फार्मेसी विभाग द्वारा स्वाइन फ्लू .जैसी धातक बीमारी पर जागरूक्ता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम मे प्रो. एस.पी. गुप्ता ने छात्र-छात्राओं को स्वाइन फ्लू के लक्षण व बचाव के उपाय बताए एवं विद्यार्थियों को स्वाइन फ्लू के प्रति लोगों मे जागरूक्ता लाने की भी बात कही। विद्यार्थियों के प्रश्न पर प्रो गुप्ता ने स्वाइन फ्लू के लक्षण बताते हुए कहा कि सर्दी के दौरान लगातार पानी बहना ,ज्यादा खांसी चलना व शरीर मे बहुत दर्द रहना, तेज बुखार के साथ उल्टी दस्त होना, सिर सीने व पेट में दर्द और भारी लगना , बहुत ज्यादा कमजोरी भूख न लगना व चक्कर आना, एवं बीमारी होने पर संक्रमण के लक्षण प्रकट होने के दो दिन के अंदर ही एंटीवायरल ड्रग देना जरूरी है। इससे मरीज को राहत मिलती है। तथा बीमारी की तीव्रता भी कम हो जाती हैं। तत्काल किसी अस्पताल मे मरीज को भर्ती कर दें ताकि पैलिएटिव केअर शुरू हो जाए और तरल पदार्थो की आपूर्ती भी पर्याप्त मात्रा मे होती रह सके। अधिकांश मामलों मे एंटीवायरल ड्रग तथा अस्पताल मे भर्ती करने पर इलाज किया जा सकता है। एवं स्वाइन फ्लू से बचने के लिए बीमार हो तो आॅफिस न जाए ,अच्छे किस्म का मास्क इस्तेमाल करे ,सर्दी खांसी व बुखार के समय सवंमित सहकर्मी या विजिटर के संपर्क के समय सतर्क रहें ,रूमाल हमेशा साथ रखें खांसते -छींकते यमय मुह पर लगाएं ,कार्यालय मे कुछ भी खाने से पहले हाथ अवश्य धोएं।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना