shared brief information about both the yoga courses and Vinay Singh will manage the courses.  While conducting the program Lovely Singh Gaharwar and Monu Tripathi invited the guests for lighting the lamp and garlanding in front of the statue of Maa Saraswati.  Tulsi Tripathi, a student of Basic Sciences enthralled the auditorium with the scintillating Saraswati Vandana and the gathering at the end of the programme.  During the program, a vote of thanks was given to the guests by presenting them mementoes.  In the program, the Vice Chancellor of the University, Dr.  R .  S. Tripathi, Dean of  All the Faculties, Directors and Faculty members were present. 

 

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एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में आयोजित हुए समारोह में सतना के तीन युवा आईएएस एक साथ मंच पर उपस्थित रहे अनुराग वर्मा,,आईएएस सतना कलेक्टर, सुश्री तन्वी हुडडा, आईएएस, कमिश्नर,नगर निगम सतना,डाॅ.परीक्षित जाडे,आईएएस ,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत,सतना को अपने बीच पाकर प्रतिभागियों के चेहरे खिल उठे। उनके साथ श्री राजेश साही,अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी,वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने 120 प्रतिभागियों को जीवन के बेहद अहम सबक सिखाते हुए रोजगारोन्मुखी कोर्सेस के कुछ पहलुओं और उनकी तैयारी के दृष्टिगत बिंदुओं से अवगत भी कराया और कॅरियर के लिए जरुरी सलाह भी दी। सभी के उच्च पदों पर विराजमान रहने के दौरान सामान्य जीवन से कैसे जुडें की सीख के साथ जिद,जज्बे,जीवटता और जुनून की दास्तान सुनकर स्टूडेन्टस को लगा हाॅ हम भी कर सकते हैं।जीवन में आए कई कठिन और हल्के पलों के साथ उन्होंने अपने अतीत के संस्मरण भी सुनाए जो काफी रोचक रहे। तीन सर्टिफिकेट कोर्सेस का हुआ शुभारंभ-काॅम्पीटीटिव और योगा सर्टिफिकेट की शुरुआत-कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनुराग वर्मा, कलेक्टर सतना रहे, उन्होंने अपनी सरल शैली और यथार्थवादी शब्दों में अपने आप को उजागर करते हुए कहा कि अगर मैं कलेक्टर नहीं होता तो निश्चित ही शिक्षक होता। कलेक्टर सतना ने बताया कि वह एम.एससी. मैथेमेटिक्स के विद्यार्थी रहे,पर हिस्ट्री लेकर आईएएस बने। मध्यम वर्गीय परिवार से उनका सरोकार रहा लेकिन कभी भी नकारात्मक पक्षों को देखने की आदत नहीं रही,उन्हे हमेशा लगा कि सपने वो नहीं होते हैं जो नींद में देखे जाते हैं बल्कि वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते हैं। उत्तर प्रदेश के एक छोटे से कस्बे से होने के बाद भी अनुराग वर्मा जी को हमेशा लगा कि वो आईएएस बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत जीवन में हम सब हीरो हैं हमें सेल्फ कांफिडेंस रखना है और हमेशा सोचने की प्रक्रिया जारी रखनी है, 10 लाख लोग आईएएस की परीक्षा में शामिल होते हैं और 180 व्यक्ति ही कलेक्टर बनते हैं पर हतास न हों,आप भी हीरो हैं।उन्होंने बताया कि मैंने बिना कोचिंग के आईएएस दूसरे प्रयास में क्रैक किया प्रतिभागियों को मोटिवेट करते हुए उन्होने कहा जब समंदर में उतरे हैं तो मोती लेकर ही लौटना है। मौका था एकेएस वि.वि. में संचालित होने वाले सर्टिफिकेट कोर्स फार आल काॅम्पटीटिव एग्जाम्स, 6 माह, योगा थेरेपी सर्टिफिकेट कोर्स 6 माह और 3 माह के योगा थेरेपी सर्टिफिकेट कोर्स के शुभारंभ अवसर का जो 7 जनवरी को अतिथियों की उपस्थिति में समारोहपूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में डाॅ. परीक्षित जाडे,आईएएस, जिला पंचायत सीईओ ने प्रतिभागियों से अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि महाराष्ट्र के छोटे से गांव और हिन्दी माध्यम से होने के बाद भी मैंने तीसरे प्रयास में यूपीएससी क्लियर किया, पिता बस कंडक्टर थे लेकिन सपना हमेशा था कुछ बड़ा करने का। अपने अनुभव शेयर करते हुए उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि कोचिंग उन विषयों की करिये जिसमें आप कमजोर हैं, अंग्रेजी बेसिक मिनिमम अंडरस्टैंडिंग तक आनी चाहिए, आपका एक कॅरियर बैकअप होना चाहिए जो सिलेबस आना है वह क्लियर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि खुद का इवैल्युएशन जरूरी है, यह जरूरी नहीं कि आपको सबकुछ पता हो यह अहम है कि सबकुछ का थोड़ा थोड़ा आपको पता हो। थोड़े दोस्त रखो पर अच्छे रखो, मोटीवेट हमेशा रहो, अगर मैं आईएएस नहीं होता तो निश्चित ही डाॅक्टर होता। नगर निगम कमिश्नर सुश्री तन्वी हुडा, आईएएस ने अपनी आईएएस यात्रा का खाका खींचा और बताया कि इसके पूर्व वह हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन में सेलेक्ट हो चुकी थीं और साढे तीन वर्ष वहाॅ कार्य करने के बाद वह सतना कमिश्नर के पद पर नियुक्त हुईं। उन्होंने बताया कि वह रोहतक से हैं, तैयारी के बारे में अपनी कहानी बताते हुए उन्होने कहा कि उनका आईएएस तीसरे प्रयास में क्लियर हुआ। प्रतिभागियों को 98 प्रतिशत कठिन मेहनत और 2 प्रतिशत भाग्य पर निर्भर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई किताबें पढ़ने की जगह एक ही अच्छी किताब का 10 बार रिवीजन आपको विषयदक्ष बना सकता है। वह सादगी पसंद और कार्य ही पूजा है कि तर्ज पर कर्म करती है उन्होंने सलाह दी कि विषय सम्मत अध्ययन करें,दोस्तों का लिमिटेड सर्कल रखें, रायटिंग स्किल के साथ साफ्ट स्किल और कम्युनिकेशन स्किल को बेहतर बनाते रहें,मूलतः फोकस्ड रहें। कार्यक्रम में राजेश शाही एडीएम सतना जो इलाहाबाद से हैं उन्होंने बताया कि अगर आपकी रुचि है तो ही आगे बढ़ें, पहले रिअल इंट्रेस्ट पता करें, जिससे लक्ष्य आसान हो जाय। कविता की तर्ज पर उन्होंने कहा ज्ञान रहता नहीं है बंद किसी ताले में। उन्होंने बताया कि डेडीकेशन और फैमिली सपोर्ट बहुत जरूरी है। विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी ने जीवन के अनुभव सुनाते हुए बताया कि दुनिया को एक फीसदी लोग लीड करते हैं वह लीडर होते हैं, समूचा विश्व सूचना की लहर पर सवार है अगर प्रतिभागी करो या मरो की पोजीशन रखेंगे तो सबकुछ हो सकता है उन्होंने कहा कि लक्ष्य अगर सामने है तो समस्यायें विलीन हो जायेंगी। कार्यक्रम के दौरान मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष कौशिक मुखर्जी की मानव संसाधन प्रबंधन पर लिखी पुस्तक का अतिथियों ने विमोचन किया। अतिथि परिचय डाॅ.हर्षवर्धन ने तो कोर्स की जानकारी दी डाॅ विपिन व्योहार ने -कार्यक्रम में अतिथि परिचय विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने दंते हुए बताया कि श्री अनुराग वर्मा बेहद सरल और मिलनसार और कर्तव्यनिष्ठ है जबकि सुश्री तन्वी हुडडा ने नगर निगम के कार्यो,स्मार्ट सिटी के कार्यो की समीक्षा में जो संजीदगी और कर्मठता दिखाई है इसी तरह हरियाली,सफाई और निर्माण कार्यों में जो मुकाम सतना को मिल रहा है वह बेहद प्रशंसनीय है।डाॅ.परीक्षित सुलझे हुए एडमिनिस्ट्रेटर है। कोर्सेस के डायरेक्टर यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन डाॅ.पिपिन व्योहार,ने सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के कोर्स की जानकारी दी वि..वि.मे प्रारंभ प्रतियोगी परीक्षाओ की तेयारी पर उन्होने कहा कि विषय विशेषज्ञ स्टूडेन्टस को सभी विषयों का मार्गदर्शन देंगें।डाॅ.दिलीप तिवारी ने योगा के दोनो कोर्सेस की संक्षिप्त जानकारी अतिथियों के साथ साझा की। कोर्सेस का प्रबंधन विनय सिंह करेंगें। कार्यक्रम का संचालन लवली सिंह गहरवार और मोनू त्रिपाठी ने करते हुए अतिथियों को माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन और माल्यार्पण के लिये आमंत्रित किया। बेसिक साइंस की छात्रा तुलसी त्रिपाठी ने सुमधुर सरस्वती वंदना ओर कार्यक्रम के अंत में जनगणमन से सभागार को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम के दोरान अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी के साथ वि.वि. के सभी संकाय के डीन,डारेक्टर्स और फैकल्टी मेंम्बर्स उपस्थित रहे।

 

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