सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के विवेकानन्द सभागार में शिक्षा विभाग के जूनियर छात्राध्यापक एवं छात्राध्यापिकाओं का उन्मुखीकरण कार्यक्रम गरिमामय तरीके से मनाया गया। एकेएस वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, डाॅ. आर.एस. निगम और एकेएस वि.वि. के डायरेक्टर अमित सोनी की विशेष उपस्थिति में जूनियर्स के लिए इंडक्शन कार्यक्रम और सीनियर्स के लिए फेयरवेल कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इन्होंने किया छात्राध्यापकों और छात्राध्यापिकाओं को सम्बोधित
उद्बोधन की कड़ी में डीन बीएड डाॅ. आर.एस. निगम ने चन्द पंक्तियों में कहा कि ‘‘सुन्दर सुख सजाने को साज बनाता हूं, नौसिखिए परिंदों को मैं बाज बनाता हूं। चाहे आप चांद पर बुर्ज खलीफा बना लें, मैं अपनी कच्ची ईटों से ही ताज बनाता हूं।’’ इन पंक्तियों को आभार देते हुए उपस्थितजनों ने तालियों की जोरदार गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। शिखा त्रिपाठी ने एकेएस वि.वि. के शिक्षा विभाग के ड्रेस की जानकारी विस्तार से पेश की। उन्होंने बताया कि शिक्षाध्यापकों के लिए सफेद शर्ट, काला पैंट और काले जूते और शिक्षाध्यापिकाओं के लिए मेहरून साड़ी, स्टैण्ड काॅलर ब्लाउज या मेहरून पटियाला सूट सही ड्रेस कोड है। प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षकों में अक्सर कुंठा और अवसाद भर जाता है, वह दूसरे पदों की तरफ लालसा भरी निगाहों से देखते हैं। जबकि टीचिंग अगर मनोयोग से की जाय तो यह राष्ट्र निर्माता होती है। उन्होंने कहा कि जो काम आप कर रहे हैं अगर उसमें महत्व न भी मिले तब भी अपना सर्वश्रेष्ठ देते रहिये, समय की शिलालेख पर आपका नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित होगा। वि.वि. के डायरेक्टर अमित सोनी ने कहा कि आप यहां शिक्षक बनने आए हैं, शिक्षक सम्मान का हकदार होता है, वि.वि. में आपकी नियमित उपस्थिति से आप अपने गुरुजनों का विशिष्ट मार्गदर्शन प्राप्त कर सकेंगे और नियमित पढ़ने से कभी कभी आना निश्चित ही बेहतर होगा। मि. डी.पी. मिश्रा ने कहा कि साविद्या या विमुक्तये, विद्या वह है जो हमें मुक्ति की तरफ ले जाती है। टीचर का मुख्य उद्देश्य आचरण की रक्षा करना है। उन्होंने स्व. डाॅ. राधाकृष्णन को याद करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि शिक्षक पीढ़ी दर पीढ़ी हमारी परम्पराओं को आगे बढ़ाता है। डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव ने कहा कि सृष्टि रूपी रंगमंच में हर किसी को अपनी भूमिका का निर्वहन करना है, हमें जो भूमिका मिले उसका उपयुक्त तरीके से मनोयोगपूर्वक और प्रसन्नता अनुभव करते हुए पूर्ण करें। हमें सार्थक भूमिका की तलास करनी और अनुशासित समाज को गढ़ने की जरूरत है। हमारे आचरण में अनुशासन आना चाहिए और दृष्टिकोण व्यापक होना चाहिए।
ये रहे उपस्थित
इंडक्शन और फेयरवेल कार्यक्रम के दौरान शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष आर.एस. मिश्रा, बी.डी. पटेल, अनिरुद्ध गुप्ता, नरेन्द्र पटेल, विजय पाण्डेय, नीता सिंह गहरवार, शिखा त्रिपाठी, डाॅ. कल्पना मिश्रा, डाॅ. सरिता सिंह, पूर्णिमा सिंह, रानू सोनी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का संचाालन उत्तम मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में विशेष सहयोग छात्राध्यापकों और छात्राध्यापिकाओं निखिल, नीलम, मनीषा, प्रियंका और विकास का रहा। फेयरवेल पार्टी के चमकदार नाम गजेन्द्र मि. पार्टी और सुप्रिया श्रीवास्तव मिस पार्टी चुने गये, इन्हें जूनियर्स और सीनियर्स ने शुभकामनाएं दीं।
150 से ज्यादा छात्राध्यापक एवं छात्राध्यापिकाओं ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा
वि.वि. के विवेकानन्द सभागार में डाॅ. आर.एस. मिश्रा ने 150 से ज्यादा उपस्थित विद्यार्थियों को वि.वि. की विशिष्टता से परिचित कराते हुए इंडक्शन कार्यक्रम को आगे बढ़ाया, तत्पश्चात् सभी फैकल्टीज की वरीयता के क्रम में परिचय परम्परा के तहत विद्यार्थियों से विषयवार जानकारी दी गई। शिक्षा विभाग के सम्पूर्ण पाठ्यक्रम से परिचय के पश्चात् वर्ष भर के कार्यक्रमों का कैलेण्डर भी पेश किया गया जिसके तहत म.प्र. की स्थापना दिवस के तीन दिवसीय कार्यक्रम के साथ कजलियां मिलन और अन्य विषयों पर भी विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रियंका शर्मा की जय जय मां वीणा वादिनी की आध्यात्मिक आराधना के साथ किया गया। देवार्चन और दीप प्रज्जवलन मयंक गौतम द्वारा की जा रही मां वीणा पाणि की आराधना के साथ हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सभी ने मां की स्तुति की। डिपार्टमेंट आॅफ एज्युकेशन, एकेएस युनिवर्सिटी वेलकम्स यू के तोरण के बीच से सभी जूनियर्स और सीनियर्स ने खुशी एवं उत्साह का अनुभव करते हुए उन्मुखीकरण कार्यक्रम और फेयरवेल में गीत संगीत और नृत्य से विशेष समां बांधते हुए खुशी को चैगुना किया। शैक्षणिक विधि और समन्वित स्वरूप में उद्दीपन, परिवर्तन, विद्यालयों में छात्राध्यापक एवं छात्राध्यापिकाओं की विजिट और शैक्षणिक कार्य पर भी प्रकाश डाला गया।
स्लाइड्स के माध्यम से निकला यादों का झरोखा
सभागार में पहले मंद मंद धुनों में यादों की बारात निकली है दिल के द्वारे संग तुम्हारे, गीत की पंक्तियां बजीं तभी स्क्रीन पर उभरे वह पल जो बी.एड और डी.एल.एड. के सीनियर्स ने वि.वि. के विशाल प्रांगण में चहलकदमियां करते हुए और ज्ञानार्जन करते हुए बिताए थे। फिर बढ़ता गया कारवां और यादों का सिलसिला एक अंतहीन विचारों के साथ कार्यक्रम के पायदानों के साथ पग पग आगे बढ़ा। अंत में आभार प्रदर्शन आर.एसत्र निगम ने प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और वि.वि. के उपस्थित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को कार्यक्रम का मोमेंटो प्रदान किया गया और गीत संगीत के माध्यम से सीनियर्स का जूनियर्स ने फेयरवेल किया। और उन्हें उज्जवल भविष्य की स्वर्णिम शुभकामनाएं दीं।