AKS University, Satna
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सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी केन्द्रीय कृषि यंत्र परीक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान बुधनी एवं उत्तरी क्षेत्र केन्द्रीय कृषि यंत्र परीक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान हिसार हरियाणा के निदेशक ओमकार सिंह एवं वरिष्ठ प्रशिक्षक इंजीनियर जे.जे. आर नरवरे तथा सुनील कुमार पटिल के निर्देशन में रेग्युलर कोर्स ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं। टेªनिंग के दौरान छात्र समस्त यंत्र एवं मशीनों जैसे डिस्प्लाऊ, रोटोवेटर, रीवर, मूवर, हार्वेस्टर की संरचना बनाने में उपयोग की गई तकनीकों के साथ मशीनों की एसेम्बलिंग एवं डिसमेन्टलिंग करने का तकनीकी प्रायोगिक ज्ञान दिया जा रहा हैं। जिससे छात्र सम्पूर्ण मशीनों एवं अभियंत्रों के प्रत्यके अवयव एवं उनकी वास्तविक कार्य विधि का प्रयोगिक परिचय प्राप्त कर रहें है। विद्यार्थियों ने बताया कि यह टेªनिंग भविष्य में उन्हें कृषि यंत्र एवं उपकरण के विनिर्माण क्षेत्र में तथा कृषि में इनके उपयोग, परीक्षण एवं प्रशिक्षण हेतु रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी।एकेएसयू के कृषि इंजीनियरिंग के छात्र भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि यंत्रीकरण योजना को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगे।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के बाॅयोटेक विभाग नोयडा स्थित एलिल लाईफ सांइसेस के साथ मेमोरेन्डम आॅफ आण्डरस्टैडिंग पर सहमत होते हुए एक दूसरे से हाथ मिलायें है। दोनों पक्षों के बीच हुए इस एम.ओ.यू. से एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के विद्यार्थियों के लिए कॅरियर और रिसर्च के नए आयाम खुलेंगे। विद्यार्थी वहां जाकर बाॅयोटेक क्षेत्र में हो रही नवीनतम् रिसर्च पर आधुनिक मशीनों द्वारा माइक्रोअरे टेक्नालाॅजी, रियल टाईम पी.सी.आर. टेक्नालाॅजी, मेटाजिनोमिक्स, स्टेम सेल रिसर्च, बाॅयोइन्फारमेटिक्स पर रिसर्च एवं ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेगें। यह कोर्स छात्रों के लिए फ्री कोर्स होगा। एलिल लाईस सांइसेस बाॅयोटेक क्षेत्र में देश का एक अग्रणी रिसर्च एवं टेªनिंग इंस्टीट्यूट है।एकेएस की तरफ से रजिस्ट्रार एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना अनंत कुमार सोनी एवं एलिल लाईफ सांइस की तरफ से डाॅ. मृत्युन्जय सिंह उपस्थिति में एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए गए। भविष्य में एलिल लाइफ साइंस के साथ एम.ओ.यू. फैकल्टीज व विद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित होगी। इस अवसर पर एकेएस कुलाधिपति बी.पी. सोनी, कुलपति डाॅ. अशोक कुमार, डीन प्रीति कुमार, एडवाइजर वी.सी. डाॅ. आर.पी. धाकरे, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी एवं समस्त संकायों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टीज एवं छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहें।
सतना। ”आई.आई.टी. बाम्बे “और एकेएसयू के संयुक्त तत्वाधान में सेंटर फाॅर इन्टरप्रिन्योरशिप एण्ड स्किल्ड डेवलपमेंट सेल एवं कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट द्वारा ”स्पोकेन ट्यूटोरियल वर्कशाप“ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आई.आई.टी. बाम्बे से आॅनलाइन वेबकास्ट हो रहे वीडियो ट्यूटोरियल में फैकल्टीज एवं विद्यार्थियों को प्रोग्रामिंग, डाक्यूमेंट प्रोसेसिंग साफ्टवेयर, लेटेक्स, यू वन-टू लिनिक्स आॅपरेटिंग सिस्टम, पायथन प्रोग्रामिंग की तकनीकी आधुनिक जानकारियां दी जाएगीं। वर्कशाप में फैकल्टीज एवं विद्यार्थियों को नये इंजीनियरिंग साफ्टवेयर मैट लैब, स्काई लैब के बारे में व्याख्यान दिया जाएगा।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के विशाल सभागार में वर्तमान में बायोटेक्नालाॅजी रिसर्च विषय पर दो दिवसीय सिम्पोजियम एवं वर्कशाप के दूसरे दिन समापन सत्र मे एकेएस यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति बी.पी. सोनी, कुलपति डाॅ. अशोक कुमार, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी एवं विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की उपस्थिति में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात् मंचासीन सभी अतिथियों ने जैव प्रौद्योगिकी के शोध क्षेत्र पर चर्चा की। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो.यू के चैहान(विभागाध्यक्ष पर्यावरण जीव विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग अवधेश प्रताप सिंह वि.वि.रीवा) रही। विशिष्ठ अतिथि प्रो. अनिल प्रकाश( सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग बरकतउल्ला सिंह वि.वि.भोपाल) रहे।
परफार्म करवाए गए प्रैक्टिकल्स
जैव प्रौद्योगिकी के शोध क्षेत्र में व्याप्त अपार संभावनाओं पर विद्यार्थियों को विषय से संबधित प्रैक्टिकल्स । जिनोमिक्स, फरमेटेशन, प्लांट टिश्यू कल्चर पर हैन्डस आॅन टेªनिंग बाॅयोटेक विभाग के आधुनिक प्रयोगशाला कराई
समापन में उपस्थित रहे विशिष्टजन
‘‘राष्ट्रीय सिम्पोजियम एवं हैन्डस आॅन टेªनिंग’’के समापन अवसर पर कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने अपने उदबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय का जैव प्रोद्योगिकी विभाग कुलपति महोदय के मार्गदर्षन से सफलता की उॅचाईयाँ छुयेगा। मुख्य अतिथि प्रो. चैहान ने बायोटेक के क्षेत्र में निजी विश्वविद्यालय के सहयोग से हो रहे विकास की प्रशंसा करते हुये भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। वर्कशाप के दौरान बाॅयोटेक क्षेत्र में हो रही उन्नति रिसर्च एवं डेवलेपमेंट में उपस्थित अवसरों से विषय विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को विषय की विभिन्न रोचक एवं शोधपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया। समापन अवसर पर जीवन विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो.आर.पी.एस धाकरे ने कार्यक्रम का संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । संचालन डाॅ कमलेश चैरे ने किया।
वर्कशाप के अन्त में प्रो. आर.एन. त्रिपाठी डीन बेसिक साइंस प्रो. आर एन ़ित्रपाठी ने वोट आॅफ थंैक्स दिया। अंत मे विद्यार्थियों ने राष्ट्रगान किया।
एकेएस का बायोटेक विभाग होगा रिसर्च में हाईटेक
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के विशाल सभागार में भव्य एवं गरिमामय कार्यक्रम में ‘‘वर्तमान में बायोटेक्नालाॅजी रिसर्च ‘‘विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। ये राष्ट्रीय सिम्पोजियम विश्वविद्यालय के बायोटेक्नालाॅजी विभाग एवं सेंटर फार रिसर्च एण्ड स्किल डेवलपमेंट के तत्वाधान में हुआ।
इन्होने प्रदान की कार्यक्रम को गरिमा
दो दिवसीय सिम्पोजियम एवं वर्कशाप के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डाॅ. राजेश कपूर (एडवाइजर एवं विभागाध्यक्ष बायोटेक विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय,भारत शासन) के करकमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. अखिलेश पाण्डेय (चेयरमैन म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग) ने की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने बतौर पेट्रन उपस्थित जनों का मार्गदर्शन किया एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. अशोक कुमार एवं जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के बायोटेक विभाग के अध्यक्ष प्रो. शरद तिवारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इन्होने किया सिम्पोजियम को संबोधित
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. राजेश कपूर ने अपने उद्बोधन में जैव प्रौद्योगिकी के शोध क्षेत्र में व्याप्त अपार संभावनाओं के विषय में . भारत सरकार की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की एवं यह भी बताया कि भारत सरकार का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय शोध कार्यों हेतु प्रतिवर्ष 45 हजार करोड़ रूपयों का बजट प्रदान करता है। जिसकी मदद से हम सतना जैसे स्थान का विकास बड़े पैमाने पर कर सकते हैं। अघ्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. पाण्डेय ने निजी विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक स्तर पर किये जा रहे सुधारों के विषय में गहन रूप से व्याख्यान दिया उन्होने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब एकेएस विश्वविद्यालय प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बनायेगा। कार्यक्रम में प्रो. शरद तिवारी ने अपना की-नोट लेक्चर दिया। उन्होंने जी.एम. फसलों के बारे मे बताया और कहा कि उत्पादन में अभूतपूर्व सफलता दर्ज कराई है।
ये रहे उपस्थित
इस कार्यक्रम में डीन लाइफ साइंस डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे ने वर्तमान में बायोटेक विभाग की उपलब्धियों, सुविधाओं एवं भविष्य की योजनाओं का विस्तार से उल्लेख किया। भव्य और जानकारी भरे आयोजन के लिये एकेएस के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने विभाग को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश चैरे ने कियाएवं आभार प्रदर्शनओ.एस.डी. प्रो. आर एन ़ित्रपाटी ने किया कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के प्राध्यापक डाॅ. दीपक मिश्रा, डाॅ. एन.के. घोष, रेनी निगम, नाहिद उस्मानी, संध्या पाण्डेय, कान्हा सिंह तिवारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के डा मौर्य,डाॅ. आर.एस. निगम,डाॅ. शेखर मिश्रा,डाॅ. प्रधान,डाॅ. टेकचंदानी,इंजी आर.के श्रीवास्तव,डाॅ. नीरत वर्मा के साथ प्राध्यापकगण एवं बायोटेक के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।