एकेएस वि.वि. के Pharmacy विभाग द्वारा एकदिवसीय National Webinar
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Pharmaceutical Science and Technology में 30 जून को एकदिवसीय Webinar का आयोजन किया गया जिसमें Mindfulnesh-Distress Using Breath विषय पर प्रथम चरण में वक्ता और विषय विशेषज्ञ उडिची कटारिया,लाइफ कोच और प्रो.एण्ड विभागाध्यक्ष गीतांजलि Institute of Pharmacy,उदयपूर ने बताया कि हमारी साॅस हमारे इमोशन को नियंत्रित करती है। जब हम जल्दी-जल्दी साॅस लेते हैं तो हम तनाव मे होते हैं। खुशी का हमारे जीवन में अहम स्थान है उन्होंने कई योगा तकनीक और योग के प्रयोग बताए जो हमारे जीवन में सकारात्मक असर डालते हैं। जबकि द्वितीय चरण में Scientific Insight into Yoga विषय पर डाॅ.शशिबाला सिंह,Director, NIPER हैदराबाद ने व्याख्यान दिया उन्होने कहा कि बाबा आम्टे शारीरिक रुप से विकलांग होते हुए भी सामाजिक तौर पर बदलाव के वाहक बने और इस प्रकुति को सिद्व किया कि मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य की तरह ही जरुरी है। उन्होंने योग के विभिन्न चरण बताए और high altitude मे रहने वालों पर किए गए प्रयोगों पर भी जानकारी दी। डाॅ.शशिबाला, DRDO की मेम्बर भी रह चुकी हैं। स्वागत भाषण फार्मेसी विभगाध्यक्ष डाॅ.सूर्यप्रकाश गुप्ता ने दिया जबकि Vote of Thanks प्रो.जी.पी.रिछारिया ने किया। कार्यक्रम की Coordinator इवनीत कौर रहीं कार्यक्रम मे वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी भी जुडे। कार्यक्रम की सफलता पर वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाऐं दी है।

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ऐकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विभाग द्वारा webinar श्रंखला
ऐकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित 6 दिवसीय webinar श्रंखला के दुसरे दिन श्री अरविन्द धाकड़ ने मृदा रहित कृषि hydroponics का भविष्य और वर्त्मान विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा मूल रूप से यह पारंपरिक मिट्टी के उपयोग के बिना, खनिज पोषक तत्वों से भरपूर पानी का उपयोग करके स्वस्थ पौधों को उगाने का तरीका है। एक पौधे को बढ़ने के लिए सिर्फ चुनिंदा पोषक तत्वों, कुछ पानी और सूरज की रोशनी की आवश्यकता होती है। इस तरह की खेती से रसायनों का इस्तेमाल कम होता है और यह मृदा प्रदूषण को घटाने का एक शानदार तरीका है।साथ ही जहां मिट्टी की कमी है वहां पर भी इससे खेती की जा सकती है। श्रोताओ द्वारा श्री धाकड़ से कई विषय सम्बन्धी प्रश्न पूछे जिनमे hydroponics की खेती कैसे की जा सकती है? कहा की जा सकती है? इस खेती में अत्यधिक लाभ कैसे प्राप्त किया जा सकता है इत्यादि प्रश्न महत्वपूर्ण रहे।श्री धाकड़ ने इन प्रश्नों का उत्तर बखूबी दिया साथ ही hydroponics के सेटअप व तरीको को भी प्रदर्शित किया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति विकास के द्वारा श्रीअरविन्द धाकड़ के परिचय व् श्रोताओ के स्वागत से किया। कार्यक्रम के अंत मे विश्वविद्यालय के प्रोचास्लर इं. अनंत कुमार सोनी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन श्री आशुतोष गुप्ता ने किया कार्यक्रम में कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. एस. एस. तोमर उपस्थित रहे साथ ही सात्विक बिसारिया, संतोष कुमार, पंकज कुमार व समस्त कृषि संकाय की फैकल्टी मौजूद रही।
एकेएस विश्वविद्यालय के Electrical विभाग द्वारा Energy Management पर Webinar
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय के Electrical विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला के मार्गदर्शन मे आयोजित 1 दिवसीय Webinar के मुख्य स्पीकर आशीष कुमार, Director, Lemon Solutions Private Limited, उत्तरप्रदेश रहे। विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि Energy Monitoring System, Energy Saving Idea नई तकनीक के साथ ज्यादा प्रभावी है उन्होने मूल रूप से Energy Monitoring System, Energy Saving Idea, Factory Management System, के समस्त पहलुओं को पूरे भारतवर्ष के 400 से ज्यादा प्रतिभागियों के साथ वि.वि. के Webinar के माध्यम से शेयर किया। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति विकास के द्वारा बताया गया कि Electrical संकाय में कॅरियर बनाने की अपार संभावनाऐं हैं। कार्यक्रम के अंत मे विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर इं. अनंत कुमार सोनी ने कहा कि हम Electrical energy को सही तरीके से इस्तेमाल करके इसकी बचत कर सकते हैं उन्होने सभी को energy बचत की सलाह दी। इंजी.आर. के. श्रीवास्तव ने energy system कैसे कार्य करता है इस पर व्याख्यान दिया।
एकेएस वि.वि. के Pharmacy विभाग द्वारा एकदिवसीय National Webinar
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Pharmaceutical Science and Technology में 25 जून को Introduction to Intellectual Property Rights कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मि. पूजा विशाल मौलीकर, Examiner, of Patents, राजीव गाॅधी National Institute of Intellectual Property Rights of Management Government of India ने Intellectual Property Rights पर जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रो.जी.पी.रिछारिया के Supervision,ओर फार्मेसी विभगाध्यक्ष डाॅ.सूर्यप्रकाश गुप्ता के संयोजकत्व और नेहा गोयल Coordinator के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिस्पर्धियों को e-certificate प्रदान किया गया। कार्यक्रम की सफलता पर वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाऐं दी है।
एकेएस वि.वि. के Management विभागाध्यक्ष ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Management विभागाध्यक्ष डाॅ.कौशिक मुखर्जी ने Entrepreneurship and Economic Development विषय पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम Safeguard,दिल्ली द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उन्होंने विषय पर प्रतिभागियों के विचार भी सुने। कार्यक्रम में Senior corporates , defense officers और PG students भी शामिल हुए। वि.वि. प्रबंधन ने उन्हें बधाई दी है।
एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय में छः दिवसीय webinar
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में छः दिवसीय webinar का आयोजन 29 जून से प्रारंभ किया गया जिसका समापन 4 जुलाई को किया जाएगा। कार्यक्रम के प्रथम दिन डा.एन.एस.परमार IAS, Secretary Mining,भोपाल, का वि. वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने स्वागत किया और विषय से प्रतिभागियों को परिचित कराया। webinar का विषय Dairy Farm-N Opportunity Present and Future Aspect रहा। इस विषय पर जानकारी देते हुए IAS प्रो.परमार ने कहा कि गौवंश हमारी संस्कृति के परिचायक रहे हैं उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश में गोधन संमृद्व स्थिति में हैं उनकी संख्या साढे तीन करोड है उन्हे सहेजना हमारी जिम्मेदारी है। जैसे हम human resource का प्रबंधन करते हैं वैसे ही हमें गोधन का प्रबंधन करना होगा। Covid-19 के दौर में जब हर तरफ जाॅब के अवसर कम हो रहं हैं और लोगो के लिए परेशानियाॅ बढ रही हैं तो ऐसे दौर में गोवंश स्वरोजगार का एक प्रमुख साधन बन सकता है मसलन इसे प्रबंधित किया जाए।गाॅवों को गोबर गैस का फायदा मिला, गोबर की खाद से खेत उन्नत हो रहे है और जिस तरह से गाॅवंश ने हमें समृद्व बनाया उससे उम्मीद की एक नई किरण उत्पन्न हुई है। डेयरी उद्योग भारतवर्ष में तेजी से आगे बढने वाला उद्योग है जिसमें युवाओं के लिए रोजगार के भरपूर अवसर हैं। दूध के अलावा पनीर, मठठा, चक्का, घी का भी व्यवसाय फायदे का व्यवसाय है। प्रो.परमार ने कार्यक्रम के प्रतिभागियों के सवालों के भी सुसंगत जवाब दिए उन्होंने गौवंश के प्रबंधन और नवीन प्रणाली को अंगीकार करके कार्य करने की सलाह दी। अंत में वि.वि. के प्रो.चांसलर अनंत कुमार सोनी ने प्रो.परमार का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डाॅ.एस.एस.तोमर,और विभागाध्यक्ष डाॅ.नीरज वर्मा के साथ सभी फैकल्टी मेंम्बर्स उपस्थित रहे। दूसरे दिन advance agriculture-soil less farming-hydroponics present and future पर मि.अरविंद धनखड, Tropical Nursery, Riyawan,रतलाम,म.प्र. रहेगें ।
एकेएस वि.वि.के Computer Science विभाग में रोजगार की संभावनाओं पर एक दिवसीय webinar 30 को
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Computer Science and IT विभाग में एकदिवसीय national webinar का आयोजन 30 जून को किया जाएगा। इस मौके पर Career opportunity in computer science and IT applications‘‘ पर चर्चा होगी। Covid-19 के दौर में डाॅ. अमित भगत, Expert, Manit Career Opportunity in Computer Science and IT Application‘‘पर उपस्थित प्रतिभागियों को रोजगार की नवीन स्थितियों से परिचित कराएगें। इस मौके पर अखिलेश ए.बाउ विभागाध्यक्ष के साथ faculty उपस्थित रहेंगें।
एकेएस वि.वि. के Computer विभाग में National Webinar
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Computer Science and IT विभाग में एकदिवसीय national webinar का आयोजन 25 जून को किया गया। इस मौके पर "Image and Video Analysis with Computer Vision Application"पर चर्चा हुई ओर practical भी कराए गए। Covid-19 के दोर में Importance of Digital Presence पर विशेषज्ञ अखिलेश बाउ ने व्याख्यान दिया। कार्यक्रम AWS के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में faculty को विषय में ओर दक्ष बनाने के साथ ही भविष्य में विद्यार्थियों के लिए क्या राहें होंगी इस पर जानकारी शेयर की गई। पूरे कार्यक्रम को विनय कुमार द्विवेदी ने व्यवस्थित किया। कार्यक्रम में 550 से ज्यादा प्रतिभागी जुडे।
एकेएस वि.वि. में एक भारत समर्थ भारत पर Webinar का आयोजन
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में video conferencing के माध्यम से एक भारत समर्थ भारत विषय पर Webinar हुआ। जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मध्य क्षेत्र के संगठन मंत्री चेतन सुखाडिया नेे कहा कि भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की रही है। बहूत सारी विविधताओं के बावजूद भारत सदैव एकता का समर्थक रहा है इसलिए अगर भारत को समझना है तो यहाॅ की भाषाऐं,रीति-रिवाज,रहन सहन,पूजा पद्वति आदि को समझना होगा सबमें अंतर होते हुए भी भारत सदैव अनेकता में एकता का पालक रहा है। कार्यक्रम को निजी वि.वि. विनियामक आयोग के पूर्व चेयरमैन अखिलेश पाण्डेय ने भी संबोधित किया उन्होने विभिन्न दृष्टान्तों के माध्यम से बतलाया कि हमारी धरोहर प्रकृति से तादात्म्य एवं प्राचीन ज्ञान कोे समझते हुए और अधिक जानने की उत्कंठा वाली रही है। मजबूत और आत्मनिर्भर भारत बनाने में अपनी भूमिका हर एक को समझनी होगी। उन्होने वि.वि. को अनुसंधान कार्य बढाने की सलाह दी। इस कार्यक्रम के प्रारंभ में वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी और डाॅ.हर्षवर्धन प्रतिकुलपति ने वक्ताओं का स्वागत किया। कार्यक्रम में प्रो.रघुराज तिवारी और महेश गुप्ता के साथ वि.वि. के 150 से ज्यादा प्रोफेसर्स ने सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम का संचालन प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने किया।
एकेएस वि.वि. के Department of योगा द्वारा Covid-19 Pandemic महामारी के बचावों पर webinar में चर्चा
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of योगा द्वारा माननीय प्रधानमंत्री के आहवान ओर आयुश मंत्रालय के आदेशानुसार covid-19 Pandemic महामारी के बचावों पर चर्चा की। चर्चा में 8000 से ज्यादा प्रतिभागी जुडे कार्यक्रम में डाॅ.नंदिता पाठक, Brand Ambassador, स्वच्छ भारत अभियान ने कहा कि योग वास्तव में प्राचीन भारत की अमूल्य निधि है। प्रो. ईश्वर भारद्वाज,Prof. And Dean, Faculty of Ayurveda and Medical Science, गुरुकुल काॅगडी वि.वि. हरिद्वार, प्रो.एन.एल.मिश्रा, Department of Psychology, ग्रामोदय, चित्रकूट, प्रो.भरत तिवारी, विभागाध्यक्ष, Department of योगा, रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी, जबलपुर, डाॅ.साधना डोनेरिया,योगा विभाग,बी.यू. भोपाल,डाॅ.उधम सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर गुरुकुल काॅगडी वि.वि. हरिद्वार, डाॅ.एस.एस.पाॅल, सेन्ट्रल यूनि.अमरकंटक,डाॅ.अखिलेश पाण्डेय,पूर्व चेयरमैन,प्रा.यूनि,.डाॅ.दिलीप तिवारी, योगा विभाग,एकेएस वि.वि. ने प्रमुख चर्चा की। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन,ओएसडी.प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,प्रो.जी.सी.मिश्रा के साथ वि.वि.के सभी विभागों के Dean, Directors और Faculty के साथ वि.वि. के विद्यार्थी online जुडे रहे ओर कार्यक्रम को रुचिपूर्वक देखा। इस समस्त कार्यक्रम में योग द्वारा covid-19 Pandemic महामारी के बचावों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम Google Meet platform पर हुआ जिसका प्रसारण वि.वि. की website पर भी हुआ।